4 दिन में 3 सरकारी बैंकों ने किए बड़े बदलाव, 50 करोड़ ग्राहकों को फायदा
बीते 4 दिन में सार्वजनिक क्षेत्र के 3 बड़े बैंक-एसबीआई, इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक खास बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद इन तीनों बैंकों के करीब 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
यहां बता दें कि एसबीआई के 40 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं तो वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा और इलाहाबाद के ग्राहकों की कुल संख्या भी 10 करोड़ से ज्यादा है. बहरहाल, आइए जानते हैं कि किस बैंक ने ग्राहकों को कितनी राहत दी है…
इलाहाबाद बैंक-
इलाहाबाद बैंक ने अलग-अलग मैच्योरिटी अवधि के लिए सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी की कटौती की है. बैंक ने कहा कि एक साल की मैच्योरिटी अवधि वाले लोन का एमसीएलआर अब 8.30 फीसदी से कम होकर 8.25 फीसदी पर आ गया है.
इसी तरह एक दिन, तीन महीने और छह महीने का एमसीएलआर कम होकर 7.75 फीसदी से 8.10 फीसदी पर आ गया है. एक महीने की मैच्योरिटी अवधि वाले कर्ज का एमसीएलआर स्थिर है. बैंक की संशोधित दरें 14 फरवरी से प्रभावी होंगी.
एसबीआई-
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने MCLR में 0.05 फीसदी की कटौती का ऐलान किया है, जिससे कर्ज सस्ता हो जाएगा. यह कटौती सभी मैच्योरिटी पीरियड्स के लोन पर लागू होगी.
बैंक ने बताया है कि इस कटौती के बाद एक साल की अवधि वाले लोन पर एमसीएलआर कम होकर 7.85 फीसदी पर आ गया है. एसबीआई की यह कटौती बीते 10 फरवरी से प्रभावी है.
बैंक ऑफ बड़ौदा-
इसी तरह, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने अपनी सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों (MCLR) में 0.10 फीसदी तक कटौती की है. बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ब्याज दर में कटौती के बाद एक साल की एमसीएलआर 8.25 फीसदी से घटकर 8.15 फीसदी पर आ गई है. ये नई दरें 12 फरवरी से लागू हैं.