जानें- ये है देश का नंबर-1 दुश्मन मसूद अजहर, यही है उरी हमले का आक़ा

masood-profile-pkg-1909-vp-00_09_21_14-still001-580x395इस्लामाबाद/नई दिल्ली: खुफिया रिपोट्स में उरी हमले के पीछे आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद का हाथ बताया जा रहा है और इस हमले का मास्टर माइंड कोई और नहीं जैश का सरगना मसूद अजहर है. ये वही मसूद अजहर है जिसने पठानकोट एयरबेस पर भी हमला करवाया था और साल 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के बाद अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उसे रिहा किया था. मसूद अजहर इस वक़्त पाकिस्तान में है और खुलेआम भारत विरोधी काम करता है.

जैश-ए-मोहम्मद नाम के इस आतंकी की फैक्ट्री को चलाता है मसूद अजहर. उसी की आतंक की फैक्ट्री आतंकियों ने उरी में 17 जवानों की जान लेकर देश पर बहुत बड़ हमला किया.

मसूद अजहर वही जिसे 1999 में कंधार विमान अपहरण कांड के बाद भारत को रिहा करना पड़ा था. तब भारत की मजबूरी थी क्योंकि इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 814 के 178 यात्रियों को सही सलामत आतंकियों के कब्जे से छुड़ाना था.

मसूद अजहर छूट गया लेकिन उसके बाद मसूद अजहर ने भारत के खिलाफ जो जंग छेड़ी वो आज तक खत्म नहीं हुई है. भारत के चंगुल से छूटते ही मसूद ने जैश-ए-मोहम्मद बनाया औऱ फिर भारत के खिलाफ जहर और जंग का एलान कर दिया.

छूटने के दो साल में ही मसूद अजहर ने 2001 में संसद पर हमला करके एहसास कराया कि उसे छोड़ना कितनी बड़ी भूल थी.

संसद हमले के बाद मसूद ने इसी साल भारत के खिलाफ नए सिरे से आतंकी हमले को अंजाम देना शुरू किया. पठानकोट एयरबेस पर हमला मसूद के आतंकियों ने किया. 7 महीने के बाद फिर मसूद ने उरी में सेना मुख्यालय पर हमला करके खुद anको भारत का दुश्मन नंबर एक साबित कर दिया है.

पठानकोट हमले के बाद भारत ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र से आतंकवादी घोषित कराने की कोशिश की लेकिन चीन ने सबूतों को नाकाफी मानते हुए अड़ंगा लगा दिया.