राहत : 50 हजार रु प्रति सप्ताह निकालने की छूट अब करंट अकाउंट वालों के अलावा इन खाताधारकों को भी…

note-ban_650x400_61479461586नई दिल्ली: 500 रुपए और 1000 रुपए की नोटबंदी के बाद से मची अफरातफरी से राहत दिलाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से एक नया ऐलान किया गया है. केंद्रीय बैंक आरबीआई ने कहा है कि यदि आपका कैश क्रेडिट (सीसी) अकाउंट है या फिर आप ओवरड्राफ्ट अकाउंट होल्डर हैं तो एक हफ्ते में 50,000 रुपए तक नकदी निकाल सकते हैं. कारोबारियों और व्यापारियों के लिए यह घोषणा राहत की बात है.

आऱबीआई ने अपनी वेबसाइट पर इस बाबत सूचना जारी की है. हालांकि यह साफ कर दें कि यह विदड्रॉल लिमिट पर्सनल ओवरड्राफ्ट खाताधारकों पर नहीं है. यह नकदी मुख्य रूप से 2000 रुपए के नोटों में होगी.बता दें कि14 नवंबर को केंद्रीय बैंक ने यह राहत करंट अकाउंट होल्डर्स को दी थी.
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि सरकार कम से कम तीन महीने पुराने करंट अकाउंट्स में से कैश विदड्राल की लिमिट प्रति सप्ताह 50 हजार रुपए कर रही है. करंट अकाउंट दरअसल बैंक अकाउंट का वह प्रकार है जो कारोबारियों की प्रतिदिन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक होता है. इसमें एक दिन में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन्स की संख्या सीमित नहीं होती.

यहां एक बात डिपॉजिट से संबंधित बताते चलें- जिस बैंक में आपका खाता है, वहां आप जितना चाहे उतना नकद जमा करवा लें लेकिन इन नोटों को जमा करवाने की 50 दिन की छूट की अवधि है. इसमें आप यदि 2.5 लाख रुपये तक की नकदी जमा करवाते हैं तो पेनल्टी नहीं लगेगी. लेकिन यदि आप इस राशि से अधिक की नकद जमा करवाते हैं तो आपको स्पष्ट तौर पर इस धन का सोर्स बताना होगा. यदि इस आय घोषणा में विसंगति पाई गई तो न सिर्फ इस अमाउंट पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा बल्कि इस पर 100 फीसदी से लेकर 300 प्रतिशत का जुर्माना भी लग सकता है. अशोक महेश्वरी एंड असोससिएट्स एलएलपी के निदेशक टैक्स और नियामक संदीप सहगल ने यह जानकारी दी|

 

Source: NDTV India

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राजनगर,अरविंद नगर में आयोजित गणेश महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे सौरभ बहुगुणा जी

14232363_1252577331473642_1653619336196200168_nशक्तिफ़ार्म नगर पंचायत,राजनगर,अरविंद नगर में आयोजित गणेश महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप मा०सौरभ बहुगुणा जी सम्मिलित हुए और फ़ीता काटकर गणेश महोत्सव का शुभारम्भ किया।बहुगुणा जी कहा इस तरह के महोत्सव में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में युवाओं,छोटे छोटे बच्चों की भागीदारी देखकर बहुत अच्छा लगता है,उन्हें मुख्यअतिथि बनाकर जो सम्मान दिया उसके लिए बहुगुणा परिवार क्षेत्रवासियों का बहुत बहुत आभारी रहेगा।और हर सुख दुःख में हमेशा बहुगुणा परिवार क्षेत्रवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़ा रहेगा|

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सिरसा शक्तिफ़ार्म रोडो में सरकार द्वारा की गयी कटौती के ख़िलाफ़ क्रमिक अनशन कर आंदोलन की शुरुआत

13697153_1207336022664440_3105907692520701598_nशक्तिफ़ार्म व्यापार मंडल के बैनर तले सिरसा शक्तिफ़ार्म रोडो में सरकार द्वारा की गयी कटौती के ख़िलाफ़ क्रमिक अनशन कर आंदोलन की शुरुआत की जिसमें मा०_सौरभ_बहुगुणा_जी‬ ने समर्थन दिया और जनता की गुज़ारिश की कि सब मिलकर इस आंदोलन में आगे आए ताकि सरकार को मजबूर होकर अपना ये शासनादेश वापस लेना पड़े और रोड को उसी आदेश के हिसाब से बनाया जाए जो विजय बहुगुणा जी मुख्यमंत्री रहते हुए अध्धादेश करके गए थे !!

 

 

News Source: Facebook

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“सितारगंज के पूर्व विधायक माननीय नारायण पाल जी ने की जाति-भेदभाव मिटाने की एक नई शुरुआत”

नारायण पालआज दिनांक 09/07/2016, शनिवार को सितारगंज में पूर्व विधायक माननीय नारायण पाल जी ने वर्तमान के जातीय भेदभाव को मिटाने की दिशा में किया एक सराहनीय प्रयास, रमजान और ईद का त्यौहार की समाप्ति के बाद “ईद मिलन” सभा का आयोजन करके समाज और पुरे हिंदुस्तान को यह सन्देश देने का प्रयास किया कि जाति के नाम पर मतभेद और लड़ाई झगड़ा करने से न समाज का कोई भला होने वाला है न ही देश का, आन्तरिक झगड़ो का फायदा बाहर के देश उठाकर हमारे देश को बर्बाद करने के सारे प्रयास कर रहे है |

इस सभा में सितारगंज विधानसभा से हर जाति धर्म के लोगो ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया तथा सभी धर्मो के लोगो को बोलने का मौका दिया गया, लोगो ने बड़े ही उत्साह के साथ अपने विचारो को व्यक्त किया |

यह बहुत ही खुशी की बात है कि सभी धर्म प्रेमियों ने अपने जाति धर्म से बढ़ कर देश के लिए अपनी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त किया |

सभा में टीवी एवं फिल्म कलाकार दिनेश सहगल, डायरेक्टर चन्दन मेहता, खन्ना मूवीज के प्रोडूसर राजेश कुमार गुप्ता (खन्ना जी) भी उपस्थित थे, दिनेश सहगल जी के कुछ बातो ने सभा में बैठे सभी लोगो का दिल जीत लिया एवं लोगो ने जोरदार तालियों के साथ अपनी ख़ुशी जाहिर की |

सहगल जी के शानदार स्पीच ने वहा बैठे सभी लोगो में तथा पुरे समाज में नए जोश व देश प्रेम की भावना को प्रबल कर दिया |

 

 

News Coverage By- Kavita Vakchi

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“मेहनत व लगन ही बनाती है एक बेहतर डांसर- “सौरभ शर्मा”

 13412918_905857559540900_2856110650432372078_n शक्तिफार्म: “डिजिटल इंडिया रूरल एम्पावरमेंट & कनेक्ट टू टेक्नोलॉजी “(डायरेक्ट )के ऑफिस में बच्चो से रुबरू होने आये सौरभ शर्मा जी (कोरियोग्राफर) जहाँ फिल्म डायरेक्टर चन्दन मेहता, टीवी एवं फिल्म कलाकार दिनेश सहगल एवं खन्ना जी (प्रोडूसर) भी मौजूद थे, सभी नृत्य प्रेमी बच्चो ने शानदार नृत्य प्रस्तुत किया जिससे सौरभ जी बहुत बिना प्रशंसा किये नहीं रह पाए |

“धूम” फिल्म की सिग्नेचर धुन धूम मचाले धूम…गीत बजते ही पैर खुद थिरकने लगते हैं | गीत को सुन कर दिल झुमने लगता हैं,पांव रोके नहीं रुकते | इस गाने में नृत्य का दम भरने वाले कोरियोग्राफर सौरभ शर्मा आज जाना पहचाना नाम हैं |वह कॉमनवेल्थ गेम में भी अपने नृत्य से दर्शकों को नचा चुके हैं |उन्होंने  दैनिक जागरण से अपने मन की बातें साझा की |

दिल्ली निवासी सौरभ शर्मा का कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं है | वह कहते हैं कि नृत्य साधना है | बिना लगन और मेहनत इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ सकते | उनको डांस से लगाव था | इसे विकसित करने के लिए परिवार ने पूरा सपोर्ट किया | वर्ष 2004 में वह प्रसिद्ध कोरियोग्राफार श्यामक डाबर से जुड़ गए और सात साल तक उनके सहायक रहे | आज वह बालीवुड में कई फिल्मों में कोरियोग्राफी कर चुके हैं | बताते हैं कि उन्होंने 2006 में कॉमनवेल्थ गेम्स आस्ट्रेलिया, कामनवेल्थ गेम्स 2010 नई दिल्ली में कोरियोग्राफी की |

शाहरुख खान की रब ने बना दी जोड़ी फिल्म के चलते-चलते गीत, सलमान खान की फिल्म युवराज, हाल ही में एक एलबम सुना-सुना की कोरियोग्राफी पूरी की है |फिल्म शेख चिल्ली द ग्रेट में पूरी कोरियोग्राफी की वह बताते हैं कि सितारगंज निवासी फिल्म निर्माता राजेश गुप्ता उर्फ खन्ना की फिल्म माँ पूर्णागिरी धाम में कोरियोग्राफी की जिम्मेदारी उनके कंधों पर हैं |
वह जल्द ही एक डांस रियलिटी शो. में दिखेंगे, जिसका नाम है फेम ऑफ इंडिया | इसमें वह जज की भूमिका में हैं | उन्होंने कहा कि खन्ना मूवीज के बैनर तले बन रही माँ पूर्णागिरी धाम फिल्म में स्थानीय कलाकारों को वह नृत्य की बारीकी सिखाएंगे | वह कहते हैं,कि “जिस चीज को पाना हो उसके लिए आपको हरसंभव कोशिश करनी चाहिए, मेहनत करो तो हर मुकाम मुट्ठी में होता हैं,  द्रढ़ इच्छाशक्ति काम आती हैं”|

 

Edited by: Kavita Vakchi

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“SPL क्रिकेट टूर्नामेंट सितारगंज में शामिल हुए फ़िल्मी कलाकार”

indexआज दिनांक 9 जून 2016 ,वृस्पतिवार , सितारगंज के रामलीला मैदान में विगत 1 जून से खेले जा रहे SPL क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैंच सिसैया एवं इस्लाम नगर के बीच खेला गया | जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बॉलीवुड के प्रसिद्ध डांस कोरियोग्राफी सौरभ शर्मा जी जिन्होंने धूम-2, रब ने बना दी जोड़ी, युवराज एवं कॉमनवेल्थ जैसे राष्ट्रिय एवं अंतर्राष्ट्रीय डांस कोरियोग्राफ किया, फिल्म डायरेक्टर चंदन मेहता एवं टीवी एवं फिल्म कलाकार दिनेश सहगल मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे, इन्होने  टूर्नामेंट में आकर खिलाड़ियो का उत्साह वर्धन किया तथा जनता भी फुले नहीं समाए |

सौरभ शर्मा के कार्यक्रम में प्रवेश करते ही भीड़ उमड़ पड़ी तथा बड़े ही जोरो शोरो से इनका अभिनन्दन किया गया |

मैच आरम्भ होने के कुछ समय बाद अचानक ही मौसम काफी बिगड़ने लगी ,लेकिन खिलाड़ियो का उत्साह इतना अधिक था कि मौसम को भी शान्त होना पड़ा |

इस कार्यक्रम का आयोजन गुप्ता परिवार द्वारा स्वर्गीय राकेश एवं अनीता गुप्ता जी के याद में कराया गया, जिसमे अभय गुप्ता एवं राजेश गुप्ता जी (खन्ना जी) का महत्वपूर्ण योगदान एवं भूमिका रही | कार्यक्रम में समस्त गुप्ता परिवार सम्मिलित हुए |

कार्यक्रम में चार चाँद तब लग गए जब सितारगंज के पूर्व विधायक माननीय नारायण पल जी भी पधारे तथा खिलाडियों का मनोबल बढाया||

दिनेश सहगल जी द्वारा कहे गये कुछ शब्दों ने जनता का मन मोह लिया, इन्होने खन्ना मूवीज का आभार व्यक्त किया एवं उनके प्रशंसनीय कार्य को खूब सराहा, राजेश गुप्ता (खन्ना जी) के अच्छे एवं मिलनसार व्यक्तित्व की खूब प्रशंसा की, तत्पश्चात राजेश गुप्ता (खन्ना जी) ने अपना परिचय देकर अपनी आने वाली फिल्म “माता पूर्णागिरी” के बारे में बताया तथा इसके लाभ का 40% गरीब कन्याओ के विवाह में लगाने की बात सुनकर जनता अति आनंदित हुए |

जनाग्रह एवं प्रेमवश होकर सौरभ शर्मा ने भी धूम-2 के गाने पर डांस करके प्रोग्राम में धूम मचा दी | कार्यक्रम के मध्य में मौसम खराब होने से कुछ समय की बर्बादी हुई परन्तु कहते है न मजबूत इरादे कभी हार नहीं मानते अन्तः सभी बाधाओं को पर करते हुए सिसैया की टीम ने जीत हासिल की जिनको सम्मान के रूप में सौरभ शर्मा, चन्दन मेहता, दिनेश सहगल एवं खन्ना जी के कर कमलो द्वारा ट्रोफी दी गयी |

दूसरी टीम को भी ट्रोफी एवं सभी खिलाडियो को पुरस्कृत किया गया |

सभी खिलाडियो एवं जनता ने खन्ना जी को उनकी फिल्म के लिए बधाई एवं शुभकामनाये दी |

 

News coverage by: kavita vakchi

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vijay bahuguna and 9 mla of congress joined bjp

विजय बहुगुणा सहित 9 बागी विधायक बीजेपी में शामिल

vijay bahuguna joined bjpउत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और उनके सहयोगी कांग्रेस के 9 बागी विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए | जिसमे  विजय बहुगुणा, हरक सिंह रावत, अमृता रावत, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, सुबोध उनियाल, उमेश शर्मा काऊ, प्रदीप बत्रा, शैलारानी रावत, शैलेंद्र मोहन सिंघल हैं |

राज्य में यह स्थिति तब पैदा हुई थी जब रावत सरकार के बजट सत्र का विरोध हुआ | भाजपा का कहना था बजट को वायस वोट से पारित करना असंवेधानिक है | जब कांग्रेस के 9 विधायक ने विरोध किया विधानसभा स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया और मामला अदालत में पहुँच गया |
हरीश रावत सरकार को विश्वास मत की तारीख से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने उत्तराखंड पर राष्ट्रपति शासन लगा दिया |

बाद में सुप्रीम कोर्ट ने विश्वास मत की नई तारीख घोषित की और बागी विधायकों के स्पीकर द्वारा निलंबन के आदेश को बरक़रार रखा |

मायावती के सपोर्ट से हरीश रावत विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने में कामयाब हो गए | अब ये बागी विधायक की स्थिति उस धोबी के गधे जैसी थी न घर के न घाट के | बीजेपी इन विधायकों में अपना अगला आने वाला भविष्य देखते हैं लेकिन कुछ भाजपाईयों ने इसका विरोध भी किया | 9 बागी विधायकों को बीजेपी में शामिल करना पूर्व नियोजित सा दिख रहा है | भाजपा के लिए यह निर्णय कैसा रहेगा यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन अभी 9 बागी विधायक भाजपा में मिलकर अपनी स्थिति को मजबूत कर लिया है |

एडिटर : चन्द्रशेखरम

 

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रावत ने किया थराली दौरा, बोले चमोली की वजह से दोबारा बनी सरकार

harish-rawat_1463211488राष्ट्रपति शासन हटने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत पहली बार चमोली के दौरे पर पहुंचे। सुबह दस बजे हरीश रावत थराली पहुंचे। यहां आईटीआई में सीएम ने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। इसी के साथ हरीश रावत ने कई घोषणाएं भी की।

चमोली की जनता को धन्यवाद देते हुए सीएम ने कहा कि चमोली की वजह से ही प्रदेश में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनी है। कहा चमोली ने दोबारा मेरी सरकार बनवाई है। रावत ने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि देवाल को नगर पंचायत बनाया जाएगा।

इसके साथ ही गौचर में गढ़वाली और कुमाऊंनी बोली का संस्थान बनाने की घोषणा की। इसी के साथ सीएम ने चमोली को पर्वतीय विकास का मॉडल बनाने का एलान किया। दौरा खत्म करने के बाद हरीश रावत गौचर से कर्णप्रयाग के लिए रवाना हो गए।

 

Source: अमर उजाला

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उत्तराखंड: फ्लोर टेस्ट के लिए केंद्र के पास 6 मई तक का समय

harish rawatनई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र की उस याचिका को स्वीकार कर लिया, जिसमें केंद्र ने उत्तराखंड विधानसभा में शक्ति परीक्षण करवाने की व्यवहार्यता के कोर्ट के सुझाव पर जवाब देने के लिए उससे दो और दिन का समय मांगा था। अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने कोर्ट के सुझाव को केंद्र तक पहुंचा दिया है और सरकार इस पर गंभीरता के साथ विचार कर रही है। इसके बाद न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा और न्यायमूर्ति शिवकीर्ति सिंह ने इस मामले की सुनवाई को शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया।

पीठ ने अटॉर्नी जनरल की इस बात को रिकॉर्ड कर लिया कि केंद्र सरकार इस मामले में उपजे विवाद को खत्म करने के लिए विधानसभा में शक्ति परीक्षण करवाने के इस कोर्ट के सुझाव पर गंभीरता के साथ विचार कर रही है। पीठ ने यह भी कहा कि उसने हटाए गए मुख्यमंत्री हरीश रावत के वकील कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी की इस बात पर भी गौर किया कि सरकार द्वारा सुझाव को स्वीकार कर लिए जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। पीठ ने कहा कि यदि सरकार सुझाव को स्वीकार कर लेती है तो यह लोकतंत्र के लिए अच्छा होगा।

मामले की सुनवाई को छह मई के लिए स्थगित करते हुए पीठ ने कहा कि यदि एजी को सुझाव पर निर्देश नहीं मिलते हैं तब भी मामले की सुनवाई की जाएगी। यह भी संभावना है कि इस मामले को पूर्ण बहस के लिए संवैधानिक पीठ के पास भेज दिया जाए।

पीठ का यह मानना था कि राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के अधिकतर मामलों में, कुछ अहम सवाल तैयार करने के बाद मामला संवैधानिक पीठ के पास भेजा जाता रहा है। बहरहाल, सिब्बल और सिंघवी ने इस आदेश की रिकॉर्डिंग पर आपत्ति जताई और कहा कि यहां यह शक्ति परीक्षण का मामला है, जो रावत के लिए विश्वास मत जैसा है और इसे किसी भी तरह से अविश्वास मत नहीं कहा जा सकता।

कांग्रेस की इस दलील पर रोहतगी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि शीर्ष अदालत के आदेश के चलते राष्ट्रपति शासन लागू होने की वजह से रावत खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करके विश्वास मत नहीं मांग सकते। एजी ने कहा कि उत्तराखंड में स्थिति ऐसी है, जहां दोनों ही पक्षों को अपना बहुमत साबित करने के लिए शक्तिपरीक्षण का सामना करना होगा। सिंघवी ने कहा कि शक्ति परीक्षण उस दल के लिए नहीं हो सकता, जो सत्ता में है ही नहीं और जिस व्यक्ति को बहुमत साबित करने के लिए बुलाया जाना है वह मुख्यमंत्री रहा है। पीठ ने कहा कि हम रावत को बहुमत साबित करने के लिए कह कर पूर्व स्थिति बहाल नहीं करेंगे।

एजी ने कहा कि शुक्रवार को जब सुनवाई शुरू हो, तब कोर्ट को शक्ति परीक्षण आयोजित करने के तरीकों पर फैसला करना चाहिए। पीठ ने कहा कि राष्ट्रपति शासन की घोषणा को खारिज करने वाले उत्तराखंड उच्च कोर्ट के फैसले पर रोक लगाने वाला अंतरिम आदेश ‘अगले आदेश आने तक जारी और प्रभावी रहेगा।’ शुरूआत में ही एजी ने कह दिया था कि शीर्ष अदालत के कल के सवाल को गंभीरता के साथ आगे पहुंचा दिया गया था लेकिन उन्हें कोई दृढ़ निर्देश नहीं मिले हैं।

उन्होंने कहा कि इस सुबह मुझे जो जानकारी मिली है, वह यह है कि हम शुक्रवार सुबह इसे देखेंगे और फिलहाल यही स्थिति है। सिब्बल और सिंघवी ने भी एजी की बात पर कोई आपत्ति नहीं जताई। पीठ ने कल एजी से कहा था कि वह केंद्र से उत्तराखंड विधानसभा में उसके निरीक्षण में शक्तिपरीक्षण करवाने की व्यवहार्यता के बारे में निर्देश ले और कोर्ट को सूचित करे। कोर्ट राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने के उत्तराखंड उच्च कोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर केंद्र की अपील पर सुनवाई कर रहा था

 

 

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उत्तराखंड मामला : सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में केंद्र ने उठाए 8 अहम सवाल

harish-rawat_650x400_41461293707नई दिल्ली: केंद्र ने उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन खारिज करने के उत्तराखंड हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में केंद्र सरकार ने नैनीताल हाईकोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए हैं।

  1. नैनीताल हाईकोर्ट का आदेश सही नहीं है और उसे राष्ट्रपति शासन पर सुनवाई का अधिकार नहीं है जोकि मंत्रिमंडल की सलाह और तथ्यों पर लिया गया।
  2. हाईकोर्ट कहता है कि भ्रष्टाचार सहा नहीं जाएगा, लेकिन उसने यह आदेश जारी कर याचिकाकर्ता को राहत दी जिस पर स्टिंग ऑपरेशन में हार्स ट्रेडिंग और घूस के आरोप लगे हैं।
  3. सुप्रीम कोर्ट के बोम्मई जजमेंट के आधार पर हाईकोर्ट के पास राष्ट्रपति शासन पर सुनवाई के लिए सीमित अधिकार हैं, हाईकोर्ट ने इस मामले में अपने अधिकार से बाहर आदेश दिया है, वह राष्ट्रपति के संतुष्ट होने पर फैसला नहीं कर सकता।
  4. हाईकोर्ट मंत्रीमंडल की राष्ट्रपति शासन लगाने की सलाह की सत्यतता और वैद्यता पर सुनवाई नहीं कर सकता
  5. हाईकोर्ट ने 21 अप्रैल को आदेश सुनाया लेकिन लिखित आदेश नहीं दिया
  6. हाईकोर्ट ने यह फैसला हरीश रावत के गलत और छुपाए हुए तथ्यों के आधार पर दिया है, जो गलत है
  7. हाईकोर्ट का यह कहना भी गलत है कि बजट बिल पास नहीं होने पर सरकार नहीं गिरती बल्कि सरकार को इस्तीफा देना होता है। कानून के मुताबिक, बजट बिल के फेल होते ही सरकार गिर जाती है।
  8. हाईकोर्ट ने विधायको की खरीद फरोख्त की स्टिंग पर गौर नहीं किया जबकि यह एक बड़ा आधार है।


हाईकोर्ट का फैसला
इससे पहले गुरुवार को हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए राष्ट्रपति शासन हटाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा कि राज्य में 18 मार्च से पहले की स्थिति बनी रहेगी। ऐसे में हरीश रावत एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बन गए। 29 अप्रैल को विधानसभा में उनका बहुमत परीक्षण होगा। हाईकोर्ट के फैसले के बाद गुरुवार शाम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के घर बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई।

सुप्रीम कोर्ट आज हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे लगाकर दूसरे पक्ष को नोटिस जारी कर सुनवाई की तारीख दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक, यह सुनवाई सोमवार या बाद में हो सकती है। अभी तक नैनीताल हाईकोर्ट का लिखित आदेश नहीं आया है। सोमवार को आने की संभावना है। सूत्र बता रहे है कि हरीश रावत ने रात 9 बजे कैबिनेट बैठक बुलाकर कई अहम फैसले लिए हैं।

न्याय का मजाक होगा
इससे पूर्व उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने गुरुवार को फिर सख़्त टिप्पणी की। कोर्ट ने पूछा, ‘क्या इस केस में सरकार प्राइवेट पार्टी है? जजों ने पूछा, ‘यदि कल आप राष्ट्रपति शासन हटा लेते हैं और किसी को भी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर देते हैं, तो यह न्याय का मजाक उड़ाना होगा। क्या केंद्र सरकार कोई प्राइवेट पार्टी है?’

नैनीताल हाई कोर्ट की डबल बेंच में चल रही सुनवाई में चीफ़ जस्टिस के एम जोसेफ़ ने केंद्र के एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता का पक्ष सुनने के दौरान कई सवाल किए। इस मामले के साथ चल रहे 9 बागी विधायकों के मामले में उनके वकील दिनेश द्विवेदी ने कहा कि यह समस्या कांग्रेस से नहीं बल्कि हरीश रावत और स्पीकर के साथ जुड़ी है, क्योंकि सभी 9 विधायक सदस्यता खत्म करने के बावजूद आज भी कांग्रेस के सदस्य हैं।

उत्तराखंड विधानसभा की वर्तमान स्थिति
राष्ट्रपति शासन हटने पर अब कांग्रेस को 29 अप्रैल को बहुमत साबित करना होगा। विधानसभा की वर्तमान स्थिति इस प्रकार है-

कुल सीटें- 71
कांग्रेस- 36 (9 बागी विधायकों को मिलाकर)
बीजेपी- 27
उत्तराखंड क्रांति दल- 1
निर्दलीय- 3
बीएसपी- 2
बीजेपी निष्कासित- 1
मनोनीत- 1

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