सुधा फाउंडेशन द्वारा बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया 70वी स्वतंत्रता दिवस⁠⁠⁠⁠।।। जय हिन्द जय भारत।।।

15 augustआज़ाद भारत की  70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर सुधा फाउंडेशन के फाउंडर श्री विजय दुआ जी ने समस्त स्टाफ को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।।।
सुधा फाउंडेशन के पुरे स्टाफ ने स्वतंत्रता दिवस को बड़े ही जोरो शोरो से राष्ट्रगान गाकर शुरुआत की तथा जैसे2 प्रोग्राम आगे बढ़ता गया सभी स्टाफ एवं कैंडिडेट्स ने अपने विचार व्यक्त किये एवं अपनी अपनी कला को प्रदर्शित किया।।।
सुधा फाउंडेशन द्वारा इस प्रोग्राम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य लोगो में देश प्रेम एवं देश के प्रति सभी के दायित्वों का ज्ञान करना एवं इस हेतु उत्साह भरना रहा।।।
प्रोग्राम में शामिल सुधा फाउंडेशन, सितारगंज के प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर श्री चन्दन मेहता एवं सीनियर एग्जीक्यूटिव श्री दिनेश सहगल जी ने सभी स्टाफ एवं कैंडिडेट्स को देश के लिए सकारात्मक सोच एवं अपनी अपनी दायित्वों को समझने एवं निर्वाह हेतु प्रोत्साहित किया।।
खन्ना मूवीज के प्रोड्यूसर राजेश कुमार गुप्ता उर्फ़ खन्ना जी भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।।।सभी स्टाफ एवं कैंडिडेट्स बहुत ही प्रसन्न एवं गर्वित दिखाई दिए तथा सुधा फाउंडेशन के इस आयोजन को बहुत सराहा की स्कूल कॉलेज से निकलने के बाद भी इस प्रकार के शानदार कार्यक्रम का हिस्सा बन पाये।।।
जय हिन्द जय भारत।।

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‘हां मैंने देखा था, दो घंटे तक शेर गाय को खाता रहा’

police_1457364490गुजरात के उना में दलितों की पिटाई वाले मामले में खुलासा करने वाले गवाह ने पूछताछ में एक नया पहलू सामने रखा है। चश्मदीद ने इससे पहले सीआईडी के सामने खुलासा किया था कि गाय को दलितों ने नहीं शेर ने मारा था।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक चश्मदीद ने बताया कि उसने 10 जुलाई की रात देखा था कि किस तरह दो घंटे तक शेर ने गाय का शिकार किया। वहीं 11 जुलाई को गौ रक्षकों ने दलितों पर गाय काटने का आरोप लगाकर उनकी पिटाई की थी।

चालीस साल के बेदिया गांव के रहने वाले धीमंत राठौड़ पेशे से किसान हैं। वो कहते हैं कि उन्होंने देखा था कि गाय को शेर ने मारा था जिसे बाद में बालू सरवैया और उनके परिवार ने गाय की खाल निकालने के लिए इस्तेमाल किया था।
श्योरा नाम के शख्स ने पुलिस को बताया था कि उसकी गाय 10 जुलाई को गायब हो गई थी। वन्य अधिकारियों ने भी इलाके में शेर के होने की पुष्टि की है। राठौड़ ने कहा कि 10 जुलाई लगभग रात के साढ़े ग्यारह बजे मैने अपने घर के बाहर एक आवाज सुनी। मैं छत पर आया और देखा कि एक शेर ने गाय को मार दिया जो कि तीन शावकों के साथ था।

मैने रात डेढ़ बजे तक देखा कि शेर ने गाय को किस तरह से मारा, जिसके बाद मैं सोने चला गया। अगली सुबह मैंने देखा कि मेरे घर के सामने गाय का खाया हुआ शव पड़ा हुआ था। मुझे नहीं पता था कि गाय श्योरा की है।

राठौड़ ने ये भी कहा है कि उस वक्त मेरे बच्चे और पत्नी सो रहे थे। अगली सुबह मैने पड़ोसी दहिया काबड़ से कहा कि वो दलितों को मरी हुई गाय के शव के बारे में जानकारी दे दें। कावड़ ने देवशी बावरिया को बताया जिसने बालू सरवैया से संपर्क किया।
राठौड़ ने कहा कि उसके पास गाय का शिकार करने वाला कोई वीडियो और तस्वीर मौजूद नहीं है। मेरे पास उस वक्त स्मार्टफोन नहीं था जिससे मैं उसका वीडियो बना सकता।

सीआईडी इंस्पेक्टर जनरल (क्राइम ब्रांच) ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि राठौड़ ने पूछताछ में कहा कि उन्होंने शेर को बेदिया गांव में अपने घर के बाहर गाय का शिकार करते हुए देखा था।

चश्मदीद का बयान होने की वजह से हमने फॉरेंसिक जांच के लिए गाय के मांस के बचे हुए अवशेष भेज दिए हैं। हम मामले में पशु चिकित्सकों की मदद भी ले रहे हैं।
आपको बता दें कि राठौड़ की गवाही के बाद ही सीआईडी रिपोर्ट दी थी कि मामला दलितों द्वारा गौहत्या का नहीं हैं, जैसा कि गौ रक्षा दल के लोग दावा कर रहे हैं, बल्कि गाय को शेर ने मारा था।

सीआईडी की मानें तो दलित मरी हुई गाय की खाल निकाल रहे थे, तभी गौ रक्षा दल के लोग मौके पर पहुंच गए और उनकी पिटाई कर दी। जांच टीम को फिलहाल ये पता नहीं चल पाया है कि गौ रक्षा दल को गाय की खाल निकाले जाने की जानकारी आखिर किसने दी थी।

11 जुलाई के दिन मामले की शिकायत ऊना पुलिस स्टेशन में करीब डेढ़ बजे दर्ज कराई गई थी, जिसमें कहा गया था कि नारनभाई ने मोटा समाधियाला में गोहत्या की सूचना दी है। लेकिन एफआईआर के मुताबिक गौ रक्षक दल के लोगों ने करीब 10 बजे दलितों पर हमला किया।

Source: Amar Ujala

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चाकू से गोदते शख्स का वीडियो बनाते रहे लोग, लेकिन कोई बचाने नहीं आया

man-stabbed_1466608040कर्नाटक में एक युवक को सरेआम सड़को पर लगभग 20 मिनट तक पिटाई की गयी और उसे चाकू मार दिया गया लेकिन इस युवक के दोस्त के सिवा किसी ने भी इसे बचाने का प्रयास नहीं किया। इस दौरान जुटी भीड़ में से कईयों ने इस घटना को अपने मोबाईल में रिकार्ड किया।

यह घटना बेंगलुरु से लगभग 185 किलोमीटर दूर हसन इलाके की है। पुलिस के मुताबिक धनुष नाम का एक व्यक्ति बस स्टैंड पर एक जवान लड़की को घूर रहा था जो वहां पर पहले से मौजूद दो लोगों को नागवार गुजरा। इन दोनों ने धनुष को इसके लिए टोका जिसके बाद इन लोगों का झगड़ा हो गया।

धनुष ने सहायता के लिए अपने भाई और दो दोस्तों को बुलाया जिसके बाद इन दोनों ग्रुप में लड़ाई होने लगी। इस लड़ाई के दौरान दुसरे ग्रुप ने धनुष के भाई सुदीप को चाकु मार दिया। भीड़ सुदीप के शरीर से खुन बहते देख रही थी लेकिन कोई भी उसे बचाने आगे नहीं आया।

पुसिस के आने के बाद ही ये लड़ाई बंद हुई। इस मामले में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

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महिला और प्रेमी को निर्वस्‍त्र कर बांधा, फोटो खींचने के लिए उमड़ी भीड़

demo-pic_1466843230राजस्‍‌थान के उदयपुर जिले में एक महिला को और उसके प्रेमी को निर्वस्‍त्र कर गांव में घुमाने की शर्मनाक घटना सामने आई है। इससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि लोगों ने दोनों को निर्वस्‍त्र अवस्‍था में एक सा‌थ बांधकर दो दिन तक रखा।
इतना ही नहीं प्रेमी जोड़े को निर्वस्‍त्र अवस्था में बंधे देखने के लिए गांव वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोग प्रेमी जोड़े की तस्वीरें खींच-खींच कर अपने फेसबुक डाल रहे थे। किसी ने पुलिस को सूचना देने का साहस नहीं दिखाया।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, एक सरकारी दफ्तर के कुछ दूरी पर ही इस घटना को अंजाम दिया गया। जिस भीड़ ने महिला को निर्वस्त्र कर प्रताड़ित किया उसका नेतृत्व कर रहा था पीड़िता का पति।
रिपोर्ट के अनुसार, 17 जून को महिला कथित रूप से पति को छोड़कर अपने प्रेमी के घर चली गई थी। महिला अपने दोस्‍त के साथ रहने लगी ‌थी। इसके बाद उसके पति ने गांव वालों को साथ ले उसे सबक सिखाने की ठानी थी।

30-40 लोगों की भीड़ ने महिला को प्रेमी समेत उसके घर से उठा लाए और फिर निर्वस्‍त्र कर दोनों की पिटाई की। भीड़ ने पहले तो दोनों को निर्वस्‍त्र अवस्‍था में ही पूरे गांव में घुमाया और दोनों को एक साथ बांध दिया। दोनों दो दिन और एक रात बंधे पड़े रहे लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की कोशिश नहीं की।

बताया जा रहा है जहां पर इस घटना को अंजाम दिया गया उसके बगल में एक सरकारी स्कूल भी है। स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी इसे देखकर अनदेखा किया और पुलिस को खबर नहीं दी।

दो दिन के बांधे रखने के बाद गांव वालों को 80 हजार रुपए देकर कथित प्रेमी को उसके परिजन छुड़ा ले गए जबकि महिला को पुलिस ने भीड़ के चंगुल से छुड़ाया। पुलिस ने पीड़िता के पति समेत 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 30 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

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4817 मीटर की ऊंचाई पर बर्फ की दरार में फंसी पर्वतारोही, कैसे निकली बाहर?

mountaineer-stuck-in-snow-peak-crack_1466657760नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) की टीम ने द्रौपदी का डांडा समिट कैंप पर रेस्क्यू कर एक पर्वतारोही की जान बचाने में सफलता पाई है। पर्वतारोही युवती समुद्रतल से 4817 मीटर की ऊंचाई पर माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच बर्फ की अनंत गहराई और महज डेढ़ फीट चौड़ी दरार (क्रेवास) में फंस गई थी।

इस बीच अपने टेंट से कुछ दूरी पर पुणे महाराष्ट्र निवासी जयश्री डुंबरे क्रेवास (दरार) में समा गई। उसके साथ मौजूद कस्तूरी कुमारी ने शोर मचाकर दल के अन्य साथियों और निम के प्रशिक्षकों को इसकी सूचना दी। बर्फ की अनंत गहराई और मात्र डेढ़ फीट चौड़ी इस दरार में जयश्री का कुछ पता नहीं चल पा रहा था। अचानक दरार के भीतर पचास फीट से भी ज्यादा गहराई पर जयश्री के सिर पर बंधी हेड लैंप की रोशनी टिमटिमाने से उसके अटके होने की पुष्टि हुई तो निम के प्रशिक्षक बिना समय गंवाए रेस्क्यू में जुट गए।

टीम के मुख्य प्रशिक्षक दिगंबर पंवार ने पहले प्रशिक्षक शिवराज पंवार को रस्सियों के सहारे क्रेवास (दरार) के भीतर भेजकर जयश्री की लोकेशन पता कर उसे एंकर करवाया। इसके बाद प्रशिक्षक उम्मेद राणा ने नीचे जाकर जयश्री को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन बर्फ की संकरी गली में बुरी तरह फंसी जयश्री को ऊपर निकालने की स्थिति नहीं बन पायी।

mountaineer-stuck-in-snow-peak-crack_1466657739कड़ाके की ठंड में बर्फ के बीच फंसे समय बीतने के साथ जयश्री की हालत बिगड़ती जा रही थी, तीसरे प्रयास में शिवराज ने नीचे जाकर जयश्री को रस्सी के सहारे बाहर धकेला। डेढ़ घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान में जयश्री के सुरक्षित बाहर निकलने पर सभी लोगों ने राहत की सांस ली। रेस्क्यू ऑपरेशन में निम के प्रशिक्षक सोबन भंडारी, दशरथ रावत, सूबेदार प्रकाश भट्ट, सोबन बिष्ट, ग्रीष रणाकोटी, नर्सिंग असिस्टेंट शैलेंद्र एवं संपूर्णानंद ने भी सहयोग किया।

निम में प्रशिक्षण के दौरान सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाता है। निम सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स चलाने वाला एशिया का इकलौता संस्थान है। पर्वतारोहण के दौरान हुए हादसे में निम के प्रशिक्षकों की टीम ने उत्कृष्ट कार्य किया है। उच्चाधिकारियों से इन्हें सम्मानित करने की संस्तुति की जाएगी।

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रुड़कीः लंढौरा जाते भाजपा सांसद भग‌त सिंह कोश्यारी और कई विधायक गिरफ्तार

bhagat-singh-koshiyari-arrestedरुड़की के लंढौरा में हुई घटना का जायजा लेने जा रहे बीजेपी सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार की दोपहर भाजपा सांसद भगत सिंह कोश्यारी पिछली एक जून को लंढौरा में हुई आगजनी और तोड़फोड़ का जायजा लेने जा रहे थे, लेकिन मामले की संवेदनशीलता देखते हुए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
भगत सिंह कोश्यारी के साथ चार अन्य भाजपा विधायकों सहित कई कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इन सबको गिरफ्तार कर के पुलिस लाइन ले गई है।
हरिद्वार के लंढौरा में बागी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के आवास में हुई आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के बाद बागी विधायकों में असुरक्षा की भावना घर कर गई है।
कई विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनकी सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कटौती न की जाए। सुरक्षाकर्मियों को यथावत रहने दिया जाए।
ज्ञात हो कि कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि उनकी वाई श्रेणी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया जाए।
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Sudha Foundation ka Udghatan

सुधा फाउंडेशन के दुसरे कंप्यूटर एजुकेशन सेण्टर का उद्घाटन समारोह

सुधा फाउंडेशन का उद्घाटन
सुधा फाउंडेशन के अंतर्गत चलाये जा रहे कार्यक्रम डिजिटल इंडिया रूरल एम्पावरमेंट & कनेक्ट टू टेक्नोलॉजी जिसका पहला प्रोजेक्ट ऑफिस उत्तराखंड के शक्तिफार्म में जनवरी 2016 में खोला गया था |

आज दिनांक 08/04/2016 को इसके दूसरे प्रोजेक्ट ऑफिस (सितारगंज) का उद्घाटन श्री चन्दन मेहता (प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर) के कर कमलो द्वारा संपन्न हुआ, इस समारोह में फिल्म एवं टीवी कलाकार दिनेश सहगल, राजेश गुप्ता (खन्ना जी), कविता वाक्ची, मुन्नाजीत मंडल, अनुकूल मिस्त्री एवं उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री (सितारगंज ) आदि मौजूद थे |

डिजिटल इंडिया रूरल एम्पावरमेंट & कनेक्ट टू टेक्नोलॉजी का मुख्य उद्देश्य छात्रो को कम फीस में कंप्यूटर एजुकेशन प्रदान करना तथा डिजिटल इंडिया से जोड़ना है |

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ब्रॉडी के षड़यंत्र में फंसे खली, रेसलरों के ‘ट्रिपल अटैक’ में लहूलुहान

great-khali-injuredहल्द्वानी के गौलापार स्टेडियम में आयोजित भारत के पहले रेसलिंग शो में द ग्रेट खली पर तीन रेसलरों ने एक साथ हमला कर लहूलुहान कर दिया। मालूम हो कि तीन दिन पहले ब्रॉडी स्टील ने डेथ वारंट साइन करने की चुनौती दी थी जिसे खली ने कबूला था। ऐसे में बुधवार को हुए मैच के दौरान दोनों एक दूसरे को मारने के इरादे से ही रिंग में उतरे थे।

लेकिन रिंग में खली और ब्रॉडी की फाइट में ब्रॉडी को पिटता देख माइक नॉक्स और अपोलो भी रिंग में उतर गए। तीनों ने मिलकर रिंग में खली पर कुर्सी और लात से सिर, सीने, गर्दन और पीठ पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। लहूलुहान खली को रिंग से स्ट्रेचर में ग्रीन रूम ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बृजलाल अस्पताल ले जाया गया।

इस फाइट पर रेफरी ने कोई फैसला नहीं दिया है। इस फाइट का फैसला देहरादून में 28 फरवरी को होगा। डॉक्टरों ने देर रात बताया कि बेहतर इलाज के लिए खली को बृहस्पतिवार सुबह दून एयर लिफ्ट किया जाएगा। वहीं एक अन्य फाइट में कनाडा की महिला रेसलर चेल्सिया का हाथ फ्रेक्चर हो गया है। उन्हें भी खली के साथ्‍ा एयर लिफ्ट किया जाएगा।

 

Source : Munnajeet Mandal

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नेपाल के पीएम नें मंत्रियों के साथ देखा टिहरी बांध

kp-sharma-oli-tehri-visit-56c9d8d247166_exlstनेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल के साथ एशिया के सबसे बड़े टिहरी बांध का दौरा किया। उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के संयुक्त सहयोग से काली नदी पर बनने वाले पंचेश्वर बांध के निर्माण के मद्देनजर ने टिहरी बांध के पावर हाउस के निर्माण, विद्युत उत्पादन की तकनीकी जानकारी के साथ ही प्रभावित हुए गांवों के पुनर्वास के संबंध में जानकारी ली।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नेपाल के प्रधानमंत्री ओली रविवार सुबह साढ़े दस बजे सेना के हेलीकॉप्टर से कोटी कालोनी पहुंचे। वहां केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और प्रदेश के पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने नेपाल के प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री वहां से सीधे व्यू प्वाइंट पर पहुंचे, जहां टीएचडीसी के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि यहां पर भागीरथी और भिलंगना नदी का संगम था। वर्तमान में यहां पर टी वन और टी टू सुरंग है। यहीं से पानी अब पावर हाउस में जाता है। झील 42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली हुई है। पावर हाउस पहुंचने पर उन्होंने विद्युत उत्पादन और निर्माण की तकनीक के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि टिहरी बांध की झील में एक शहर और 125 गांव समाए हुए है, जिनका पुनर्वास नई टिहरी, हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून में किया गया है। टीएचडीसी के निदेशक (तकनीकी) डीपी सिंह ने बताया कि 1978 में शुरू हुई यह परियोजना 1988 में टीएचडीसी को हस्तगत की गई।
परियोजना की शुरूआती लागत 600 करोड़ आंकी गई थी लेकिन लोगों के पुनर्वास के बाद इस परियोजना पर कुल 19 हजार करोड़ खर्च हुए। वर्तमान में परियोजना से 10 से 15 करोड़ की आय प्रतिदिन हो रही है।
नेपाल के प्रधानमंत्री के इस दौरे में उनकी पत्नी सधिका साकिया, उपप्रधानमंत्री कमल थापा, गृह मंत्री शक्ति बहादुर, वित्त मंत्री विष्णु प्रसाद, टिहरी सांसद मालाराज्य लक्ष्मी शाह, राज्य सभा सांसद तरूण विजय, भारत में नेपाल के राजदूत रणजी राय, नेपाल मामले देख रहे केंद्रीय संयुक्त सचिव अभय ठाकुर, डीआईजी गढ़वाल संजय गुंज्याल,  टीएचडीसी के सीएमडी आरटीएस साई शामिल थे।

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डिजिटल इंडिया रूरल एम्पावरमेंट एंड कनेक्ट टू टेक्नोलॉजी के कार्यालय का उद्घाटन समारोह ।

IMG_20160110_154742आज दिनांक 10 जनवरी 2016 , रविवार को शक्तिफार्म में सुधा फाउंडेशन के अन्तर्गत चलाये जा रहे प्रोग्राम डायरेक्ट के कार्यालय का उद्घाटन बड़े जोर शोर के साथ फाउंडेशन के फाउंडर श्री विजय दुआ  कमलो द्वारा संपन्न हुआ । डायरेक्ट (डिजिटल इंडिया रूरल एम्पावरमेंट कनेक्ट टू टेक्नोलॉजी) डायरेक्ट का मुख्य उद्देश्य पिछड़े गाओं को वर्तमान परिपेक्ष्य के अनुरूप बनाना है । पिछले रिकॉर्ड के मुताबिक जहाँ कोरिया देश में स्किल्ड लोगो की संख्या 96% है ,वहीं भारत की स्किल्ड लोगो की संख्या मात्र 3.5 % है । अब जबकि विदेशी निवेशकों की तादाद में बढ़ोतरी हुई है ,वहीं  आवश्यकता है की भारी मात्रा  में स्किल्ड लेबर (कुशल कारीगर ) तैयार हों । डायरेक्ट के बहुआयामी प्रोग्राम, सोशल मीडिआ, डिजिटल इंडिया प्रोग्राम, माइक्रो फाइनेंस, ऑनलाइन एजुकेशन, ऑर्गेनिक फार्मिंग, स्वयं सहायता समूह, इनफार्मेशन सेंटर जैसे आधुनिक प्रोग्राम पर केंद्रित हैं, जिससे ज्यादा  से ज्यादा लोग फायदा उठा सकेंगे, इस प्रोग्राम की एक विशेष खासियत ये हैं की इसमें महिलाये, पुरुष और बच्चे सभी लाभन्वित होंगे, जो इसी क्षेत्र के ही होंगे ।

चंदन मेहता, प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर ने बताया कि यहाँ पर युवाओं के वर्तमान रूचि को देखते हुए बॉलीवुड एवं टीवी के जानेमाने कलाकार दिनेश सहगल के देखरेख में युवाओं को एक्टिंग, डांस एवं मीडिया के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जायेगा फाउंडर सारिका दुआ के देखरेख में महिलाओं  के लिए स्वयं सहयता समूह प्रोग्राम चलाया जायेगा । संस्थान के फाउंडर द्वारा बच्चों को पुरस्कृत किया गया ,जिसमे प्रथम स्थान अंशु रॉय, द्वीतीय स्थान विश्वजीत मल्लिक तथा तृतीय स्थान संगीता रॉय ने प्राप्त किया । स्थानीय लोगो ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जिसमे विशाल रॉय ,अरुण मंडल ,प्रेमचंद गुप्ता ,चित्तरंजन दास ,निखिल बाक्ची तथा उत्तम मंडल मौजूद थे ।

News Coverage : Sanjay Chaturvedi

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