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डोनाल्ड ट्रंप को मानना पड़ेगा सुप्रीम कोर्ट का आदेश, अपनी कार से ताजमहल तक नहीं जा सकेंगे

उत्तर प्रदेश के प्रशासन ने अमेरिकी सीक्रेट सर्विस से कहा है कि ताजमहल के पास तक जाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी कार ‘द बीस्ट’ का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे.

दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) दो दिन के भारत दौरे पर आने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के भारत में पहुंचने से पहले ही उनकी विशेष गाड़ियों का फ्लीट आगरा (Agra) पहुंच चुका है. इन गाड़ियों में डोनाल्ड ट्रंप की विशेष कार ‘द बीस्ट’ भी शामिल है. भारत यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ मोहब्बत की निशानी ताजमहल भी देखने जाएंगे. ताजमहल में इसकी तैयारियां भी तेज कर दी गई हैं. इन सबके बीच अब खबर आ रही है कि डोनाल्ड ट्रंप अपनी गाड़ी से ताजमहल के पास तक नहीं जा सकेंगे. इसके लिए उन्हें अलग से इलेक्ट्रिक वाहन का इस्तेमाल करना होगा.

उत्तर प्रदेश के प्रशासन ने अमेरिकी सीक्रेट सर्विस से कहा है कि ताजमहल के पास तक जाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी कार ‘द बीस्ट’ का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. खास बात ये है कि डोनाल्ड ट्रंप को ताजमहल का दीदार करने के लिए ई-व्हीकल से जाना होगा. इन ई-व्हीकल के बारे में US सीक्रेट सर्विस को जानकारी दे दी गई है और उनकी जांच भी पूरी कर ली गई है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कार ‘द बीस्ट’ को ताजमहल तक न जाने के पीछे उत्तर प्रदेश प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किसी भी ऐतिहासिक स्मारक के 500 मीटर के दायरे में कोई भी वाहन नहीं जा सकता है. लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक इमारतों के लिए यह आदेश जारी किया था.

दो दिनों के लिए भारत का है दौरा
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर अगले सप्ताह आने वाले हैं. उनके आगमन से पहले पूरी तैयारियां की जा रही हैं. जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24 और 25 फरवरी को यहां आने वाले हैं. दो दिवसीय दौरे के दौरान वो 34 घंटों तक देश में रहेंगे.

 

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Air Force One: जानें उस विमान की ताकत, जिससे भारत आ रहे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। 24 और 25 फरवरी 2020 को ट्रंप भारत में रहेंगे। इस दौरान वे नई दिल्ली के अलावा अहमदाबाद (गुजरात) और ताज महल (आगरा) भी जाएंगे। ट्रंप तीन स्तर के सुरक्षा घेरे में रहेंगे। अमेरिकी अफसरों ने जानकारी दी है कि सुरक्षा का पहला घेरा उनका ही रहेगा।

आपने पढ़ा होगा कि अमेरिकी राष्ट्रपति एयरफोर्स वन से भारत आएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये विमान कितना ताकतवर है? उस विमान की खासियत क्या है जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति सफर करते हैं? इसके बारे में आगे पढ़ें।

क्या है एयरफोर्स वन

  • अमेरिकी एयरफोर्स के जिस भी विमान में वहां के राष्ट्रपति सफर कर रहे हों, उसे तकनीकी रूप से एयरफोर्स वन कहा जा सकता है। यह एक कॉलसाइन होता है।
  • लेकिन 20वीं सदी के मध्य से एक नई व्यवस्था शुरू हुई, जिसके अनुसार राष्ट्रपति के सफर के लिए सभी जरूरी सुविधाओं से लैस एयरफोर्स के विमानों को ही एयरफोर्स वन कहा जाने लगा।
  • ऐसे दो सबसे खास विमान हैं – बोइंग 747-200बी सीरीज के विमान। इन विमानों में पीछे की तरफ 28000 और 29000 कोड लिखा होता है।
  • इस विमान पर बड़े अक्षरों में लिखा होता है – ‘United States of America’। साथ ही अमेरिका के झंडे और अमेरिकी राष्ट्रपति की सील होती है।
  • यह 45 हजार फीट तक की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। इसकी ऊंचाई 6 मंजिले इमारत जितनी और लंबाई एक फुटबॉल के मैदान जितनी है।

Air force one

अंदर से कैसा होता है ये विमान

  • एयरफोर्स वन के अंदर 4000 वर्ग फीट की जगह है। विमान अंदर से तीन स्तर में बंटा है। इसमें राष्ट्रपति के लिए खास सुईट भी है, जिसमें बड़ा सा कार्यालय, कॉन्फ्रेंस रूम और बाथरूम होता है।
  • इसके अलावा विमान में एक मेडिकल सुईट होता है, जिसे जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन थिएटर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। विमान पर एक डॉक्टर स्थायी रूप से मौजूद होता है।
  • विमान में खाना बनाने के लिए दो अलग-अलग रसोई होती है जिसमें एक साथ 100 लोगों का खाना तैयार करने की क्षमता होती है।
  • इसमें राष्ट्रपति के साथ चलने वाले अधिकारियों (वरिष्ठ सलाहकार, गुप्त सेवा अधिकारी, पत्रकार) व अन्य अतिथियों के लिए भी कमरे होते हैं।

एयरफोर्स वन की खासियत

  • किसी राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला ये दुनिया का सबसे आधुनिक और बड़ा विमान है।
  • इस विमान का दायरा असीमित है। अमेरिकी राष्ट्रपति जहां चाहें और दुनिया के जिस कोने में भी जरूरत हो, ये विमान आसानी से उस जगह पहुंच सकता है।
  • इस विमान में बीच हवा में भी जरूरत पड़ने पर दोबारा ईंधन भरे जाने की क्षमता है।
  • इस विमान में एक बार में 2.03 लाख लीटर ईंधन भरा जा सकता है।
  • विमान पर जितने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हैं, वे इतने मजबूत हैं कि उनपर विद्युत चुंबकीय कंपन (Electromagnetic Pulse) का असर नहीं हो सकता।
  • विमान का कम्युनिकेशन सिस्टम इस तरह का है कि अमेरिकी राष्ट्रपति इसे मोबाइल कमांड सेंटर की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यानी किसी तरह की आपत्ति की परिस्थिति में राष्ट्रपति विमान में उड़ते हुए कहीं से भी अपनी सेना व अधिकारियों को कमांड दे सकते हैं।
  • किसी आपदा की स्थिति में ये विमान अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए हवा में उड़ने वाले बंकर का काम कर सकता है। अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 2001 में हुए आतंकी हमले के बाद भी यही विमान राष्ट्रपति का कमांड सेंटर बन गया था।
  • एयरफोर्स वन के दो विमान बिल्कुल एक जैसे बनाए गए हैं। एक मुख्य विमान होता है और दूसरा बैकअप के लिए। दोनों विमान हमेशा साथ में उड़ान भरते हैं। इनमें से एक में राष्ट्रपति होते हैं, जिसकी जानकारी पहले से किसी को नहीं दी जाती।
  • इस विमान में साइबरस्पेस से होने वाले हमलों या मिसाइल हमलों का पता लगाने के लिए भी खास सेंसर्स लगाए गए हैं।

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हवा में कैसे चलता है अमेरिकी राष्ट्रपति का काफिला

  • एयरफोर्स वन के आगे कई मालवाहक विमान उड़ान भरते हैं, ताकि दूरस्थ क्षेत्रों में राष्ट्रपति को जरूरी चीजें आसानी से उपलब्ध कराई जा सकें।
  • जब राष्ट्रपति विमान में सवार हो रहे होते हैं, तो रनवे पर उनके साथ काफिले में जा रहे लोगों के अलावा और किसी को अपनी जगह से हिलने की इजाजत नहीं होती।
  • एयरफोर्स वन चार क्रू सदस्यों – पायलट, को-पायलट, इंजीनियर और नेविगेटर के साथ उड़ान भरता है। बोइंग 747 के किसी और विमान में इतना मजबूत क्रू नहीं होता।

कौन करता है एयरफोर्स वन की देखरेख

  • एयरफोर्स वन की देखरेख व संचालन प्रेसिडेंशियल एयरलिफ्ट ग्रुप द्वारा किया जाता है जो व्हाइट हाउस मिलिट्री ऑफिस का हिस्सा होता है। ये एयरलिफ्ट ग्रुप 1944 में बनाया गया था।
  • शुरू के करीब 15 सालों तक, अमेरिकी राष्ट्रपति अलग-अलग विमानों में सफर करते रहे। 1962 में खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए बनाए गए जेट विमान में सफर करने वाले पहले शख्स थे जॉन एफ केनेडी।

 

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Donald Trump with wife

गुजरात में तीन घंटे बिताएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, प्रति मिनट का खर्च 55 लाख रुपये

डोनाल्ड ट्रंप 24 फरवरी से दो दिन के लिए भारत दौरे पर आ रहे हैं। पहले दिन वह गुजरात के अहमदाबाद शहर आएंगे। यहां वह करीब तीन घंटे बिताएंगे और उनके स्वागत के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। एक अनुमान है कि तीन घंटे के ट्रंप के लिए प्रशासन को 100 करोड़ रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं।

अहमदाबाद नगर निगम और अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण मिलकर सड़कों को सुंदर बनाने के लिए करीब सौ करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। मोटेरा स्टेडियम से लौटने के लिए एयरपोर्ट तक खासतौर से बनाई जा रही 1.5 किलोमीटर लंबी सड़क पर ही करीब 60 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इस रूट और स्थान के सौंदर्यीकरण के लिए 8 करोड़ का बजट आंवटित किया गया।

अंग्रेजी अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की खबर के अनुसार इस हाई प्रोफाइल दौरे पर गुजरात सरकार के कम से कम 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यानि एक मिनट में करीब 55 लाख रुपये। ट्रंप के अहमदाबाद दौरे की तैयारियों में जुटे शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने साफ कह दिया है कि स्वागत में बजट कहीं से भी आड़े नहीं आना चाहिए।

रूपाणी सरकार को उठाना होगा ज्यादा खर्च

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गुजरात यात्रा का काफी खर्च केंद्र सरकार उठाने को तैयार है, लेकिन फिर भी राज्य सरकार को ज्यादा खर्च उठाना होगा। एक अधिकारी के मुताबिक सभी विभागों को हर तरह के लॉजिस्टिक का इस्तेमाल करने के लिए किसी प्रकार की अनुमति लेनी नहीं होगी।

कहां कितना खर्च 

  • 80 करोड़  ट्रंप के रूट पर पड़ने वाली नई सड़कों का निर्माण
  • 12-15 करोड़ रुपये अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा पर खर्च
  • 7-10 करोड़ रुपये मोटेरा स्टेडियम में आने वाले करीब एक लाख मेहमानों के खाने-पीने पर खर्च
  • 6 करोड़ रुपये शहर को सुंदर बनाने और सड़क के बीच में ताड़ के पेड़ और सुंदर फूल लगाने पर खर्च
  • 4 करोड़ रुपये सांस्कृतिक कार्यक्रम पर खर्च

ट्रंप के रोड शो में तैनात होंगे 10,000 पुलिसकर्मी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात में 24 फरवरी को होने वाले रोड शो के दौरान 10,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं, 25 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इन जवानों का नेतृत्व करेंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी।

अपनी पहली दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान, ट्रंप अहमदाबाद में एक रोड शो में भाग लेंगे और साबरमती आश्रम भी जाएंगे। वह मोटेरा में नव-निर्मित क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन करने वाले हैं।

डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (कंट्रोल रूम) विजय पटेल ने बताया कि 65 सहायक आयुक्तों, 200 निरीक्षकों और 800 उप-निरीक्षकों सहित 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को शहर में रणनीतिक स्थानों पर तैनात किया जाएगा। इस तैनाती में संयुक्त राज्य अमेरिका की गुप्त सेवा के अधिकारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के अधिकारी भी शामिल होंगे।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ने कहा कि एनएसजी की एक एंटी-स्नाइपर टीम भी मार्ग पर तैनात रहेगी। पुलिस बम निरोधक दस्ते ने पूरे मार्ग को पहले ही स्कैन करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस होटलों में ठहरे नए मेहमानों के बारे में जानकारी की जांच करने के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो विदेशों से आए हैं।

 

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ट्रंप के भारत दौरे से पहले US सांसदों ने पॉम्पियो को लिखा खत, कश्मीर में भारत द्वारा उठाए कदमों के होंगे गंभीर परिणाम

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस महीने के अंत में भारत दौरे से पहले अमेरिकी सिनेट के चार वरिष्ठ सांसदों ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो को खत लिखकर कश्मीर में पिछले छह महीने से ज्यादा समय से इंटरनेट बैन को लेकर चिंता जाहिर की है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट बैन कर दिया गया था. इसके साथ ही इस खत में हिरासत में रखे गए राजनेताओं का भी जिक्र किया गया है. अपने खत में सांसदों ने नागरिकता संशोधन कानून और सीएए का भी जिक्र किया है, जिसको लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं. पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की हिरासत अवधि बढ़ाने के लिए उनके खिलाफ पब्लिक सेफ्टी एक्ट लगाया था.

दो डेमोक्रेट्स और दो रिपब्लिकन सिनेटरों की ओर से लिखे गए खत में कहा गया है कि भारत सरकार कश्मीर में लगातार इंटरनेट पर बैन लगाए हुए है. भारत ने किसी लोकतंत्र की ओर से अब तक सबसे ज्यादा लंबे समय तक इंटरनेट पर बैन लगाया है. इससे चिकित्सा देखभाल, व्यवसाय और शिक्षा में 7 मिलियन लोगों को परेशानी आ रही है. पोम्पियो को लिखे गए खत में कहबा गया है कि बड़ी राजनेताओं सहित सैंकड़ों कश्मीरियों को एहतियातन हिरासत में रखा गया है. साथ ही कहा है कि ‘इन कदमों का गंभीर परिणाम होगा.’

नागरिकता संशोधन कानून का जिक्र करते हुए खत में लिखा गया है कि भारत सरकार ने कुछ ऐसे कदम भी उठाए हैं, जो कुछ धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकार और देश के धर्मनिरपेक्ष चरित्र को खतरे में डालते हैं.

बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आमंत्रण पर 24-25 फरवरी के दो दिवसीय भारत दौरे पर होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति गुजरात के अहमदाबाद भी जाएंगे और वहां एक स्टेडियम में पीएम मोदी के साथ जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी ने बुधवार को अपने ट्वीट में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा विशेष है तथा यह भारत..अमेरिका मैत्री को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगी.

वहीं, व्हाइट हाउस द्वारा ट्रंप की भारत यात्रा की तारीखों की घोषणा के एक दिन बाद राष्ट्रपति ने अपने ओवल कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘वह (मोदी) बहुत भद्र पुरुष हैं और मैं भारत जाने को उत्सुक हूं. हम इस माह के अंत में जाएंगे.’ ट्रंप ने एक प्रश्न के उत्तर में संकेत दिए कि वह भारत के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के इच्छुक हैं. उन्होंने कहा,‘‘ वे (भारतीय) कुछ करना चाहते हैं और हम देखेंगे…अगर हम कोई सही समझौता कर सके तो उसे करेंगे.’

दोनों देश मतभेदों का समाधान करने और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहे हैं. नयी दिल्ली में एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा से पहले भारत और अमेरिका प्रस्तावित व्यापार समझौते को लेकर गहन विमर्श कर रहे हैं. अधिकारी ने हालांकि कहा कि अब तक यह साफ नहीं है कि ट्रंप की यात्रा के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर होंगे या नहीं. पिछले कुछ सप्ताहों में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइथिजर के बीच टेलीफोन पर कई दौर की बात हो चुकी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘भारत और अमेरिका के मजबूत संबंध न केवल हमारे नागरिकों के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए बेहतर होंगे.’ पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका लोकतंत्र तथा बहुलतावाद के प्रति साझी प्रतिबद्धता रखते हैं और दोनों देश व्यापक मुद्दों पर करीबी सहयोग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा विशेष है तथा यह भारत..अमेरिका मैत्री को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगी.’

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डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट पर PM मोदी ने दिया जवाब, कहा- भारत यात्रा पर यादगार स्वागत किया जायेगा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि वह बेहद खुश है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी इस महीने भारत की यात्रा पर आ रहे हैं और यहां उनका भव्य एवं यादगार स्वागत किया जायेगा. प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी के 24-25 फरवरी को भारत यात्रा पर आने को लेकर बहुत खुश हूं, हमारे माननीय अतिथियों का यादगार स्वागत किया जाएगा.” मोदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा विशेष है तथा यह भारत..अमेरिका मैत्री को और मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम होगा.

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि वह बेहद खुश है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी पत्नी इस महीने भारत की यात्रा पर आ रहे हैं और यहां उनका भव्य एवं यादगार स्वागत किया जायेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के मजबूत संबंध न केवल हमारे नागरिकों के लिये बल्कि पूरे विश्व के लिये बेहतर होंगे.” मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका लोकतंत्र और बहुलतावाद के प्रति साझी प्रतिबद्धता रखते हैं और दोनों देश व्यापक मुद्दों पर करीबी सहयोग कर रहे हैं. गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस महीने की 24-25 तारीख को दो दिवसीय भारत यात्रा पर होंगे. इस दौरान वह नयी दिल्ली और अहमदाबाद का दौरा करेंगे.

दोनों देशों की सरकारों ने कहा है कि ट्रम्प के पहले दौरे से भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध और प्रगाढ़ होंगे. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्‍टेफनी ग्रिशम ने बताया कि ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ट्रम्प भी उनके साथ भारत जाएंगी. राष्ट्रपति 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर होंगे. उधर, नयी दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर राष्ट्रपति ट्रम्प अपनी पत्नी के साथ भारत दौरे पर आएंगे.

ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी ने इस सप्ताहांत फोन पर बात की थी जिसमें दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि यह यात्रा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करेगी तथा अमेरिकी-भारतीय लोगों के बीच मजबूत एवं स्थायी संबंधों को रेखांकित करेगी.

 

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