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Redmi K30 Pro का टीजर हुआ जारी, फुल-स्क्रीन डिस्प्ले के साथ जल्द होगा लॉन्च

Xiaomi के अपकमिंग स्मार्टफोन Redmi K30 Pro को लेकर अभी तक कई लीक्स व खुलासे सामने आ चुके हैं। वहीं Redmi K30 Pro के लॉन्च से पहले कंपनी ने हाल ही में Redmi K20 Pro को बंद करने की घोषणा की है, जिसके बाद यह स्मार्टफोन अब चीन में सेल के लिए उपलब्ध नहीं होगा। हालांकि भारतीय बाजार में Redmi K20 Pro की सेल जारी रहेगी। वहीं अब कंपनी ने एक टीजर के जरिए अपने अपकमिंग स्मार्टफोन Redmi K30 Pro के डिस्प्ले फीचर का खुलासा किया है। जिसके अनुसार फोन में फुल स्क्रीन डिजाइन डिस्प्ले दिया जाएगा।

weibo पर जारी किए गए पोस्टर में Redmi K30 Pro का डिस्प्ले दिखाया गया है, जिससे स्पष्ट होता है कि कंपनी इस फोन को फुल स्क्रीन डिस्प्ले डिजाइन के साथ पेश करेगी। वहीं कंपनी ने एक पोस्ट के जरिए यह ही बताया है कि अपक​मिंग स्मार्टफोन Redmi K30 Pro को Qualcomm Snapdragon 865 चिपसेट पर पेश​ किया जाएगा। हालांकि पोस्टर में फोन के अन्य फीचर्स के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन लीक्स के अनुसार फोन में अंडर डिस्प्ले कैमरा तकनीक का उपयोग किया जा सकता है।

पिछले दिनों Redmi K30 Pro स्मार्टफोन 3C सर्टिफिकेशन साइट पर लिस्ट हुआ था जहां दी गई जानकारी के अनुसार फोन में 33W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट दिया जाएगा। साथ ही पावर बैकअप के लिए इसमें 4,700mAh की बैटरी उपलब्ध होगी। फोन में क्वाड रियर कैमरा सेटअप दिया जा सकता है। इसमें 64MP का मेन कैमरा होगा जो कि Sony IMX686 सेंसर के साथ आएगा। साथ ही लीक्स के अनुसार Redmi K30 Pro में 8GB रैम की सुविधा दी जा सकती है। रिपोर्ट के अनुसार यह फोन मार्च में सेल में लॉन्च किया जा सकता है। हालांकि अभी तक इसकी लॉन्च डेट के बारे में खुलासा नहीं किया गया है।

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Google Map Hacked

Google Maps को किया हैक, खाली रास्ते पर लगाया ट्रैफिक जैम

गूगल (Google) के साथ तगड़ा प्रैंक (मजाक) हुआ है। बर्लिन के एक आर्टिस्ट सिमॉन वेकर्ट ने गूगल मैप्स (Google Maps) को 99 सेकंड-हैंड स्मार्टफोन्स की मदद से हैक कर लिया। मजाक के तौर पर की गई इस हैकिंग के बाद गूगल मैप्स बिल्कुल क्लियर रूट को भी हेवी ट्रैफिक वाला बता रहा था। यूजर्स को ट्रैफिक की सही जानकारी देने के लिए गूगल स्लो मूविंग या हेवी ट्रैफिक का डेटा लेता है। इसके लिए वह किसी खास एरिया में ट्रैवल कर रहे उन यूजर्स के मोबाइल को ऐक्सेस करता है जो गूगल मैप्स का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। सिमॉन ने ट्रैफिक जैम बताने वाले गूगल के इसी प्रोसेस के साथ खेल किया है।

  • बर्लिन के आर्टिस्ट ने जबरदस्त प्रैंक में गूगल मैप्स को हैक कर वर्चुअल ट्रैफिक जैम क्रिएट कर दिया। प्रैंक के लिए 99 सेकंड-हैंड स्मार्टफोन का इस्तेमाल हुआ। इस हैकिंग में गूगल मैप्स खाली रास्ते को भी हेवी ट्रैफिक वाला बता रहा था।

ऐसे किया गूगल मैप्स को हैक
सिमॉन ने एक छोटी हैंड ट्रॉली में 99 स्मार्टफोन्स को रख दिया। इन सभी स्मार्टफोन्स में गूगल मैप्स ऑन था। सिमॉन ट्रॉली में इन स्मार्टफोन्स को इकट्ठा रखकर एक खाली सड़क पर टहलने निकल गए। गूगल, सिमॉन के इस प्रैंक को समझ नहीं पाया और उस खाली रोड को हेवी ट्रैफिक वाला बताने लगा। हालांकि, इस प्रैंक से किसी को नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मैप्स यूज करते हुए उस रास्ते से गूजरने वाले ड्राइवर्स को गूगल ने री-रूट जरूर कर दिया।

ट्रैफिक कंडिशन बताने के लिए तीन कलर
दुनिया भर में गूगल की यह नैविगेशन सर्विस काफी पॉप्युलर है। ट्रैफिक और रास्ते की सही जानकारी देते हुए यह यूजर्स को उनकी मंजिल तक पहुंचाती है। गूगल मैप्स में ट्रैफिक कंडिशन को बताने के लिए भारत में रेड, ब्लू और येलो कलर का यूज होता है। रेड मतलब तगड़ा जैम, ठीक-ठाक मूवमेंट के लिए येलो और बिल्कुल क्लियर रोड के लिए ब्लू इंडिकेशन मिलता है। अक्सर रोड ब्लॉक के चलते मैप्स में गूगल नैविगेशन को री-रूट कर देता है ताकि यूजर्स बेस्ट रूट से अपनी मंजिल पर पहुंच सकें।

गूगल मैप्स में सुधार की जरूरत
आजकल यूजर रास्ता मालूम होने के बाद भी गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते हैं ताकि उन्हें ट्रैफिक की रियल-टाइम इन्फर्मेशन मिल सके। हालांकि, इस हैकिंग के बाद गूगल मैप्स पर पूरी तरह भरोसा करने में कुछ यूजर्स को थोड़ी हिचकिचाहट जरूर होने वाली है। वहीं, सिमॉन के इस प्रैंक के बाद गूगल को जरूर मैप्स सर्विस में सुधार करने की जरूरत का अहसास हुआ होगा। यह एक प्रैंक था, लेकिन सिमॉन के इस प्रैंक ने गूगल को एक तरह से अलर्ट भी कर दिया है कि मैप्स की इस खामी का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है।

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6000mAh बैटरी, 48MP ट्रिपल कैमरा वाला सैमसंग का सस्ता स्मार्टफोन

सैमसंग ने भारत में Galaxy M और Galaxy A सीरीज से मिड रेंज स्मार्टफोन मार्केट में अपनी दावेदारी एक बार फिर से पेश की है. इन दोनों सीरीज के स्मार्टफोन्स काफी पॉपुलर हो रहे हैं और इनकी बिक्री भी हो रही है. अगर आपका बजट 10 से 13 हजार रुपये का है तो आप Samsung Galaxy M30s खरीद सकते हैं. हालांकि इसकी कीमत 15,500 रुपये थी, लेकिन ऑफर में इसे आप सस्ते में खरीद सकते हैं. Galaxy M30s को Amazon India की वेबसाइट से आप 12,999 रुपये में खरीद सकते हैं. इस कीमत पर 4GB रैम के साथ 64GB की इंटर्नल मेमोरी वेरिएंट मिलेगा. Galaxy M30s के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो इसमें सैमसंग का इनहाउस प्रोसेसर Exynos 9611 ऑक्टाकोर दिया गया है.
ये स्मार्टफोन Android 9 Pie बेस्ड सैमसंग के कस्टम ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलता है. इस स्मार्टफोन की  खासियत इसकी बैटरी भी. इसमें आपको 6,000mAh की बैटरी मिलती है जो कम से कम 1.5 दिन का बैकअप आराम से देगी. अगर आप हेवी यूज नहीं करते हैं तो 2 दिन का बैकअप ले सकते हैं. फोन में 15W Type C फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट भी दिया गया है. कैमरे की बात करें तो इस डिपार्टमेंट में भी ये  स्मार्टफोन आपके लिए शानदार रहेगा. Galaxy M30s में  ट्रिपल रियर कैमरा दिए गए हैं. प्राइमरी कैमरा 48 मेगापिक्सल का है, दूसरा 8 मेगापिक्सल और तीसरा 5 मेगापिक्सल का है.  सेल्फी के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है. सैमसंग स्मार्टफोन्स के डिस्प्ले अच्छे होते हैं. इसमें भी 6.4 इंच की फुल एचडी प्लस डिस्प्ले दी गई है. इसके लिए कंपनी ने Infinity U डिस्प्ले दिया है यानी फ्रंट कैमरे के लिए छोटा नॉच देखने को मिलेगा. इस सेग्मेंट में ये स्मार्टफोन आपके लिए अच्छा रहेगा. क्योंकि बैटरी और कैमरा डिपार्टमेंट इसका अच्छा है. इसका परफॉर्मेंस ऐवरेज से ज्यादा है. अगर आप  ज्यादा गेमिंग करते हैं तो ये स्मार्टफोन आपके लिए नहीं है.

 

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वाद-विवाद के बाद साथ बैठीं रिलायंस जियो और अन्य टेलीकॉम कंपनियां

rjio_mukesh_ambaniनई दिल्ली: भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी रिलायंस जियो लेकर टेलीकॉम सेक्टर में कूद चुके हैं, लेकिन पुराने धुरंधरों ने उनका किसी भी तरह से स्वागत नहीं किया| मुकेश अंबानी की इस पहल को उनकी विरोधी टेलीकॉम कंपनियों ने 20 अरब डॉलर का स्टार्टअप कहकर मजाक उड़ाया था|

पिछले काफी दिनों से धमकियों, शिकायतों, आरोप-प्रतियारोपों और यहां तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक को घसीटे जाने के बाद आखिरकार शुक्रवार को देश की तमाम बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के बड़े अधिकारियों ने एक कमरे में बैठकर अपने मुद्दों और विवादों को सुलझाने की कोशिश की|

दूरसंचार क्षेत्र के नियामक ट्राई ने शुक्रवार को दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ‘रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया’ से मुलाकात कर नेटवर्क अंतरसंपर्क को लेकर कंपनियों के बीच जारी विवाद पर बातचीत की, लेकिन इस बैठक से दूरसंचार उद्योग के संगठन सीओएआई के अधिकारियों को बाहर रखा|

रिलायंस जियो इन्फोकॉम के निदेशक मंडल के सदस्य महेंद्र नहाटा ने घंटेभर चली बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘यह न्याय की लड़ाई है, यह ग्राहकों की लड़ाई है| यह न सिर्फ रिलायंस जियो या एयरटेल या वोडाफोन के ग्राहकों के लिए बल्कि सभी भारतीय ग्राहकों के लिए है|’ जियो ने मौजूदा दूरसंचार परिचालकों पर आरोप लगाया है कि वे रिलायंस जियो के मोबाइल नेटवर्क को उनके नेटवर्क से जुड़ने के लिए पर्याप्त संख्या में उपकरण प्रदान नहीं कर रहे हैं|

नहाटा ने कहा, ‘हमने सही संख्या में संपर्क, सही मात्रा में अंतरसंपर्क की मांग की है| हमने ट्राई के सामने अपना विचार रखा. ट्राई की जिम्मेदारी है कि वह इस पर विचार करे| ट्राई ने इस संबंध में कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की है|’ बता दें कि मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए किसी दूरसंचार कंपनी के ग्राहक या नंबर पर फोन करने के लिए अंतरसंपर्क आवश्यक है|

दूरसंचार क्षेत्र में कार्यरत मौजूदा कंपनियों की ओर से रिलायंस जियो से संघर्षरत उद्योग संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने आरोप लगाया है कि रिलायंस जियो के दबाव में उसे बैठक से बाहर रखा गया|

उद्योग मंडल के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा, ‘सीओएआई को रिलायंस जियो के कहने पर ट्राई की बैठक से बाहर रखा गया और ट्राई ने अप्रत्याशित तौर पर उनकी मांग को चुप-चाप मान लिया|’ नहाटा ने इस आरोप को यह कहते हुए खारिज किया कि उन्होंने ऐसा कोई आग्रह नहीं किया| उन्होंने कहा कि जिस किसी को भी आमंत्रित किया गया वे बैठक में भाग लें|

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने अंतरसंपर्क क्षेत्रों के संबंध में रिलायंस जियो और एयरटेल, वोडाफोन तथा आइडिया जैसे मौजूदा दूरसंचार परिचालकों के साथ चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए बैठक बुलाई थी|

सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने गुरुवार को ट्राई को लिखा है कि शुक्रवार को जो बैठक बुलाई गई है जिसमें कि एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया को चर्चा के लिए बुलाया गया है, एसोसिएसन सभी सदस्यों से जुड़ी है न कि सिर्फ इन तीन दूरसंचार कंपनियों से.

सीओएआई ने पत्र में लिखा है, ‘इसलिए हम आग्रह करते हैं सीओएआई के सभी सदस्यों को उक्त बैठक में बुलाया जाए.’ सीओएआई ने अगस्त में ट्राई पर पक्षपात का आरोप लगाया था, लेकिन बाद में ऐसे आरोप लगाने के लिए माफी भी मांग ली थी|

रिलायंस जियो जिसने पांच सितंबर को अपनी सेवा वाणिज्यिक तौर पर पेश की, ने मौजूदा परिचालकों पर आरोप लगाया था कि वे पर्याप्त अंतरसंपर्क पोर्ट नहीं छोड़ रही हैं और उसने इस संबंध में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है|

सीओएआई मौजूदा दूरसंचार परिचालकों की राय का प्रतिनिधित्व करते हुए रिलायंस जियो का यह कहते हुए विरोध कर रही है कि यह संगठन में बहुमत का विचार है| रिलायंस जियो भी सीओएआई का सदस्य है, लेकिन उसे संगठन में प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने दरकिनार कर दिया है.

रिलायंस जियो ने कहा है कि उसकी सेवा 31 दिसंबर तक मुफ्त हैं, जिसके बाद उपभोक्ताओं से मुफ्त वॉयस काल समेत टैरिफ प्लान के आधार पर शुल्क लिया जाएगा|

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को  दी सन्डे हेडलाइंस  टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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