samsung s21 ultra

मोबाइल Samsung Galaxy S21 Ultra: 1,05,999 रुपये वाला प्रीमियम स्मार्टफोन

सैमसंग ने गुरुवार को Galaxy Unpacked 2021 इवेंट के दौरान अपनी Galaxy S21 सीरीज को लॉन्च किया है.

Mobile Samsung Galaxy S21 Ultra: Premium smartphone worth Rs 1,05,999, learn all the special things
  • इस सीरीज के तहत Galaxy S21, Galaxy S21 Plus और Samsung Galaxy S21 Ultra के 12GB + 256GB
  • वेरिएंट की कीमत भारत में 1,05,999 रुपये और 16GB + 512GB वेरिएंट की कीमत 1,16,999 रुपये रखी गई है.
  • अभी इसके 12GB/128GB वेरिएंट की कीमत का खुलासा नहीं किया गया है.
  • वहीं, ग्राहक इसे फैंटम ब्लैक और सिल्वर कलर ऑप्शन में खरीद पाएंगे.
  • इसकी प्री-बुकिंग आज यानी 15 जनवरी से ही होगी. प्री-ऑर्डर करने वाले ग्राहकों के लिए डिलीवरी 25 जनवरी से शुरू की जाएगी.

Samsung Galaxy S21 Ultra के स्पेसिफिकेशन्सये स्मार्टफोन एंड्रॉयड 11 बेस्ड One UI पर चलता है. इसमें HDR10+ सपोर्ट और 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ एडवांस्… 6.8-इंच एज QHD+ (1,440×3,200 पिक्सल) डायनैमिक AMOLED 2X इनफिनिटी-O डिस्प्ले दिया गया है. इस डिस्प्ले में S पेन सपोर्ट के लिए Wacom की टेक्नोलॉजी भी  दी गई है. ग्राहक चाहें तो अपने गैलेक्सी नोट या गैलेक्सी टैब के S पेन का भी इस्तेमाल यहां कर सकते हैं. या चाहें तो कंपैटिबल केस के साथ S पेन खरीद सकते … इस स्मार्टफोन में  16GB तक LPDDR5 रैम के साथ ऑक्टा-कोर Exynos 2100 प्रोसेसर ग्लोबल मार्केट के लिए दिया गया है. वहीं, US में इसमें स्नैपड्रैगन 888  प्रोसेसर दिया गया है.

फोटोग्राफी के लिए बात करें तो इसके रियर में क्वॉड कैमरा सेटअप मौजूद है. इसका प्राइमरी कैमरा 108MP का है. ये OIS सपोर्ट करता है. इसके अलावा इसमें 12MP डुअल-पिक्सल सेंसर, f/2.4 टेलीफोटो लेंस औरक OIS सपोर्ट के साथ 10MP सेंसर (3X ऑप्टिकल जूम) और f/4.9 टेलीफोटो लेंस और  OIS सपोर्ट के साथ एक और 10MP सेंसर (3X ऑप्टिकल जूम) और f/4.9 टेलीफोटो लेंस और  OIS सपोर्ट के साथ एक और 10MP सेंसर (10X ऑप्टिकल जूम) भी मौजूद है. इसके फ्रंट में 40MP का कैमरा दिया गया है. -6वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इस प्रीमियम फोन में 512GB तक स्टोरेज दी गई है. कनेक्टिविटी  के लिहाज से इसमें 5G, 4G LTE, Wi-Fi 6E, ब्लूटूथ, GPS/ A-GPS, NFC, USB टाइप-C पोर्ट और UWB सपोर्ट मौजूद है. साथ ही इसमें अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है.

Galaxy S21 Ultra की बैटरी 5,000mAh की है और यहां वायरलेस चार्जिंग और फास्ट चार्चिंग के लिए USB PD 3.0 और Wireless Charging 2.0 का सपोर्ट भी दिया गया है.

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वाद-विवाद के बाद साथ बैठीं रिलायंस जियो और अन्य टेलीकॉम कंपनियां

rjio_mukesh_ambaniनई दिल्ली: भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी रिलायंस जियो लेकर टेलीकॉम सेक्टर में कूद चुके हैं, लेकिन पुराने धुरंधरों ने उनका किसी भी तरह से स्वागत नहीं किया| मुकेश अंबानी की इस पहल को उनकी विरोधी टेलीकॉम कंपनियों ने 20 अरब डॉलर का स्टार्टअप कहकर मजाक उड़ाया था|

पिछले काफी दिनों से धमकियों, शिकायतों, आरोप-प्रतियारोपों और यहां तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) तक को घसीटे जाने के बाद आखिरकार शुक्रवार को देश की तमाम बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के बड़े अधिकारियों ने एक कमरे में बैठकर अपने मुद्दों और विवादों को सुलझाने की कोशिश की|

दूरसंचार क्षेत्र के नियामक ट्राई ने शुक्रवार को दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों ‘रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया’ से मुलाकात कर नेटवर्क अंतरसंपर्क को लेकर कंपनियों के बीच जारी विवाद पर बातचीत की, लेकिन इस बैठक से दूरसंचार उद्योग के संगठन सीओएआई के अधिकारियों को बाहर रखा|

रिलायंस जियो इन्फोकॉम के निदेशक मंडल के सदस्य महेंद्र नहाटा ने घंटेभर चली बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘यह न्याय की लड़ाई है, यह ग्राहकों की लड़ाई है| यह न सिर्फ रिलायंस जियो या एयरटेल या वोडाफोन के ग्राहकों के लिए बल्कि सभी भारतीय ग्राहकों के लिए है|’ जियो ने मौजूदा दूरसंचार परिचालकों पर आरोप लगाया है कि वे रिलायंस जियो के मोबाइल नेटवर्क को उनके नेटवर्क से जुड़ने के लिए पर्याप्त संख्या में उपकरण प्रदान नहीं कर रहे हैं|

नहाटा ने कहा, ‘हमने सही संख्या में संपर्क, सही मात्रा में अंतरसंपर्क की मांग की है| हमने ट्राई के सामने अपना विचार रखा. ट्राई की जिम्मेदारी है कि वह इस पर विचार करे| ट्राई ने इस संबंध में कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की है|’ बता दें कि मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए किसी दूरसंचार कंपनी के ग्राहक या नंबर पर फोन करने के लिए अंतरसंपर्क आवश्यक है|

दूरसंचार क्षेत्र में कार्यरत मौजूदा कंपनियों की ओर से रिलायंस जियो से संघर्षरत उद्योग संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने आरोप लगाया है कि रिलायंस जियो के दबाव में उसे बैठक से बाहर रखा गया|

उद्योग मंडल के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा, ‘सीओएआई को रिलायंस जियो के कहने पर ट्राई की बैठक से बाहर रखा गया और ट्राई ने अप्रत्याशित तौर पर उनकी मांग को चुप-चाप मान लिया|’ नहाटा ने इस आरोप को यह कहते हुए खारिज किया कि उन्होंने ऐसा कोई आग्रह नहीं किया| उन्होंने कहा कि जिस किसी को भी आमंत्रित किया गया वे बैठक में भाग लें|

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने अंतरसंपर्क क्षेत्रों के संबंध में रिलायंस जियो और एयरटेल, वोडाफोन तथा आइडिया जैसे मौजूदा दूरसंचार परिचालकों के साथ चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए बैठक बुलाई थी|

सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने गुरुवार को ट्राई को लिखा है कि शुक्रवार को जो बैठक बुलाई गई है जिसमें कि एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया को चर्चा के लिए बुलाया गया है, एसोसिएसन सभी सदस्यों से जुड़ी है न कि सिर्फ इन तीन दूरसंचार कंपनियों से.

सीओएआई ने पत्र में लिखा है, ‘इसलिए हम आग्रह करते हैं सीओएआई के सभी सदस्यों को उक्त बैठक में बुलाया जाए.’ सीओएआई ने अगस्त में ट्राई पर पक्षपात का आरोप लगाया था, लेकिन बाद में ऐसे आरोप लगाने के लिए माफी भी मांग ली थी|

रिलायंस जियो जिसने पांच सितंबर को अपनी सेवा वाणिज्यिक तौर पर पेश की, ने मौजूदा परिचालकों पर आरोप लगाया था कि वे पर्याप्त अंतरसंपर्क पोर्ट नहीं छोड़ रही हैं और उसने इस संबंध में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है|

सीओएआई मौजूदा दूरसंचार परिचालकों की राय का प्रतिनिधित्व करते हुए रिलायंस जियो का यह कहते हुए विरोध कर रही है कि यह संगठन में बहुमत का विचार है| रिलायंस जियो भी सीओएआई का सदस्य है, लेकिन उसे संगठन में प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने दरकिनार कर दिया है.

रिलायंस जियो ने कहा है कि उसकी सेवा 31 दिसंबर तक मुफ्त हैं, जिसके बाद उपभोक्ताओं से मुफ्त वॉयस काल समेत टैरिफ प्लान के आधार पर शुल्क लिया जाएगा|

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को  दी सन्डे हेडलाइंस  टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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आज 11.40 बजे से 2.00 बजे तक लगेगा सूर्यग्रहण

1-sep-2016-suryagrahanआज यानि 1 सितम्बर गुरूवार को सूर्यग्रहण लगेगा | ज्योतिषियों के मुताबिक भारतीय समयनुसार ये ग्रहण सुबह 11.40 पर लगेगा और 2 बजे ये ग्रहण चरम पर होगा। दरअसल, ये पूरा सूर्य ग्रहण नहीं है, आज के दिन सूर्य 97 फीसदी कवर होगा। ये ग्रहण भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, अफगानिस्तान और फिजी में नहीं दिखेगा, लेकिन अफ्रीकन शहरों में दिखेगा। यूरोप, नॉर्थ अमेरिका, पर्थ में ये आंशिक रूप से दिखाई देगा।

 

  • क्या होगा ग्रहण का प्रभाव
    आज का ये ग्रहण काफी प्रभावशाली है। एशिया के कई शहरों में आज इस ग्रहण के बाद तूफान और भूकंप की संभावनाए तेज हो जाएंगी। सभी राशि पर इसका प्रभाव कुछ खास अच्छा नहीं होगा।

    आज के बाद य़े ग्रहण साल 2017 के फरवरी में दिखाई देगा,लेकिन पूरा खगोस ग्रहण अगस्त 2017 में दिखाई देगा।
    सूर्यग्रहण तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चांद आ जाता है। इसी साल के अंत में चंद्र ग्रहण भी होगा, जो शायद सितंबर के आस-पास बताया जा रहा है।

  • कौन सी राशी पर क्या होगा प्रभाव
    मेष राशि- इस राशि पर ग्रहण का काफी असर होगा, इन राशि वालों को सामाजिक कार्यों में दिक्कतें होंगी और काम काज में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

    मिथुन – इस राशि के लोगों को आर्थिक लाभ मिल सकता है, लेकिन स्वास्थय संबंधित दिक्कतें हो सकती हैं।

    वृष- काम में सफलता मिलेगी और परिवार में सुख शांति बनी रहेगी। इनके लिए ग्रहण काफी अच्छा प्रभाव लेकर आएगा।

    कर्क- नए काम में हाथ न डालें, अपनी जुबान पर काबू रखें वरना दिक्कत हो सकती है।

    सिंह- कुछ लोगों को मानसिक और शारीरित पीड़ा हो सकती है।

    कन्या- घरेलू मामलों में जरा ध्यान रखें, आपके लिए ये ग्रहण कुछ खास संदेश लेकर नहीं आएगा।

    तुला- समय के महत्व को समझें और उसका सही उपयोग करें।

    वृश्चिक- सोच समझकर बातें कहें और संयम से काम लें।

    धनु- परिवार में चिंता आएगी, लेकिन सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा

    मकर- इस राशिवालों को स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना होगा।

    कुंभ- आप अगर अपने साथी का साथ देंगे तो जीवन सुखमय होगा।

    मीन- कुछ खास असर नहीं होगा,लेकिन सावधानी बरतें।

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अब भारत बना 20 का बॉस, ISRO ने तोड़ा अपना रिकॉर्ड, 26 मिनट में श्रीहरिकोटा से स्पेस पहुंचेंगे सैटेलाइट

Satellite will reach space from Sriharikota in 26 minutes
भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने बुधवार श्री‍ हरिकोटा से एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च कर नया कीर्तिमान रचा है. इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान की ये उड़ान सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर लॉन्च की गई. इस सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को बधाई दी है|

अपनी 36वीं उड़ान में पीएसएलवी-C34 कार्टोसैट-2 श्रृंखला के 727.5 किलो के सैटेलाइट के साथ 19 दूसरे सैटेलाइटों को अंतरिक्ष में लॉन्च किया. इसरो ने 20 सैटेलाइटों को एक साथ लॉन्च करके अपने पहले 10 सैटेलाइटों के लॉन्चिंग के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है|

17 सैटेलाइट विदेशी, तीन देसी
पीएसएलवी-C34 की लॉन्चिंग सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से श्रीहरिकोटा में की गई. भारतीय समय के अनुसार पीएसएलवी C-34 की लॉन्चिंग 22 जून को सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर की गई. पीएसएलवी सी-34 के 20 सैटेलाइटों में से 17 टकमर्शियल सैटेलाइट हैं, यानी 17 सैटेलाइट दूसरे देशों के हैं जिन्हें भेजने के लिए इसरो ने उन देशों से फीस ली है. इसके अलावा दो सैटेलाइट देश के दो शिक्षा संस्थानों के हैं. इस लॉन्चिंग में एक सैटेलाइट कॉर्टोसैट 2 सीरीज का इसरो का अपना है|

PM ने दी बधाई, छात्रों के उत्साह पर खुशी
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर इसरो की इस सफलता के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी है. इसके साथ ही उन्होंने पुणे और चेन्नई के उन छात्रों के उत्साह की भी चर्चा की है, जिन्होंने सैटेलाइट के निर्माण में भूमिका निभाई है. पीएम ने लिखा है कि छात्रों का उत्साह देखकर वह बहुत खुश हैं|

 

 

 

 

Source: आज तक

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नाराज अमेरिका ने पाकिस्तान से दो टूक कहा, ‘भारत की NSG सदस्यता का हथियारों से कोई लेना-देना नहीं’

agni-iii_650x400_81429169117‘India’s NSG membership has nothing to do with weapons’
वॉशिंगटन:
भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के सदस्य बनने को लेकर पाकिस्तान की ओर से जताए जा रहे विरोध पर स्पष्ट तौर पर नाराजगी जाहिर करते हुए अमेरिका ने कहा है कि भारत का इस समूह का सदस्य बनना हथियारों की दौड़ से जुड़ा नहीं है। यह परमाणु उर्जा के असैन्य इस्तेमाल के बारे में है।

‘… यह उम्मीद करते हैं पाकिस्तान इसे समझेगा’
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने अपने संवाददाता सम्मलेन में कहा, ‘यह हथियारों की दौड़ के बारे में और परमाणु हथियारों के बारे में नहीं है। यह परमाणु उर्जा का इस्तेमाल शांतिपूर्ण असैन्य कार्यों में करने के बारे में है। इसलिए हम निश्चित तौर पर यह उम्मीद करते हैं पाकिस्तान इसे समझेगा।’

टोनर दरअसल एनएसजी की सदस्यता के लिए भारत के आवेदन और इसपर पाकिस्तान द्वारा जताए जा रहे विरोध से जुड़े सवालों के जवाब दे रहे थे। पाकिस्तान इस आधार पर विरोध कर रहा है कि भारत को इस समूह की सदस्यता मिलने से क्षेत्र में परमाणु हथियारों की दौड़ को गति मिलेगी।

‘कोई भी देश कर सकता है इस ग्रुप में सदस्यता के लिए आवेदन’
हालांकि अमेरिका 48 देशों वाले एनएसजी की अहम बैठक से पहले सबकुछ अच्छा होने की कामना कर रहा है। टोनर ने कहा, ‘देखिए, मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि राष्ट्रपति बराक ओबामा की वर्ष 2015 में हुई भारत यात्रा के दौरान उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि अमेरिका मानता है कि भारत मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था की अनिवार्यताओं को पूरा करता है और सदस्यता के लिए तैयार है। लेकिन यह एक सर्वसम्मति वाली संस्था है इसलिए हम इंतजार करेंगे और देखेंगे कि मत किस ओर जाते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘एनएसजी में नए सदस्यों के शामिल होने की संभावनाओं पर चर्चा मौजूदा सदस्यों का आंतरिक मसला है। मुझे लगता है कि वे नियमित रूप से बैठकें करते हैं और इससे आगे मुझे कुछ नहीं कहना है।’

एनएसजी की आगामी बैठक इस उद्देश्य के लिए नहीं रखी गई है। टोनर ने कहा, ‘यह कोई विशेष बैठक नहीं है। मेरा मानना है कि इसे प्रमुख तौर पर इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नहीं बुलाया गया है।’ प्रवक्ता ने कहा, ‘पाकिस्तान ने अपनी दिलचस्पी को सार्वजनिक कर दिया है और निश्चित तौर पर कोई भी देश सदस्यता के लिए आवेदन कर सकता है। हम सर्वसम्मति से लिए फैसले के आधार पर गौर करेंगे।’

(इस खबर को दी सन्डे हेड लाइन्स टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)

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भारत के मिसाइल परीक्षण पर भड़का पाकिस्तान, बोला- अमेरिका कर रहा है मदद

sartaj_aziz_imagenewइस्लामाबाद। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल परीक्षण क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बिगाड़ने का काम करेगा और वह मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की योजना बना रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि पाकिस्तान इन घटनाक्रमों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज उठाएगा। रेडियो पाकिस्तान के अनुसार उन्होंने कहा कि भारत के सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल परीक्षण से क्षेत्र में शक्ति संतुलन बिगड़ेगा।

अजीज ने कहा कि पाकिस्तान अपनी रक्षा के प्रति आंख मूंदकर नहीं रहेगा और अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी रक्षा प्रणाली में सुधार के लिए निश्चित तौर पर आधुनिक प्रौद्योगिकी हासिल करेगा। अजीज ने कहा कि भारत को अमेरिका से सहयोग मिल रहा है जो यह सोचता है कि चीन को रोकने के लिए मजबूत भारत अत्यावश्यक है।

भारत द्वारा देश में विकसित सुरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण किए जाने के एक दिन बाद अजीज की टिप्पणी आई है। भारत की यह इंटरसेप्टर मिसाइल किसी भी हमलावर बैलिस्टिक मिसाइल को आकाश में ही नष्ट कर डालने में सक्षम है।

SOURCE: IBN7

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भारत में पहली बार उतरा एन्टोनोव एएन – 225 मृया, दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान

antonov-an-225-mriya_650x400_41463122685हैदराबाद: दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक हवाईजहाज (कार्गो एयरक्राफ्ट) एन्टोनोव एएन – 225 मृया (Antonov AN – 225 Mriya), जिसे ‘ड्रीम’ (Dream) भी कहा जाता है, ने हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैन्ड किया, जो इसकी लैंडिंग का भारत में पहला मौका है। यह जानकारी यूक्रेन की कंपनी के भागीदारों ने मुंबई में बुधवार को दी।

एक बयान में बताया गया है कि बहुत फैले हुए ढांचे वाले इस विमान को छह टर्बोफैन इंजनों की मदद से चलाया जाता है, और यह अब तक का सबसे लंबा और सबसे भारी विमान है, जो कुल मिलाकर 640 टन वज़न के साथ उड़ सकता है। बयान के मुताबिक, इसके पंखों का फैलाव दुनिया के किसी भी चालू विमान से ज़्यादा है।

खासतौर पर अंतर-महाद्वीपीय उड़ानों के लिए तैयार किया गया यह विमान 180-230 टन तक सामान उठाकर ले जा सकता है, और यह तुर्कमेनिस्तान से हैदराबाद पहुंचा।

गौरतलब है कि अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस डिफेन्स ने पिछले माह यूक्रेन की एन्टोनिक कंपनी से विमान के प्लेटफॉर्मों की असेम्बलिंग, उत्पादन, रखरखाव और सुधार के लिए करार भी कर लिया है, जो सैन्य तथा वाणिज्यिक उद्देश्यों से किया जाएगा।

एन्टोनोव के साथ मिलकर रिलायंस डिफेन्स अब एचएएल की 50-80 सीट वाले यात्री विमान कार्यक्रम सहित विभिन्न ज़रूरतों को पूरा करने की ओर ध्यान देगी, जिनमें मूलभूत कन्फिगरेशन तथा यातायात, समुद्री गश्त व अन्य सैन्य ज़रूरतें शामिल होंगी।

कहा जाता है कि भारत को 200 से भी ज़्यादा मध्यम दर्जे का वज़न उठाने में सक्षम टर्बोफैन विमानों की ज़रूरत होगी, जिनकी कीमत लगभग 35,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। ये विमान वायुसेना, थलसेना तथा अर्द्धसैनिक बलों को सभी यातायात सुविधाएं देने के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

 

Source: NDTV इंडिया

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राज्यसभा में सांसदों का फेयरवेल, मोदी बोले- GST पास कराते तो फायदा होता

rajyasabha_146311854नई दिल्ली.पार्लियामेंट के बजट सेशन का आज आखिरी दिन है। राज्यसभा से 57 मेंबर रिटायर हो रहे हैं। जून में टर्म खत्म होने के चलते इनमें से कई सांसद नहीं जानते कि पार्लियामेंट के मॉनसून सेशन से पहले वे वापसी करेंगे या नहीं। उनके फेयरवेल पर नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामना दी। कहा- अगर आप जीएसटी पास करा लेते तो कई राज्यों को फायदा होता। पीएम मोदी ने क्यों किया जीएसटी का जिक्र…
– मोदी ने सांसदों से कहा- ‘दोनों सरकारों को आपके एक्सपीरियंस का लाभ मिला। इस सरकार को कम मिला, पुरानी वाली सरकार को ज्यादा मिला, लेकिन देश को कम्पलीट लाभ मिला।’
– ‘ यहां जब हम आते हैं, तो हमारी सोच की एक सीमा होती है। यहां हरेक बैकग्राउंड के लोग आते हैं। इस सदन में आते हैं तो सोचने का दायरा और बड़ा हो जाता है।’
– ‘ यहां आने वालों ने देश के लिए बड़ी भूमिका निभाई, मेरी शुभकामनाएं हैं और रहेंगी।’
– ‘ सदन से जाने के बाद यह सरकार आपके काम को उसी तरह करने को तत्पर रहेगी, जैसा सदस्य रहने पर रहती है, मैं चाहूंगा कि आप इस हक का भरपूर लाभ उठायें।’
– ‘ महत्वपूर्ण रिफॉर्म के फैसले आपके भागीदारी और मौजूदगी में हुए। आप राज्य के रिप्रेजेंटेटिव्ह्स हैं। पर, कुछ चीजों का गिला-शिकवा आपके मन में जरूर रहेगा।’
– ‘आप जिस राज्य से आते हैंं, वह आप पर भरपूर गर्व करता, अगर जीएसटी पास हो जाता तो।
– ‘ इससे बिहार को भरपूर फायदा होता। यूपी को भी फायदा होता। एक दो राज्यों को छोड़ अधिकतर राज्य को इसका लाभ होता।
आनंद शर्मा बोले- हमें एक दूसरे को समझना होगा
कांग्रेस लीडर आनंद शर्मा ने क्या कहा- ‘कोई चीज स्थिर नहीं है। यह मनुष्य के जीवन का हिस्सा है। लेकिन, सदन और संसद स्थिर है। यह सबसे बड़ी देन हमारे फ्रीडम फाइटर्स और संविधान निर्माताओं की है। ऐसे भी कई क्षण आए हैं, जब दुनिया ने हमारे एक विचार हमारी ताकत को देखा।’
– ‘ हमने कई बार देश के लिए बड़े फैसले लिए हैं। कुछ क्षण ऐसे भी आए जब पीठ की तरफ से सख्ती भी हुई।’
– ‘हमारा प्रयास रहे कि हम एक दूसरे को समझें। चर्चा करें। विरोधी की बात को समझने की कोशिश करें। उसे सुनें। व्यक्तिगत विरोधी न समझकर व्यवहार करें।’
राज्यसभा में क्या है सिचुएशन?
– 245 मेंबर्स वाले हाउस में अभी एनडीए के 62 सांसद हैं। सात नॉमिनेटेड मेंबर्स को शामिल कर दें तो एनडीए के 69 सांसद हो जाते हैं।
– कांग्रेस के 61 सांसद हैं। उसकी सहयोगी पार्टियों की संख्या मिला दें तो यूपीए के 80 सांसद हो जाते हैं।
– इसमें भी एआईएडीएमके, बीजेडी, तृणमूल, सपा और बसपा को मिला दें तो गैर-एनडीए सांसदों की संख्या 90 हो जाती है।
– 30 जून को राज्यसभा के एक-तिहाई सदस्य रिटायर होंगे। यहां सांसदों का टर्म 6 साल का होता है। हर दो साल में एक-तिहाई मेंबर रिटायर होते हैं।
– नए मेंबर्स का इलेक्शन 11 जून को होगा।
कौन-कितनी सीटें जीतेगा?
– बीजेपी के 14 मेंबर रिटायर हो रहे हैं। 57 सीटों पर इलेक्शन के बाद उसे 18 सीटें मिल सकती हैं। यानी वह 4 सीटों के फायदे में रह सकती है।
– 49 सीटों वाली बीजेपी राज्यसभा में 53 सीटों तक पहुंच जाएगी।
– कांग्रेस के अभी 61 सांसद हैं। उसके भी 16 सांसद रिटायर हो रहे हैं। लेकिन उम्मीद है कि दोबारा इलेक्शन के बाद उसकी संख्या 60 बनी रहेगी।
कहां से कितनी सीटों पर होना है इलेक्शन?
– यूपी : 11
– तमिलनाड़ु : 6
– महाराष्ट्र : 6
– बिहार : 5
– आंध्र प्रदेश : 4
– कर्नाटक : 4
– मध्य प्रदेश : 3
– ओडिशा : 3
– हरियाणा : 2
– झारखंड : 2
– पंजाब : 2
– छत्तीसगढ़ : 2
– तेलंगाना : 2
– उत्तराखंड : 1
(इन 53 सीटों के अलावा बाकी 4 सीटों पर कुछ सदस्यों के निधन या इस्तीफे के चलते चुनाव होगा।)
बीजेपी को क्या फायदा मिलेगा…
– बीजेपी को कुछ सीटों का फायदा हो सकता है, लेकिन उसकी संख्या इतनी नहीं बढ़ेगी कि वह राज्यसभा में बड़े बिल पास कराने की स्थिति में आ जाए।
– मोदी सरकार के पांच मंत्री- वेंकैया नायडू, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, वाईएस चौधरी और मुख्तार अब्बास नकवी का टर्म खत्म हो रहा है।
– नायडू के पास पार्लियामेंट्री अफेयर्स और अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री है। उनकी संसद में वापसी तय है।
– वे पिछली बार कर्नाटक से चुने गए थे। इस बार विजय माल्या के इस्तीफे के बाद कर्नाटक से एक सीट खाली है।
– अगर नायडू आंध्र प्रदेश से इलेक्ट होना चाहेंगे तो उन्हें टीडीपी की मदद लेनी होगी, जिसका अभी बीजेपी के साथ अलायंस है।
– आंध्र प्रदेश से 4 सीटें हैं। एक सीट वाईएसआर कांग्रेस और बाकी तीन बीजेपी-टीडीपी को मिलेंगी।
– कॉमर्स मिनिस्टर निर्मला सीतारमण भी आंध्र प्रदेश से आती हैं। लेकिन नायडू या सीतारमण में से कोई एक ही वहां से चुना जा सकेगा, क्योंकि टीडीपी अपनी 3 में से 2 सीटें बीजेपी को नहीं देगी।
– पावर मिनिस्टर पीयूष गोयल महाराष्ट्र से और मुख्तार अब्बास नकवी यूपी से वापसी करेंगे।
कांग्रेस यहां रहेगी खाली हाथ…
– कांग्रेस को आंध्र प्रदेश या तेलंगाना से कोई राज्यसभा सीट नहीं मिल सकेगी। लिहाजा, पूर्व मंत्री जयराम रमेश की वापसी तेलंगाना की रूलिंग पार्टी टीआरएस पर निर्भर करेगी।
– कांग्रेस के ही हनुमंत राव और जेडी सीलम की भी वापसी तय नहीं है।
– महाराष्ट्र में कांग्रेस के विजय दर्डा का टर्म खत्म हो रहा है। लेकिन इसके लिए पार्टी के तीन नेता सुशील कुमार शिंदे, गुरदास कामत और मुकुल वासनिक दावेदार हैं।
– पूर्व डिफेंस मिनिस्टर एके एंटनी भी रिटायर होने जा रहे हैं। केरल असेंबली इलेक्शन में कांग्रेस की परफॉर्मेँस राज्यसभा में उनकी राह तय करेगी।
– पंजाब में भी कांग्रेस को परेशानी है। वहां से उसके तीन सांसद रिटायर हो रहे हैं। लेकिन दो की ही वापसी हो सकेगी।
– ऑस्कर फर्नांडीज कर्नाटक से रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह कांग्रेस पूर्व मंत्री पी चिदंबरम की एंट्री करा सकती है। लेकिन लोकल नेताओं ने कहा है कि उन्हें बाहरी कैंडिडेट मंजूर नहीं होगा। चिदंबरम तमिलनाडु से आते हैं।
यूपी में क्या होगा…
– बीएसपी के पास लोकसभा में कोई मेंबर नहीं है। अब राज्यसभा से उसके 6 सांसद रिटायर हो रहे हैं।
– इनमें पार्टी में नंबर-2 सतीश चंद्र मिश्रा भी शामिल हैं। बीएसपी अपने दो और बीजेपी-कांग्रेस एक-एक नेता को चुन सकेगी।
– मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी से किसी नेता का फिलहाल चांस नहीं है।
Source:दैनिक भास्कर
राज्यसभा में सांसदों का फेयरवेल, मोदी बोले- GST पास कराते तो फायदा होता Read More

जन सुनवाई क्या खाना पूर्ति के लिए रखी गयी है ?

image (1)आज दिनांक 5/5/16 को DERC द्वारा आयोजित Composite Terms & Conditions for Tariff & Accounting) Regulations पर जनसुनवाई के दौरान United Residents of Delhi -URD की ओर से सौरभ गांधी (महासचिव), बी बी तिवारी (सचिव), सन्जय गुप्ता (वित्तीय सलाहकार) एवम् ऐ० के० दत्ता जी ने ड्राफ़्ट पर यूआरडी के सुझाव व आपत्तियाँ दर्ज करायी ।
सबसे पहले सौरभ गांधी ने इस बात पर सवाल उठाया कि आज की जन सुनवाई कया खाना पूरती के लिए रखी गयी है, क्योंकि कमीशन की ओर से उसकी अपनी वेब साईट पर कल सुबह दिनांक 4/5/16 तक इस जनसुनवाई के बारे में कोई सूचना नही डाली गयी थी जिसका सीधा असर ये देखने को मिला कि दिल्ली की लाखों उपभोक्ताओं में से सिर्फ़ कुछ चुनिंदा लोग ही इस जनसुनवाई में आये है जिसको आप फ़ोटो मे भी सभागार की ख़ाली कुर्सियों को देख अन्दाज़ा लगा सकते है (नोट-: जिसको लेकर यूआरडी ये माँग भी करेगी की ये सुनवाई फिर से रखी जाए और सही तरीक़े से लोगों को इसकी जानकारी दी जाए) सौरभ गांधी ने ये माँग की समाज सेवी व ऐसे संस्थाओं के लिए अलग से टैरिफ़ की एक और कैटेगरी बनाई जाए जो संस्थान बिना किसी लाभ के समाज की सेवा के कार्य करते है जबकि APTEL के आदेश में ये साफ़ है कि इन संस्थाओं के लिए अलग से कैटेगरी बनाई जानी चाहिए, अभी तक ऐसी संस्थाओं से व्यवसायिक दरे वसुली जाती है । उन्होंने कहा कि IEA -2003 के सेक्शन 61 में कमीशन सिर्फ़ टैरिफ़ तय करने का व PPAC में सिर्फ़ फ़्यूल चार्ज तय कर सकता है जबकि कमीशन लेखांकन (accounting) को भी विनियमन (regulation) में लाने के प्रयास कर रहा है जो बिलकुल ग़लत है व इसके गम्भीर परिणाम आने वाले टैरिफ़ पर पढ़ेंगे, सौरभ गांधी ने जल्द अपने वक्तव्य को रोकते हुए कहा कि वो अपने व अपने कुछ साथियों को बोलने के समय को यूआरडी के वित्तीय सलाहकार – सीए० संजय गुप्ता जी को देने का अनुरोध करेंगे ताकि यूआरडी की टीम द्वारा तैयार पावर पवाईट परजेनटेशन को वो कमीशन के सामने रख सके ।
Power point presentation को हम इस मेल के साथ भेज रहे है अगर आप इससे जुड़े किसी सवाल का जवाब चाहते है तो सौरभ गांधी से 7503141516 पर या सन्जय गुप्ता 9311025900 पर सम्पर्क कर सकते है । 
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