जेएनयू मामलाः छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और दो दिन की रिमांड पर

कन्हयाजेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी पर बढते विवाद के बीच इस मामले में गिरफ्तार छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पटियाला हाउस कोर्ट ने दो दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है|
शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए कन्हैया की तीन दिन की पुलिस हिरासत सोमवार को खत्म हो रही थी और अदालत ने उसे फिर से पुलिस हिरासत में भेज दिया।

संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत विरोधी नारे लगाने के मामले में कन्हैया पर देशद्रोह और आपराधिक साजिश के आरोप में केस दर्ज किया गया था।

कन्हैया कुमार की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान आज वकीलों और जेएनयू छात्रों के बीच झडप हो गयी। इस बीच दिल्ली पुलिस ने कहा है कि पूछताछ और जांच से साबित हो रहा है कि कन्हैया ने उस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और भारत विरोधी नारेबाजी की।

वहीं जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार सोमवार को पहली बार मीडिया के सामने आए और कहा कि जांच के लिए गठित उच्चस्तरीय कमेटी 25 फरवरी तक विश्वविद्यालय की अपनी रिपोर्ट सौंपेगी जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

जगदीश कुमार ने साफ किया कि उन्होंने पुलिस को कैंपस में आने के लिए नहीं कहा था उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से शिक्षण कार्य फिर से शुरु करने की अपील की।

जेएनयू की विशेष जांच कमेटी ने पूरी घटना की वीडियो फुटेज के आधार पर कई चश्मदीदों के बयान लिए हैं। इस मामले में कुल 8 छात्रों को निलंबित किया गया है और वो जांच पूरी होने तक क्लास अटेंड नहीं कर पाएंगे।

पुलिस ने भारत-विरोधी नारेबाजी में कथित तौर पर शामिल 13 छात्रों का पता लगाने के लिए एक टीम गठित की है। मामले की जांच कर रही स्थानीय पुलिस ने इस केस को आतंकी मामलों की जानकार एजेंसी एनआईए को सौंपने का आग्रह किया है। ये मामला अदालत में भी है जिस पर मंगलवार को सुनवाई होगी।

इस बीच सरकार ने साफ कहा है कि मामले की जांच पुलिस कर रही है और जल्द ही सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। सरकार ने ये भी साफ कर दिया है कि किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और किसी निर्दोष को सजा नहीं होने दी जाएगी।

सोर्स : अनुकूल मिस्त्री