बेटियों को उच्चतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए स्पेशल बसों का बंदोबस्त – मनोहर लाल खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंगलवार को फरीदाबाद के दयानंद महिला कॉलेज में आयोजित केएल मेहता महिला शिक्षा संस्थान के स्वर्ण जयंती समोराह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। बेटियों को उच्चतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए स्पेशल बसों का बंदोबस्त किया जाएगा। बेटियों को यातायात की सुरक्षित परिवहन योजना के तहत 181 रूटों पर बसें चलाई जाएंगी। 100 के करीब बसें शुरू हो चुकी हैं, इसके अलावा सरकार ने 125 मिनी बस भी खरीदी हैं, जो जल्द शुरू होंगी। हर बस में एक महिला कॉन्स्टेबल भी तैनात होगी।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बेटी बचाओ के बाद बेटियों की शिक्षा के लिए काम किया। प्रदेश में मैपिंग करने के बाद 40 स्थान मार्क किए गए जहां 40 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज नहीं थे वहां पर 31 कॉलेज खोले गए। बाकी स्थानों पर भी जल्द कॉलेज खुलने वाले हैं। बेटियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए 10 किलोमीटर के दायरे में स्कूल एवं कॉलेज की स्थापित किए गए हैं।

  1. 31 महिला थाने खोले गए
    मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन पर महिला थाने भी खोले गए हैं। सबसे पहले प्रयोगात्मक तौर पर सोनीपत में इनकी शुरुआत की गई और फिर प्रदेश में 31 महिला थाने खोले गए। दो महीने में दो और थाने खुलेंगे। इसके साथ ही पुलिस विभाग में महिलाओं की भर्ती भी बढ़ाई गई। सरकार का पुलिस विभाग में 15 प्रतिशत महिला स्टाफ बढ़ाने का लक्ष्य है। बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना लाई गई है। एक लाख और कैमरे लगेंगे।
  2.  लिंगानुपात में हुआ सुधार
    मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन, प्रशासन, खेल, सौंदर्य, राजनीति, शिक्षा हर क्षेत्र में आज बेटियां आगे बढ़ रही हैं। अक्टूबर में सरकार संभालते ही नवंबर में प्रधानमंत्री ने लिंगानुपात सुधारने का विचार रखा। उन्होंने कहा कि इस योजना कि शुरुआत हरियाणा से हो क्योंकि प्रदेश में लिंगानुपात बेहद खराब है। हर स्तर पर इसके लिए लोग काम करें। 22 जनवरी 2015 को पानीपत में सम्मेलन किया गया और इस योजना की शुरुआत की गई। इसके बाद लगातार लिंगानुपात सुधरा। अब लिंगानुपात यह आंकड़ा 922 तक पहुंच चुका है।
  3.  महिलाओं के प्रति अपराध पर सरकार गंभीर
    मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शोषण के मामलों पर गंभीरता जताते हुए राज्य सरकार ने हरियाणा में 12 साल से छोटी बच्ची के साथ रेप होने पर दोषी के लिए मृत्यदंड का प्रावधान किया। इन घटनाओं की प्रारम्भिक पुलिस जांच के लिए समय भी निर्धारित किया गया है। जैसे- सामान्य छेड़छाड़ के आरोपों की जांच के लिए 15 दिन और रेप केस में 30 दिन का समय तय किया गया है। इसके साथ ही बलात्कार का आरोप सिद्ध होने पर दोषी को भोजन और दवाई के अलावा किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा ये भी सरकार ने तय किया है।
  4. टीवी से भारतीय संस्कृति कुप्रभावित हुई
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश नारी को पूजनीय मानने वाला देश है, लेकिन टीवी के माध्यम से हमारी संस्कृति कुप्रभावित हुई है। सरकार बेटियों के लिए हरसंभव काम करेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने कोटे से 31 लाख रुपये का योगदान शिक्षण संस्थान के लिए दिया।
  5. फरीदाबाद से हुई सार्वजनिक जीवन की शुरुआत
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सार्वजनिक जीवन की शुरुआत एक जुलाई 1980 को फरीदाबाद से हुई थी, इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। केएल मेहता के सान्निध्य में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। 50 वर्षों में दयानंद शिक्षण संस्थानों ने लाखों बेटियों को शिक्षित बनाया है। एक बेटी की शिक्षा कई परिवारों के किए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा ज्ञान और संस्कारों की जननी है। दयानंद की प्रेरणा से चलने वाले संस्थानों का समाज में अहम योगदान है।