Pushpa 2 Advance Booking: Allu Arjun’s Film Crosses ₹100 Crore Milestone

Allu Arjun’s Pushpa: The Rule surpasses ₹100 crore in advance bookings, setting the stage for a record-breaking global box-office debut on December 5.

  • Advance bookings for Pushpa 2 cross ₹100 crore globally ahead of release.
  • Trade experts predict Day 1 earnings of ₹250–₹275 crore worldwide.
  • Telugu states set to contribute over ₹100 crore on opening day.
Allu Arjun’s film smashes ₹100 crore in pre-sales

Allu Arjun’s Pushpa: The Rule has already created a sensation at the box office, collecting over ₹100 crore in advance bookings even before its December 5 release. Directed by Sukumar, the sequel to the blockbuster Pushpa: The Rise is one of the most anticipated films of 2024 and is poised to redefine box-office records globally.

According to trade analyst Ramesh Bala, Pushpa 2 is expected to gross between ₹250 and ₹275 crore worldwide on its opening day. In the Telugu-speaking states alone, the film is predicted to rake in over ₹100 crore, driven by premium ticket pricing and special premiere shows. The hype surrounding Allu Arjun’s performance and Sukumar’s direction has contributed to the massive pre-release buzz.

The film’s producers celebrated the milestone with a social media post captioned, “#Pushpa2TheRule crosses the 100 CRORES mark with advance bookings. THE BIGGEST INDIAN FILM is on a record-breaking spree.” With sky-high expectations, Pushpa 2 is set to cement Allu Arjun’s position as one of Indian cinema’s biggest stars.

1.9 Million fans are likely to showing their interest  Booking  on BOOKMYSHOW

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Vijay Shekhar Sharma breaks silence on why senior-level employees are leaving Paytm?

One97 Communications, the parent company of Paytm, underwent layoffs in June without specifying the number affected, offering outplacement support for transitioning employees. Despite questions about senior-level departures, founder Vijay Shekhar Sharma assured that all is well. Paytm’s sales team decreased by 3,500 to 36,521 personnel due to regulatory impacts from the RBI’s restrictions on Paytm Payments Bank.

Fintech firm One97 Communications, owner of the Paytm brand, laid off an undisclosed number of employees in June and claimed that it was providing outplacement support for their smooth transition.

During an event, Paytm founder Vijay Shekhar Sharma on Saturday when asked why senior-level employees are leaving Paytm, said, “All is well and all is rocking.”

Paytm’s sales employee headcount in the March 2024 quarter dropped by about 3,500 to 36,521 personnel on a quarter-on-quarter basis, mainly due to the impact of the Reserve Bank of India’s ban on services of Paytm Payments Bank.

“The company’s human resource teams are actively collaborating with over 30 companies that are currently hiring, and providing assistance to employees who have opted to share their information, facilitating their immediate outplacement,” the company said last month.

The Reserve Bank of India (RBI) had barred Paytm Payments Bank Limited (PPBL), an associate of Paytm, from accepting deposits, credit transactions, or top-ups in any customer accounts, wallets, and FASTags, keeping in view the interest of customers, including merchants from March 15 onwards.

The company had posted a loss of Rs 167.5 crore in the same period a year ago.

“As part of its FY24 earnings release, One97 Communications stated that it will be pruning its non-core business lines, and will continue its efforts to maintain a leaner organization structure through AI-led interventions. The company has been actively working toward driving profitability, in line with its guidance,” a company statement said earlier.

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छोटे कारोबारियों को RBI का तोहफा, अब नए तरीके से भी मिलेगा लोन

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को बड़ी राहत दी है. दरअसल, अब मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को लोन देने के तरीके में बदलाव किया गया है.

नए बदलाव के तहत कारोबारी 1 अप्रैल से रेपो रेट आधारित लोन भी ले सकेंगे. आरबीआई की ओर से जारी सर्कुलर के मुताबिक अब मीडियम एन्‍टरप्रन्‍योर को एक अप्रैल 2020 से फ्लोटिंग रेट्स पर दिया जाने वाला कर्ज एक्‍सटर्नल बेंचमार्क यानी बाहरी मानकों से जुड़ा होगा.

 

यहां बता दें कि रेपो रेट, ट्रेजरी बिल पर रिटर्न और एफबीआईएल (फाइनेंशियल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लि.) द्वारा प्रकाशित अन्य बाजार ब्याज दर, एक्‍सटर्नल बेंचमार्क के दायरे में आते हैं.

केंद्रीय बैंक के मुताबिक इस पहल का उद्देश्य मौद्रिक नीति का लाभ ग्राहकों को देने की व्यवस्था को और मजबूत करना है. आरबीआई ने कहा कि इस पहल से रेपो रेट में कटौती का लाभ मझोले उद्यमों को भी मिल सकेगा.

अब तक कारोबारियों को ये सुविधा नहीं मिल रही थी. वर्तमान में सिर्फ होम, ऑटो या अन्‍य रिटेल लोन को ही रेपो रेट के आधार पर लिया जा सकता है.

 

दरअसल, आरबीआई हर दो महीने बाद होने वाली मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो रेट की समीक्षा करता है. बीते दो बैठकों में रेपो रेट को नहीं बदला गया है. हालांकि, इससे पहले लगातार 5 बार रेपो रेट में कटौती की गई थी.

ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अगली बार यानी अप्रैल की बैठक में आरबीआई रेपो रेट कटौती कर सकता है. इसका सीधा असर लोन के ब्‍याज दर पर पड़ेगा. यहां बता दें कि रेपो रेट वो दर होती है जिस पर बैंकों को आरबीआई फंड देता है और इसी फंड के आधार पर बैंक ग्राहकों को ब्‍याज दर में राहत देते हैं.

 

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पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार तीसरे दिन नहीं हुआ बदलाव, जानिए कितने रुपए है कीमत

पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Rates) की कीमतों में लगातार तीसरे दिन कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. रविवार को हुई बढ़ोतरी के बाद पिछले तीन दिन से तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. बुधवार (26 फरवरी 2020) को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 72.01 रुपये है. वहीं एक लीटर डीजल का भाव 64.70 रुपये है. मुम्बई में लीटर पेट्रोल का दाम 77.67 रुपये है जबकि एक लीटर डीजल 67.80 रुपये प्रति लीटर पर है. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 74.65 रुपये हो गया है. वहीं, एक लीटर डीजल के लिए 67.02 रुपये प्रति लीटर पर है. चेन्नई में पेट्रोल का भाव 74.80 रुपये जबकि 1 लीटर डीजल 68.32 रुपये प्रति लीटर पर है.

ऐसे चेक करें अपने शहर में पेट्रोल-डीज़ल के भावअपने शहर के पेट्रोल-डीज़ल के दामअगर आप सुबह 6 बजे के बाद पेट्रोल-डीज़ल का रेट चेक करना चाहते हैं तो 92249 92249 नंबर पर SMS भेजकर भी पेट्रोल-डीजल के भाव के बारे में पता कर सकते हैं. इसके लिए आपको RSP<स्पेस> पेट्रोल पंप डीलर का कोड लिखकर 92249 92249 पर भेजना पड़ेगा. अगर आप दिल्ली में हैं और मैसेज के जरिये पेट्रोल-डीजल का भाव जानना चाहते हैं तो आपको RSP 102072 लिखकर 92249 92249 पर भेजना होगा.

1 अप्रैल से भारत में बिकेगा सबसे साफ पेट्रोल और डीज़ल
1 अप्रैल 2020 से भारत में भी दुनिया का सबसे साफ पेट्रोल और डीज़ल बिकने लगेगा. सरकारी तेल कंपनियां देश भर में यूरो-6 ग्रेड डीज़ल और पेट्रोल की आपूर्ति करेंगी. भारत ने सिर्फ तीन साल में ही सबसे साफ पेट्रोल के इस्तेमाल को लेकर बड़ा मुकाम हासिल किया है.

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Gold Price Today:सोने की कीमत में आज आई बड़ी गिरावट, जानें अब कितना है दाम

  • मंगलवार को गोल्ड की कीमत में आई बड़ी गिरावट
  • एमसीएक्स वायदा पर गोल्ड का दाम 2.5 फीसदी टूटा
  • 43 हजार से नीचे गई 10 ग्राम सोने की कीमत
  • सोमवार को सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा था

लगातार 5 दिन नई ऊंचाई हासिल करने के बाद मंगलवार को सोने पर दबाव देखने को मिल रहा है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर गोल्ड का दाम 2.5 फीसदी टूट गया और यह 43 हजार से नीचे फिसल गया. हालांकि, कोरोना वायरस को लेकर चिंता बरकरार है जिससे कीमतों को निचले स्तर पर सपोर्ट दिख रहा है.

क्यों टूटा सोना

वैश्विक हाजिर बाजार में सोने में नरमी के बाद भारतीय बाजार में भी सोने पर दबाव बना. इसके पहले सोमवार को सोना सात साल के सबसे ऊंचे स्तर तक पहुंच गया था. एमसीएक्स पर सोने का अप्रैल फ्यूचर कारोबार 1025 रुपये टूटकर 42,555 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.

सोमवार को हुई थी अच्छी बढ़त

चीन के बाहर कोरोना वायरस फैलने से ग्लोबल इकोनॉमी में स्लोडाउन की आशंका बढ़ गई है. इसकी वजह से निवेशक सोने में निवेश करना सुरक्ष‍ित दांव समझ रहे हैं. सोमवार को दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 44,600 रुपये पर पहुंच गया था. अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोना 1 फीसदी टूटते हुए 1,642.89 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया.  पिछले छह कारोबारी सत्र में अप्रैल फ्यूचर में सोना 2300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चढ़ गया था.

चांदी भी टूटा
चांदी की कीमतों में भी मंगलवार को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली. एमसीएक्स एक्सचेंज पर मंगलवार सुबह पांच मार्च 2020 का चांदी का वायदा भाव 1.87 या 925 रुपये की गिरावट के साथ 48,480 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेंड कर रहा था. 

भारत है सबसे बड़ा आयातक

गौरतलब है कि भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक है. भारत में मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग पूरा करने के लिए सोने का आयात किया जाता है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश का सालाना स्वर्ण आयात 800-900 टन है. वहीं मूल्य के आधार पर देश का गोल्‍ड आयात करीब 33 अरब डॉलर का है. ये आंकड़ा साल 2018-19 का है.

इससे एक साल पहले 2017 में देश का गोल्‍ड आयात 3 फीसदी अधिक यानी करीब 34 अरब डॉलर रहा था.  वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2019 में वित्त वर्ष 2019-20 का पूर्ण बजट पेश करते हुए सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने की घोषणा की थी, जिसके बाद देश में सोने का आयात महंगा हो गया. यही वजह है कि सोने के आयात में गिरावट आई.

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SBI

SBI Cards आईपीओ 2 मार्च को खुलेगा, 40% रिटर्न की उम्मीद, पैसा लगाने से पहले जानिए सभी बातें

देश का सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI-State Bank of India) अपनी कार्ड कंपनी SBI कार्ड्स का आईपीओ ला रहा है. इस आईपीओ में 40 फीसदी रिटर्न की उम्मीद लगाई जा रही है.

एसबीआई कार्ड्स (SBI Cards IPO) का आईपीओ मार्च के पहले हफ्ते में आने वाला है. इस आईपीओ से निवेशकों को बंपर रिटर्न की उम्मीद है. आईपीओ ला रही एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट्स सर्विसेज का शेयर ग्रे मार्केट में 200-250 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. अगर आसान शब्दों में कहें तो आईपीओ का प्राइस बैंड 690 रुपये प्रति शेयर से 710 रुपये प्रति शेयर रहने की उम्मीद लगाई जा रही है. वहीं, लिस्टिंग पर इसके प्रति शेयर 250 रुपये का मुनाफा हो सकता है. इससे पहली आए सरकारी कंपनी IRCTC पर भी ग्रे मार्केट में इतना ही प्रीमियम मिल रहा था. आपको बता दें कि आईपीओ के बाद से IRCTC का शेयर 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है.

आइए जानें SBI Cards आईपीओ के बारे में…

(1) SBI कार्ड्स का आईपीओ 2-5 मार्च के लिए खुल सकता है. एसबीआई कार्ड देश का सबसे बड़ा क्रेड कार्ड जारी करने वाला है, जिसका मार्केट शेयर 18 फीसदी है। दिसंबर 2019 में एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था एसबीआई कार्ड का आईपीओ बहुत जल्द जारी किया जाएगा.

(2) इसका  प्राइस  बैंड 690 से 710 रुपये प्रति शेयर के बीच हो सकता है. इससे कंपनी को तकरीबन 69,500-72,000 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मिलेगा.

(3) SBI कार्ड्स आईपीओ को मैनेज करने का जिम्मेदारी कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, SBI कैपिटल मार्केट्स, DSP Merrill Lynch, एक्सिस कैपिटल, HSBC सिक्योरिटीज और कैपिटल मार्केट्स नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी (Nomura Financial Advisory) और सिक्योरिटीज को दी गई है.

(4) SBI कार्ड्स में SBI की 74 फीसदी और कार्लाइल ग्रुप की 26 फीसदी हिस्सेदारी है. इस ऑफर से SBI को 2,780-2,880 करोड़ रुपये जुटाने में मदद मिलेगी.

(5)  SBI कार्ड्स IPO के जरिए ऑफर फॉर सेल (OFS) रूट के जरिए 14 फीसदी की कटौती की जा सकती है. जिसमें 4 फीसदी SBI कम करेगी और बाकी बची 10 फीसदी प्राइवेट इक्विटी फर्म कर्लाइल ग्रुप हिस्सेदारी कम करेगी.

(6) एसबीआई कार्ड के लगभग 95 लाख ग्राहक हैं और एचडीएफसी बैंक के बाद कार्ड जारी करने वाली यह दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन साल में भारत में क्रेडिट कार्ड से खर्च में सालाना 35.6% की दर से बढ़ोतरी हुई है, जबकि क्रेडिट कार्ड बकाये में 25.6% की बढ़ोतरी हुई है. कार्ड बिजनस के लिए इंडस्ट्री ऐवरेज 3.5% है. पिछले 6-7 सालों में एसबीआई कार्ड की रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 25% से कम नहीं देखी गई है और इस दौरान यह लगभग 30% के औसत में रहा है.

क्या होता है आईपीओ?
जब कोई कंपनी पहली बार आम लोगों के सामने कंपनी का कुछ हिस्सा बेचने का प्रस्ताव रखती है तो इस प्रक्रिया को इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) कहा जाता है. इसके लिए कंपनियां खुद को शेयर बाजार में लिस्ट कराकर अपने शेयर निवेशकों को बेचने का प्रस्ताव लाती हैं.

लिस्टेड होने के बाद कंपनी के शेयर्स की खरीद और बिक्री शेयर बाजार में संभव होती है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के विनिवेश से 90,000 करोड़ रुपए का बजट लक्ष्य रखा है. पिछले वित्त वर्ष में विनिवेश से 85,000 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया था.

IPO में कैसे लगाए पैसा?
IPO में आप अपने स्तर पर सीधे निवेश कर सकते हैं, जिसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसमें ब्रोकर के जरिए निवेश किया जा सकता है. हर ब्रोकरेज हाउस आईपीओ में निवेश के लिए अपनी वेबसाइट पर एक अलग सेक्शन रखता है.

जहां जाकर आप कुछ सूचनाएं भरने के बाद आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं. इन सूचनाओं में प्रमुख है कि आप कितने स्टॉक के लिए किस कीमत पर अप्लाई करना चाहते हैं. आपके आवेदन के हिसाब से उतनी रकम आईपीओ बंद होने से लिस्टिंग तक ब्लॉक कर दी जाती है.

अच्छा आईपीओ चुनने के लिए सबसे पहले तो उस कंपनी की साख देखें जो अपना आईपीओ ले आ रही है. कई रेटिंग एजेंसियां उस आईपीओ को अपना रेटिंग भी देती हैं, जिसपर नजर रखना जरूरी है.

अगर 2 या 2 से अधिक एजेंसियों की रेटिंग आईपीओ पर पॉजिटिव है तो उसमें निवेश किया जा सकता है. कंपनी के अच्छे बिजनेस के साथ साथ आईपीओ की कीमत भी देखें. ब्रोकर्स की रिपोर्ट को भी देखना चाहिए. बाजार प्रमोटर्स के अलावा दूसरे निवेशकों के बारे में भी जानकारी जुटाएं.

 

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वोडाफोन-आइडिया के पास दो रास्ते, हिस्सेदारी बेचे या दिवालिया घोषित करे: विश्लेषक

वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी वोडाफोन आइडिया के पास अब दो ही विकल्प बचे हैं या तो इसके प्रमोटर कंपनी में हिस्सेदारी बेचे या फिर वह खुद को दिवालिया घोषित करे।

कोलकाता/मुंबई
भारी-भरकम कर्ज और लगातार घाटे के कारण घोर वित्तीय संकट से जूझ रही टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया पर अब बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। पैसे की तंगी झेल रही कंपनी के पास अब दो ही विकल्प बचे हैं, या तो इसके प्रमोटर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचें या फिर वह अपने आपको दिवालिया घोषित करे। विश्लेषकों ने यह बात कही है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कंपनी को 17 फरवरी से पहले 53,000 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने का आदेश दिया है

  • वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी वोडाफोन आइडिया के पास अब दो ही विकल्प
  • सके प्रमोटर कंपनी में हिस्सेदारी बेचे या फिर वह खुद को दिवालिया घोषित करे
  • कंपनी को 17 फरवरी से पहले 53,000 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने का है आदेश
  • वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये का एजीआर बकाया

कंपनी के भविष्य पर आशंका के बादल
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने उम्मीद जताई है कि कंपनी बकाया चुकता कर देगी। हालांकि, विश्लेषक कंपनी के भविष्य को लेकर आशंकित हैं। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच के निदेशक (कॉर्पोरेट्स) नितिन सोनी ने इकनॉमिक टाइम्स से कहा, ‘अगर प्रमोटर्स की तरफ से ताजा इक्विटी निवेश नहीं किया गया तो कंपनी को डूबने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट टेलिकॉम कंपनी द्वारा दाखिल पुनर्विचार याचिका को खारिज कर चुका है, ऐसे में उसे सरकार से कोई राहत मिलने की कोई उम्मीद दिखाई नहीं पड़ रही है।’

वोडाफोन-आइडिया की प्रमोटर्स कंपनियों वोडाफोन ग्रुप तथा आदित्य बिड़ला ग्रुप ने ईटी के सवालों का फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया है।

लगातार छठी तिमाही में घाटा
वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये का एजीआर (अडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू) बकाया है। गुरुवार को कंपनी की तीसरी तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी हुए हैं, जिसमें उसे 6,439 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। यह लगातार छठी तिमाही है, जब कंपनी को नुकसान हुआ है। शुक्रवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 23% लुढ़ककर 3.44 रुपये पर बंद हुआ।

NCLT का भी रास्ता
एसबीआईकैप सिक्यॉरिटीज के रिसर्च हेड राजीव शर्मा ने कहा, ‘वोडाफोन आइडिया के पास पैसे नहीं हैं, इसलिए वह राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) में जा सकती है, क्योंकि उसे 17 मार्च को मामले की होने वाली अगली सुनवाई से पहले बकाये का भुगतान करना है।’

सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ वकील ने कहा कि वोडाफोन आइडिया एनसीएलटी में जा सकती है और वह मामले को स्वीकार कर लेता है तो बैंकरप्टसी लॉ के तहत बकाया चुकाने पर रोक लग जाएगी और इस तरह कंपनी को भुगतान नहीं करना पड़ सकता है।

सुप्रीम कोर्ट के पाले में गेंद
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि कंपनी एक बार फिर कोर्ट जाएगी और अपनी हालत के बारे में उसे बताएगी कि किन कारणों से वह बकाये का भुगतान नहीं कर पाई। उन्होंने कहा, ‘एनसीएलटी 16 फरवरी तक मामले को स्वीकार कर भी सकता है या नहीं भी। अगर स्वीकार करता भी है तो यह सुप्रीम कोर्ट के वोडाफोन आइडिया की वित्तीय हालत पर संज्ञान लेने तथा वह अवमानना के मामले को आगे बढ़ाना चाहता है या नहीं, इसपर निर्भर करेगा।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कंपनी को एजीआर का बकाया चुकाने का निर्देश दिया। कोर्ट ने कहा है कि अगर वह पूरी रकम नहीं चुका सकती है तो एक बड़ी रकम जमा कराए और बाकी रकम बाद में जमा करा सकती है। यह निर्देश अक्टूबर 2019 के फैसले में भी दिया गया था।

वोडाफोन पूंजी निवेश न करने पर अडिग
वोडाफोन आइडिया पहले ही कह चुकी है कि अगर एजीआर मामले में सरकार की तरफ से उसे राहत नहीं मिली तो कंपनी बंद हो सकती है। सोनी ने कहा कि अगर वोडाफोन आइडिया कारोबार बंद करती है तो सरकार को एजीआर के अलावा, स्पेक्ट्रम की बकाया रकम हासिल करने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है, क्योंकि कंपनी के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला पहले ही कह चुकी है कि न्यायालय या सरकार की तरफ से राहत नहीं मिलती है तो कंपनी अपना कारोबार बंद कर सकती है।

क्या होता है AGR
अडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा टेलिकॉम कंपनियों से लिया जाने वाला यूसेज और लाइसेंसिग फीस है। इसके दो हिस्से होते हैं- स्पेक्ट्रम यूसेज चार्ज और लाइसेंसिंग फीस, जो क्रमश 3-5% और 8% होता है। समस्या उस वक्त शुरू हुई, जब सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अपने एक आदेश में टेलिकॉम कंपनियों के नॉन कोर बिजनस से हुई आय को भी एजीआर के दायरे में ला दिया, जिससे कंपनियों पर देनदारी में कई गुना इजाफा हो गया।

 

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4 दिन में 3 सरकारी बैंकों ने किए बड़े बदलाव, 50 करोड़ ग्राहकों को फायदा

बीते 4 दिन में सार्वजनिक क्षेत्र के 3 बड़े बैंक-एसबीआई, इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक खास बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद इन तीनों बैंकों के करीब 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को बड़ी राहत मिलने की उम्‍मीद है.

Bank Inside

 

 

 

 

 

 

 

 

यहां बता दें कि एसबीआई के 40 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं तो वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा और इलाहाबाद के ग्राहकों की कुल संख्‍या भी 10 करोड़ से ज्‍यादा है. बहरहाल, आइए जानते हैं कि किस बैंक ने ग्राहकों को कितनी राहत दी है…

Allahabad Bank

इलाहाबाद बैंक-

इलाहाबाद बैंक ने अलग-अलग मैच्‍योरिटी अवधि के लिए सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी की कटौती की है. बैंक ने कहा कि एक साल की मैच्‍योरिटी अवधि वाले लोन का एमसीएलआर अब 8.30 फीसदी से कम होकर 8.25 फीसदी पर आ गया है.

इसी तरह एक दिन, तीन महीने और छह महीने का एमसीएलआर कम होकर 7.75 फीसदी से 8.10 फीसदी पर आ गया है. एक महीने की मैच्‍योरिटी अवधि वाले कर्ज का एमसीएलआर स्थिर है. बैंक की संशोधित दरें 14 फरवरी से प्रभावी होंगी.

SBI Bank

एसबीआई-

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने MCLR में 0.05 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है, जिससे कर्ज सस्ता हो जाएगा. यह कटौती सभी मैच्योरिटी पीरियड्स के लोन पर लागू होगी.

बैंक ने बताया है कि इस कटौती के बाद एक साल की अवधि वाले लोन पर एमसीएलआर कम होकर 7.85 फीसदी पर आ गया है. एसबीआई की यह कटौती बीते 10 फरवरी से प्रभावी है.

Bank of Baroda (Bob)

बैंक ऑफ बड़ौदा-

इसी तरह, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने अपनी सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों (MCLR) में 0.10 फीसदी तक कटौती की है. बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ब्याज दर में कटौती के बाद एक साल की एमसीएलआर 8.25 फीसदी से घटकर 8.15 फीसदी पर आ गई है. ये नई दरें 12 फरवरी से लागू हैं.

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Fixed Deposit

जानिए कौन सा बैंक आपकी एफडी पर दे रहा सबसे ज्यादा ब्याज, यहां देखें पंजाब नेशनल बैंक, SBI, ICICI समेत कई बैंकों के रेट

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अपने ग्राहकों को झटका देते हुए आज यानी 10 फरवरी से फिक्स डिपॉजिट (FD) की दरों में कटौती कर दी है। भारतीय स्टेट बैंक ने परिपक्वता अवधि 7 दिन से 45 दिन तक को छोड़कर सभी तरह की FD दरों में कटौती की है। एसबीआई की इस कटौती के बाद अगर आप फिक्स डिपॉजिट करने की सोच रहे हैं तो यहां  SBI, पंजाब नेशनल बैंक, ICICI औए एचडीएफसी बैंक की दरों को पहले देख लें..

एक्सिस बैंक (Axis) की एफडी पर ब्याज दरें

जमा अवधि ब्याज दर (प्रतिशत में) सीनियर सिटीजन
1 साल से कम 6.4 6.65
18 महीने से 2 साल से बीच 6.5 7.15
2 साल से 30 महीने के बीच 6.65 7.3
30 महीने से 3 साल से बीच 6.5 7
3 से 5 साल के बीच 6.5 7
5 से 10 साल के बीच 6.5 7

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की नई दरें जो 10 फरवरी से हैं लागू 

जमा अवधि ब्याज दर (%) सीनियर सिटीजन
180 से 210 दिन 5.5 6
211 दिन से 1 साल से कम 5.5 6
1 से 2 साल के बीच 6 6.5
2 से 3 साल से बीच 6 6.5
3 से 5 साल के बीच 6 6.5
5 से 10 साल के बीच 6 6.5

ICICI की एफडी पर ब्याज दरें

जमा अवधि ब्याज दर (प्रतिशत में) सीनियर सिटीजन
185 से 270 दिनों के बीच 5.75 6.25
271 दिनों से 1 साल के बीच 6 6.5
18 महीनों से 2 साल के बीच 6.3 6.8
2 से 3 साल से बीच 6.4 6.9
3 से 5 साल के बीच 6.4 6.9
5 से 10 साल के बीच 6.4 6.9

एचडीएफसी (HDFC) की एफडी पर ब्याज दरें

 जमा अवधि ब्याज दर (%) सीनियर सिटीजन
6 से 9 महीनों के लिए 5.8 6.3
1 साल के लिए 6.3 6.8
1 से 2 साल के बीच 6.3 6.8
2 से 3 साल से बीच 6.4 6.9
3 से 5 साल के बीच 6.3 6.8
5 से 10 साल के बीच 6.3 6.8

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की एफडी पर ब्याज दरें

जमा अवधि ब्याज दर (%) सीनियर सिटीजन
271 से 1 साल के बीच 60 6.5
1 साल के लिए 6.3 6.8
1 से 2 साल के बीच 6.3 6.8
2 से 3 साल से बीच 6.25 6.75
3 से 5 साल के बीच 6.25 6.75
5 से 10 साल के बीच 6.3 6.8

 

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Petrol Pump

28 दिन में 4 रुपये तक सस्ता हुआ पेट्रोल-डीज़ल, इस वजह से और गिर सकते हैं दाम

देश की बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने लगातार तीसरे दिन पेट्रोल-डीज़ल सस्ता कर दिया हैं. शनिवार को दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में पेट्रोल (Petrol Price Today) के दाम 23-24 पैसे प्रति लीटर तक कम हो गए है. वहीं, इस दौरान डीज़ल (Diesel Price Today) की कीमतों में 25-27 पैसे प्रति लीटर की गिरावट दर्ज की गई हैं. आपको बता दें कि 11 जनवरी से अभी तक पेट्रोल-डीज़ल के दाम 4 रुपये प्रति लीटर तक गिर गए हैं. दुनिया की बड़ी रेटिंग एजेंसियों का कहना हैं कि चीन में फैले जानलेवा कोरोना वायरस (Corona-virus) के चलते दुनियाभर में बिजनेस गतिविधियां कम हो गई हैं. इसीलिए कच्चे तेल की डिमांड में बड़ी गिरावट आई है. जिसका असर कीमतों पर पड़ा है. आने वाले दिनों में कच्चे तेल के और सस्ता होने की उम्मीद हैं. लिहाजा घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर घट सकती हैं.

पेट्रोल के नए प्राइस (Petrol Price in India on 8 February 2020)- शनिवार को दिल्ली में पेट्रोल के दाम गिरकर 72.45 रुपये प्रति लीटर पर आ गए हैं. वहीं, मुंबई में 78.11 रुपये प्रति लीटर हैं. इसके अलावा कोलकाता में 75.13 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 75.27 रुपये प्रति लीटर है.

डीज़ल के नए रेट्स (Diesel Rate in India on 8 February 2020)- शनिवार  को दिल्ली में डीज़ल के दाम गिरकर 65.42  रुपये प्रति लीटर पर आ गए हैं. वहीं, मुंबई में 68.57 रुपये प्रति लीटर हैं. इसके अलावा कोलकाता में 67.79 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 69.10 रुपये प्रति लीटर है.

क्यों  सस्ता हो रहा हैं घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीज़ल– कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि चीन में फैले घातक कोरोना वायरस (Corona-virus) से मरने वालों की संख्या बढ़कर 700 के पार निकल गई हैं. पुरी दुनिया कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट पर है. कई देशों ने चीन जाने वाली अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, क्रूड के मामले में चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश हैं. वह अपनी जरुरत का 80 फीसदी कच्चा तेल विदेशों से खरीदता हैं. चीन में वायरस की वजह से बिजनेस गतिविधियां और लोगों का एक शहर से दूसरे शहर में आना जाना काफी कम हो गया हैं. इसी वजह से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की डिमांड घट गई हैं और कीमतों में बड़ी गिरावट आई हैं.आपको बता दें कि एक महीने में कच्चा तेल के दाम 30 फीसदी तक लुढ़क गए हैं. ब्रेंट क्रूड का भाव 74 डॉलर प्रति बैरल से गिरकर 52 डॉलर प्रति बरैल पर आ गया हैं.

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