टी-20 वर्ल्ड कप में नौ साल से नहीं टूट पाया है बल्लेबाजी का यह रिकॉर्ड…

yuvraj-singh_650x400_71458123328नई दिल्ली: क्रिकेट बेहद रोमांचक खेल है, क्योंकि यह अनिश्चितताओं से भरा है, और इसके इसी स्वरूप को ज़्यादा से ज़्यादा मौकों पर सामने लाने के लिए वक्त-वक्त पर इसके फॉरमैट में बदलाव लाए जाते रहे हैं… कुछ दशक पहले टेस्ट क्रिकेट के साथ-साथ एक-दिवसीय क्रिकेट का जन्म हुआ, और वक्त के साथ-साथ खेल की गति बढ़ती चली गई, और इस हद तक बढ़ी कि टेस्ट क्रिकेट भी इस नई गति से अछूता नहीं रहा… फिर इसके बाद कुछ ही साल पहले जन्म हुआ ट्वेन्टी-20 क्रिकेट का, जिसने क्रिकेट के रोमांच को कतई नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया…

आज हम बात करने आए हैं, एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में, जो टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के रोमांच का ज्वलंत उदाहरण है, और जब-जब ऐसा हुआ, दर्शकों का उत्साह भी चरम पर पहुंचा… यह रिकॉर्ड है एक ही टी-20 इंटरनेशनल मैच में 400 या उससे ज़्यादा रन बनने का, जो कुल मिलाकर 14 बार बन चुका है, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप के संदर्भ में सिर्फ दो बार हुआ है, वह भी वर्ष 2007 में खेले गए पहले संस्करण में… इस फॉरमैट के चाहने वाले सबसे बड़े महाकुंभ में इस रिकॉर्ड के टूटने का इंतज़ार नौ साल से कर रहे हैं…

चार बार टीम इंडिया भी रही शामिल…
दिलचस्प तथ्य यह है कि कुल 14 में से चार मौकों पर भारतीय टीम का योगदान भी इस पहाड़ जैसी रनसंख्या में रहा, और तीन मौकों पर तो भारतीय जीते भी… इनमें से एक मौका वर्ल्ड कप के उस मैच का था, जिसे युवराज सिंह के एक ही ओवर में लगाए गए छह छक्कों के लिए आज तक याद किया जाता है…

अब अगर मौटे तौर पर देखा जाए, तो आज तक फटाफट क्रिकेट के लिए जाने जाने वाले टी-20 फॉरमैट में कुल मिलाकर लगभग 536 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले गए हैं, और उनमें से सिर्फ 14 मौके ऐसे आए, जब दोनों तरफ के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, और कुल रन औसत को 10 से ऊपर पहुंचाया…

पहली बार यह कारनामा 2006 में हुआ…
पहली बार यह कारनामा वर्ष 2006 में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 24 फरवरी को जोहानिसबर्ग में खेले गए मैच के दौरान हुआ, जब मेहमान टीम ने 199 और मेजबान विजेताओं ने 201 रन बनाए… दोनों ही टीमों ने अपने-अपने कोटे के पूरे 20 ओवर इस्तेमाल किए, और पूरे 10 रन प्रति ओवर की औसत से इस मैच में 400 रन बने…

अगली बार यह कमाल तब देखने को मिला, जब 28 जून, 2007 को ओवल के मैदान में वेस्ट इंडीज़ ने 208 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने 193 रन बनाए… इस मैच में भी दोनों टीमें पूरे 20-20 ओवर खेलीं, और 10.02 की औसत से कुल 401 रन बने…

तीसरी बार यह शानदार कारनामा टी-20 वर्ल्ड कप के पहले संस्करण में मेजबान दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज़ के बीच जोहानिसबर्ग में 11 सितंबर, 2007 को खेले गए मैच के दौरान अंजाम दिया गया… वेस्ट इंडीज़ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 205 रन बनाए, और जवाब में प्रोटियाज़ ने सिर्फ 17.4 ओवर में 208 रन बनाकर मैच जीत लिया… सो, सिर्फ 37.4 ओवर में 413 रन बने, जिसने प्रति ओवर रन औसत को 10.96 तक पहुंचा दिया…

युवी की अभूतपूर्व पारी – वर्ल्ड कप में ‘आखिरी बार’ बने 400 रन…
लगभग एक ही हफ्ते बाद वर्ल्ड कप में यही कारनामा भारतीय टीम ने कर दिखाया, और डरबन में 19 सितंबर, 2007 को इंग्लैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 218 रन ठोके, जिसके जवाब में इंग्लैंड के बल्लेबाज अपने निर्धारित 20 ओवरों में 200 रन ही बना पाए… इस तरह इस मैच का प्रति ओवर रन औसत 10.45 रहा…

एक मैच में सबसे ज़्यादा रनों का विश्वरिकॉर्ड…
और हां, एक सबसे रोचक जानकारी अभी बाकी है… इस फॉरमैट में किसी एक मैच में सबसे ज़्यादा रन बनने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज़ के नाम है, और इसे उन्होंने 11 जनवरी, 2015 को जोहानिसबर्ग में खेलते हुए अंजाम दिया… पहले बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम ने 20 ओवर में 231 रन ठोके, जिसके जवाब में ‘हार चुकी मान ली गई’ कैरेबियन टीम ने सिर्फ 19.2 ओवरों में 236 बनाकर मैच जीत लिया… इस तरह सिर्फ 39.2 ओवर में 11.87 की रन औसत से बने 467 रन किसी भी एक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बने सबसे ज़्यादा रनों का विश्वरिकॉर्ड हैं… वैसे, कुल मिलाकर यह 12वां मौका था, जब किसी एक मैच में 400 या ज़्यादा रन बने…

वैसे, ऐसा एक मौका इससे पहले भी आया था, जब किसी एक मैच में 450 से ज़्यादा रन बने थे… एक मैच में 400 या ज़्यादा रन बनने के नौवें मौके के रूप में दर्ज इस मैच के दौरान 29 अगस्त, 2013 को चिर-प्रतिद्वंद्वियों ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच साउथैम्पटन में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 248 रन बनाए, जो सबसे बड़ी टी-20 पारियों की सूची में दूसरे नंबर पर दर्ज है… इसके जवाब में इंग्लैंड की टीम अपने कोटे के ओवरों में 209 रन ही बना पाई… इस तरह इस मैच में 40 ओवरों में 11.42 की औसत से कुल 457 रन बने…

सो, अब आप जानते ही हैं कि उपरोक्त छह मौकों के अलावा भी आठ बार 400 या ज़्यादा रनों का आंकड़ा छुआ गया, जिनकी विस्तृत जानकारी नीचे दी गई टेबल में मौजूद है… वैसे, फिलहाल वर्ल्ड कप जारी है, इसलिए दर्शकों को इंतज़ार है ऐसे किसी मैच का, जिसमें ये सभी रिकॉर्ड टूटें…

source : NDTV