INDvsWI: दूसरे टेस्ट के लिये ‘विराट विश्वास’ के साथ उतरेगी टीम इंडिया
रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन और खिलाड़ियों की धुआंधार पारियों से सजे पहले क्रिकेट टेस्ट की बड़ी जीत और उससे मिले आत्मविश्वास के साथ भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार से सबीना पार्क में मेजबान वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में भी उतरने के लिये तैयार है।
भारत के विदेशी जमीन पर खराब प्रदर्शन और टेस्ट क्रिकेट में कुछ खास नहीं कर पाने की सभी आलोचनाओं को धता बताते हुये विराट कोहली के नेतृत्व और अनिल कुंबले के मार्गदर्शन में युवा टीम इंडिया ने मेजबान कैरेबियाई टीम के खिलाफ सीरीज की जबरदस्त शुरुआत की है। भारत ने विंडीज को उसी के घर में पहले क्रिकेट टेस्ट में पारी और 92 रन से करारी शिकस्त दी थी। इस जीत के बाद चार टेस्टों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे है।
पिछले टेस्ट में भारतीय टीम की जीत ही नहीं बल्कि गेंदबाजों और बल्लेबाजों का बेहतरीन तालमेल तथा वेस्टइंडीज की चुनौतीपूर्ण धीमी पिचों पर अविश्वसनीय प्रदर्शन सभी के आकर्षण का केंद्र रहा था। जहां फॉर्म में चल रहे कप्तान विराट ने अपने करियर का पहला दोहरा शतक जड़ दिया तो वहीं ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपेक्षा के अनुरूप खेलते हुये रिकॉर्ड सात विकेट लिये और छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुये शतक भी जड़ दिया।
अश्विन के इसी हरफनमौला खेल की बदौलत आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में वह दुनिया के नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर और साथ ही नंबर एक गेंदबाज भी बन गये। अच्छी बात यह है कि इस जीत के बाद से खिलाड़ियों में एक अलग ही आत्मविश्वास दिखाई दे रहा है और दूसरे टेस्ट में भी इसी प्रदर्शन की उम्मीद है। टीम ने जिस तरह से कैरेबियाई परिस्थितियों में खुद को ढाला है वह काबिले तारीफ है।
टेस्ट से पूर्व भारतीय टीम ने किंग्सटन में नेट पर भी जमकर पसीना बहाया और किंग्सटन की परिस्थितियों को समझने की कोशिश की। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने भी अभ्यास के बाद कहा था कि पहले टेस्ट में मिली जीत से खिलाड़ियों का हौंसला काफी बुलंद है और पिछले मैच में खिलाड़ियों की आक्रामकता, गेंदबाजी, बल्लेबाजी और कसा हुआ क्षेत्ररक्षण हर विभाग में ऑलराउंड खेल से ही जीत मिली थी।
भारतीय टीम के नये कोच और पूर्व दिग्गज गेंदबाज कुंबले की मौजूदगी ने भी टीम के प्रदर्शन को निखारने में मदद की है और यह गेंदबाजों खासतौर पर स्पिनरों के प्रदर्शन में दिखता है। कैरेबियाई पिचों पर हमेशा से ही स्पिनरों की अहम भूमिका रही है और एंटीगा में जहां मिश्रा ने तीन विकेट निकाले तो वहीं अश्विन ने रिकॉर्ड प्रदर्शन कर दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के 83 रन पर सात विकेट लेकर मेजबान टीम को निपटाते हुये चार दिन में ही मैच को समाप्त करा दिया।
खुद मिश्रा और अश्विन ने भी माना कि कुंबले की मौजूदगी से गेंदबाजों को काफी फायदा हुआ है और उनके अपार अनुभव से गेंदबाजों को सही लाइन एंड लेंथ से गेंदबाजी करने और परिस्थतियों के अनुकूल खेलने में मदद मिली है। इसके अलावा तेज गेंदबाजों उमेश यादव और मोहम्मद शमी का प्रदर्शन भी काफी सधा हुआ रहा था। चोट के बाद वापसी कर रहे शमी पर भरोसा जताते हुये विराट ने उन्हें मौका दिया था और शमी ने भी खुद को साबित करने का प्रयास किया।
उम्मीद है कि विराट एक बार फिर किंग्सटन में भी इसी विजयी टीम को मौका दें। हालांकि किंग्सटन की पिच कुछ अलग होने की उम्मीद है। वहीं बल्लेबाजों को देखें तो ओपनिंग और मध्यक्रम में शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, विराट, अजिंक्या रहाणे, अश्विन सभी ने पिछले मैच में बल्ले से काफी योगदान दिया था जिसकी बदौलत भारत ने अपनी पहली पारी में ही 566 का बड़ा स्कोर बनाकर पारी घोषित कर दी थी।
पुजारा और रहाणे ने बल्ले से बहुत उम्दा प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन पुजारा का मानना है कि उनका फॉर्म कोई चिंता का विषय नहीं है। पुजारा का मानना है कि भारतीय टीम के ओपनिंग और निचले क्रम में काफी अच्छा सामंजस्य है और वह इसे दूसरे टेस्ट में भी बरकरार रखेंगे। पिछले मैच में टीम के स्टार खिलाड़ी और कप्तान विराट ने 283 गेंदों में 200 रन बनाये थे जो उनके करियर का पहला दोहरा शतक है।
कमाल के फॉर्म में चल रहे कप्तान 27 वर्षीय विराट से एक बार फिर टीम को इसी प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। ओपनर मुरली विजय अपने अंगूठे की चोट से उबर रहे हैं और पिछले मैच में वह मात्र सात रन ही बना सके थे जबकि रहाणे और पुजारा ने भी 22 और क्रमश 16 रन ही बनाये थे। लेकिन उम्मीद रहेगी कि वह अगले मैच में फॉर्म में सुधार दिखाएंगे।
वहीं अपने करियर का तीसरा टेस्ट शतक लगाने वाले अश्विन से भी गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी में अच्छे खेल की आस रहेगी। अश्विन एंटीगा में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे जबकि मिश्रा ने भी 53 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी। निचले क्रम में खिलाड़ियों के इस खेल ने टीम को और भी आत्मविश्वास दिया है।
लेकिन इस बात को भी ध्यान रखने की जरूरत है कि भारतीय टीम अति उत्साह से बचे और विपक्षी टीम का सम्मान करे। जेसन होल्डर के नेतृत्व वाली कैरेबियाई टीम निश्चित ही दबाव में है लेकिन टीम वापसी करने के लिये भी काफी प्रयासरत है। युवाओं से भरी इस टीम में देवेंद्र बिशू, कार्लोस ब्रेथवेट,डैरेन ब्रावो और मार्लोन सैमयुअल्स जैसे शानदार खिलाड़ी हैं जो उलटफेर कर सकते हैं।
Source :- Live Hindustan