Rahul Gandhi

28 मई 2024 को राहुल देश के नए प्रधानमंत्री बन सकतें हैं ।

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंदर मोदी 26 मई 2014 को बनेंगे भारत के नए प्रधानमंत्री की भविष्यवाणी शत प्रति शत सत्य प्रमाणित होने के बाद श्री एच आर शास्त्री ने राहुल गांधी के जन्म ग्रहों का विशेष अध्ययन कर बताया की श्री राहुल गांधी 28 अगस्त 2015 को बन सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष ।

प्राप्त कुंडली के अनुसार राहुल गांधी का जन्म 19  जून1970  समय 5 बजकर 5 मिनट प्रातः काल दिल्ली में वृष लग्न, ज्येष्ठा नक्षत्र, चौथा चरण, ज्येष्ठा शुक्ल, पूर्णिमा शुक्रवार को वृश्चिक राशि में हुआ । लग्नेश खष्टेश शुक्र तृतीय भाव में चन्द्रमा की राशि में 9 अंश का बलवान है। लग्नेश तीसरे भाव में शुभ है तथा खष्टेश से दशम भाव में होने से विपरीत राजयोग कराता है।  राहुल ग़ांधी को बड़े संघर्ष व् कठिन मेहनत के बाद उच्च राजयोग प्राप्त होता है । द्वितीयेश और पंचमेश बुध लग्न में 14 अंश का बलवान है । बुद्ध के कारण राहुल को भारत की जनता का पूर्ण समर्थन मिलेगा और कांग्रेस पार्टी का पूर्ण सहयोग रहेगा । तृतीयेश चन्द्रमा सप्तम् भाव में नीच राशि का होकर लग्न को उच्च दृष्टि से देखता है जिसके कारण राहुल को भाई का सुख अल्प प्राप्त हुआ व् माता का कारक नीच राशि का होने से माता को सर्दी से संवंधित रोग अधिक रहेंगे । और माता सोनिया गांधी का स्वास्थ्य कमजोर व् ख़राब रहेगा । चन्द्रमा उच्च राशि लग्न को देखता है जिसके कारण माता का स्नेह राहुल गांधी पर विशेष रहेगा । इस योग के कारण 28  अगस्त 2015 को 46 वें वर्ष की आयु में राहुल गांधी माता सोनिया गांधी के आशीर्वाद से और उच्च दृष्टि लग्न पर चन्द्रमा की कृपा से कांग्रेस अध्यक्ष का पद प्राप्त करने में सफल व् कामयाब  होंगे । शास्त्रीजी ने बताया की 24 अगस्त 2015 से 24 अप्रेल 2017 तक चन्द्रमा की महादशा और शुक्र की अन्तर्दशा रहेगी । 13 अगस्त से 30 सितम्बर तक शुक्र कर्क राशि पर रहेगा । 20 अगस्त को शुक्र उदय होगा । 12 अगस्त से 07 सितम्बर तक गुरु अस्त रहेगा । अष्टमेश व् लाभेश गुरु लग्न का प्रवल शत्रु है। गुरु 14 जुलाई से सिंह राशि  सुख भाव में प्रवेश करेगा जिसके   कारण माता सोनिया गांधी के चाहने पर भी आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बन पाएंगे । वृष लग्न का कारक गृह शुक्र, शनि, राहु, और बुद्ध माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र शनि की युति हो या शुक्र शनि का दृष्टि सम्बन्ध हो या शनि दशम नवम भाव में हो, शुक्र दशम या चतुर्थ भाव में हो, बुद्ध दसम भाव में या चतुर्थ भाव में केतु स्थित हो, तो यह योग उच्च पद राजयोग में सहायक होते है । राहुल गांधी की कुंडली में शुक्र, बुद्ध और राहु राजयोग कारक ग्रह माने जाते हैं ।
सूर्य पर राहु और शनि की दृष्टि होने से और सूर्य 3 अंश का कमजोर होने से राहुल गांधी को उच्च पद प्राप्त करने के लिए कठिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । बृष लग्न की कुंडली में राहु की श्रेष्ट स्थिति ही दसम भाव है । दसमस्थ राहु व्यक्ति को राजनीती में प्रवेश दिलाता है और राहु की महादशा में राजनीती में श्रेष्ट एवं उच्च पद प्राप्त करता है । शास्त्रीजी के अनुसार 28 मई 2024 को राहुल देश के नए प्रधानमंत्री बन सकतें हैं । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 24 अक्टूबर 2024 से 23 अक्टूबर 2042 तक राहु की महादशा रहेगी । 19 मई 2024 को शुक्र वृष राशि लग्न में स्वग्रही रहेगा । राहु 18 अंश का लाभ भाव में मीन राशि का रहेगा। सुख भाव का स्वामी सूर्य लग्न में 13 अंश का रहेगा । 9  मई से 3 जून 2024 तक  गुरु अस्त रहेगा । शुक्र शनि व् राहु की कृपा से राहुल गांधी 28 मई 2024 को भारत के नए प्रधान मंत्री बन सकतें हैं । ज्योतिष के अनुसार सप्तम भाव का स्वामी जन्म राशि का स्वामी मंगल अस्त होने के कारण राहुल गांधी का वैवाहिक जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है 45 वर्ष की आयु होने के बाद भी पत्नि सुख प्राप्त नहीं हुआ । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सप्तम भाव का स्वामी छटे, आठवें, बारहवे या द्वितीय  भाव में हो या सप्तम भाव का स्वामी वक्री और अस्त हो तो जातक के वैवाहिक जीवन में देरी रहती है और वैवाहिक जीवन में अनेकों परेशानियां बनी रहती है। तथा जातक चाहते हुए भी वैवाहिक सुख, पत्नि सुख प्राप्त नहीं कर पाता । शास्त्री जी ने राहुल को ज्योतिष शास्त्र अनुसार सलाह दी है की उच्च राजयोग प्राप्त करने के लिए 12 कैरेट का डायमंड दाहिने हाँथ की मध्यमा ऊँगली में और 11 कैरेट का हरा पन्ना दाहिने हाँथ की  कनिस्ट्का उंगली में धारण करें । वैवाहिक सुख प्राप्त करने के लिए दस रत्ती का मूंगा दाहिने हाँथ की अनामिका उंगली में धारण करें तथा 40 दिन सुन्दर काण्ड  का पाठ नियम पूर्वक करे अवस्य लाभ प्राप्त होगा । ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार राहुल गांधी 46 वर्ष की आयु में कांग्रेस अध्यक्ष बनेंगे व् 55 वर्ष की आयु में देश के प्रधानमंत्री बनेंगे । अंक ज्योतिष के अनुसार शुभ अंक 1, 10, 19, और 28 अशुभ अंक 8, 17 और  26

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ज्योतिष गणना कितना सत्य कितना असत्य

pandit-h-r-shastriआज दी संडे हेडलाइंस ने ढेर सारे तथ्यों को उजागर करेगी इसी दौरान हमने साक्षात्कार किया प्रसिद्ध ज्योतिष पंडित एच आर  शास्त्री से

क्या है ज्योतिष विज्ञान ?

ज्योतिष विज्ञान चन्द्र और सूर्य की फलित गणना है जिससे हम भविस्य में होने वाले घटना का आकलन करते हैं यह ऐसा विज्ञान है जसके कारण ही हम ब्रह्माण्ड में होने वाले परिवर्तन को देख पाते हैं । इसी विज्ञान के आधार पर रात और दिन, वर्ष, वायु, ताप, ग्रह एवं नक्षत्र की स्थिति का ज्ञान होता है ।

ग्रह और नक्षत्र का मनुस्य जीवन पर क्या असर है ?

जब किसी भी व्यक्ति का जन्म होता है तो जन्म का समय, स्थान, के आधार पर एक कुंडली बनाई जाती है जिसमे उस व्यक्ति का भविष्य की ज्योतिष फल निहित होती है । कुंडली के आधार पर हर ग्रह और नक्षत्र  एक स्थान होता है जिससे हमें पता चलता है कौन राशि स्वामी है कौन सा ग्रह का प्रभाव सकारात्मक है और सा नाकारात्मक है । ग्रह और नक्षत्र की स्थिति भी समय के साथ परिवर्तित होते रहती है ।

जैसे उदाहरण के लिए हमलोग बराक ओबामा की जन्म कुंडली देखें जिसकी भविस्यवाणी मैंने फरीदाबाद से प्रकाशित अखवार दी इम्प्रेसिव टाइम्स के 19 – 25 अक्टूबर में   की थी । “बराक हुशैन ओबामा को शनि बनाएगा अमेरिका का राष्ट्रपति”। इस कुंडली में जन्म 05 अगस्त 1961 रोहिणी नक्षत्र मकर लग्न में हुआ कुंडली  अनुसार लग्नेश शनि भाग्येश बुध  साथ दृष्टि सम्बन्ध बनाता है जो की ओबामा को प्रबल भाग्यशाली बनाता है । लग्नेश व् धनेश शनि अपनी दसवीं उच्च दृष्टि से दसम घर को देखता है और वर्तमान में भी शनि सिंह राशि में बैठकर अपनी तीसरी उच्च दृष्टि से दसम घर  देखता है । हमारे ज्योतिष गणना के हिसाब से लग्नेश का भाग्येश  सम्बन्ध होना पराक्रमेश द्वादशेश का सप्तमेष  सम्बन्ध होना, व् पराक्रमेश द्वादशेश का खसतेश भाग्येश  अस्टमेश से सम्बन्ध होना तीव्र बुद्धि योग्य स्त्री के द्वारा भाग्य को प्रबल बनाना व् उच्च पद पर आसीन होना,  बुद्ध  शनि  का फल है ।

इस भविस्य वाणी के साथ मैंने कई बड़े नेताओं की भविस्यवाणी की जो शत प्रतिशत प्रमाणित हुई ।

क्या ज्योतिष विज्ञान से प्रेम सम्बन्ध का भी ज्ञात होता है ?

ज्योतिष विज्ञान से प्रेम सम्बन्ध, रोग, ब्याधि, धन की स्थिति, पारिवारिक वातावरण और भी काफी चीजों का पता चलता है यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप क्या जानना चाहते हैं। अगर आपको ज्योतिष गणना नहीं आती है तो आप सही फल कदापि प्राप्त नहीं कर सकते। ऐसे ही कई ज्योतिष शास्त्री इस विज्ञान का सही उपयोग नहीं जानते हैं और इस ज्योतिष विद्या को बदनाम करते हैं हमें ऐसे ढोंगी लोगों से बचना चाहिये ।

क्या हमें संतान प्राप्ति का भी पता चल सकता है ?

निसंदेह मैंने अपनी वेवसाइट  के ब्लॉग में  इसकी चर्चा भी की है किस कारन गर्भधारण नहीं होता है क्या और कब गर्भधारण चाहिए।

कोई भी व्यक्ति इसका लाभ कैसे उठा सकता है ?

वो अपनी किसी भी तरह की परेशानी हमें फ़ोन(09312386630 या 09711292269) पर बतायें, ई मेल (info@pandithrshastri.com) करें या ज्यादा उचित रहेगा की वो मेरे पास आकर अपनी समस्या बताएं मैं उनकी समस्या का शर्तिया समाधान बताऊंगा ।

अगर आप किसी समस्या से जूझ रहें है, कार्य में कोई बाधा आ रही या आप चाहतें हैं की आपका कैसे तरक्की हो तो निसंकोच पंडित एच आर शास्त्री जी से मिले अपने समस्या को विस्तार से बताएं । पंडित जी आपको समाधान बताएँगे इस क्षेत्र में उन्नत कार्य करने की वजह से ही इनको गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है ।

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