Maneesh Kumar Singh with Samrat Choudhary

Social worker Maneesh Kr Singh congratulated Samrat Choudhary on becoming BJP Bihar State President

Maneesh Kumar Singh is a renowned Indian global entrepreneur, business leader, and philanthropist. He is the Founder and Director of GRP Communications (GLOBAL Rewards Program), a company that has gained significant recognition in the global business landscape.

Singh was born and brought up in Uttar Pradesh, India, and completed his primary education in the city of Varanasi and Higher Education in DELHI NCR. He began his career in Consulting, sales, and marketing and gained extensive experience in the field, working with various organizations in India and overseas.

In 2007, Singh founded COUNTRYWIDE Consultants and further GRP Communications in 2019, a reward based FINTECH company with more than 20+ Market Place Based Business Models to make life easier for all. Company offers a wide range of services such as Digital Payments, ONLINE and Offline Shopping Experiences, Travel, Health and wellness, Social Media , Public relations, Education, digital marketing and many more. The company quickly gained popularity due to its innovative approach and effective solutions, and it has since worked with numerous clients across various industries, including healthcare, technology, hospitality, and real estate.

Maneesh Kumar Singh with Samrat Choudhary

Singh founded the GLOBAL Rewards Programs, an initiative aimed at promoting better business engagement and recognition of businesses with there customers. The program offers a unique platform for companies to reward and recognize their customers, leading to increased customers satisfaction, retention, and business growth.
Apart from his business ventures, Singh is also actively involved in various philanthropic activities. He is a supporter of several social causes such as education, healthcare, and women empowerment, and has initiated various programs to support these causes.
Singh’s achievements have been recognized by several organizations and he has received numerous awards and accolades for his contributions to the business and social sectors.
Overall, Maneesh Kumar Singh’s journey as an entrepreneur and business leader has been characterized by innovation, creativity, and a commitment to social causes. His contributions to the business and social sectors have been widely recognized, and he continues to inspire and motivate young entrepreneurs in India and around the world.

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Tampon Girls

क्या टैम्पोन का इस्तेमाल कुंवारी लड़कियां कर सकती हैं?

Can tampons be used by a virgin?

टैम्पोन एक मासिक धर्म उत्पाद है जिसे मासिक धर्म के दौरान योनि में डालकर रक्त और योनि स्राव को अवशोषित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पैड के विपरीत, इसे आंतरिक रूप से, योनि के अंदर रखा जाता है। एक बार सही ढंग से एडजस्ट करने के बाद, टैम्पोन को योनि द्वार के अन्दर रखा जाता है | यह मासिक धर्म के रक्त को सोख लेता है।
आइये जानते है की टैम्पोन सही है या पैड्स  ?
टैम्पोन बेलनाकार के होते हैं जो योनि के अंदर रखे जाते हैं, जबकि पैड आपके अंडरवियर से चिपके रहने के लिए डिज़ाइन किए गए शोषक अस्तर होते हैं। टैम्पोन एक अच्छा विकल्प है क्योंकि वे आकार में छोटा होता है, लगभग अदृश्य और तैराकी के लिए भी सुरक्षित हैं |
टैम्पोन की तुलना में पैड का उपयोग करना आसान और सुरक्षित होता है। पैड वास्तव में एक अच्छा विकल्प हो सकता है, खासकर यदि आप उस तरह के व्यक्ति हैं जो टैम्पोन को भूल जाते हैं|
कई लोग जानना चाहते है की टैम्पोन का उपयोग करने के लिए आपकी उम्र कितनी होनी चाहिए? टैम्पोन के उपयोग के लिए कोई न्यूनतम आयु नहीं है। यदि किशोर टैम्पोन का उपयोग करना चाहते हैं, तो वे आमतौर पर मासिक धर्म शुरू होते ही उनका उपयोग शुरू कर सकते हैं।

कई टैम्पोन निर्माता स्लिम या जूनियर टैम्पोनबनाते हैं। ये उपलब्ध सबसे छोटे टैम्पोन आकार हैं और पहली बार प्रयोग करने वालों के लिए उपयुक्त हैं क्योंकि उनका शरीर उनका उपयोग करने के लिए समायोजित होता है। पहली बार टैम्पोन का चयन करते समय, छोटे इंसर्शन एप्लीकेटर वाले टैम्पोन चुनें।

  • सर्वश्रेष्ठ समग्र टैम्पोन: टैम्पैक्स शुद्ध कार्बनिक टैम्पोन।
  • बेस्ट वैल्यू टैम्पोन: टैम्पैक्स पर्ल प्लास्टिक टैम्पोन।
  • मोस्ट सस्टेनेबल ऑर्गेनिक टैम्पोन: सातवीं पीढ़ी के ऑर्गेनिक कॉटन टैम्पोन।
  • शुरुआती लोगों के लिए सर्वश्रेष्ठ टैम्पोन: टैम्पैक्स रेडिएंट प्लास्टिक टैम्पोन।
  • व्यायाम के लिए सर्वश्रेष्ठ टैम्पोन: प्लेटेक्स स्पोर्ट टैम्पोन।

टैम्पोन दर्दनाक या असहज नहीं होना चाहिए। उन्हें पहनते समय, उन्हें ध्यान देने योग्य होना चाहिए। याद रखें अभ्यास से ही सारी चीजें सीखी जाती है। इसलिए यदि आप टैम्पोन डालते हैं और यह सहज महसूस नहीं करता है, तो इसे हटा दें और पुनः प्रयास करें।

 

 

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बेटियों को उच्चतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए स्पेशल बसों का बंदोबस्त – मनोहर लाल खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंगलवार को फरीदाबाद के दयानंद महिला कॉलेज में आयोजित केएल मेहता महिला शिक्षा संस्थान के स्वर्ण जयंती समोराह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। बेटियों को उच्चतर शिक्षा मुहैया करवाने के लिए स्पेशल बसों का बंदोबस्त किया जाएगा। बेटियों को यातायात की सुरक्षित परिवहन योजना के तहत 181 रूटों पर बसें चलाई जाएंगी। 100 के करीब बसें शुरू हो चुकी हैं, इसके अलावा सरकार ने 125 मिनी बस भी खरीदी हैं, जो जल्द शुरू होंगी। हर बस में एक महिला कॉन्स्टेबल भी तैनात होगी।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बेटी बचाओ के बाद बेटियों की शिक्षा के लिए काम किया। प्रदेश में मैपिंग करने के बाद 40 स्थान मार्क किए गए जहां 40 किलोमीटर के दायरे में कॉलेज नहीं थे वहां पर 31 कॉलेज खोले गए। बाकी स्थानों पर भी जल्द कॉलेज खुलने वाले हैं। बेटियों को उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए 10 किलोमीटर के दायरे में स्कूल एवं कॉलेज की स्थापित किए गए हैं।

  1. 31 महिला थाने खोले गए
    मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन पर महिला थाने भी खोले गए हैं। सबसे पहले प्रयोगात्मक तौर पर सोनीपत में इनकी शुरुआत की गई और फिर प्रदेश में 31 महिला थाने खोले गए। दो महीने में दो और थाने खुलेंगे। इसके साथ ही पुलिस विभाग में महिलाओं की भर्ती भी बढ़ाई गई। सरकार का पुलिस विभाग में 15 प्रतिशत महिला स्टाफ बढ़ाने का लक्ष्य है। बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना लाई गई है। एक लाख और कैमरे लगेंगे।
  2.  लिंगानुपात में हुआ सुधार
    मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन, प्रशासन, खेल, सौंदर्य, राजनीति, शिक्षा हर क्षेत्र में आज बेटियां आगे बढ़ रही हैं। अक्टूबर में सरकार संभालते ही नवंबर में प्रधानमंत्री ने लिंगानुपात सुधारने का विचार रखा। उन्होंने कहा कि इस योजना कि शुरुआत हरियाणा से हो क्योंकि प्रदेश में लिंगानुपात बेहद खराब है। हर स्तर पर इसके लिए लोग काम करें। 22 जनवरी 2015 को पानीपत में सम्मेलन किया गया और इस योजना की शुरुआत की गई। इसके बाद लगातार लिंगानुपात सुधरा। अब लिंगानुपात यह आंकड़ा 922 तक पहुंच चुका है।
  3.  महिलाओं के प्रति अपराध पर सरकार गंभीर
    मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के शोषण के मामलों पर गंभीरता जताते हुए राज्य सरकार ने हरियाणा में 12 साल से छोटी बच्ची के साथ रेप होने पर दोषी के लिए मृत्यदंड का प्रावधान किया। इन घटनाओं की प्रारम्भिक पुलिस जांच के लिए समय भी निर्धारित किया गया है। जैसे- सामान्य छेड़छाड़ के आरोपों की जांच के लिए 15 दिन और रेप केस में 30 दिन का समय तय किया गया है। इसके साथ ही बलात्कार का आरोप सिद्ध होने पर दोषी को भोजन और दवाई के अलावा किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा ये भी सरकार ने तय किया है।
  4. टीवी से भारतीय संस्कृति कुप्रभावित हुई
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश नारी को पूजनीय मानने वाला देश है, लेकिन टीवी के माध्यम से हमारी संस्कृति कुप्रभावित हुई है। सरकार बेटियों के लिए हरसंभव काम करेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने कोटे से 31 लाख रुपये का योगदान शिक्षण संस्थान के लिए दिया।
  5. फरीदाबाद से हुई सार्वजनिक जीवन की शुरुआत
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सार्वजनिक जीवन की शुरुआत एक जुलाई 1980 को फरीदाबाद से हुई थी, इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। केएल मेहता के सान्निध्य में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला। 50 वर्षों में दयानंद शिक्षण संस्थानों ने लाखों बेटियों को शिक्षित बनाया है। एक बेटी की शिक्षा कई परिवारों के किए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा ज्ञान और संस्कारों की जननी है। दयानंद की प्रेरणा से चलने वाले संस्थानों का समाज में अहम योगदान है।

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शिक्षकों के लिए कम्प्यूटर सीखना अनिवार्य, लेनी होगी ट्रेनिंग

भीलवाड़ा डिजिटल इंडिया का सपना साकार करने के लिए अब शिक्षकों को भी आईटी फ्रेंडली बनना होगा। सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को छात्रों को पढ़ाने के साथ-साथ खुद भी पढ़ाई करनी होगी। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम के तहत आईटी फ्रेंडली बनाने के लिए कम्प्यूटर सीखने के निर्देश दिए हैं।

विभाग का मानना है कि शिक्षकों के आईटी फे्रंडली होने से इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। शिक्षक छात्रों को आसानी से कम्प्यूटर सिखा सकेंगे। विभाग ने शिक्षकों के लिए तीन महीने का कम्प्यूटर कोर्स अनिवार्य कर दिया है। साथ ही चेतावनी भी दी गई है कि कम्प्यूटर नहीं सीखने वाले शिक्षकों की वार्षिक वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी।

120 घंटे की ट्रेनिंग शिक्षा विभाग के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने संभागीय शिक्षा उपनिदेशक और जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि शिक्षकों को तीन महीने की कम्प्यूटर ट्रेनिंग करनी होगी। इसके लिए अलग से कम्प्यूटर फ्रेंडली प्रोग्राम बनाया गया है। ट्रेनिंग राजस्थान कॉपरेटिव कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आरकेसीएल) के माध्यम से होगी। 120 घंटे की इस ट्रेनिंग में शिक्षकों को कम्प्यूटर की बेसिक सिखाया जाएगा। अभी स्कूलों में कम्प्यूटर पढ़ाने के लिए अलग से अनुदेशक लगाए गए हैं।

नहीं मिलेगी छुट्टी शिक्षकों को स्कूल समय से पहले या बाद में कम्प्यूटर सीखना होगा। विभाग स्पष्ट निर्देश है कि सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से यह कोर्स करना होगा। कम्प्यूटर ट्रेनिंग के लिए इन्हें नजदीक के आईसीटी विद्यालय में जाना होगा। ट्रेनिंग के नाम पर शिक्षकों को किसी तरह की छुट्टी नहीं दी जाएगी। एेसे में शिक्षकों को विद्यालय में अध्यापन कराने के साथ ही खुद भी विद्यालय समय के अतिरिक्तसमय में यह कम्प्यूटर कोर्स करना होगा।

वेतनवृद्धि से पहले देखें राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयकों को चयनित शिक्षकों की सूचियां बनाने और कम्प्यूटर ट्रेनिंग लेने के लिए निर्देशित करने को कहा गया है। विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षकों की वार्षिक वेतन वृद्धि स्वीकृत करने से पहले यह देखा जाए कि शिक्षक ने कम्प्यूटर ट्रेनिंग के आदेश मिलने के बाद उसे सीखा है या नहीं।

source by-dailyhunt

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