व्रत में हो सकती हैं ये बीमारियां, ध्यान रखें ये 5 बातें

navratri_healthy_food-01-10-2016-1475303223_storyimageनवरात्रि में 9 दिन तक व्रत के दौरान अपने सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, लेकिन रोजाना ऐसे किन हेल्दी चीजों को सेवन करना चाहिए यह ध्यान देने वाली बात है। व्रत रखने वाले ज्यादातर लोग एक-दो दिन के भीतर कमजोरी जैसा महसूस करने लगते हैं और डीहाइड्रेशन, बदहजमी, सिरदर्द जैसी बीमारियों से परेशान हो जाते हैं। देवी मां के लिए प्रसन्न करने के लिए अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना भी जरूरी है। नवरात्रि के समय मौसम में भी परिवर्तन होता है। यदि खान-पान में थोड़ी-सी गड़बड़ी हो जाए तो 9 दिन का व्रत आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे में पेट की गड़बड़ी होने पर कब्ज या फिर पाचन की समस्या भी हो सकती है। इसलिए नवरात्रि के व्रत में हमें कुछ अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, जिससे आप बिल्कुल स्वस्थ रह सकते हैं।

1. करें फलों का सेवन
नवरात्रि के 9 दिन व्रत में रोजाना सुबह में कोई भी फल खाया जा सकता है। यदि आप केला या फिर एक-दो सेब खा लें तो 2-3 घंटे तक आपका शरीर प्रोटीन और पौष्टिक आहार से भरपूर बना रहेगा। दोपहर या शाम में भी अंगूर, अनार, संतरा आदि भी खा सकते है। ऐसे में आपके बॉडी में जरूरी पोषक तत्व रहते और डीहाइड्रेशन जैसे कई बीमारियों से बचा जा सकता है।

2. दही का सेवन
शाम के वक्त व्रत का भोजन करने के दौरान दही का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि दही में अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। ज्यादा भूख लगने पर दही खाया जा सकता है, इससे पेट भरा लगता है। दही खाने से प्यास भी अधिक नहीं लगती है।

3. खाएं सेंधा नमक
व्रत के दौरान खाने मे सेंधा नमक का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। यदि व्रत में नमक का यूज कम करेंगे तो आयोडिन की कमी के कारण आप परेशानी में पड़ सकते हैं। इसलिए व्रत के खाने में सेंधा नमक का प्रयोग करें।

4. पिएं खूब पानी
नवरात्रि के व्रत में पानी खूब पीना चाहिए। गर्मी ज्यादा होने पर पानी ज्‍यादा पिएं, जिससे शरीर में उत्पन्न होने वाले टॉक्सिन, पेशाब और पसीने के रूप में हमारे शरीर से बाहर निकल सकें। इतना ही नहीं, बल्कि जूस, नारियल पानी और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।

5. व्रत के भोजन में यूज करें कुट्टू का आटा
यदि आप शाम के वक्त एक टाइम का व्रत का भोजन करते हैं, तो ऐसे में कुट्टू का आटा यूज करना चाहिए। यह आटा न सिर्फ आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन पहुंचाता है, बल्कि बार-बार भूख भी नहीं लगने देती।

 

 

Source:Hindustan

व्रत में हो सकती हैं ये बीमारियां, ध्यान रखें ये 5 बातें Read More

जन सुनवाई क्या खाना पूर्ति के लिए रखी गयी है ?

image (1)आज दिनांक 5/5/16 को DERC द्वारा आयोजित Composite Terms & Conditions for Tariff & Accounting) Regulations पर जनसुनवाई के दौरान United Residents of Delhi -URD की ओर से सौरभ गांधी (महासचिव), बी बी तिवारी (सचिव), सन्जय गुप्ता (वित्तीय सलाहकार) एवम् ऐ० के० दत्ता जी ने ड्राफ़्ट पर यूआरडी के सुझाव व आपत्तियाँ दर्ज करायी ।
सबसे पहले सौरभ गांधी ने इस बात पर सवाल उठाया कि आज की जन सुनवाई कया खाना पूरती के लिए रखी गयी है, क्योंकि कमीशन की ओर से उसकी अपनी वेब साईट पर कल सुबह दिनांक 4/5/16 तक इस जनसुनवाई के बारे में कोई सूचना नही डाली गयी थी जिसका सीधा असर ये देखने को मिला कि दिल्ली की लाखों उपभोक्ताओं में से सिर्फ़ कुछ चुनिंदा लोग ही इस जनसुनवाई में आये है जिसको आप फ़ोटो मे भी सभागार की ख़ाली कुर्सियों को देख अन्दाज़ा लगा सकते है (नोट-: जिसको लेकर यूआरडी ये माँग भी करेगी की ये सुनवाई फिर से रखी जाए और सही तरीक़े से लोगों को इसकी जानकारी दी जाए) सौरभ गांधी ने ये माँग की समाज सेवी व ऐसे संस्थाओं के लिए अलग से टैरिफ़ की एक और कैटेगरी बनाई जाए जो संस्थान बिना किसी लाभ के समाज की सेवा के कार्य करते है जबकि APTEL के आदेश में ये साफ़ है कि इन संस्थाओं के लिए अलग से कैटेगरी बनाई जानी चाहिए, अभी तक ऐसी संस्थाओं से व्यवसायिक दरे वसुली जाती है । उन्होंने कहा कि IEA -2003 के सेक्शन 61 में कमीशन सिर्फ़ टैरिफ़ तय करने का व PPAC में सिर्फ़ फ़्यूल चार्ज तय कर सकता है जबकि कमीशन लेखांकन (accounting) को भी विनियमन (regulation) में लाने के प्रयास कर रहा है जो बिलकुल ग़लत है व इसके गम्भीर परिणाम आने वाले टैरिफ़ पर पढ़ेंगे, सौरभ गांधी ने जल्द अपने वक्तव्य को रोकते हुए कहा कि वो अपने व अपने कुछ साथियों को बोलने के समय को यूआरडी के वित्तीय सलाहकार – सीए० संजय गुप्ता जी को देने का अनुरोध करेंगे ताकि यूआरडी की टीम द्वारा तैयार पावर पवाईट परजेनटेशन को वो कमीशन के सामने रख सके ।
Power point presentation को हम इस मेल के साथ भेज रहे है अगर आप इससे जुड़े किसी सवाल का जवाब चाहते है तो सौरभ गांधी से 7503141516 पर या सन्जय गुप्ता 9311025900 पर सम्पर्क कर सकते है । 
जन सुनवाई क्या खाना पूर्ति के लिए रखी गयी है ? Read More

उत्तराखंडः जंगल में आग लगाने पर 46 पर कार्रवाई, तीन गिरफ्तार

fire-shimla_1462199876उत्तराखंड के जंगलों में अचानक इतनी आग कैसे लगी? इस सवाल का जवाब धीरे-धीरे मिलने लगा है। सोमवार को जानबूझकर जंगल में आग लगाने के मामले में 46 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इनमें दो व्यक्तियों को दूसरे प्रांत का बताया जा रहा है। इससे शक की सुई वन माफिया की तरफ घूमने लगी है। हालांकि अपर मुख्य सचिव एस. रामास्वामी ने बताया कि आरोपियों का विस्तृत ब्यौरा लिया जा रहा है। जंगलों में आग का सिलसिला शुरू होने के बाद यह चर्चा रही कि आग मानव जनित है।

इस पर कार्रवाई शुरू हुई तो शरारती तत्व पकड़ में आने लगे हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि जंगलों में जानबूझकर आग लगाते हुए पाए जाने पर कुल 46 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 1 मामले में एफ आईआर और 45 मामलों में इंडियन फॉरेस्ट एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। जानबूझकर आग लगाने वालों के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट की धाराओं में 3 से 7 साल की सजा का प्रावधान है।

इसके अलावा तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो व्यक्ति नैनीताल और एक पिथौरागढ़ से गिरफ्तार किया गया है। नैनीताल में पकड़े गए व्यक्ति पड़ोसी प्रांत के रहने वाले हैं। इनके संबंध में छानबीन की जा रही है। दूसरे प्रांतों के लोगों के पकड़े जाने पर शक की सुई वन माफिया की तरफ घूमने लगी है।

वन माफिया आग की आड़ लेकर जंगलों में अवैध रूप से पेड़ों को काट लेते हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि आग से निपटने के बाद विस्तृत जांच कराई जाएगी। वन विभाग का जो अधिकारी, कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई होगी।

Source- अमर उजाला

उत्तराखंडः जंगल में आग लगाने पर 46 पर कार्रवाई, तीन गिरफ्तार Read More

उत्तराखंडः 24 घंटे में 271 जगह धधके जंगल, 232 पर पाया का‌बू

forest-fire_1462121173उत्तराखंड के जंगलों में बीते 24 घंटों के अंदर 271 स्थानों पर आग लगी। हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 232 क्षेत्रों में आग पर काबू पा लिया गया है और 40 स्थानों पर आग अभी लगी है। अपर मुख्य सचिव एस. रामास्वामी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि आग खत्म होने के बाद प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराया जाएगा। स्थिति से निपटने को केंद्र सरकार ने छह करोड़ आवंटित किए हैं।

शासन फिलहाल आंकड़ों में आग की घटनाओं के उतार-चढ़ाव से ही खुश है। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि सोमवार को एक्टिव फायर की संख्या 73 थी और सोमवार को यह 40 हो गई है। आग की स्थिति से केंद्र को अवगत कराया जा रहा है। मुख्य सचिव बराबर पीएमओ से संपर्क में हैं। विभिन्न विभागों के लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को जंगल की आग रोकने के काम में लगाया गया है। इस बार फ ायर वॉचर की संख्या 3 हजार से बढ़ाकर 6 हजार कर दी गई। इसका परिणाम मिलने लगा है।

टीमों के जुटने से पहले की तुलना में अब आग की घटनाओं पर नियंत्रण करने में सफलता मिल रही है। एयरफोर्स के दो एमआई-17 हेलीकाप्टर का उपयोग किया जा रहा है। नैनीताल से 5 और पौड़ी से 3 उड़ानें भरी गईं। अपर मुख्य सचिव ने इस फायर सीजन (15 फ रवरी से 15 जून) का ब्यौरा दिया। उन्होंने बताया कि इस फायर सीजन में अभी तक कुल 1317 आग की घटनाएं हुई हैं जिनसे 2876 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।

 

Source: अमर उजाला

उत्तराखंडः 24 घंटे में 271 जगह धधके जंगल, 232 पर पाया का‌बू Read More

सूखे की मार झेल रहे दो गांवो को आमिर ने लिया गोद

_86842409_gettyimages-474446946 मुंबई। महाराष्ट्र में सूखे की मार झेल रहे कई गांवों की मदद के लिए बॉलीवुड की कुछ हस्तियां सामने आई हैं। एक तरफ जहां अक्षय कुमार ने सूखा पीड़ितों के लिए 50 लाख रुपए दान किए हैं वहीं आमिर खान दो गांवों को गोद लिया है। आमिर ने ताल, और कोरेगांव नामक दो गांवों को गोद लिया है।

अक्षय कुमार ने इससे पहले भी महाराष्‍ट्र में आत्‍महत्‍या कर रहे किसानों की मदद करने के लिए 90 लाख रुपए दान किए थे। वहीं आमिर इससे पहले से महाराष्ट्र में पानी से जुड़ी समस्या पर भी सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। उन्होंने जल संरक्षण जागरूकता अभियान के तहत महाराष्ट्र स्थित औरंगाबाद के गांव का भी दौरा किया था इस दौरान महाराष्ट्र में जलयुक्त शिविर अभियान का समर्थन किया था। अक्षय इनदिनों अपनी आगामी फिल्‍म ‘रुस्‍तम’ की शूटिंग कर रहे हैं और आमिर ‘दंगल’ की शूटिंग कर रहे हैं। ‘दंगल’ में आमिर ने एक रेसलर की भूमिका निभाई है।

news coverage- IBN7

सूखे की मार झेल रहे दो गांवो को आमिर ने लिया गोद Read More

बाबा साहिब सिर्फ दलितों के नहीं पूरे देश के नेता : विपुल गोयल

IMG_6447-1फरीदाबाद 14 अप्रैलसामाजिक समरसता मंच (फरीदाबाद) द्वारा इंद्रा कॉलोनी, यामाहा प्लांट के सामने डॉ भीमराव अंबेडकर जी की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में विधायक विपुल गोयल ने शिरकत की जबकि अध्यक्षता सामाजिक समरसता मंच के जिला अध्यक्ष कर्नल समर सिंह ने की। इस मौके पर निवर्तमान पार्षद पूरन देवीश्रीराम अग्रवालएसएस सैनीओपी धामा विशिष्ठ अतिथि थे।  विधायक विपुल गोयल ने सबसे पहले तो ले. कर्नल समर सिंह (जिला अध्यक्ष) , बी आर भाटी ( वरिष्ठ उपाध्यक्ष) और राम अग्रवाल( संयोजक) का अभिनंदन किया । विधायक विपुल गोयल ने बाबा साहिब की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए। साथ ही उन्होने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाबा साहब के जीवन पर प्रकाश डाला। सभी उपस्थितजनों ने बाबा साहब के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया। साथ ही उन्होने कहा कि बाबा साहिब सिर्फ दलितों के नहीं पूरे देश के नेता थे । हिंदुस्तान बाबा साहब का ऋण कभी नहीं उतार पाएगा । विधायक विपुल गोयल ने इंद्रा कॉलोनी को हरियाणा सरकार द्वारा स्थाई करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जल्द ही कॉलोनी के लिए निगम डेवलपमेंट चार्ज लगाएगा। जिसके बाद यहां भी अन्य कॉलोनियों की भांति सीवरपानीसड़क की समुचित व्यवस्था कराई जाएगी। उन्होंने कॉलोनी के जर्जर कम्यूनिटी सेंटर को डा. भीमराव अंबेडकर कम्यूनिटी सेंटर का नाम देकर उसके जीर्णोद्दार की मांग स्वीकार की। इसके अलावा कम्यूनिटीसेंटर में जन सुविधा केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र बनाने की भी घोषणा की  सामाजिक समरसता मंच द्वारा विधवा पेंशनवृद्वा पेंशनसिनियर सिटिजन पेंशनलाड़लीआधार कार्ड नामांकनवोटर कार्ड और शारीरिक रूप से विकलांग पेंशन के लिए करीब 500 फार्म भरवाए गए। इस मौके पर प्रतिभावान बच्चों कोविदायक विपुल गोयल द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर आरएसएस के जिला शारीरिक प्रमुख ऋषिपालरणधीर चौहानमनोज भट्टप्रभुदयाल ठेकेदारलक्ष्मणप्रकाश पाठकपिंकी शर्मारेखा शर्मा , इंद्रा देवी , हट्टी ठेकेदार , पूरन देवी , धर्मपाल , प्रवेश मेहता , विजय शर्मा , छत्रपाल (एडवोकेट) , राकेश सूरी (युवा मंडल अध्यक्ष) , मनोज (एडवोकेट), गोपाल शर्मा , मनोज कुमार , प्रवीण चौधरी , मनीष राघव, रघुवीर सिंह , प्रकाश पाठक , कैलाश शर्मा , रमन कपूर , संजीव सैनी , विपिन झां , अमित व अन्य लोग मौके पर मौजूद थे ।

बाबा साहिब सिर्फ दलितों के नहीं पूरे देश के नेता : विपुल गोयल Read More

शिवरात्रि विशेष : सेहतमंद घीया-साबूदाने की खिचड़ी

1457333397-243250 ग्राम साबूदाना, पाव कटोरी मूंगफली के पिसे दाने, 100 ग्राम लौकी (घीया), आधा चम्मच जीरा, 4-5 पत्ता मीठा नीम, काली मिर्च पावडर आधा चम्मच, हरी मिर्च 2-3 बारीक कटी हुई, एक छोटा चम्मच शक्कर, सेंधा नमक स्वादानुसार, नींबू, बारीक कटा हरा धनिया एवं फलाहारी मिक्चर।
विधि :
खिचड़ी बनाने से 3-4 घंटे पूर्व साबूदाने को भिगो कर रख दें। लौकी को कद्दूकस करें। एक कड़ाही में घी गरम करके उसमें जीरा, मीठा नीम व हरी मिर्च का छौक लगाएं। तत्पश्चात किसी हुई लौकी डाल दें। एक-दो मिनट भूनने के बाद साबूदाने और मूंगफली के दाने डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। थोड़ी देर बाद नमक, काली मिर्च एवं शक्कर डालें एवं अच्छी तरह मिक्स कर लें।

लीजिए तैयार है सेहतमंद घीया-साबूदाने की खिचड़ी। ‍हरा धनिया, फलाहारी मिक्चर और नींबू से सजाकर पेश करें।


उपवास के दौरान खिचडी़ में लौकी डालने से उसका स्वाद तो बढ़ता ही है, लेकिन लौकी में फाइबर की अधिकता होने के कारण कब्जियत से भी आपका बचाव हो जाता है।

– राजश्री कासलीवाल

शिवरात्रि विशेष : सेहतमंद घीया-साबूदाने की खिचड़ी Read More

मेथी की पूड़ी़ – Methi Poori

imagesमेथी सेहत के लिये बहुत लाभदायक होती है। इसको हम कई सब्जियों के साथ मिला कर बनाते हैं, लेकिन हम इसको आटे में माँड कर इसके पूड़ी़ या पराठे भी बना सकते हैं। तो आइये आज मेथी की पूड़ी़ बनाएं।

आवश्यक सामग्री:

  • आटा – 300 ग्राम (2 कटोरी)
  • बेसन – 150 ग्राम (1 कटोरी)
  • मेथी – 200 ग्राम
  • तेल – 1 टेबल स्पून
  • जीरा – 1 छोटी चम्मच
  • नमक – स्वादानुसार
  • तेल – तलने के लिये

विधि:

सबसे पहले मेथी की पत्तियों को तोड़ कर साफ कर लीजिये और उसके बाद पत्तियों को साफ पानी से अच्छी तरह धो कर छलनी में रख दीजिये। जब मेथी की पत्तियों से सारा पानी निकल जाए तो उन्हें मिक्सी में मोटा-मोटा पीस लीजिये (यदि आप चाहें तो इन पत्तियों को चाकू या फूड प्रोसेसर से भी बारीक काट सकते हैं)।

अब एक बर्तन में आटे और बेसन को छान कर उसमें नमक, जीरा, 1 टेबल स्पून तेल व मेथी मिलाइये और आवश्यकतानुसर पानी डाल कर नरम आटा गूथ लीजिये (पूड़ी़ का आटा रोटी के आटे से थोड़ा सख्त होना चाहिये)। अब इसे गुथे हुए आटे को आधे घंटे के लिये ढककर रख दीजिये ताकि वह अच्छे से सैट हो जाए।

कढ़ाई में तेल गर्म कीजिये और गुथे हुए आटे से छोटी छोटी लोइयाँ बनाकर 3-4 इंच के व्यास में गोल बेल लीजिये। अब एक पूड़ी़ को उठा कर गर्म तेल में डालिये और फूल जाने पर उसे पलट-पलट कर ब्राउन होने तक तलिये। जब पूडी़ दोनों तरफ से ब्राउन हो जाए तो उसे किसी प्लेट में निकाल लीजिये। एक-एक करके सारी पूड़ियाँ इसी तरह तल कर प्लेट में निकालते जाइये।

मेथी की पूड़ियाँ तैयार हैं। अब इन्हें गरमा गरम आलू की सब्जी, चटनी या अपनी पसंद की किसी भी सब्जी के साथ परोस कर खाइये।

source : Anukool Mistri

मेथी की पूड़ी़ – Methi Poori Read More