Tahir hussain delhi riots

दिल्ली हिंसा- ताहिर हुसैन की आत्मसमर्पण याचिका खारिज, पुलिस ने किया गिरफ्तार

आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद और दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी कांस्टेबल की हत्या और दंगा भड़काने के आरोपी ताहिर हुसैन ने गुरुवार को राउज एवेन्यू अदालत में आत्मसमर्पण की याचिका दायर की जिसे अदालत ने खारिज दिया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

  • ताहिर ने याचिका डाली
  • ताहिर ने रेस्कु को नाकारा

ताहिर के वकील मुकेश कालिया ने बताया कि उन्होंने अतिरिक्त चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट विशाल पाहूजा की अदालत में पार्षद की आत्मसमर्पण की याचिका डाली थी जिसे अदालत ने खारिज कर दिया है। अब पुलिस ताहिर हुसैन की चिकित्सा औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद कस्टडी के लिए उसे कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश करेगी।

पुलिस आयुक्त ने भी ताहिर हुसैन के रेस्क्यू को नकारा
उत्तर-पूर्वी जिले में हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन को रेस्क्यू करने के एक अधिकारी के दावे को पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने भी बुधवार को पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने आप से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की सरगर्मी से तलाश की बात कही।

इस विरोधाभास के खड़े होने के बाद पुलिस आयुक्त को सामने आना पड़ा। दूसरी तरफ, पुलिस के एक अधिकारी ने दावा किया था कि वह पुलिस की मदद से ही घर से बाहर आ पाया था।

मंगलवार को क्राइम ब्रांच के एडिशनल सीपी अजीत सिंगला ने शाहरुख की गिरफ्तारी पर प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें 24 फरवरी की रात करीब 11 बजे जानकारी मिली कि ताहिर हुसैन अपने घर में फंसा है। हमारी टीम घर के बाहर पहुंची तो कुछ पुलिसवाले अंदर गए और ताहिर को बाहर ले आए। इसके बाद पुलिस पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे।

निगम पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में आईबी कर्मी अंकित शर्मा की हत्या के आरोपी निगम पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हो गई हैं। दो एफआईआर खजूरी खास व दो दयालपुर थाने में दर्ज की गई हैं। एक एफआईआर हत्या, दूसरी शस्त्र अधिनियम व दो दंगा भड़काने व सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की धाराओं में दर्ज की गई हैं।

एक एफआईआर एक पुलिसकर्मी की शिकायत पर दर्ज हुई है। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि ताहिर के खिलाफ अजय गोस्वामी नाम के एक शख्स ने दयालपुर थाने में दर्ज कराई है। गोली लगने से अजय गोस्वामी घायल हो गया था।

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ACP Anuj Kumar Injured in Delhi violence

दिल्ली हिंसा में घायल ACP अनुज कुमार ने बयां किया 24 फरवरी का दर्द, बताया-हजारों की भीड़ के सामने थे सिर्फ 200 पुलिसकर्मी

दिल्ली में तीन दिन लगातार हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल रतन लाल शहीद हो गए। हिंसा के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अनुज कुमार भी घायल हुए थे और उन्होंने बताया कि कैसे भीड़ ने उन्हें घेर लिया था। इस भीड़ के पथराव में ही डीसीपी शाहदरा गंभीर रूप से घायल हो गए थे और हेड कांस्टेबल रतन लाल शहीद हो गए थे। 

घायल एसीपी ने 24 फरवरी की घटना को याद करते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों के पथराव के चलते फोर्स बिखर गई थी। इस बीच डीसीपी सर मेरे से पांच छह मीटर दूर चल गए थे और डिवाइडर के पास बेहोशी की हालत में थे और उनके मुंह से खून आ रहा था। उन्होंने कहा कि जब हम प्रदर्शनकारियों के पथराव का सामना कर रहे थे तब रतन लाल भी हमारे साथ थे। मैंने देखा था रतन लाल को चोट लगी है और उसे दूसरा स्टाफ नर्सिंग होम में लेकर गया था। हम वहां से अपनी गाड़ियों से नहीं निकल सकते थे इसलिए हम वहां से निजी वाहन की मदद से निकले। मैक्स अस्पताल दूर था इसलिए हम डीसीपी सर और रतन लाल को लेकर पहले जीटीबी अस्पताल पहुंचे जहां पर रतन लाल को मृत घोषित कर दिया गया। बाद में हम डीसीपी सर को मैक्स अस्पताल लेकर पहुंचे।

दिल्ली के गोकलपुरी में हिंसा में घायल हुए एसीपी को दो दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली है। उन्होंने बताया कि हमें निर्देश दिया गया था कि सिग्नेचर ब्रिज को गाजियाबाद की सीमा के साथ जोड़ने वाली सड़क को ब्लॉक ना होने दिया जाए लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी और इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल थे। वे लगभग 20,000- 25,000 थे, जबकि हम केवल 200 थे। मुझे नहीं पता कि उन्होंने सड़क को ब्लॉक करने की योजना बनाई थी जैसा कि उन्होंने पहले किया था।

उन्होंने बताया कि हमने उनसे शांति से बात की और उन्हें मुख्य सड़क के बजाय सर्विस रोड पर प्रदर्शन करने को कहा। तब तक अफवाहें फैलने लगी थीं कि कुछ महिलाएं और बच्चे पुलिस फायरिंग में अपनी जान गंवा चुके हैं। पुल के पास निर्माण कार्य चल रहा था। प्रदर्शनकारियों ने वहां से पत्थर और ईंटें उठाकर अचानक पथराव शुरू कर दिया और हम घायल हो गए, जिसमें डीसीपी सर भी घायल हो गए और उनके सिर से भी खून बह रहा था।

एसीपी ने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन प्रदर्शनकारियों के बीच की दूरी बड़ी होने के कारण यह कोशिश नाकाम रही। उन्होंने बताया कि हम सड़क के दो विपरीत छोरों पर खड़े थे। हम फायरिंग नहीं करना चाहते थे क्योंकि कई महिलाएं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल थी। उन्होंने बताया कि मेरा मकसद डीसीपी को बचना था क्योंकि पथरा के दौरान वह घायल हो गए थे और उनके शरीर से खून बह रहा था। उन्होंने कहा कि वहीं हम किसी भी प्रदर्शनकारी को चोट नहीं पहुंचाना चाहते थे।

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Olympics in Corona

कोरोनावायरस कंट्रोल नहीं किया गया तो 124 साल के इतिहास में चौथी बार रद्द हो सकता है ओलिंपिक

  • इससे पहले 1916, 1940, 1944 ओलिंपिक वर्ल्ड वॉर के कारण रद्द हुए थे
  • मई के अंत में टोक्यो ओलिंपिक को रद्द करने पर फैसला किया जाएगा

दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजन ओलिंपिक पर कोरोनावायरस का खतरा मंडरा रहा है। टोक्यो में 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने वाले ये गेम्स कोरोनावायरस के कारण रद्द हो सकते हैं। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) के सबसे सीनियर सदस्य डिक पाउंड ने कहा कि अगर कोरोनावायरस को समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो टोक्यो ओलिंपिक को रद्द करना पड़ सकता है। कनाडा के पाउंड स्वीमिंग चैंपियन रह चुके हैं। वे 1978 से आईओसी के सदस्य हैं। पाउंड ने कहा, ‘हमारे पास अभी 3 महीने का समय है, जिसमें हम टोक्यो ओलिंपिक के भविष्य पर फैसला लेंगे।

मई के अंत तक हम गेम्स के आयोजन को लेकर निर्णय कर लेंगे। अगर, कोरोनावायरस के कारण हालात नियंत्रण में नहीं आए तो ओलिंपिक गेम्स रद्द कर दिए जाएंगे। न तो इन्हें टाला जाएगा और न ही मेजबान बदला जाएगा।’ पाउंड ने गेम्स को टालने की संभावना पर कहा, ‘हम ऐसा नहीं कह सकते कि ये गेम्स अक्टूबर में करा लेंगे क्योंकि हो सकता है कि उस समय किसी दूसरी जगह दूसरा बड़ा टूर्नामेंट चल रहा हो। इतने बड़े आयोजन की तैयारी भी सिर्फ 6-8 महीने में नहीं हो सकती।’

गेम्स की तैयारियां योजना के अनुसार जारी

इस बीच, आईओसी के प्रवक्ता ने कहा, ‘गेम्स की तैयारियां योजना अनुसार चल रही हैं। बाकी सब कुछ सिर्फ अटकलें हैं।’ अगर ओलिंपिक रद्द हुआ, तो यह ओलिंपिक के 124 साल के इतिहास में चौथा मौका होगा, जब गेम्स रद्द होंगे। इससे पहले, 1916, 1940, 1944 ओलिंपिक वर्ल्ड वॉर के कारण रद्द हुए थे।

2011 सुनामी के बाद खेलों पर सबसे बड़ा असर
जापान दूसरा देश है, जहां कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जापान ने घरेलू फुटबॉल टूर्नामेंट जे-लीग को अगले महीने तक के लिए टाल दिया है। टोक्यो के पास के शहर चिबा में कोरोनावायरस के तीन केस पाए गए। इसी शहर में ओलिंपिक के ताइक्वांडो, फेंसिंग, कुश्ती और सर्फिंग खेल होने हैं। 2011 में आई सुनामी और भूकंप के बाद जापान में पहली बार इतने बड़े स्तर पर खेलों को रद्द किया गया है।

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Delhi Violence left Students

दिल्ली हिंसाः 24 फरवरी को परीक्षा देने गई थी आठवीं की छात्रा, अब तक है लापता

रविवार से उत्तरपूर्वी दिल्ली में शुरू हुई हिंसा अब खत्म हो चुकी है और दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में हालात सामान्य हो रहे हैं। इस बीच बीच खजूरी खास इलाके में तीन दिन पहले यानी सोमवार(24 फरवरी) को परीक्षा देने के लिए स्कूल गई 13 वर्षीय छात्रा का कोई पता नहीं है। वह आज तक घर नहीं लौटी है।

पुलिस ने इस मामले में बताया कि आठवीं कक्षा की छात्रा सोनिया विहार में अपने माता-पिता के साथ रहती है और वह सोमवार को सुबह अपने घर से करीब 4.5 किलोमीटर दूर स्थित अपने स्कूल परीक्षा देने गई थी लेकिन तब से लौटी नहीं है।

रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले उसके पिता ने पीटीआई से कहा, ‘मुझे शाम पांच बजकर 20 मिनट पर उसे स्कूल से लेने जाना था। लेकिन मैं हमारे इलाके में चल रही हिंसा में फंस गया। तब से मेरी बेटी लापता है।’

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘गुमशुदगी’ की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और लड़की की तलाश चल रही है। मौजपुर के विजय पार्क निवासी एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि दो दिन से शिव विहार के एक घर में फंसे उनके परिवार के सदस्यों से मंगलवार रात से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

70 वर्ष की आयु के आसपास के मोहम्मद सबीर ने कहा, ‘‘मेरा मदीना मस्जिद के पास शिव विहार में भी एक मकान है। मेरे दो बच्चे वहां रहते हैं, दो यहां विजय पार्क में मेरे साथ रहते हैं। इलाके में हिंसा के कारण मेरा उनसे संपर्क नहीं हो सका और गत रात से उनसे कोई संपर्क नहीं है।’’

Delhi violence

उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘उन्होंने कल मुझे घर को भीड़ द्वारा घेरे जाने के बारे में बताया था और वे भाग निकले लेकिन मुझे मालूम नहीं है कि अब वे कहां हैं। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और पुलिस से मेरी अपील है कि कृपया हमारी मदद कीजिए।’’

मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, घोंडा समेत उत्तरपूर्वी दिल्ली के आवासीय इलाकों में सोमवार से हो रही हिंसा में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक घायल हो गए हैं।

दंगाग्रस्त इलाकों में सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बल के कर्मी मौजूद है जिससे बुधवार को कुछ हिस्सों में अजीब से खामोशी छाई रही लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि हिंसा में अभी तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई है और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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छोटे कारोबारियों को RBI का तोहफा, अब नए तरीके से भी मिलेगा लोन

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को बड़ी राहत दी है. दरअसल, अब मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को लोन देने के तरीके में बदलाव किया गया है.

नए बदलाव के तहत कारोबारी 1 अप्रैल से रेपो रेट आधारित लोन भी ले सकेंगे. आरबीआई की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक अब मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को एक अप्रैल 2020 से फ्लोटिंग रेट्स पर दिया जाने वाला कर्ज एक्‍सटर्नल बेंचमार्क यानी बाहरी मानकों से जुड़ा होगा.

 

यहां बता दें कि रेपो रेट, ट्रेजरी बिल पर रिटर्न और एफबीआईएल (फाइनेंशियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लि.) द्वारा प्रकाशित अन्य बाजार ब्याज दर, एक्‍सटर्नल बेंचमार्क के दायरे में आते हैं.

केंद्रीय बैंक के मुताबिक इस पहल का उद्देश्य मौद्रिक नीति का लाभ ग्राहकों को देने की व्यवस्था को और मजबूत करना है. आरबीआई ने कहा कि इस पहल से रेपो रेट में कटौती का लाभ मझोले उद्यमों को भी मिल सकेगा.

अब तक कारोबारियों को ये सुविधा नहीं मिल रही थी. वर्तमान में सिर्फ होम, ऑटो या अन्‍य रिटेल लोन को ही रेपो रेट के आधार पर लिया जा सकता है.

 

दरअसल, आरबीआई हर दो महीने बाद होने वाली मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट की समीक्षा करता है. बीते दो बैठकों में रेपो रेट को नहीं बदला गया है. हालांकि, इससे पहले लगातार 5 बार रेपो रेट में कटौती की गई थी.

ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगली बार यानी अप्रैल की बैठक में आरबीआई रेपो रेट कटौती कर सकता है. इसका सीधा असर लोन के ब्‍याज दर पर पड़ेगा. यहां बता दें कि रेपो रेट वो दर होती है जिस पर बैंकों को आरबीआई फंड देता है और इसी फंड के आधार पर बैंक ग्राहकों को ब्‍याज दर में राहत देते हैं.

 

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Sonia Gandhi meet with president on delhi violence

दिल्ली हिंसा पर राष्ट्रपति से मिले सोनिया-प्रियंका-मनमोहन, गृह मंत्री को हटाने की मांग

  • जस्टिस मुरलीधर के तबादले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
  • हिंसा की चपेट में आने से अब तक 35 लोगों की मौत

दिल्ली हिंसा मामले में कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंच गया. इस प्रतिनिध मंडल में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, रणदीप सुरेजवाला समेत कई नेता शामिल हैं. राष्ट्रपति कोविंद को कांग्रेस की ओर से मेमोरेंडम दिया गया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि गृह मंत्री और पुलिस हिंसा रोकने में नाकाम रही. दिल्ली और केंद्र सरकार ने हिंसा की अनदेखी की. हिंसा की वजह से अब तक 34 लोगों की मौत हुई, 200 से अधिक लोग घायल हैं. करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ. इस मेमोरेंडम में हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ ही पीड़ितों को मदद मुहैया कराने की मांग की गई है.

फिर अमित शाह के इस्तीफे की मांग

इसके साथ सोनिया गांधी ने कहा कि घटना को लेकर कार्रवाई करने की बजाय केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार मूकदर्शक बनी रही. गृह मंत्री अमित शाह ने भी कोई कार्यवाही नहीं की, जिसकी वजह से 34 लोगों की जान चली गई. सोनिया गांधी ने एक बार फिर अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और कहा कि वह स्थिति को संभालने में नाकाम साबित हुए हैं

जस्टिस के तबादले पर सवाल

इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस एस. मुरलीधर के अचानक तबादले पर सवाल उठाया. प्रियंका गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आधी रात में जस्टिस मुरलीधर के तबादले से हैरानी हुई. सरकार न्याय का मुंह बंद करना चाहती है.

प्रियंका गांधी वाड्रा के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया और कहा, ‘बहादुर जज लोया को नमन, जिनका ट्रांसफर नहीं किया गया था.’

 

इस हिंसा की चपेट में आने से अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को ही अब तक 7 लोगों के मौत की खबर है. इसमें गगनविहार के जोहरीपुर एक्सटेशन डबल पुलिया के नाले से मिली दो लाशें शामिल हैं. फिलहाल, लाशों की पहचान की जा रही है. इसके अलावा जीटीबी हॉस्पिटल समेत कई अस्पतालों में 200 से अधिक घायलों का इलाज चल रहा है.

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petrol deasal rate

पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार तीसरे दिन नहीं हुआ बदलाव, जानिए कितने रुपए है कीमत

पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Rates) की कीमतों में लगातार तीसरे दिन कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. रविवार को हुई बढ़ोतरी के बाद पिछले तीन दिन से तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. बुधवार (26 फरवरी 2020) को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 72.01 रुपये है. वहीं एक लीटर डीजल का भाव 64.70 रुपये है. मुम्बई में लीटर पेट्रोल का दाम 77.67 रुपये है जबकि एक लीटर डीजल 67.80 रुपये प्रति लीटर पर है. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 74.65 रुपये हो गया है. वहीं, एक लीटर डीजल के लिए 67.02 रुपये प्रति लीटर पर है. चेन्नई में पेट्रोल का भाव 74.80 रुपये जबकि 1 लीटर डीजल 68.32 रुपये प्रति लीटर पर है.

ऐसे चेक करें अपने शहर में पेट्रोल-डीज़ल के भावअपने शहर के पेट्रोल-डीज़ल के दामअगर आप सुबह 6 बजे के बाद पेट्रोल-डीज़ल का रेट चेक करना चाहते हैं तो 92249 92249 नंबर पर SMS भेजकर भी पेट्रोल-डीजल के भाव के बारे में पता कर सकते हैं. इसके लिए आपको RSP<स्पेस> पेट्रोल पंप डीलर का कोड लिखकर 92249 92249 पर भेजना पड़ेगा. अगर आप दिल्ली में हैं और मैसेज के जरिये पेट्रोल-डीजल का भाव जानना चाहते हैं तो आपको RSP 102072 लिखकर 92249 92249 पर भेजना होगा.

1 अप्रैल से भारत में बिकेगा सबसे साफ पेट्रोल और डीज़ल
1 अप्रैल 2020 से भारत में भी दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल और डीज़ल बिकने लगेगा. सरकारी तेल कंपनियां देश भर में यूरो-6 ग्रेड डीज़ल और पेट्रोल की आपूर्ति करेंगी. भारत ने सिर्फ तीन साल में ही सबसे साफ पेट्रोल के इस्तेमाल को लेकर बड़ा मुकाम हासिल किया है.

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Death toll rises to 20 in delhi violence

दिल्ली हिंसा: नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या में इजाफा, मौत का आंकड़ा पहुंचा 20

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या में और इजाफा हुआ है। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 13 से बढ़कर 20 हो गई हैं। गुरु तेग बहादुर अस्पताल ने चार और लोगों के मरने की पुष्टि की है। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन करने वाले और विरोध करने वालों के बीच रविवार को भड़की हिंसा मंगलवार को भी जारी रही। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर आदि इलाकों में जारी हिंसा में करीब 250 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, इनमें 56 पुलिस के जवान भी शामिल हैं।

दरअसल, दिल्ली में रविवार, सोमवार और मंगलवार तीनों दिन हिंसा की खबरें आती रहीं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरी, बाबरपुर इलाकों में न सिर्फ आगजनी और हिंसा हुई, बल्कि लूटपाट भी की गई। हिंसा की खबरों को देखते हुए उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा, अमित शाह ने फिर से बैठक बुलााई है।

इन इलाकों में जारी है तनाव:
उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, ब्रह्मपुरी, बाबरपुर, कर्दमपुरी, सुदामापुरी, घोंडा चौक, करावल नगर, मुस्तफाबाद, चांदबाग, नूरे इलाही, भजनपुरा और गोकलपुरी इलाके हिंसाग्रस्त हैं और बीते तीन दिनों से यहां तनाव जारी है। मंगलवार सुबह भी दोनों पक्ष के लोग सड़क पर आए और जमकर बवाल काटाय़ कर्दमपुरी और सुदामापुरी इलाके में दिनभर रुक-रुककर पथराव और फायरिंग होती रही।

 

सीमाएं सील की गई: दिल्ली में हुई घटना के बाद गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से सटे बॉर्डर को सील कर दिया गया है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के मुताबिक, जिले में धारा 144 लागू है। उधर, नोएडा में कानून-व्यवस्था के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है। सीमाओं पर भारी सुरक्षाबल तैनात है।

स्कूल बंद और परीक्षाएं स्थगित:
उत्तर पूर्वी जिले के स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। बुधवार को इन इलाकों के सभी स्कूल बंद रहेंगे। दिल्ली सरकार ने आंतरिक परीक्षाएं स्थगित करने की घोषणा की है। इसके अलावा, सरकार ने सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं भी स्थगित कर दी है।

मेट्रो स्टेशन बंद रहे, मगर आज सेवा शुरू
भले ही आज सभी मेट्रो स्टेशन को सामान्य कर दिया गया है। मगर हिंसा के चलते पिंक लाइन मेट्रो लाइन के पांच स्टेशन बंद रहे। इनमें शिव विहार, जौहरी एंक्लेव, गोकुलपुरी, मौजपुर और जाफराबाद मेट्रो स्टेशन शामिल रहे। पिंक लाइन पर मेट्रो को केवल मजलिस पार्क से वेलकम तक चलाया गया।  हालांकि, आज मेट्रो सेवा सामान्य है।

दुकानों पर कतार लगी:
उधर हिंसा प्रभावित इलाकों में लोगों ने राशन सामग्री जुटानी शुरू कर दी। शाम को राशन की दुकानों पर कतार लगनी शुरू हो गई। कई जगहों पर लोगों ने बढ़ी हुई कीमतों पर भी सामान खरीदा।

अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर भीड़ तितर-बितर:
दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर दिल्ली हिंसा के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और जल्द से जल्द शांति बहाली की मांग कर रहे लोगों को वहां से हटा दिया है। घेराव कर रहे छात्रों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।

अजीत डोभाल ने स्थिति का जायजा लिया:
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आज देर रात हालात का जायजा लेने के लिए सीलमपुर पहुंचे। डोभाल ने पुलिस के आला अधिकारियों से बातचीत की। सीलमपुर स्थित डिप्टी कमिश्नर ऑफ नॉर्थ-ईस्ट पुलिस के ऑफिस में करीब एक घंटे तक पुलिस कमिश्नर समेत पुलिस के अन्य आला अफसरों के साथ बैठक करने के बाद अजीत डोभाल सीलमपुर से निकल गए।

कैसे शुरू हुई हिंसा:
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए। मौजपुर में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक सभा बुलाई थी जिसमें मांग की गई थी कि पुलिस तीन दिन के भीतर सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को हटाए। इसके तुरंत बाद दो समूहों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

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Abhinandan Delhi police

‘अभिनंदन’ मूंछों के फैन थे रतन लाल, अधूरा रह गया बच्चों से किया यह वादा

  • CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा, हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत
  • रतन लाल की मौत के बाद परिवार में कोहराम, मां को अबतक नहीं दी गई बेटे की मौत की जानकारी
  • हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के बड़े फैन थे, वैसे ही रखते थे मूंछें
  • राजस्थान के सीकर में एक सामान्य परिवार में जन्मे रतन लाल अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे

नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध एक भयावह शक्ल में तब्दील हो चुका है। दिल्ली में फिर से गाड़ियां फूंकी गईं, पत्थरबाजी की गई, लाठीचार्ज हुआ और हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की जान चली गई। मौत के बाद रतन लाल की जिंदगी के तमाम किस्से, बच्चों से वादे, उनका घर-परिवार सब एक लंबी खामोशी में डूब गया है। वैसे पता है आपको जांबाज रतन विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के ‘जबरा’ फैन थे।
पिछले वर्ष 27 फरवरी को हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल अपने साथियों और वरिष्ठ लोगों के साथ अपनी मूंछों को लेकर बातचीत कर रहे थे। जिक्र इस बात का था कि रतन लाल की मूछें विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की तरह हैं। वही अभिनंदन, जिन्होंने पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया था। ठीक एक साल बाद 42 वर्षीय पुलिसकर्मी रतन लाल की नॉर्थईस्ट दिल्ली में दंगाइयों को अदम्य साहस से रोकने का प्रयास करते हुए जान चली गई। रतन लाल ने वर्ष 1998 में बतौर कॉन्स्टेबल दिल्ली पुलिस को जॉइन किया था।

 

‘ रतन लाल थे जांबाज ‘
लाल वर्तमान में गोकुलपुरी में तैनात थे। इस घटना में एसीपी भी जख्मी हो गए हैं। रतन लाल को उनके साहस के लिए जाना जाता था। वह गोकुलपुरी पुलिस की ओर से की गईं कई छापेमारी का हिस्सा भी रहे। लाल कुछ वर्षों से अडिशनल डीसीपी ब्रजेंद्र यादव को रिपोर्ट कर रहे थे। ब्रजेंद्र कहते हैं, ‘रतन एक ऐसा पुलिसकर्मी थे, जो सकारात्मकता के साथ-साथ ऊर्जा से भरे हुए रहते थे।’

अबतक मां को नहीं दी गई ख़बर
राजस्थान के सीकर में एक सामान्य परिवार में जन्मे रतन लाल अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों (दो बेटियां- उम्र 11 और 12 साल, एक आठ वर्षीय बेटा) के साथ नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी में रहते थे। उन्होंने अपने बच्चों से वादा किया था कि इस बार वे सभी अपने गांव टीहावाली में होली मनाएंगे। महज दस दिन पहले बच्चों ने अपना पिता खो दिया। बेटे की मौत की ख़बर अबतक मां को नहीं दी गई है।

‘…और बंद कर दी गई टीवी’
परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘मेरे रिश्तेदार ने हमें मौत की सूचना दी। हमने तुरंत टीवी बंद कर दी ताकि मां कुछ भी न देख सकें। वह जानती हैं कि हम उनसे कुछ छिपा रहे हैं क्योंकि आमतौर पर जितने लोग हमसे मिलने आते हैं, उससे ज्यादा लोग इस दौरान मुलाकात के लिए आ रहे हैं।वह नहीं जानतीं कि सोशल मीडिया का कैसे इस्तेमाल किया जाता है तो उन्हें ऑनलाइन भी अबतक मौत की सूचना नहीं मिल सकी है।’

‘एक माह पहले आए थे गांव’
रतन के छोटे भाई दिनेश कहते हैं, ‘वह एक देशभक्त थे। वह हमेशा इस वर्दी के लिए खुद को कुर्बान करना चाहते थे। उनमें अपार धैर्य था। हमने उन्हें कभी चीखते या लोगों पर चिल्लाते हुए नहीं सुना था। एक महीने पहले जब एक रिश्तेदार की मौत हो गई थी तभी वह गांव आए थे।’

 

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Gold Price Today:सोने की कीमत में आज आई बड़ी गिरावट, जानें अब कितना है दाम

  • मंगलवार को गोल्ड की कीमत में आई बड़ी गिरावट
  • एमसीएक्स वायदा पर गोल्ड का दाम 2.5 फीसदी टूटा
  • 43 हजार से नीचे गई 10 ग्राम सोने की कीमत
  • सोमवार को सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था

लगातार 5 दिन नई ऊंचाई हासिल करने के बाद मंगलवार को सोने पर दबाव देखने को मिल रहा है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड का दाम 2.5 फीसदी टूट गया और यह 43 हजार से नीचे फिसल गया. हालांकि, कोरोना वायरस को लेकर चिंता बरकरार है जिससे कीमतों को निचले स्तर पर सपोर्ट दिख रहा है.

क्यों टूटा सोना

वैश्विक हाजिर बाजार में सोने में नरमी के बाद भारतीय बाजार में भी सोने पर दबाव बना. इसके पहले सोमवार को सोना सात साल के सबसे ऊंचे स्तर तक पहुंच गया था. एमसीएक्स पर सोने का अप्रैल फ्यूचर कारोबार 1025 रुपये टूटकर 42,555 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.

सोमवार को हुई थी अच्छी बढ़त

चीन के बाहर कोरोना वायरस फैलने से ग्लोबल इकोनॉमी में स्लोडाउन की आशंका बढ़ गई है. इसकी वजह से निवेशक सोने में निवेश करना सुरक्ष‍ित दांव समझ रहे हैं. सोमवार को दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 44,600 रुपये पर पहुंच गया था. अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोना 1 फीसदी टूटते हुए 1,642.89 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया.  पिछले छह कारोबारी सत्र में अप्रैल फ्यूचर में सोना 2300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चढ़ गया था.

चांदी भी टूटा
चांदी की कीमतों में भी मंगलवार को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. एमसीएक्स एक्सचेंज पर मंगलवार सुबह पांच मार्च 2020 का चांदी का वायदा भाव 1.87 या 925 रुपये की गिरावट के साथ 48,480 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रहा था. 

भारत है सबसे बड़ा आयातक

गौरतलब है कि भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है. भारत में मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश का सालाना स्वर्ण आयात 800-900 टन है. वहीं मूल्य के आधार पर देश का गोल्‍ड आयात करीब 33 अरब डॉलर का है. ये आंकड़ा साल 2018-19 का है.

इससे एक साल पहले 2017 में देश का गोल्‍ड आयात 3 फीसदी अधिक यानी करीब 34 अरब डॉलर रहा था.  वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2019 में वित्त वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट पेश करते हुए सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने की घोषणा की थी, जिसके बाद देश में सोने का आयात महंगा हो गया. यही वजह है कि सोने के आयात में गिरावट आई.

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