FIR दर्ज होने के बाद बोलीं मालीवाल, ‘निकम्मे व नाकारा लोगों के कब्‍जे में हैं पूरा सिस्‍टम’

20_09_2016-swatimaliwaldcwनई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली महिला आयोग (DCW) में नियुक्तियों में धांधली के आरोप में एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) द्वारा मामला दर्ज किए जाने पर DCW की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक के एक कई ट्वीट कर सफाई तो दी ही, साथ ही विरोधियों पर भी हमले किए। मालीवाल ने भावुक अंदाज में कहा कि अगर कोई मेरी पूरी जिंदगी में एक रुपय़े का भ्रष्टाचार भी सिद्ध कर दे तो मैं अपनीं जिंदगी छोड़ दूंगी।

विरोधी मेरे काम से परेशान

उन्होंने कहा कि सिस्टम में बैठे निकम्मे और नाकारा लोगों को मेरा महिलाओं के लिए काम करना और सवाल उठाना पसंद नहीं आ रहा है। वे मेरे सवालो से और मेरे काम से परेशान हैं।

सोमवार देर रात ACB ने स्वाति मालीवाल पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज किया है। उन पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप है।उन्होंने कहा कि मैं फौजी की बेटी हूं। फ़ौज में पली बढ़ी हूं। देश के लिए काम करना और देश के लिए जान देना सीखा है। मुझे दुनिया की कोई ताकत डरा नही सकती।

DCW भर्ती घोटाला: स्वाति मालीवाल के खिलाफ ACB ने दर्ज किया केस

….तो कुर्बानी तो देनी पड़ेगी

आज मामला दर्ज होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए स्वाति मालीवाल ने कहा कि पता चला कि मुझे पर मामला दर्ज हुआ है। जब गलत काम नहीं किया हो तो भगवान से भी नहीं डरना चाहिए। सिस्टम को बदलने के लिए काम करेंगे तो कुर्बानी तो देनी पड़ेगी।

हमने बदला सिर्फ काम करने का तरीका

उन्होंने कहा कि महिला आयोग में जो भर्ती का तरीका सालों से अपनाया गया, वही अपनाया है। जो बदला है वह है काम। दिन रात शिद्दत से काम किया है। सिस्टम से सवाल किए हैं।

मैं डरने वालों में से नहीं

स्वाति मालीवाल ने कहा कि मैं लक्ष्मीबाई, सावित्री बाई फुले, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, बिस्मिल और अशफाक को मानने वाली महिला हूं। मैं किसी से डरने वाली नहीं।

यहां पर बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ एसीबी ने भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज किया है। स्वाति पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप है। इससे पहले एसीबी की एक टीम के अधिकारियों ने गैर-कानूनी भर्तियों की एक शिकायत के सिलसिले में इसकी प्रमुख स्वाति मालीवाल से पूछताछ की थी।

डीसीडब्ल्यू की पूर्व प्रमुख बरखा शुक्ला सिंह की एक शिकायत के आधार पर एसीबी ने जांच शुरू की है। अपनी शिकायत में बरखा सिंह ने दावा किया था कि आप के कई समर्थकों को डीसीडब्ल्यू में पद दिया गया है। बरखा सिंह ने अपनी शिकायत में 85 लोगों का नाम दिया है। उन्होंने दावा किया है कि इन्हें ‘बिना अपेक्षित योग्यता’ के नौकरी दी गई है।

वहीं, मालीवाल ने कहा था कि डीसीडब्ल्यू में अपने नौ साल के कार्यकाल के दौरान बरखा शुक्ला सिंह ने केवल एक मामले का निपटारा किया। इस समयावधि के दौरान आयोग ने सरकार से कोई सिफारिश नहीं की और करीब 50 अधिकारियों की एक टीम होने के बावजूद केवल छह दौरे किए।

 

 

Source:jagran