ज़रुरत से ज़्यादा भगवान को याद मत किया करो क्योंकि…
किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो.. लेने के देने पड़ जायेंगे ।
“काम ऐसे करो कि लोग आपको……
किसी दूसरे काम के लिए बोलें ही नहीं”
आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है,
जिसके पंडाल में गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।
वरना ज्ञान तो अब ऑनलाइन उपलब्ध है ।
जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो,
वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है!
आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है,
जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें ।
आप कितने ही अच्छे काम कर लें,
लेकिन लोग उसे ही याद करते हैं, जो उधार लेकर मरा हो ।
आजकल माता-पिता को बस दो ही चिंताएं हैं…
इंटरनेट पर उनका बेटा क्या डाउनलोड कर रहा है और… बेटी क्या अपलोड कर रही है ।
जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष
और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला.. जल्दी वापस नहीं आते ।।
जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं,
तो वह चीज… उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।
एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है कि कभी कभी चुप भी रहा करो।
मगर एक बुद्धिमान पति कहता है कि तुम्हारे लब जब खामोश रहते हैं तो चेहरा बेहद हसीन लगता है!
आदमी अपने घर में सिर्फ दो ही कारणों से खुश होता है:
जब बीवी “नई” हो या बीवी “नहीं” हो!
What’s app का सबसे बड़ा फायदा क्या है?
बहुत सारी औरतें आपस में बात करती हैं फिर भी आवाज़ ही नहीं होती!
इतना तो बगुला भी मछली पकड़ने के लिये चोच नहीं निकालता होगा,
जितना लड़किया आजकल सेल्फी लेने के समय होठ निकालती है.
जीवन में कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो ताकि…
जिस दिन आपके यहाँ तुरई, करेला या कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको…।
ज्ञान समाप्त!! ? ?
source : Anukool Mistri
अल्ट्रा-मॉडर्न ज्ञान Read More