मोती लाल गुप्ता मेहंदी किंग से साईं सेवक बन समाज में बनाई एक विश्वसनीय पहचान

motilal guptaपीपल के पत्ते जैसे ना बनो जो वक़्त आने पर सुख जाते है बनना है तो मेहंदी के पत्तों सा बनो जो खुद पीस कर भी दुसरो की ज़िन्दगी मे रंग भर जाते है। कुछ इसी तरह  की सोच है फरीदाबाद के समाजसेवी और उद्योगपति मोतीलाल गुप्ता की जो 78 साल की उम्र मे अपने दम पर एन जी ओ चला रहे है और एक नहीं , दो नहीं , 1100 बच्चो को शिक्षा भी मुहैया करा रहे है। दरअसल मोती लाल गुप्ता ने सन 1987 मे अपनी ही ज़मीन पर साईं बाबा का मंदिर बनवाया जो तिगांव रोड पर स्थित है। ये मंदिर अब साईं धाम के नाम से जाना जाता है।

ऐसे हुई शुरुआत :- मोतीलाल गुप्ता एक साईं भक्त है। वो निरंतर साईं मंदिर मे प्रसाद बांटने जाया करते थे। लेकिन वहां उन्होंने देखा की छोटे-छोटे बच्चे भीख मांग रहे थे। उनके कपडे और हालत देखकर उनकी निरक्षरता का साफ़ पता चल रहा था। ये सब देखकर मोतीलाल गुप्ता को काफी दुःख हुआ। तभी उन्होंने उन जैसे बच्चों  का भविष्य संवारने का निर्णय लिया। उन्होंने गलियों और मंदिरों से छोटे-छोटे बच्चों को इकट्ठा किया। सबसे पहले एक छोटे से कमरे में 67 बच्चों को बैठाकर उनकी पढ़ाई शुरू कराई लेकिन फिर भी उन्हें संतुष्टि नहीं मिल पाई। धीरे-धीरे उन्होंने और अधिक प्रयास किये और 12 अप्रैल 2004 को अपने ही बनाए हुए साईं मंदिर के पास साईं धाम के नाम से स्कूल खोला। शुरुआत में स्कूल को चलने मे काफी दिक्कतें आई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आज उसी प्रयास का नतीजा है कि उसी स्कूल मे 1100 बच्चों  की ज़िन्दगी संवारी जा रही है। पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को सारी सुविधाएँ  दी जाती है। जैसे स्कूल यूनिफार्म, स्टेशनरी, नाश्ता, खाना आदि। मोतीलाल जी के इस काम में अन्य सामाजिक लोगों ने भी आर्थिक रूप से उनकी काफी मदद की। जैसे यू एस की एक एन जी ओ होम ऑफ़ होप ने साईं धाम स्कूल मे कंप्यूटर लैब खोलने के लिए लगभग 24 कंप्यूटर दान दिए। साईं धाम मे पढ़ाई के साथ-साथ महिलाओ को भी आत्म निर्भर बनने मे उनकी मदद की जाती है। महिलाओ को फ्री सिलाई-कड़ाई की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ-साथ शहर की कंपनियों मे उनकी नौकरी भी लगवायी जाती है ताकि वो अपने सामाजिक रूप को सुधार सके और अपने परिवार की आर्थिक रूप से सहायता कर सके। इस वक़्त अगर बात करे तो लगभग 100 महिलाओ को यहाँ प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

 

सिर्फ स्कूल नहीं स्मार्ट स्कूल :- कहने को तो साईं धाम एक एन जी ओ द्वारा चलाया जा रहा स्कूल है लेकिन अगर सुविधाओ की बात करे तो किसी प्राइवेट स्कूल से ज्यादा सुविधाये इस स्कूल में उपलब्ध है। प्राइवेट स्कूलों की तरह इस स्कूल मे भी शानदार बिल्डिंग,कंप्यूटर लैब,केमिस्ट्री लैब,फीजिक्स लैब,स्मार्ट क्लास के साथ-साथ खेलो के लिए की भी सारी आधुनिक सुविधाये उपलब्ध है। साईं धाम स्कूल हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। स्कूल मे बच्चो की पढ़ाई के लिए एजुकेटेड टीचर्स का स्टाफ है जबकि खेलों के लिए अलग से कोच रखा गया है।

 

स्कूल मे अन्य सुविधाएँ :- बच्चो के तकनीकी ज्ञान के लिए कंप्यूटर लैब मे NIIT के ट्रेनर्स को रखा गया है। पढ़ाई के साथ-साथ साईं धाम मे 18 होम्योपैथिक डिस्पेंसरी भी है जिसमे लगभग 800 से 1000 लोगो का प्रतिदिन इलाज़ किया जाता है। इस से अलग स्कूल के हर फ्लोर पर तीन टॉयलेट है। स्कूल आई एस ओ सर्टिफाइड है। बच्चो के मनोरंजन के लिए उन्हें अलग-अलग जगह ऐतिहासिक स्थल पर ले जाया जाता है।

हाल ही मे साईं धाम ने उत्तर प्रदेश के निसवारा मे लगभग 6 एकड़ ज़मीन पर एक और स्कूल बनाया है जिसके निर्माण में  एक प्राइवेट कंपनी ने लगभग 30 लाख रुपये का योगदान दिया। इस स्कूल मे लगभग 400 से 500 बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। इस से अलग दिल्ली के ग़ाज़ीपुर स्लम मे भी 2013 मे एन जी ओ द्वारा एक कोचिंग सेंटर बनाया गया जिसमे 200 बच्चो को कोचिंग दी जा रही है जिसमे से 40% लड़कियां है।

इसके साथ-साथ मोतीलाल गुप्ता जी सामूहिक विवाह भी करवाते है। लगभग 400 से 500 शादियां करवा चुके मोतीलाल गुप्ता हर साल लगभग 100 शादियां करवाते है। इन शादियों का पूरा खर्च ये खुद उठाते है। ये सब गुप्ता जी बिना किसी भेदभाव,जात-पात के करते है। चाहे कोई हिन्दू हो,मुसलमान हो,सिख हो या ईसाई सबकी समान रूप से सहायता करते है। साईं धाम की तरफ से एक पहल की गयी है – जरुरत है मानसिकता बदलने की, जिसका स्लोगन रखा गया-  बेटी बचाओ,बेटी पढाओ,आत्म निर्भर बनाओ,सामूहिक विवाह अपनाओ।

 

लक्ष्य :- मोतीलाल गुप्ता जी का कहना है कि अब उनका एक ही लक्ष्य है और वो है अशिक्षा मिटाना। उनका सपना है कि पुरे देश मे साईं धाम जैसी संस्थाएं खोली जाएँ जिससे गरीब बच्चो को फ्री शिक्षा दी जा सके और उनके भविष्य को सुधारा जा सके। वे चाहते है कि देश के हर बच्चे को अच्छा खाना,अच्छी शिक्षा और अच्छा स्वास्थय मिले। साथ ही वो लोगो को प्रेरित करना चाहते है कि इस तरह के स्कूल खोले। सामूहिक विवाह को अपनाए ताकि गरीब और अनाथ लड़कियों का विवाह भी अच्छे से संपन्न हो सके। मोतीलाल गुप्ता जी साल 2015 मे तीन बार सामूहिक विवाह करवा रहे है। सामूहिक विवाह की पहली तिथि 19 अप्रैल 2015,दूसरी तिथि 31 मई 2015 और तीसरी तिथि २२ नवंबर 2015 है।
Editor : Nitin Garg