करवाचौथ को लोग चमत्कारी कहते हैं, इस व्रत को करने के बाद ही द्रोपदी को अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान मिला था
बेंगलुरू। 19 अक्टूबर को सुहागिनों का खास व्रत करवाचौथ है, जिसके लिए घरों में तैयारियां जोरों पर हो रही हैं। बाजारों में जबरदस्त रौनक हैं तो वहीं ब्यूटी पार्लर में भी महिलाओं और लड़कियों की लंबी लाइन देखी जा सकती है।
वैसे आपको बताएं कि इस बार का करवाचौथ काफी खास है, क्योंकि पूरे 100 साल बाद इस दिन नक्षत्रों का महासंयोग देखने को मिल रहा है इसलिए पंडितों के मुताबिक करवाचौथ 2016 काफी दिव्य और चमत्कारी है।
करवाचौथ में क्यों होती है चंद्रमा की पूजा? मालूम हो कि इस बार करवाचौथ बुधवार को है और इस दिन कार्तिक मास का रोहिणी नक्षत्र लगा है यानी कि इस दिन भगवान गणेश और भगवान कृष्ण दोनों का दिन है, जिसकी वजह से ये दिन महापावन हो गया है।
इसलिए इस दिन व्रत पड़ने से सुहागिनों के पति की आयु तो लंबी होगी ही, उन्हें सुख-समृद्दि भी मिलेगी, यही नहीं ये व्रत उन लोगों के लिए भी सुखद संयोग लेकर आया है जो संतान सुख चाहते हैं। इस व्रत को करने वाली स्त्री को अखंड सौभाग्य होने का भी गौरव मिलेगा।
करवाचौथ क्यों है चमत्कारी? वैसे इस व्रत के चमत्कारी होने के पीछे एक कहानी कही जाती है कि जब पांडव वनवास कर रहे थे तो भगवान श्री कृष्ण ने अपनी सखी द्रौपदी को इस दिव्य व्रत के बारे बताया था, जिसे करने के बाद ही द्रौपदी को अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान मिला था।