कोहली और रहाणे की रिकॉर्ड पारी, भारत ने पांच विकेट पर 557 रन बनाए

viratrahane09इंदौर: कप्तान विराट कोहली के दूसरे दोहरे शतक और अजिंक्य रहाणे के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी से भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी पांच विकेट पर 557 रन बनाने के बाद घोषित की.

कोहली ने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 211 रन बनाए. रहाणे ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए 188 रन बनाए जिससे भारत ने अपनी स्थिति काफी मजबूत की.

दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने बिना विकेट खोए 28 रन बना लिए हैं. मार्टिन गुप्टिल 17 जबकि टॉम लैथम छह रन बनाकर खेल रहे हैं.

कोहली ने 366 गेंद की अपनी पारी के दौरान 20 चौके मारे जबकि रहाणे ने 381 गेंद का सामना करते हुए 18 चौके और चार छक्के जड़े.

कोहली के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे रोहित शर्मा (63 गेंद में नाबाद 51) और रविंद्र जडेजा (नाबाद 17) ने कप्तान के पारी घोषित करने से पहले 59 गेंद में छठे विकेट के लिए 53 रन की अटूट साझेदारी की. रोहित का यह लगातार तीसरा अर्धशतक है.

आज का दिन कोहली और रहाणे के नाम रहा. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 365 रन जोड़े जो भारत की ओर से चौथे विकेट की सर्वश्रेष्ठ और कुल पांचवीं सर्वोच्च साझेदारी है. कोहली ने इस दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ नार्थ साउंड में 200 रन जबकि रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एमसीजी में 147 रन के अपने पिछले सर्वोच्च स्कोर को पीछे छोड़ा. कोहली इसके साथ कप्तान के रूप में दो दोहरे शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने.

केट गंवाया. दोंनो ने चौथे विकेट के लिए भारत की ओर से रिकॉर्ड साझेदारी की. दोनों ने सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की जनवरी 2004 में एससीजी में 353 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ा.

ऑफ स्पिनर जीतन पटेल (120 रन पर दो विकेट) ने टी के बाद कोहली को पगबाधा आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा. कोहली और रहाणे ने आठ घंटे से नौ मिनट कम की साझेदारी के दौरान 673 गेंद का सामना किया. कोहली 539 मिनट तक क्रीज पर रहे.

कोहली के आउट होने के बाद रहाणे भी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट (113 रन पर दो विकेट) की ऑफ साइड से बाहर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में विकेटकीपर बीजे वाटलिंग को कैच दे बैठे और 12 रन से दोहरा शतक चूक गए. रहाणे ने अपने 29वें टेस्ट में आठवां शतक पूरा किया.

इससे पहले कोहली ने मैट हेनरी की गेंद को लांग लेग पर एक रन के लिए खेलकर 347 गेंद में अपना दूसरा दोहरा शतक पूरा किया.

कोहली और रहाणे ने दूसरे सत्र की शुरूआत से ही न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को निशाना बनाया. दोनों को न्यूजीलैंड के तेजी गेंदबाजी और स्पिन मिश्रित आक्रमण के सामने कोई परेशानी नहीं हुई. इस जोड़ी ने सबसे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की ओर से चौथे विकेट की सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की 281 रन की सर्वश्रेष्ठ साझेदारी को पीछे छोड़ा जो अहमदाबाद में 1999 में बनी थी.

कोहली हालांकि जब दोहरे शतक से छह रन दूर थे तब हेनरी ने उनके खिलाफ पगबाधा की जोरदार अपील की लेकिन अंपायर से इसे ठुकरा दिया. न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की ओर से यह 300 से अधिक रन की सिर्फ दूसरी साझेदारी है. चौथे विकेट के लिए यह भारत की दूसरी तिहरी शतकीय साझेदारी है.

कल दूसरे सत्र में 100 रन के स्कोर पर चेतेश्वर पुजारा का विकेट गिरने के बाद क्रीज पर उतरी कोहली और रहाणे की जोड़ी ने न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को बुरी तरह हताश करते हुए तीन सत्र में एक भी विकेट नहीं गिरने दिया.

न्यूजीलैंड का कोई भी गेंदबाज कोहली और रहाणे की जोड़ी पर ऐसी पिच पर कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाया है जिस पर कल की तुलना में आज बल्लेबाजी करना आसान लग रहा है.

रहाणे ने दिन की शुरूआत 79 रन से की और हैनरी ने सिर्फ 10 ओवर पुरानी नई गेंद से उन्हें कई शॉर्ट गेंद फेंकी. रहाणे हालांकि ट्रेंट बोल्ट की गेंद पर एक रन के साथ 29वें मैच में 210 गेंद में अपना आठवां शतक पूरा करने में सफल रहे. वह कोहली के बाद सीरीज में शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं.

रहाणे ने इस बीच बोल्ट पर चौका भी जड़ा लेकिन अगली शॉर्ट गेंद से नजर हटा ली जो उनके हेलमेट पर लगी.

कोहली 103 रन से आगे खेलने उतरे और उन्होंने कट और स्ट्रेट ड्राइव से हेनरी पर लगातार दो चौके जड़े.

भारत ने पहले घंटे में 14 ओवर में 46 रन जोड़े. रहाणे ने स्पिनर जीतन पटेल पर अपना दूसरा छक्का जड़ा जबकि बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर की गेंद को भी दर्शकों के बीच पहुंचाया.

 

 

Source: ABP

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इन पांच कारणों से कीवी टीम से ऐतिहासिक 500वां टेस्ट जीतेगा भारत

virat650_092216100550भारतीय टीम कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में अपना 500वां टेस्ट खेल रही है. इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के साथ ही घरेलू सीजन की शुरुआत हो गई है जहां भारत को 13 टेस्ट खेलने हैं. ग्रीन पार्क पर भारत पिछले 33 सालों से नहीं हारा है. साथ ही न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू पिचों पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड भी बेहद शानदार रहा है. लिहाजा मजबूत बल्लेबाजी और टर्न लेती पिचों पर फिरकी के फन के उस्तादों से सजी टीम इंडिया इस ऐतिहासिक टेस्ट को जरूर जीतेगी बशर्ते मौसम साथ दे, ऐसा हम मानते हैं. चलिए आपको बताते हैं वो पांच कारण क्यों हमारा ऐसा मानना है कि टीम इंडिया सीरीज की शुरुआत ऐतिहासिक टेस्ट में जीत के साथ करेगी?

टर्न लेती पिच पर फिरकी की फांस
टीम इंडिया के तरकश में बेहतरीन स्पिनर्स हैं. न्यूजीलैंड के सामने सबसे बड़ी समस्या टर्न लेती भारतीय पिचों पर अश्विन, जडेजा और मिश्रा सरीखे फिरकी के उस्तादों के सामने न केवल अपने विकेट बचाए रखने की जद्दोजहद होगी बल्कि यहां उन्हें टीम इंडिया के सामने एक बड़ा टोटल भी खड़ा करना होगा. इतना ही नहीं जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए उतरेगी तब उन्हें इसके धुरंधर बल्लेबाजों को जल्द से जल्द आउट भी करना होगा जिससे वो मैच ड्रॉ कराने स्थिति तक भी पहुंचाने में कामयाब हो सकें. लेकिन यहां कीवी टीम कमजोर नजर आती है. भले ही उनके पास लेग स्पिनर ईश सोढ़ी, ऑर्थोडॉक्स ऑफ स्पिनर मार्क क्रेग और बाएं हाथ के स्पिनर मिशेल सेंटनर की स्पिन तिकड़ी है लेकिन इन तीनों के पास कुल 98 टेस्ट विकेटों का अनुभव है.

सेंटनर और क्रेग पहली बार भारत के खिलाफ खेल रहे हैं तो सोढ़ी को टीम इंडिया के खिलाफ केवल एक मैच का अनुभव है. उसमें वो 21 ओवर्स में कोई विकेट नहीं ले सके थे. हालांकि सोढ़ी के पास 13 टेस्ट में 35 विकेट और सेंटनर के पास सात टेस्ट में 15 विकेट लेने का अनुभव जरूर हैं. इन तीनों में जिस एक गेंदबाज पर सभी की नजर टिकी होगी वो हैं क्रेग. 14 टेस्ट मैचों में 48 विकेट लेने वाले क्रेग भी पहली बार ही भारत के खिलाफ खेल रहे हैं लेकिन यहां एक बात याद रखने की है कि ऑफ स्पिन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाज जरूर थोड़े कमजोर पड़ जाते हैं लिहाजा क्रेग के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों को होशियार रहना होगा.

बल्ले के उस्तादों से भरमार टीम इंडिया
भारतीय टीम में जहां विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा जैसे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं. साथ ही अश्विन जैसा ऑलराउंडर भी मौजूद है. जो टेस्ट मैचों में 34.26 रनों की औसत से खेलता है. अब तक चार शतकीय और छह अर्धशतकीय पारी खेल चुका है.

एक साल से टेस्ट नहीं हारी टीम इंडिया
जहां भारत अपना 500वां टेस्ट खेल रहा है वहीं कीवी टीम का यह 413वां टेस्ट है. पिछले एक साल से भारतीय टीम ने एक भी टेस्ट मैच नहीं गंवाया है. इस दौरान खेले गए 10 टेस्ट मैचों में से भारत ने 7 जीते हैं. टीम इसी जुलाई-अगस्त में वेस्टइंडीज से जीत कर अपना 500वां मैच खेलने पहुंची है. तो वहीं न्यूजीलैंड की टीम नवंबर 2015 से खेले गए 11 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका से पांच मैच हारी जबकि जिम्बाब्वे और श्रीलंका के खिलाफ चार मैच में जीत दर्ज की है. पिछले ही टेस्ट में अफ्रीका के खिलाफ कीवी टीम दोनों पारियों में महज 399 रन ही बना सकी. यानी यहीं भी भारत का पलड़ा ही भारी दिखता है.

न्यूजीलैंड पर टेस्ट में हावी रहा भारत
भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट रिकॉर्ड पर एक नजर डालने पर यह साफ हो जाता है कि क्रिकेट के इस फॉर्मेट में हमेशा ही टीम इंडिया का पलड़ा भारी रहा है. दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 54 टेस्ट मैच खेले गए हैं. इनमें से भारत को 18 में जबकि न्यूजीलैंड को केवल 10 में जीत मिली है. इन दोनों टीमों के बीच खेले गए पिछले पांच टेस्ट मैचों में से भारत को तीन में जीत मिली है जबकि न्यूजीलैंड केवल एक जीत सका.

भारत में 28 सालों से नहीं जीती कीवी टीम
न्यूजीलैंड का भारत में रिकॉर्ड भी कुछ खास प्रभावित नहीं करता. यहां खेले गए कुल 31 टेस्ट मैचों में से भारत को 13 टेस्ट मैचों में जीत मिली. जबकि भारतीय पिचों पर न्यूजीलैंड को केवल दो जीत मिली है. पहली 1969 में विदर्भ में तो दूसरी 1988 में वानखेड़े में. यानी पिछले 28 सालों से न्यूजीलैंड को भारत में एक टेस्ट जीत की तलाश है.

घरेलू पिचों पर शेर है टीम इंडिया
अपने घरेलू पिच पर पिछले 40 सालों में 62 टेस्ट जीत चुकी है टीम इंडिया. वहीं इस दौरान उसे केवल 19 टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. 2008 से तो यह रिकॉर्ड और भी मजेदार है क्योंकि इस दौरान केवल तीन टेस्ट मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है जबकि 18 में जीत मिली. 2012-13 में इंग्लैंड से मिली हार के सिवा पिछले छह सालों में टीम इंडिया ने अपने आठ होम सीरीज में से सात जीते हैं.

 

 

Source: Aaj Tak

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INDvsNZ: साउदी के बाद न्यूज़ीलैंड को एक और बड़ा झटका, निशाम पहले टेस्ट से बाहर

jamesneeshamjimmyneesham2009नई दिल्ली/कानपुर: भारत के खिलाफ कानपुर में 22 सितंबर से शुरू होने वाली 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ से ठीक पहले न्यूज़ीलैंड टीम को टिम साउदी के बाद एक और बड़ा झटका लगा है, न्यूज़ीलैंड के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ टिम साउदी टखने की चोट के कारण टेस्ट सीरीज़ से बाहर होने के बाद अब तेज़ गेंदबाज़ ऑल-राउंडर जिमी निशान भी पसली में चोट के कारण पहले टेस्ट से बाहर हो गए हैं.

हालांकि न्यूज़ीलैंड की टीम इस बात से संतुष्ट है कि उनके स्टार ऑल-राउंडर जिमी निशाम को लगी पसली में चोट बहुत ज्यादा गंभीर नहीं है और वो दूसरे टेस्ट में टीम में वापसी कर सकते हैं.

जिमी निशाम न्यूज़ीलैंड टीम के प्रमुख ऑल-राउंडर हैं जिनको लेकर कप्तान केन विलियम्सन ने भी रणनीति तैयार कर रखी थी. निशाम का काम बल्लेबाज़ी को मजबूती देने के साथ भारतीय बल्लेबाज़ों पर अपनी तेज़ रफ्तार गेंदबाज़ी से लगाम लगाना भी था. लेकिन अब पहले टेस्ट से उनके बाहर होने से कप्तान समेत पूरी टीम की चिंता बढ़ गई है.

खुद निशाम भी अपनी इस चोट से परेशान हैं क्योंकि उन्हें लंबे अर्से बाद टीम के लिए खेलना का मौका मिला था. निशाम ने आखिरी बार साल 2015 के नवंबर महीने में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में आखिरी टेस्ट खेला था.

न्यूज़ीलैंड टीम के कोच माइक हेसन ने कहा, जिमी को नेट्स के दौरान ये चोट लगी जिसकी वजह से वो पिछले कुछ दिनों से तकलीफ में है, वो थोड़े दिनों में ठीक हो जाएंगे क्योंकि ये बहुत बड़ी चोट नहीं है.’

इस चोट ने न्यूज़ीलैंड टीम के कप्तान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं क्योंकि उनके पास अब कानपुर टेस्ट में चुनने के लिए केवल 14 खिलाड़ी ही बचे हैं.

जिमी निशाम ने न्यूज़ीलैंड के लिए 9 टेस्ट मुकाबलों में 38 के औसत से 612 रन और 12 विकेट चटकाए हैं

 

 

Source: ABP

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