Painter Receives New Lease on Artistic Life with Bilateral Hand Transplant, Thanks to Brain-Dead Donor and Ganga Ram Doctors

A 45-year-old painter from Delhi, who lost both hands in a train accident, is set to be discharged from Ganga Ram Hospital tomorrow after undergoing a groundbreaking bilateral hand transplant surgery lasting over 12 hours.

NEW DELHI: A painter who lost both hands in a devastating accident is now on the verge of reclaiming his passion for painting, all thanks to a miraculous surgery conducted by doctors at Ganga Ram Hospital. The 45-year-old, who underwent Delhi’s first successful bilateral hand transplant, will bid farewell to Sir Ganga Ram Hospital tomorrow. His life changed dramatically when he suffered the loss of both hands in a tragic train accident back in 2020.

A compassionate gesture from a woman who was declared brain dead paved the way for a new chapter in the painter’s life. Her generous pledge of organ donation granted hope to a man hailing from a financially struggling background, who had lost all prospects of leading a fulfilling life.

The intricate surgery spanned over 12 hours and involved meticulously connecting every blood vessel, muscle, tendon, and nerve between the donor’s hands and the recipient’s arms.

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Roof Collapse at Ambience Mall, Vasant Kunj, Delhi; No Casualties Reported, Video Emerges

A section of the roof at Ambience Mall in Vasant Kunj, Delhi, collapsed during routine maintenance work, stirring concern but thankfully causing no injuries.

A video circulating online captures the unsettling moment as debris cascades onto escalators and railings within Delhi’s Ambience Mall. (Image Source: X/@ShantanuGuhaRay)


In a concerning turn of events, a substantial portion of the concrete roof collapsed in the central hall of Ambience Mall, situated in southwest Delhi’s Vasant Kunj, in the early hours of Monday. According to reports from news agency PTI, the incident occurred past midnight, yet no injuries were reported.

Authorities stated that the roof gave way partially around 12:45 am, scattering debris throughout the central section of the mall. While fortunate that no casualties occurred, an investigation into the cause of the collapse has been initiated, as confirmed by the police.

A circulating video offers a glimpse of the unsettling scene, capturing the falling debris as it descends onto escalators and railings within the mall.

The incident adds to a string of structural concerns in malls across the National Capital Region (NCR). With the Ambience Mall’s temporary closure for maintenance and safety checks, authorities aim to mitigate any potential risks before resuming operations.

Authorities have closed the mall temporarily as a precautionary measure, ensuring the completion of necessary maintenance work before reopening to the public.

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ACP Anuj Kumar Injured in Delhi violence

दिल्ली हिंसा में घायल ACP अनुज कुमार ने बयां किया 24 फरवरी का दर्द, बताया-हजारों की भीड़ के सामने थे सिर्फ 200 पुलिसकर्मी

दिल्ली में तीन दिन लगातार हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें दिल्ली पुलिस का हेड कांस्टेबल रतन लाल शहीद हो गए। हिंसा के दौरान सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अनुज कुमार भी घायल हुए थे और उन्होंने बताया कि कैसे भीड़ ने उन्हें घेर लिया था। इस भीड़ के पथराव में ही डीसीपी शाहदरा गंभीर रूप से घायल हो गए थे और हेड कांस्टेबल रतन लाल शहीद हो गए थे। 

घायल एसीपी ने 24 फरवरी की घटना को याद करते हुए बताया कि प्रदर्शनकारियों के पथराव के चलते फोर्स बिखर गई थी। इस बीच डीसीपी सर मेरे से पांच छह मीटर दूर चल गए थे और डिवाइडर के पास बेहोशी की हालत में थे और उनके मुंह से खून आ रहा था। उन्होंने कहा कि जब हम प्रदर्शनकारियों के पथराव का सामना कर रहे थे तब रतन लाल भी हमारे साथ थे। मैंने देखा था रतन लाल को चोट लगी है और उसे दूसरा स्टाफ नर्सिंग होम में लेकर गया था। हम वहां से अपनी गाड़ियों से नहीं निकल सकते थे इसलिए हम वहां से निजी वाहन की मदद से निकले। मैक्स अस्पताल दूर था इसलिए हम डीसीपी सर और रतन लाल को लेकर पहले जीटीबी अस्पताल पहुंचे जहां पर रतन लाल को मृत घोषित कर दिया गया। बाद में हम डीसीपी सर को मैक्स अस्पताल लेकर पहुंचे।

दिल्ली के गोकलपुरी में हिंसा में घायल हुए एसीपी को दो दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली है। उन्होंने बताया कि हमें निर्देश दिया गया था कि सिग्नेचर ब्रिज को गाजियाबाद की सीमा के साथ जोड़ने वाली सड़क को ब्लॉक ना होने दिया जाए लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बढ़ने लगी और इसमें महिला और पुरुष दोनों शामिल थे। वे लगभग 20,000- 25,000 थे, जबकि हम केवल 200 थे। मुझे नहीं पता कि उन्होंने सड़क को ब्लॉक करने की योजना बनाई थी जैसा कि उन्होंने पहले किया था।

उन्होंने बताया कि हमने उनसे शांति से बात की और उन्हें मुख्य सड़क के बजाय सर्विस रोड पर प्रदर्शन करने को कहा। तब तक अफवाहें फैलने लगी थीं कि कुछ महिलाएं और बच्चे पुलिस फायरिंग में अपनी जान गंवा चुके हैं। पुल के पास निर्माण कार्य चल रहा था। प्रदर्शनकारियों ने वहां से पत्थर और ईंटें उठाकर अचानक पथराव शुरू कर दिया और हम घायल हो गए, जिसमें डीसीपी सर भी घायल हो गए और उनके सिर से भी खून बह रहा था।

एसीपी ने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन प्रदर्शनकारियों के बीच की दूरी बड़ी होने के कारण यह कोशिश नाकाम रही। उन्होंने बताया कि हम सड़क के दो विपरीत छोरों पर खड़े थे। हम फायरिंग नहीं करना चाहते थे क्योंकि कई महिलाएं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल थी। उन्होंने बताया कि मेरा मकसद डीसीपी को बचना था क्योंकि पथरा के दौरान वह घायल हो गए थे और उनके शरीर से खून बह रहा था। उन्होंने कहा कि वहीं हम किसी भी प्रदर्शनकारी को चोट नहीं पहुंचाना चाहते थे।

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Delhi Violence left Students

दिल्ली हिंसाः 24 फरवरी को परीक्षा देने गई थी आठवीं की छात्रा, अब तक है लापता

रविवार से उत्तरपूर्वी दिल्ली में शुरू हुई हिंसा अब खत्म हो चुकी है और दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में हालात सामान्य हो रहे हैं। इस बीच बीच खजूरी खास इलाके में तीन दिन पहले यानी सोमवार(24 फरवरी) को परीक्षा देने के लिए स्कूल गई 13 वर्षीय छात्रा का कोई पता नहीं है। वह आज तक घर नहीं लौटी है।

पुलिस ने इस मामले में बताया कि आठवीं कक्षा की छात्रा सोनिया विहार में अपने माता-पिता के साथ रहती है और वह सोमवार को सुबह अपने घर से करीब 4.5 किलोमीटर दूर स्थित अपने स्कूल परीक्षा देने गई थी लेकिन तब से लौटी नहीं है।

रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले उसके पिता ने पीटीआई से कहा, ‘मुझे शाम पांच बजकर 20 मिनट पर उसे स्कूल से लेने जाना था। लेकिन मैं हमारे इलाके में चल रही हिंसा में फंस गया। तब से मेरी बेटी लापता है।’

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘गुमशुदगी’ की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और लड़की की तलाश चल रही है। मौजपुर के विजय पार्क निवासी एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि दो दिन से शिव विहार के एक घर में फंसे उनके परिवार के सदस्यों से मंगलवार रात से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।

70 वर्ष की आयु के आसपास के मोहम्मद सबीर ने कहा, ‘‘मेरा मदीना मस्जिद के पास शिव विहार में भी एक मकान है। मेरे दो बच्चे वहां रहते हैं, दो यहां विजय पार्क में मेरे साथ रहते हैं। इलाके में हिंसा के कारण मेरा उनसे संपर्क नहीं हो सका और गत रात से उनसे कोई संपर्क नहीं है।’’

Delhi violence

उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘उन्होंने कल मुझे घर को भीड़ द्वारा घेरे जाने के बारे में बताया था और वे भाग निकले लेकिन मुझे मालूम नहीं है कि अब वे कहां हैं। इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और पुलिस से मेरी अपील है कि कृपया हमारी मदद कीजिए।’’

मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, घोंडा समेत उत्तरपूर्वी दिल्ली के आवासीय इलाकों में सोमवार से हो रही हिंसा में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक घायल हो गए हैं।

दंगाग्रस्त इलाकों में सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बल के कर्मी मौजूद है जिससे बुधवार को कुछ हिस्सों में अजीब से खामोशी छाई रही लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि हिंसा में अभी तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई है और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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Abhinandan Delhi police

‘अभिनंदन’ मूंछों के फैन थे रतन लाल, अधूरा रह गया बच्चों से किया यह वादा

  • CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा, हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत
  • रतन लाल की मौत के बाद परिवार में कोहराम, मां को अबतक नहीं दी गई बेटे की मौत की जानकारी
  • हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के बड़े फैन थे, वैसे ही रखते थे मूंछें
  • राजस्थान के सीकर में एक सामान्य परिवार में जन्मे रतन लाल अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे

नई दिल्ली
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध एक भयावह शक्ल में तब्दील हो चुका है। दिल्ली में फिर से गाड़ियां फूंकी गईं, पत्थरबाजी की गई, लाठीचार्ज हुआ और हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की जान चली गई। मौत के बाद रतन लाल की जिंदगी के तमाम किस्से, बच्चों से वादे, उनका घर-परिवार सब एक लंबी खामोशी में डूब गया है। वैसे पता है आपको जांबाज रतन विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के ‘जबरा’ फैन थे।
पिछले वर्ष 27 फरवरी को हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल अपने साथियों और वरिष्ठ लोगों के साथ अपनी मूंछों को लेकर बातचीत कर रहे थे। जिक्र इस बात का था कि रतन लाल की मूछें विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की तरह हैं। वही अभिनंदन, जिन्होंने पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया था। ठीक एक साल बाद 42 वर्षीय पुलिसकर्मी रतन लाल की नॉर्थईस्ट दिल्ली में दंगाइयों को अदम्य साहस से रोकने का प्रयास करते हुए जान चली गई। रतन लाल ने वर्ष 1998 में बतौर कॉन्स्टेबल दिल्ली पुलिस को जॉइन किया था।

 

‘ रतन लाल थे जांबाज ‘
लाल वर्तमान में गोकुलपुरी में तैनात थे। इस घटना में एसीपी भी जख्मी हो गए हैं। रतन लाल को उनके साहस के लिए जाना जाता था। वह गोकुलपुरी पुलिस की ओर से की गईं कई छापेमारी का हिस्सा भी रहे। लाल कुछ वर्षों से अडिशनल डीसीपी ब्रजेंद्र यादव को रिपोर्ट कर रहे थे। ब्रजेंद्र कहते हैं, ‘रतन एक ऐसा पुलिसकर्मी थे, जो सकारात्मकता के साथ-साथ ऊर्जा से भरे हुए रहते थे।’

अबतक मां को नहीं दी गई ख़बर
राजस्थान के सीकर में एक सामान्य परिवार में जन्मे रतन लाल अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे। वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों (दो बेटियां- उम्र 11 और 12 साल, एक आठ वर्षीय बेटा) के साथ नॉर्थ दिल्ली के बुराड़ी में रहते थे। उन्होंने अपने बच्चों से वादा किया था कि इस बार वे सभी अपने गांव टीहावाली में होली मनाएंगे। महज दस दिन पहले बच्चों ने अपना पिता खो दिया। बेटे की मौत की ख़बर अबतक मां को नहीं दी गई है।

‘…और बंद कर दी गई टीवी’
परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘मेरे रिश्तेदार ने हमें मौत की सूचना दी। हमने तुरंत टीवी बंद कर दी ताकि मां कुछ भी न देख सकें। वह जानती हैं कि हम उनसे कुछ छिपा रहे हैं क्योंकि आमतौर पर जितने लोग हमसे मिलने आते हैं, उससे ज्यादा लोग इस दौरान मुलाकात के लिए आ रहे हैं।वह नहीं जानतीं कि सोशल मीडिया का कैसे इस्तेमाल किया जाता है तो उन्हें ऑनलाइन भी अबतक मौत की सूचना नहीं मिल सकी है।’

‘एक माह पहले आए थे गांव’
रतन के छोटे भाई दिनेश कहते हैं, ‘वह एक देशभक्त थे। वह हमेशा इस वर्दी के लिए खुद को कुर्बान करना चाहते थे। उनमें अपार धैर्य था। हमने उन्हें कभी चीखते या लोगों पर चिल्लाते हुए नहीं सुना था। एक महीने पहले जब एक रिश्तेदार की मौत हो गई थी तभी वह गांव आए थे।’

 

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महाराष्ट्रः शपथ ग्रहण के बाद पहली बार ‘बड़े भाई’ मोदी से मिले उद्धव ठाकरे

महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने शपथ लेने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र से शुक्रवार को दिल्ली स्थित उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की। इस दौरान उद्धव के बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। इस मुलाकात के बाद उद्धव ने मीडिया को संबोधित किया और बताया कि पीएम मोदी से महाराष्ट्र के मुद्दों के अलावा सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर चर्चा हुई। महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि बैठक में पीएम मोदी ने बताया कि देशवासियों को सीएए से डरने की आवश्यकता नहीं है।

सीएए से डरने की नहीं जरूरत, एनआरसी सिर्फ असम में
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिवसेना सेना संजय राउत और आदित्य ठाकरे भी उद्धव के साथ मौजूद थे। उद्धव ने बताया कि पीएम मोदी के साथ बैठक बेहद लाभदायी रही। महाराष्ट्र सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया है कि सीएए से किसी को डरने की जरूरत नहीं है और संसद में केंद्र ने स्पष्ट किया है कि एनआरसी पूरे देश में लागू नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘ एनपीआर, एनआरसी और सीएए पर भी पीएम मोदी से चर्चा हुई। सामना के माध्यम से शिवसेना ने अपनी भूमिका स्पष्ट कर दी थी। सीएए पड़ोसी देशों के पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का कानून नहीं है। एनआरसी को लेकर केंद्र ने भूमिका स्पष्ट की यह पूरे देश में नहीं है और असम में चलेगा।’

एनपीआर से नहीं छिनेगा अधिकार
उद्धव ने एनपीआर को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा, ‘एनपीआर में किसी को घर से नहीं निकाला जाएगा। यह वैसे ही जैसे हर 10 साल पर जनगणना होती है।अगर हमें लगा कि एनपीआर खतरनाक है तो बात होगी। मैंने राज्य की जनता से कहा है कि किसी का भी अधिकार नहीं छीनने दिया जाएगा।’

शाहीनबाग में लोगों को भड़काया जा रहा
उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के शाहीनबाग में 2 महीने से ज्यादा वक्त से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन पर कहा कि वहां लोगों को भड़काया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘वहां लोगों से मिलने की जरूरत है। विरोध क्यों कर रहे हैं पहले यह स्पष्ट होना चाहिए। नेताओं को समझने की जरूरत होती है।’ वहीं, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि आपके मुताबिक शाहीनबाग में लोगों को भड़काया जा रहा है, जबकि आपके सहयोगी कांग्रेस के नेता भी वहां पहुंचे हैं, आपको क्या लगता है कौन भड़का रहा है? इस सवाल पर बचते हुए उद्धव ने कहा, ‘मुझे नहीं पता, मैं दिल्ली में नहीं रहता।’

उल्लेखनीय है कि सीएम पद की शपथ लेने के बाद ठाकरे ने कहा था कि वह ‘बड़े भाई’ नरेंद्र मोदी से मिलने दिल्ली पहुंचेंगे। ठाकरे के ऑफिस ने मुलाकात के बाद तस्वीरें शेयर कर ट्वीट किया, ‘उद्धव बालासाहेब ठाकरे ने दिल्ली में पीएम से आज शिष्टाचार मुलाकात की।’ अक्टूबर 2019 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी के रूप में उभरने के बाद भी सरकार नहीं बना पाई थी। सीएम पद को लेकर पूर्व सहयोगी शिवसेना से सहमति न बन पाने के कारण उसे सत्ता से दूर रहना पड़ा। बाद में शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। इस दौरान बीजेपी और शिवसेना नेताओं के बीच वाकयुद्ध देखने को भी मिला। शिवसेना और बीजेपी के राजनीतिक संबंध चाहे जैसे भी रहे हों, लेकिन पीएम मोदी और उद्धव ठाकरे के आपसी रिश्ते अच्छे बताए जाते हैं।

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उद्धव गृह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी उनके आवास पर मुलाकात करेंगे। इसके अतिरिक्त वह गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के वयोवृद्ध नेता एल के आडवाणी से भी मिलेंगे।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24 फरवरी को भारत आएंगे, दिल्ली-अहमदाबाद में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर रहेंगे। व्हाइट हाउस ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी। ट्रम्प के साथ उनकी पत्नी मेलानिया भी दो दिवसीय दौरे पर साथ आएंगी। ट्रम्प नई दिल्ली और अहमदाबाद में कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर यह उनका पहला भारत दौरा है। उनसे पहले बराक ओबामा बतौर राष्ट्रपति दो बार- 2010 और 2015 में भारत दौरे पर आए थे।

  • अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में ट्रम्प का कार्यक्रम होना है
  • ट्रम्प अपनी पत्नी मेलानिया के साथ भारत पहुंचेंगे

व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी स्टेफनी ग्रीशम ने कहा कि इसी हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रम्प की फोन पर बातचीत हुई थी। इसमें दोनों के बीच सहमति बनी थी कि ट्रम्प की यात्रा से भारत-अमेरिका के बीच कूटनीतिक साझेदारी बढ़ेगी। साथ ही इससे अमेरिकी और भारतीय लोगों के बीच मजबूत संबंध भी उभरकर सामने आएंगे। वहां अभी से 300 पुलिस जवान और अधिकारी स्टेडियम में तैनात हैं। एनएसजी-एसपीजी की टीमें दोनों नेताओं के सुरक्षा कवच का हिस्सा होंगी। मोदी और ट्रम्प पहले अहमदाबाद एयरपोर्ट आएंगे। इसके बाद हेलिकॉप्टर से सीधे मोटेरा स्टेडियम पहुंचेंगे। कार्यक्रम के बाद ट्रम्प हेलिकॉप्टर से सीधे एयरपोर्ट जाएंगे। संभवत: यहीं से अमेरिका के लिए रवाना होंगे।

Donald-Trump-His-Wife and Narendra Modi

‘अमेरिका के लिए भारत अहम’

भारतवंशी अमेरिकी दानकर्ता एमआर रंगस्वामी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प के भारत दौरे का समय काफी अहम है। इससे अमेरिका और भारत के बीच चल रहे द्विपक्षीय व्यापार विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी। यूएस-इंडिया स्ट्रेटिजिक एंड पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी के मुताबिक, दोनों देशों के बीच रिश्तों की अहमियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अमेरिका के पिछले तीनों राष्ट्रपति अपने कार्यकाल में भारत आए थे। इस क्षेत्र में यह संदेश देना जरूरी है कि भारत अमेरिका का अहम साझेदार है और ट्रम्प भी इसे अहमियत देते हैं।

कार्यक्रम की रूपरेखा तय 

  • सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम में दोपहर 3 से शाम 5:30 बजे तक कार्यक्रम चलेगा। मोदी-ट्रम्प के अहमदाबाद दौरे के मद्देनजर स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के आईजी राजीव रंजन भगत ने सुरक्षा का जायजा लिया।
  • भगत की अध्यक्षता में सोमवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उच्चस्तरीय बैठक हुई। अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया ने अफसरों के साथ 4 घंटे बैठक की। आगामी चार दिन में सुरक्षा प्लान तैयार किया जाएगा।
  • ‘केम छो ट्रम्प’ के अलावा ट्रम्प के गांधीजी के साबरमती आश्रम जाने की भी संभावना है। वे सड़क मार्ग से आश्रम जा सकते हैं। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। 2-3 दिन में यूएस सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों के अहमदाबाद पहुंचने के आसार हैं।

 

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Delhi Election Result: दिल्ली में कौन-कहां से जीता? यहां देखें लिस्ट

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections Result 2020)  के नतीजों की तस्वीर करीब-करीब साफ हो चुकी है. अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं. अभी तक 20 सीटों के नतीजे आ गए हैं. इनमें से 17 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) को जीत मिली है, जबकि बीजेपी को 3 सीट पर विजय मिली है. अब तक के रुझानों में AAP 52 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि 6 सीटों पर बीजेपी ने बढ़त बना रखी है. कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है.

देखें किस सीट से किसे मिली जीत:-

1>> ओखला- अमानातुल्ला खान (AAP)

2>> तिलकनगर- जरनैल सिंह (AAP)

4>> त्रिनगर- प्रीति तोमर (AAP)

5>> शालीमार बाग- वंदना कुमारी (AAP)6>>सीलमपुर- अब्दुल रहमान (AAP)

7>> बल्लीमारान- इमरान हुसैन (AAP)

8>> विश्वास नगर- ओपी शर्मा (BJP)

9>> ग्रेटर कैलाश- सौरभ भारद्वाज (AAP)

10>> राजेंद्र नगर -राघव चड्ढा (AAP)

11>> कालकाजी-आतिशी मार्लेना (AAP)

12>>रिठाला- मोहिंदर गोयल (AAP)

13>>सुल्तानपुर माजरा- मुकेश कुमार अहलावत (AAP)

14>>मॉडल टाउन-  अखिलेश पति त्रिपाठी (AAP)

15>> मटिया महल-शाहिब इकबाल (AAP)

16>> लक्ष्मी नगर- अभय वर्मा (BJP)

17>> पटपड़गंज – मनीष सिसोदिया (AAP)

18>> गांधीनगर- अनिल वाजपेयी (BJP)

19>> गोकुलपुर – सुरेंद्र कुमार (AAP)

20>> जनकपुरी-  राजेश ऋषि (AAP)

 

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वोटिंग के आंकड़ों में 24 घंटे उलझी रही दिल्ली, देखिये- AAP के आरोप और EC के जवाब

दिल्ली विधानसभा चुनाव का फाइनल वोटिंग प्रतिशत जारी करने में चुनाव आयोग को पूरे 24 घंटे लग गए. दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के वोटिंग के फाइनल आंकड़ो में देरी और गड़बड़ी करने को लेकर सवाल उठाए तो चुनाव आयोग ने देर शाम 62.59 प्रतिशत मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी किया, जो 2015 के चुनाव से 5 फीसदी कम रहा. चुनाव आयोग ने कहा है कि हर बूथ से वोटिंग की डिटेल जुटाए जाने के बाद फाइनल आंकड़ा जारी किया गया है.

आम आदमी पार्टी द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद चुनाव आयोग ने रविवार को देर शाम बताया कि इस बार दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई है. कुल वोटिंग में 62.55 प्रतिशत महिलाओं और 62.62 प्रतिशत पुरुषों ने वोट डाला. साल 2015 में विधानसभा चुनाव में 67.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस तरह से इस बार पांच फीसदी कम वोटिंग रही.
  • दिल्ली चुनाव के फाइनल आंकड़े 24 घंटे बाद आए
  • आम आदमी पार्टी ने देरी पर उठाए सवाल

दरअसल दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद शनिवार को चुनाव अयोग के ऐप पर पहले 57 फीसदी का अंतिम आंकड़ा दिखाया गया जो बाद में बढ़कर 61 फीसदी तक पहुंच गया. यही वजह रही कि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने मतदान के आंकड़ों में गड़बड़ी का आरोप तक लगाया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सवाल खड़े हुए करते हुए कहा था कि चुनाव आयोग क्या कर रहा है?

फाइनल आंकड़े में देरी

वोटिंग प्रतिशत जारी करने में देरी पर दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा कि हर पोलिंग स्टेशन से देर रात तक डेटा आते रहे. उन सब को जोड़कर फाइनल निष्कर्ष पर पहुंचने में वक्त लगा. उन्होंने बताया कि कई पोलिंग स्टेशन पर उपलब्ध कराए गए मोबाइल फोन में भी गड़बड़ी की शिकायत आ गई थी, जिसके चलते पूरा डेटा आने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगा.

आप ने उठाए सवाल

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे कि वोटिंग संपन्न होने के इतने समय बाद तक मत प्रतिशत का आंकड़ा क्यों नहीं जारी किया गया है. लोकसभा चुनाव में 1 घंटे के अंदर चुनाव आयोग वोटिंग प्रतिशत बता देता है, दिल्ली जैसे छोटे राज्य में इतना विलंब क्यों?

संजय सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग को स्पष्ट करना चाहिए कि कल से क्या खेल चल रहा है? कल चुनाव खत्म हो गए लेकिन अभी तक चुनाव आयोग के किसी अधिकारी ने वोटिंग प्रतिशत पर कोई अधिकृत बयान नहीं दिया है.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए कि आखिर चुनाव आयोग ने वोटिंग के इतने समय बाद भी मत प्रतिशत क्यों नहीं जारी किए. मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी के नेता मतदान के आंकड़े दे रहे हैं. उधर चुनाव आयोग मतदान ख़त्म होने के 24 घंटे के बाद तक नहीं बता पाया है कि वोटिंग कितने प्रतिशत हुई. आयोग कह रहा है कि अभी डेटा इकट्ठा किया जा रहा है.

क्या चल रहा है. क्या मतदान का फाइनल आंकड़ा बीजेपी ऑफिस से मिलना है आपको?

चुनाव आयोग ने जारी किए फाइनल आंकड़े

आम आदमी पार्टी द्वारा सवाल उठाए जाने बाद चुनाव आयोग ने रविवार को देर शाम बताया कि इस बार दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई है. कुल वोटिंग में 62.55 प्रतिशत महिलाओं और 62.62 प्रतिशत पुरुषों ने वोट डाला. साल 2015 में विधानसभा चुनाव में 67.47 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. इस तरह से इस बार पांच फीसदी कम वोटिंग रही.

आम आदमी पार्टी द्वारा खड़े किए सवालों पर दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि शनिवार को देर शाम तक वोटिंग होती रही, जिसके चलते हर बूथ से आंकड़े जुटाने में वक्त लगा. दिल्ली के हर बूथ से वोटिंग की डिटेल जुटाए जाने के बाद फाइनल आंकड़ा जारी किया गया है.

दिल्ली के बल्लीमारान विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 71.6 फीसदी वोटिंग हुई. दिल्ली कैंट इलाके में सबसे कम 45.4 फीसदी वोटिंग हुई. ओखला विधानसभा क्षेत्र में 58.84 और सीलमपुर में 71.22 फीसदी वोटिंग हुई. इस तरह से उन्होंने दिल्ली की सभी 70 सीटों का फाइनल आंकड़ा दिया.

 

 

 

 

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Delhi-Election

Delhi Election 2020: शाहीन बाग के बूथों पर उमड़ी मतदाताओं की भीड़, 400 मीटर तक लगी कतार

पिछले करीब डेढ़ महीने से शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ धरने पर बैठे लोगों के बीच दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर उत्साह देखने को मिला। पूरी ओखला विधानसभा सीट और खासकर शाहीन बाग इलाके में शनिवार सुबह से ही मतदाता पोलिंग बूथ पर पहुंचने लगे। यहां भारी संख्या में महिला और पुरुष मतादाता वोट देने के लिए पहुंच रहे हैं। इनके अलावा यहां वृद्ध वोटरों की भी अच्छी-खासी संख्या है। मालूम हो कि शाहीन बाग इलाका ओखला विधानसभा क्षेत्र के अंदर आता है। यहां पिछले 15 दिसंबर से भारी संख्या में लोग नागरिकता कानून, एनपीआर और एनआरसी के विरोध में बैठे हुए हैं।

Shaheen Bagh Voting

वोटिंग के चलते आज धरनास्थल पर लोग नजर नहीं आ रहे हैं और यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। पंडाल में इक्का-दुक्का लोग ही मौजूद हैं।
15 दिसंबर से यहां की सड़कें जाम हैं। लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। पिछले दिनों यहां गोलीबारी की घटना हो गई थी, जिसके बाद माहौल और भी ज्यादा गंभीर हो गया था। ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्ला खान, भारतीय जनता पार्टी ने ब्रह्म सिंह और कांग्रेस ने परवेज हाशमी को उतारा है।

 

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