बारामूला में सेना कैंप पर आतंकी हमला : एक जवान शहीद, आतंकी संभवत: भागने में कामयाब रहे

baramulla-attack-650_650x400_41475437482नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकी हमले के बाद सेना का सर्च अभियान जारी है. दरअसल, रविवार की रात सेना और बीएसएफ कैंप पर आतंकी हमला हुआ. इस हमले में एक बीएसएफ जवान शहीद और एक घायल हुआ है.

सूत्रों के मुताबिक, दो घंटे तक भारी फायरिंग के बाद आतंकी (जिनकी संख्या तीन से चार हो सकती है) भाग गए. फिलहाल इलाके को घेरे में लेकर तलाशी अभियान जारी है. बारामूला हाइवे को सील कर दिया गया है.

आतंकवादियों ने बारामूला में सेना के 46 राष्ट्रीय राइफल्स कैंप और इसी से सटे बीएसएफ कैंप पर दो गुटों में लगभग 10.30 बजे हमला किया. इसके बाद भारी गोलीबारी और धमाकों की आवाजें सुनी गईं. यह जगह श्रीनगर से 60 किलोमीटर दूर है.

राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को बारामूला की सुरक्षा स्थिति के बारे में सूचित कर दिया गया है.

सूत्रों का कहना है आतंकवादी बीएसएफ शिविर के किनारे तक प्रवेश करने में कामयाब रहे, लेकिन उन लोगों को उरी हमले के बाद हाई अलर्ट पर चल रही सेना और बीएसएफ की भारी फायरिंग का सामना करना पड़ा. बताया जा रहा है कि आतंकियों ने झेलम नदी की ओर से घुसपैठ की.

गौरतलब है कि बीते 29 सितंबर को सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम देने की खबर दी थी. भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर आतंकी लॉन्‍च पैड्स की गई सर्जिकल स्‍ट्राइक्‍स में लगभग 34 आतंकवादी मारे गए थे.

बता दें कि पाकिस्तान के हथियारबंद आतंकियों ने 18 सितंबर को सेना के उरी शिविर में हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि, भारतीय सेना ने इस मुठभेड़ में पाकिस्तान से आए चार आतंकवादियों को भी मार गिराया गया था.

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सेबी (SEBI) के नए चेयरमैन की तलाश शुरू, आवेदन मांगे

sebi_650x400_81471536940नई दिल्ली: सरकार ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के नए चेयरमैन के लिये तलाश की प्रक्रिया शुरू कर दी. सेबी के चेयरमैन यूके सिन्हा का विस्तारित कार्यकाल एक मार्च, 2017 को पूरा हो रहा है.

वित्त मंत्रालय ने इस बारे में आवेदन आमंत्रित करते हुए अधिसूचना में कहा है कि चेयरमैन की नियुक्ति पांच साल या 65 साल की आयु पूरी होने तक, जो भी पहले हो, की जाएगी. इसके अलावा चेयरमैन की पुन: नियुक्ति की जा सकती है. आवेदन देने की अंतिम तारीख 21 अक्तूबर, 2016 है.

सिन्हा को 18 फरवरी, 2011 को सेबी का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई थी, बाद में उन्हंे दो साल का सेवा विस्तार दिया. इस साल 17 फरवरी को उनका कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले सरकार ने 18 फरवरी से अगले साल मार्च तक के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया था.

वित्त मंत्रालय ने कहा, ‘‘सेबी के चेयरमैन पद के लिए पात्र अ5यार्थियों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।’’ सेबी के चेयरमैन को 4.5 लाख रपये मासिक एकीकृत वेतन पैकेज दिया जाएगा.

कंेद्र सरकार वित्तीय क्षेत्र नियामकीय नियुक्ति खोज समिति :एफएसआरएएससी: की सिफारिशांे के आधार पर यह नियुक्ति करेगी। मंत्रालय ने नोटिस में कहा, ‘‘नियामक के रूप में सेबी की भूमिका के महत्व को देखते हुए यह वांछित है कि बेहद ईमानदार और प्रतिष्ठित व्यक्ति जिसके पास 25 बरस से अधिक का पेशेवर अनुभव है और जो 50 से 60 साल की उम्र के बीच है, इसके लिए 21 अक्तूबर तक आवेदन करे।’’ पिछले साल जुलाई में सरकार ने सिन्हा का उत्तराधिकारी ढूंढने के लिए खोज एवं चयन प्रक्रिया शुरू की थी और उसे 50 आवेदन मिले थे। इनमें से सात उम्मीदवारों का नाम छांटने के बाद भी सिन्हा को एक साल का विस्तार दे दिया गया था। इच्छुक अ5यार्थी वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के पास आवेदन कर सकते हैं।

 

 

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FIR दर्ज होने के बाद बोलीं मालीवाल, ‘निकम्मे व नाकारा लोगों के कब्‍जे में हैं पूरा सिस्‍टम’

20_09_2016-swatimaliwaldcwनई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली महिला आयोग (DCW) में नियुक्तियों में धांधली के आरोप में एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) द्वारा मामला दर्ज किए जाने पर DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक के एक कई ट्वीट कर सफाई तो दी ही, साथ ही विरोधियों पर भी हमले किए। मालीवाल ने भावुक अंदाज में कहा कि अगर कोई मेरी पूरी जिंदगी में एक रुपय़े का भ्रष्टाचार भी सिद्ध कर दे तो मैं अपनीं जिंदगी छोड़ दूंगी।

विरोधी मेरे काम से परेशान

उन्होंने कहा कि सिस्टम में बैठे निकम्मे और नाकारा लोगों को मेरा महिलाओं के लिए काम करना और सवाल उठाना पसंद नहीं आ रहा है। वे मेरे सवालो से और मेरे काम से परेशान हैं।

सोमवार देर रात ACB ने स्वाति मालीवाल पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज किया है। उन पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप है।उन्होंने कहा कि मैं फौजी की बेटी हूं। फ़ौज में पली बढ़ी हूं। देश के लिए काम करना और देश के लिए जान देना सीखा है। मुझे दुनिया की कोई ताकत डरा नही सकती।

DCW भर्ती घोटाला: स्वाति मालीवाल के खिलाफ ACB ने दर्ज किया केस

….तो कुर्बानी तो देनी पड़ेगी

आज मामला दर्ज होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि पता चला कि मुझे पर मामला दर्ज हुआ है। जब गलत काम नहीं किया हो तो भगवान से भी नहीं डरना चाहिए। सिस्टम को बदलने के लिए काम करेंगे तो कुर्बानी तो देनी पड़ेगी।

हमने बदला सिर्फ काम करने का तरीका

उन्होंने कहा कि महिला आयोग में जो भर्ती का तरीका सालों से अपनाया गया, वही अपनाया है। जो बदला है वह है काम। दिन रात शिद्दत से काम किया है। सिस्टम से सवाल किए हैं।

मैं डरने वालों में से नहीं

स्वाति मालीवाल ने कहा कि मैं लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, बिस्मिल और अशफाक को मानने वाली महिला हूं। मैं किसी से डरने वाली नहीं।

यहां पर बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ एसीबी ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज किया है। स्वाति पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप है। इससे पहले एसीबी की एक टीम के अधिकारियों ने गैर-कानूनी भर्तियों की एक शिकायत के सिलसिले में इसकी प्रमुख स्वाति मालीवाल से पूछताछ की थी।

डीसीडब्ल्यू की पूर्व प्रमुख बरखा शुक्ला सिंह की एक शिकायत के आधार पर एसीबी ने जांच शुरू की है। अपनी शिकायत में बरखा सिंह ने दावा किया था कि आप के कई समर्थकों को डीसीडब्ल्यू में पद दिया गया है। बरखा सिंह ने अपनी शिकायत में 85 लोगों का नाम दिया है। उन्होंने दावा किया है कि इन्हें ‘बिना अपेक्षित योग्यता’ के नौकरी दी गई है।

वहीं, मालीवाल ने कहा था कि डीसीडब्ल्यू में अपने नौ साल के कार्यकाल के दौरान बरखा शुक्ला सिंह ने केवल एक मामले का निपटारा किया। इस समयावधि के दौरान आयोग ने सरकार से कोई सिफारिश नहीं की और करीब 50 अधिकारियों की एक टीम होने के बावजूद केवल छह दौरे किए।

 

 

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गाय और भैंस के दूध से भी ज्यादा ताकतवर है कॉकरोच का दूध!

120804-cocrooachनई दिल्ली: दूध पीने के कितने फायदे हैं ये शायद बताने की जरुरत नहीं है, रोजाना दूध पीने से न सिर्फ आपकी हड्डियां मजबूत होती हैं बल्कि यह शरीर की तकरीबन हर जरुरत को पूरा करता है।

अब तक हमने गाय का दूध सुना, भैंस का दूध सुना, बकरी का दूध सुना लेकिन क्या आपने कॉकरोच के दूध के बारे में सुना है? लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाय के दूध से ज्यादा कॉकरोच का दूध पीने वाले ज्यादा ताकतवर होते हैं। आपके दिमाग में जरूर ये सवाल घूम रहा होगा कि क्या कॉकरोच का दूध भी होता है?

हाल ही में भारतीय वैज्ञानिकों एक चौंकाने वाली रिसर्च की है। इस अध्यन के अनुसार कॉकरोच का दूध, गाय के दूध से चार गुना फायदेमंद होता है। इस शोध की माने तो कॉकरोच के दूध में पैसीफिक बीटल होता है। जिसका प्रयोग प्रोटीन सप्लीमेंट के रूप में भी किया जा सकता है।

उनके अनुसार,  कॉकरोच का दूध, गाय के दूध से कहीं ज्यादा फायदेमंद है और ये एक बेहतरीन सुपरफूड है। ये इकलौती ऐसी प्रजाति है जिसके जन्मे बच्चे हमेशा जवान रहते हैं। स्टडी पर फोकस करने वाले सनचारी बनर्जी ने कहा कि कॉकरोच के दूध में प्रोटीन क्रिस्टल नाम की एक धातु मिली होती है, जो एक प्रकार के खाने की तरह बनी है। इसमें प्रोटीन, फैट और चीनी मिलाई जाती है। उन्होंने बताया कि प्रोटीन का सेवन करने से इंसान को धीरे-धीरे और लंबे समय तक लाभ मिलता रहता है।

इसका खुलासा करने वाले वैज्ञानिक स्टेम सेल बायोलॉजी के संस्थान में काम करते हैं। उन्हें विश्वास है कि दूध को भविष्य में एक प्रोटीन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

वैसे देखा जाए तो ये पहली बार नहीं कि वैज्ञानिक ने इस तरह का कोई खुलासा किया हो, इससे पहले भी पिछले साल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भी कुछ इसी प्रकार को खुलासा करते हुए बताया था कि कॉकरोच का दूध लाल मीट खाने से ज्यादा फायदेमंद होता है।

सबसे महत्वपूर्ण ये है कि यह लंबे समय तक एनर्जी के लेवल को बनाए रखता है। वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि पैसीफिक बीटल कॉकरोच के इस दूध का इस्तेमाल प्रोटीन सप्लीमेंट के रूप में भी किया जा सकता है।

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गर्मियों में स्वस्थ रहने के लिए आजमाए ये TIPS

108508-395943-foodनई दिल्ली: गर्मी के मौसम में हेल्थ को लेकर ज्यादा ही सावधान रहने की जरूरत होती है। इनदिनों बड़ी आसानी से आपकी तबियत खराब हो सकती है। इस आर्टिकल में हम आपको यह बता रहे हैं कि गर्मी के मौसम में आप अपनी सेहत को कैसे ठीक रख सकते हैं।

पानी

गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर को पानी की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में सुबह उठने के साथ ही आपको भरपूर पानी पीना चाहिए। गर्मी के दिन में कोशिश करें की आप चाय का सेवन ना करें। इससे अपच बढ़ती है।
गर्मी के मौसम में आप रोज नारियल पानी पी सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। नारियल पानी आपके शरीर में गर्मी के दिनों में अमृत की तरह काम करता है। नारियल पानी के साथ ही गर्मियों में ज्यादा से ज्यादा दही का सेवन करना चाहिए। दही में कई तरह के एंटीबायोटिक होते हैं। दही से अपच दूर होती है और शरीर में ठंडक बनी रहती है।

फल

गर्मी में नाश्ते के वक्त फलों का सेवन करें। फल आपको ताजगी और फुर्ती देंगे। गर्मी से बचने के लिए फल रामबाण उपाय है। वहीं इस मौसम में चने का सेवन भी आपके शरीर को देगा ठंडक। चने के सेवन से ज्यादा धुप में रहने से भी पको अधिक प्यास नहीं लगती है।

धनिया, पुदीना और प्याज

खाना खाते समय गर्मी के मौसम में अपना पाचन ठीक रखने के लिए खाने के साथ धनिया, पुदीना और प्याज जरूर खाएं। इसकी चटनी बना कर खाने से गर्मी के दिन में आपकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं इस आसान तरीके से आप अपने पेट के तकलीफ से बचे हुए रहेंगे।

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अमिताभ बच्चन फिर एक बार : ‘पिंक’ में बिल्कुल ‘हटकर’ है बिग बी का किरदार…

 

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  • अमिताभ बच्चन के अलावा ‘पिंक’ में तापसी पन्नू, पीयूष मिश्रा भी हैं
  • मंगलवार को रिलीज़ किया गया है फिल्म ‘पिंक’ का ट्रेलर
  • 16 सितंबर को रिलीज़ होने जा रही है ‘पिंक’                                                                    

 

नई दिल्ली: बॉलीवुड के ‘शहंशाह’ अमिताभ बच्चन पिछले कुछ सालों में कुछ ‘अलग’ फिल्में करते आ रहे हैं, और मंगलवार को रिलीज़ हुए उनकी आने वाली फिल्म ‘पिंक’ के ट्रेलर से भी लग रहा है कि फिल्म कुछ ‘हटकर’ है, जिसमें बेहद नाटकीय घटनाएं, यौन हिंसा और कोर्टरूम ड्रामा देखने को मिलेगा…

pink-trailer_650x400_81470799067अमिताभ बच्चन के साथ ‘पीकू’ जैसी फिल्में दर्शकों के सामने परोस चुके शुजित सरकार एक बार फिर ‘बिग बी’ को बिल्कुल नए अंदाज़ में लेकर आ रहे हैं, जहां वह कोर्ट में बेहद आंदोलित होकर जिरह करते दिखाई देंगे. ‘पीकू’ के अलावा ‘विकी डोनर’ जैसी फिल्में बना चुके शुजित इस फिल्म से पहली बार निर्माता के रूप में सामने आ रहे हैं, और उन्होंने इस बार काफी ड्रामेटिक विषय चुना है, जिसमें तीन लड़कियां उन पर हुए यौन हमले की रिपोर्ट करती हैं, और सिस्टम उन्हीं पर तरह-तरह के आरोप लगाने लगता है.

16 सितंबर को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के अलावा तापसी पन्नू और पीयूष मिश्रा भी बेहद महत्वपूर्ण भूमिकाओं में दिखाई देने जा रहे हैं, और ट्रेलर में उनका काम काफी प्रभावी लग रहा है… रिलीज़ किए गए ट्रेलर में फिल्म की कहानी के बारे में ज़्यादा नहीं, सिर्फ उतना बताया गया है, जिससे उत्सुकता बनी रहे, लेकिन सचमुच फिल्म की कहानी का पता न चल पाए…

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सातवें वेतन आयोग से संबंधित गजट नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बातें

rupee_650x400_51466746177नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों से जुड़ा गजट नोटिफिकेशन सोमवार को जारी कर दिया। इस नोटिफिकेशन का केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों को बेसब्री से इंतजार था। इस नोटिफिकेशन से यह साफ हो गया है कि आज की तारीख में अगस्त में नए वेतन आयोग के हिसाब से सैलरी मिलेगी और वहीं यह भी साफ हो गया है कि सभी भत्ते और न्यूनतम वेतनमान को लेकर उठे विवादों के बीच फिलहाल वेतन आयोग की सिफारिशें ही प्रभावी होंगी।

आइए पढ़ें इस सातवें वेतन आयोग (पे कमिशन) पर जारी नोटिफिकेशन की सबसे महत्वपूर्ण 17 बाते…

  1. इस संकल्प के अधिसूचित किए जाने से ठीक पहले, सिविल कर्मचारियों के संबंध में लागू वेतन बैंड और ग्रेड वेतन के स्थान पर वेतन मैट्रिक्स प्रणाली लागू होगी।
  2.  जहां तक 01 जनवरी, 2016 स्थिति के अनुसार नए वेतन मैट्रिक्स किसी कर्मचारी के वेतन निर्धारण का संबंध है, तो 31 दिसंबर, 2015 की स्थिति के अनुसार संशोधन-पूर्व संरचना में विद्यमान वेतन (वेतन बैंड में वेतन जमा ग्रेड वेतन) को 2.57 के गुणांक से गुणा किया जाएगा। इस प्रकार प्राप्त राशि, नए वेतन मैट्रिक्स में कर्मचारी के वेतन बैंड और ग्रेड वेतन अथवा वेतनमान के अनुरूपी लेवल में तलाशी जानी है। यदि इस प्रकार प्राप्त राशि के समरूप कोई कोष्ठिका समुचित लेवल में उपलब्ध है तो उसी कोष्ठिका को संशोधित वेतन माना जाएगा। अन्यथा उस लेवल में अगली उच्चतर कोष्ठिका को कर्मचारी का संशोधित वेतन माना जाएगा।
  3. उक्त उप-पैरा (2) में यथा-विनिर्दिष्ट उपयुक्त लेवल में वेतन के निर्धारण के पश्चात् उसी लेवल में अगली वेतन वृद्धि, उस लेवल में दी गई उससे ठीक अगली कोष्ठिका में दी जाएगी।
  4. विद्यमान 01 जुलाई की तारीख के बजाए वेतन वृद्धि दिए जाने की दो तारीखें होंगी जो प्रत्येक वर्ष की 1 जनवरी और 1 जुलाई हैं; शर्त यह है कि नियुक्ति, पदोन्नति अथवा वित्तीय उन्नयन  स्वीकृत किए जाने की तारीख के आधार पर कोई कर्मचारी इन दो तारीखों में से केवल किसी एक तारीख पर वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ ले सकेगा।
  5. केंद्र सरकार के सिविल कर्मचारियों और अखिल भारतीय सेवाओं के कार्मिकों के लिए संशोधित वेतन संरचना इस संबंध में आयोग की सिफारिशों और उन पर सरकार द्वारा दो पे मैट्रिक्स बैंड में दिए वेतनमान के अनुसार 1 जनवरी 2016 से प्रभावी होगी। इस मद में बकाया राशि का भुगतान वित्त वर्ष 2016-17 में किया जाएगा।
  6. भत्ता (महंगाई भत्ते को छोड़कर) से संबंधित सिफारिशें वित्त सचिव एवं सचिव (व्यय) की अध्यक्षता में गठित एक समिति को भेजी जाएंगी जिसमें गृह, रक्षा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग, डाक विभाग के सचिव और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सदस्य के रूप में शामिल होंगे। समिति चार माह के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इस समिति की सिफारिशों के आधार पर अंतिम निर्णय लिए जाने तक, सभी भत्तों का भुगतान वर्तमान वेतन संरचना में मौजूद दरों पर किया जाता रहेगा। जैसे कि वेतन 01 जनवरी, 2016 से संशोधित ही न किया गया हो।
  7. ब्याज-युक्त अग्रिम और ब्याज-मुक्त अग्रिम (एडवांस) के संबंध में आयोग की सिफारिशें इस अपवाद के साथ स्वीकार कर ली गई हैं कि चिकित्सा उपचार, मृतक के परिवार के लिए यात्रा भत्ते, दौरे अथवा स्थानांतरण पर यात्रा भत्ते और छुट्टी यात्रा रियायत के लिए ब्याज मुक्त अग्रिम जारी रखे जाएंगे।
  8. विभिन्न वर्गों के कर्मचारियों के लिए केंद्रीय सरकारी कर्मचारी सामूहिक बीमा योजना में मासिक अंशदान की दरों में वृद्धि की आयोग की सिफारिशों स्वीकार नहीं किया गया है। मासिक अंशदान की वर्तमान दरें जारी रहेंगी।
  9. व्यय विभाग और वित्तीय सेवाएं विभाग केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक उपयुक्त सामूहिक बीमा योजना तैयार करेंगे।
  10. सरकार ने उन पदों जिनका उल्लेख पे मैट्रिक्स 3 में किया गया है, को छोड़कर, पदों के उन्नयन के संबंध में आयोग की सिफारिशें स्वीकार कर ली हैं। उन्नयन के संबंध में पे मैट्रिक्स-3 में वर्णित सिफारिशों की जांच कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा अलग से की जाएगी। ताकि इस मामले पर व्यापक दृष्टिकोण अपनाया जा सके।
  11. सरकार ने पदावनति संबंधी आयोग की सिफारिशों स्वीकार नहीं की हैं और कहा कि ऐसे मामलों में सामान्य प्रतिस्थापन दिया जाएगा।
  12. चिकित्सकों जिनके लिए प्रैक्टिसबंदी भत्ता स्वीकार्य है और रेलवे कर्मचारी जिनके लिए चलन भत्ता स्वीकार्य है, उनके वेतन संशोधित करते समय यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रारंभिक निर्धारण के समय वेतन में वास्तविक वृद्धि आयोग द्वार की गई सिफारिश के अनुसार लगभग 14.29% हो।
  13. केंद्रीय स्टॉफिंग के तहत प्रतिनियुक्ति पर तैनात अधिकारियों की वेतन-रक्षा की जाएगी और उन्हें वेतन में अंतर का भुगतान अधिसूचना के प्रभावी होने की तारीख से व्यक्तिगत वेतन के रूप में किया जाएगा।
  14. ऐसी सिफारिशें जो वेतन, पेंशन एवं भत्तों से संबंधित नहीं हैं, उनकी जांच तथा विभागों/संवर्गों/पदों से विशिष्ट तौर पर जुड़े अन्य प्रशासनिक मुद्दों से संबंधी सिफारिशों की जांच संबंधित मंत्रालयों/विभागों  द्वारा कार्य आबंटन नियमों/कारबार संव्यवहार नियमों के अनुसार की जाएगी। जब तक (i) भारतीय पुलिस सेवा/ भारतीय वन सेवा और संगठित समूह “क” सेवाओं में वर्तमान में स्वीकार्य गैर-कार्यात्मक उन्नयन, (ii) केंद्रीय स्टॉफिंग स्कीम के तहत पैनल में शामिल किए जाने के संदर्भ में अन्य अखिल भारतीय सेवाओं/संगठित समूह “क” सेवाओं की तुलना में भारतीय प्रशासिनक सेवा के अधिकारियों को दो वर्ष की अग्रता, (iii) भारतीय पुलिस सेवा तथा भारतीय वनसेवा को भारतीय प्रशासिनक सेवा और भारतीय विदेश सेवा के बराबर सीनियर टाइम स्केल, जूनियर एडिमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड और सेलेक्शन ग्रेड में दो अतिरिक्त वेतन वृद्धियां प्रदान किए जाने, (iv) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सभी रैंक के लिए एक समान सेवानिवृत्ति आयु से संबंधित प्रशासनिक मुद्दों जिन पर आयोग सर्वसम्मति नहीं बना सका है, उनके बारे में सरकार द्वारा निर्णय नहीं ले लिया जाता, तब तक यथास्थिति बनी रहेगी।
  15. राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के कार्यान्वयन को सुचारू बनाने के उपाय सुझाने के लिए सचिवों की एक समिति का गठन किया जाएगा जिसमें कार्मिक और प्रशिक्षण, वित्तीय सेवाएं तथा पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के सचिव शामिल होंगे।
  16. आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन से उत्पन्न व्यक्तिगत, पद-विशिष्ट और संवर्ग-विशिष्ट विसंगतियों की जांच के लिए कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वार विसंगति समितियों का गठन किया जाएगा।
  17. अखिल भारतीय सेवाओं से संबंधित वेतन और उससे जुड़े मामलों के बारे में उचित कार्रवाई कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग द्वारा की जाएगी जिससे कि इन मामलों में लिये गए तथा उन सेवाओं पर प्रयोज्य निर्णयों को लागू किया जा सके।

Source:- NDTV

 

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लातूर पर राजनीति: BJP ने वॉटर वैगन पर लहराया पोस्टर तो केजरीवाल ने की पानी भेजने की पेशकश

waterनई दिल्ली:  महाराष्ट्र का मराठवाड़ा इलाका भयंकर सूखे की चपेट में है. मराठवाड़ा के लातूर शहर में पानी की भारी किल्लत दूर करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें ट्रेन के जरिए वहां पानी पहुंचा रही है. 5 लाख लीटर पानी लेकर एक ट्रेन आज सुबह लातूर पहुंची है. इस बीच लातूर के प्यास बुझाने को लेकर राजनीति तेज़ हो गई है |

जहां दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लातूर की प्यास बुझाने के लिए रोजाना दस लाख पानी भेजने की पेशकश की है तो वहीं जैसे ही ट्रेन पानी लेकर लातूर पहुंची, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने वहां अपना राजनीतिक झंडा लहरा दिया |

अरविंद केजरीवाल ने भी लातूर के लिए पानी भेजने की पेशकश की है. केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी भेजकर रोजाना 10 लाख लीटर पानी भेजने की पेशकश की है, लेकिन भेजने का इंतजाम मोदी सरकार को करना होगा |

लेकिन सवाल ये है कि दिल्ली के कई इलाके खुद ही पानी की कमी की मार झेल रहे हैं. और दिल्ली में पानी हरियाणा से आता है. ऐसे में विरोधी ये सवाल उठा सकते हैं कि दिल्ली की प्यास बुझाने की बजाए केजरीवाल लातूर पानी भेजने की बात क्यों कह रहे हैं?

दूसरी बात ये है कि जैसे ही लातूर में ट्रेन से पानी पहुंचा, बीजेपी के समर्थकों ने श्रेय लेने की होड़ में पानी के वैगन पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर चिपका डाले|

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बड़े शहरों में से एक औरंगाबाद से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर लातूर में पानी की भारती किल्लत है. वहां ट्रेन से पानी पहुंचाने का काम शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि जल्दी ही जरूरत मंद लोगों तक पानी पहुंचाने का काम शुरू होगा |

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