नई दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड में चल रही सरकार में उथल-पुथल के बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि स्पीकर ने सभी नौ बागी विधायकों को मतदान के अयोग्य घोषित कर दिया है. हालांकि उत्तराखंड की संसदीय कार्यमंत्री इंदिरा हृदयेश ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘स्पीकर ने बागी कांग्रेस विधायकों को अब तक निलंबित नहीं किया है.’
एएनआई के मुताबिक इंदिरा हृदयेश ने बताया है कि स्पीकर ने बागी विधायकों के वकीलों को आगे की सुनवाई के लिए आज सुबह 9 बजे का वक्त दिया है. इंदिरा हृदयेश का कहना है कि बागी विधायकों के निलंबन की जो खबरें आई हैं, वो महज अफवाह हैं।
इससे पहले सूत्रों के हवाले से ये खबर आ चुकी है कि स्पीकर ने सभी नौ बागी विधायकों को मतदान के अयोग्य घोषित कर दिया है।
अगर कांग्रेस के 9 बागी विधायक अयोग्य घोषित होने की वजह से विश्वास मत के दिन वोट नहीं दे पाए, तो 28 मार्च को होने वाले बहुमत के परीक्षण के दौरान सदन का समीकरण पूरी तरह से बदल जाएगा.
9 विधायकों के अयोग्य घोषित होने पर विधानसभा में 70 विधायकों की जगह 61 विधायक ही वोटिंग में हिस्सा ले पाएंगे। अगर विश्वासमत में 61 विधायक हिस्सा लेंगे तो बहुमत का आंकड़ा 31 का होगा। हरीश रावत 32 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं।
कल ही उस वक्त माहौल और गर्मा गया जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आ गया. पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री स्टिंग ऑपरेशन में फंसे है. कांग्रेस के बागी विधायकों ने दावा किया है कि हरीश रावत ने पत्रकार उमेश शर्मा के जरिए बागी विधायकों को खरीदने की कोशिश की. दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बागी कांग्रेस विधायकों ने स्टिंग का वीडियो जारी किया. सीएम हरीश रावत ने स्टिंग को फर्जी करार दिया है.