निर्भया की मां :दोषियों के वकील ने दी थी चुनौती, ये फांसी अनंतकाल तक नहीं होगी

2012 Delhi gang rape
निर्भया के दोषियों की फांसी एक बार फिर रोक लग गई है। कोर्ट के अगले आदेश तक इन दरिंदों को फांसी नहीं दी जा सकती है। इस फैसले पर निर्भया की मां काफी भावुक हो गईं और रोते हुए कहा कि दोषियों के वकील ने चुनौती दी थी कि यह फांसी अनंतकाल तक नहीं होगी और उन्होंने इसे सही साबित कर दिया है।

उनका कहना है कि आखिर मुजरिम जो चाहते थे वो गया है। इस पर सरकार को कोर्ट और सरकार पर विचार करना चाहिए। अब तो ऐसा लग रहा है जैसे सभी लोग मुजरिमों का साथ दे रहे हैं। जब निर्भया की मां से सवाल किया गया कि क्या अभी भी आपको कानून पर विश्वास है तो उन्होंने कहा कि मैं कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी। लेकिन सरकार और कोर्ट पर विचार करना चाहिए।

इसके साथ ही निर्भया का पक्ष रखने वाली वकील के भी आंसू आ गए और उन्होंने कहा कि न्याय में काफी देरी हो रही है। लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि जबतक निर्भया के दोषियों को फांसी नहीं हो जाती वो हार नहीं मानेंगी।

बता दें कि निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के चारों आरोपियों को कल सुबह (एक फरवरी) फांसी नहीं होगी। पटियाला हाउस कोर्ट ने अगले आदेश तक फांसी पर रोक लगा दी है।  दोषियों के वकील एपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कोर्ट ने अक्षय, विनय, पवन और मुकेश के डेथ वारंट को रद्द कर दिया है।

सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल ने कोर्ट से कहा है कि चाहें तो एक फरवरी को तीन दोषियों को फांसी दी जा सकती है। वहीं, दोषियों के वकील एपी सिंह ने दलील दी कि फांसी पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा देनी चाहिए। क्योंकि विनय की दया याचिका राष्ट्रपति के पास विचाराधीन है, जबकि अक्षय और पवन के कानूनी उपाय भी बाकी हैं। अक्षय की दया याचिका बाकी है। पवन ने अभी तक उपचारात्मक याचिका दायर नहीं की है।

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2012 Delhi gang rape निर्भया केस: 1 फरवरी को फांसी पर रोक वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित, आज कभी भी आ सकता है कोर्ट का आदेश

दोषी अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और पवन गुप्ता के वकील एपी सिंह ने कोर्ट से कहा कि ये दोषी आतंकवादी नहीं हैं। वकील ने जेल मैनुअल के नियम 836 का हवाला दिया | ऐसे मामले में जहां एक से अधिक लोगों को मौत की सजा दी गई है| दोषियों को तब तक फांसी की सजा नहीं दी गई है जब तक उन्होंने अपने कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल ना कर लिया हो।

निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में फांसी की सजा पाने वाले दोषियों की फांसी की सजा पर रोक लगाने वाली याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई हुई। निर्भया गैंगरेप केस मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों की उस याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है| दोषियों ने 1 फरवरी को होने वाली फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग की है। कोर्ट आज शाम तक फैसला सुनाएगा। आपको बता दें कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने फांसी की सजा पर रोक लगाने के तीन दोषियों के अनुरोध वाली याचिका की सुनवाई को दिल्ली की एक अदालत में चुनौती दी थी।

वहीं तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने दिल्ली की अदालत को बताया कि केवल एक दोषी की ही दया याचिका लंबित है| अन्य को फांसी दी जा सकती है। वहीं दोषियों के वकील ने दिल्ली की अदालत को बताया कि जब एक दोषी की याचिका लंबित है तो नियमों के अनुसार अन्यों को भी फांसी नहीं दी सकती।

फांसी की सजा का सामना कर रहे दोषी विनय कुमार शर्मा की ओर से पेश वकील ए पी सिंह ने अदालत से फांसी को अनिश्चितकाल के लिए टाल देने को कहा क्योंकि कुछ दोषियों के कानूनी उपचार अभी बाकी हैं। अभियोजन पक्ष ने कहा कि याचिका न्याय का मजाक है और यह फांसी को टालने की महज एक तरकीब है।

जेल के अधिकारियों ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा के समक्ष दायर स्थिति रिपोर्ट में इस याचिका का विरोध किया। अदालत ने बृहस्पतिवार को जेल अधिकारियों को नोटिस जारी करके दोषियों की याचिका पर जवाब मांगा था। दोषी पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार के वकील ए पी सिंह ने अदालत से फांसी पर अनिश्चितकालीन स्थगन लगाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि दोषियों में कुछ के द्वारा कानूनी उपायों का इस्तेमाल किया जाना बचा हुआ है।

निचली अदालत ने 17 जनवरी को मामले के चारों दोषियों मुकेश (32), पवन (25), विनय (26) और अक्षय (31) को मौत की सजा देने के लिए दूसरी बार ब्लैक वारंट जारी किया था जिसमें एक फरवरी को सुबह छह बजे तिहाड़ जेल में उन्हें फांसी देने का आदेश दिया गया। इससे पहले सात जनवरी को अदालत ने फांसी के लिए 22 जनवरी की तारीख तय की थी।

अब तक की स्थिति में दोषी मुकेश ने सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष दया याचिका दाखिल करना भी शामिल है। उसकी दया याचिका राष्ट्रपति ने 17 जनवरी को ठुकरा दी थी। मुकेश ने फिर दया याचिका ठुकराए जाने को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी जिसने बुधवार को उसकी यह अपील खारिज कर दी।

गौरतलब है कि पैरा मेडिकल की 23 वर्षीय छात्रा से 16-17 दिसंबर 2012 की मध्यरात्रि को छह लोगों ने चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म किया था और उसे सड़क पर फेंक दिया था। उसे इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था जहां 29 दिसंबर को उसकी मौत हो गई थी।

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Sharjil Imam arrested through his girlfriend

कैसे कराया गर्लफ्रेंड ने शरजिल इमाम को गिरफ्तार ?

How Girlfriend arrested Sharjil Imam

पुलिस टीम ने सोमवार रात को शरजील के दोस्त और भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पूछताछ के दौरान सामने आया कि शरजील अंडरग्राउंड होने के बाद से केवल अपनी प्रेमिका के संपर्क में था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए उसकी प्रेमिका से संपर्क किया। शरजील की प्रेमिका ने उसे फोन कर मलिक टोला गांव के पास इमामबाड़ा में मिलने के लिए बुलाया। जहां पुलिस ने उसे जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। शरजील की प्रेमिका ने उसकी गिरफ्तारी में बड़ी भूमिका निभाई थी।
Victim of CAA NRC

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा शरजील को लेकर बुधवार दोपहर राजधानी लौट आई। शरजील की गिरफ्तारी में उसकी प्रेमिका ने बड़ी भूमिका निभाई है। दो दिन से बिहार में छापेमारी करने पहुंची पांच सदस्यों की पुलिस टीम को जांच के दौरान शरजील और उसकी प्रेमिका के संपर्क में होने की बात पता चली थी। जिसके बाद पुलिस ने उससे संपर्क किया और उसकी मदद ने शरजील को गिरफ्तार किया।
शरजील की गिरफ्तारी के लिए बिहार पहुंची दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम के सदस्यों की बिहार पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। सोमवार रात को जब दिल्ली पुलिस शरजील के घर छापेमारी के लिए पहुंची थी तो स्थानीय पुलिस उसके साथ नहीं थी। गांव के लोगों से सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस वहां पहुंची और दिल्ली पुलिस से उलझ गई। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों के दखल के बाद दोनों टीमों ने शरजील को गिरफ्तार कर लिया।

450 संधिग्द मोबाइल नंबर 
शुरुआती जांच के बाद पुलिस को शरजील की कॉल डिटेल से 450 संदिग्ध नंबर मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि इन नंबरों में जामिया, अलीगढ़ हिंसा से जुड़े लोग शामिल हो सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने इन सभी नंबरों को जांच के दायरे में रखा है। इन सभी लोगों के बारे में शरजील से पूछताछ होगी।
गिरफ्तारी के बाद शरजील ने पुलिस को बताया कि उसका मोबाइल खो गया है। ऐसे में उसने पुलिस को अपना मोबाइल फोन नहीं दिया है। पुलिस टीम ने नया मोबाइल लेकर शरजील के नंबर का व्हाट्सएप शुरू किया, जिसके डाटा की जांच में पुलिस को पता चला कि शरजील से पीएफआई से जुडे़ कुछ लोग भी संपर्क में थे। जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि शरजील की अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि वो ऐसे कुछ लोगो के संपर्क मे था, जो पीएफआई से जुडे़ हुए हैं। गत दिनों जांच एजेंसियों ने दिल्ली व देश भर में हुई हिंसा के पीछे पीएफआई के खातों से ही पैसा देने की बात कही थी। लिहाजा इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं शरजील भी पीएफआई से सीधे तौर पर तो नहीं जुड़ा है।
सूत्रों ने बताया कि आरंभिक पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने शरजील से जुड़े दो वीडियो जांच के लिए फोरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिए हैं, जिससे इस बात की पुष्टि हो सके कि शरजील ने जो भाषण दिए उनमें किसी भी तरह से कोई मिलावट नहीं की गई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफएसएल से आई रिपोर्ट को दिखाकर भी शरजील से पूछताछ होगी, जिससे सच सामने आ सके। इसके लिए शरजील की आवाज का नमूना भी लिया जा रहा है, इस आवाज से सीडी में मौजूद आवाज का मिलान किया जाएगा।

13 जनवरी को दिया था पहला भाषण 
पुलिस की जांच में सामने आया है कि शरजील ने 13 जनवरी को पहला विवादित भाषण दिया था। अब पुलिस जानना चाहती है कि देश तोड़ने वाला जो भाषण शरजील ने दिया, उसकी स्क्रिप्ट तैयार करने में किन लोगों ने उसकी मदद की थी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस जानना चाहती है कि शरजील ने देश तोड़ने वाला भाषण क्यों दिया और अलीगढ़ व जामिया में भाषण देते समय कौन लोग उसके साथ मौजूद थे। साथ ही 13 दिसबंर को वह किन लोगों के साथ जामिया के बाहर था? एफआईआर होने के बाद किन लोगों के संपर्क में था और किन लोगो ने उसे छुपाने में मदद की?
मुकदमा दर्ज होने के फौरन बाद शरजील फरार हो गया था। शरजील ने अपने भाषणों में देश को बांटने की बात कही थी। उसने दिल्ली, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय समेत पटना में भी भाषण दिए। ऐसे में पुलिस अब शरजील को जामिया और अलीगढ़ ले जाने की तैयारी कर रही है जिससे वीडियो में दिखाई दे रही जगहों को चिन्हित किया जा सके।

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शरजील इमाम बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार, असम पर भड़काऊ विडियो हुआ था वायरल

देश को टुकड़ों में बांट देने जैसा विवादित भाषण देने के बाद छिपते फिर रहे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम को पुलिस ने आखिरकार दबोच लिया है। असम को भारत से अलग करने के भड़काऊ बयान के बाद शरजील चर्चा में आया था। बताया जा रहा है कि शरजील को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया है। इससे पहले उसके भाई को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। शरजील की गिरफ्तार के बाद उसके वकील ने कहा है कि शरजील ने पहले सरेंडर किया है, फिर उसे गिरफ्तार किया गया है। शरजील के खिलाफ पांच राज्‍यों में केस दर्ज हैं।

  • असम पर विवादित बयान देने वाले शरजील इमाम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • बिहार के जहानाबाद से पुलिस ने किया अरेस्ट, भाई को भी हिरासत में लिया था
  • पुलिस की पांच टीमों ने मुंबई, दिल्ली और पटना के कई इलाकों में छापेमारी की थी
  • शरजील ने शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण का आरोप

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दावा किया था कि शरजील जल्द ही मिल जाएगा। उसकी तलाश के लिए गठित पांच टीमों ने मुंबई, दिल्ली, पटना के कई इलाकों में छापेमारी की। दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के ही एक आला-अफसर ने सोमवार रात कहा था, ‘वह पुलिस के रेडार से गायब हो चुका है। चिंता है कि नेपाल न निकल गया हो। नेपाल चला गया तो उसे भारत लाने में बहुत पापड़ बेलने पड़ सकते हैं। क्योंकि तमाम कानूनी अड़चनों से सामना करना होगा।’

आखिरी बार फुलवारी शरीफ में देखा गया शरजील
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के इसी आला-अफसर ने सोमवार को दावा किया था कि 25 जनवरी 2020 को शाम करीब 7-8 बजे के बीच फरार शरजील इमाम को बिहार के फुलवारी शरीफ में एक मीटिंग में आखिरी बार देखा गया था। उसके बाद से ही वह पुलिस के रेडार से गायब था।

शरजील के पिता ने जेडीयू टिकट पर लड़ा चुनाव
शरजील का परिवार मूल रूप से बिहार के जहानाबाद जिले के काको का रहने वाला है। शरजील के पिता अकबर इमाम जेडीयू नेता थे। कुछ साल पहले उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो चुका है। सीएम नीतीश कुमार के करीबी रहे अकबर इमाम ने साल 2005 में जहानाबाद सीट से जेडीयू के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, जेडीयू की गठबंधन सहयोगी होने के नाते उस चुनाव में उन्हें बीजेपी का भी साथ मिला था। हालांकि वह आरजेडी के उम्मीदवार सच्चिदानंद राय से 3000 से ज्यादा वोटों से चुनाव हार गए थे।

 

 

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फर्जी बाबाओं की सूची जारी, जानें लिस्ट में हैं किन-किनके नाम?

List of fake babas released, know whose names are in the list?
लखनऊ: 
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने देश के 14 फर्जी बाबाओं की सूची जारी की है. इलाहाबाद में अपनी कार्यकारिणी की बैठक में इन बाबाओं की लिस्ट जारी की गई. इस लिस्ट में आसाराम उर्फ आशुमल शिरमानी, सुखविंदर कौर उर्फ राधे मां, सचिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, गुरमीत राम रहीम, डेरा सच्चा सिरसा, ओम बाबा उर्फ विवेकानंद झा, निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, स्वामी असीमानंद, ऊं नम: शिवाय बाबा, नारायण साईं, रामपाल, खुशी मुनि, बृहस्पति गिरि और मलकान गिरि समेत कुल 14 नाम शामिल हैं|

काफी दिनों से फर्जी बाबाओं के द्वारा बलात्कार, शोषण और देश की भोली-भाली जनता को ठगने की खबरें आती रही हैं. कई बाबाओं के खिलाफ देश की अदालतें भी फैसला दे चुकी हैं. ऐसे में हिंदू धर्म और संत समाज की बदनामी होती है. इसलिए परिषद ने ये फैसला लिया है कि वह स्वयं फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी कर दे, ताकि जनता उनसे सचेत रहें|

उन्होंने यह भी बताया कि अखाड़ा परिषद की इस पहल को लेकर आसाराम के कथित समर्थकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. अखाड़ा परिषद की कार्यकारिणी में सभी अखाड़ों के दो-दो सदस्य हैं. ये 26 सदस्य मिलकर फर्जी बाबाओं की सूची बनाएंगे. पहली सूची परिषद की आज इलाहाबाद में हो रही मीटिंग में जारी की जाएगी. इसके बाद लगातार कई सूचियां आएंगी. अखाड़ों का ऐसा विश्वास है कि 7 अखाड़ों की स्थापना आदि-शंकराचार्य के द्वारा की गई थी. जिनमें महानिर्वाणी, निरंजनी, जूना, अटल, आवाह्ऩ, अग्नि और आनंद अखाड़ा शामिल हैं|

मुगल काल में और बाद में ब्रिटिश हुकूमत के दौरान भी सारे अखाड़े समय-समय पर और विशेषकर अर्धकुंभ और कुंभ के दौरान इकट्ठा होकर हिंदू धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए संकल्प लेते रहे हैं. अभी भी कुंभ में अखाड़े सबसे बड़ा आकर्षण होते हैं. इनमें अखाड़ों और नागा साधुओं का शाही स्नान विशेष आकर्षण का केंद्र होता है. करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु इस दौरान इनसे मिलने आते हैं|

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Gauri Lankesh murder: VHP demands CBI probe, suspects Congress conspiracy

Claiming that Gauri had worked for the surrender of Naxalites, BJP leader Ravi Shankar Prasad asked why the Siddaramaiah government had not provided the senior journalist security.

As the RSS-BJP came under attack in case of the gruesome murder of journalist Gauri Lankesh in Karnataka, the saffron party on Friday hit back at the Opposition, calling into question the role of the Congress government in the state.

Another Sangh Parivar constituent, the VHP, asked for a CBI probe in the matter, expressing suspicion that the murder could be a Congress conspiracy.

The BJP questioned the Siddaramaiah-led Congress government in Karnataka on its failure to provide security to Lankesh, who was murdered outside her house in Bengaluru. The party also raised suspicion around the possible role of extremist left wing elements in perpetrating the murder, referring to her work for the surrender of Naxalites.

Senior BJP leader and Union minister Ravi Shankar Prasad condemned the “malafide” comments on the “regrettable and unfortunate” killing of the journalist-activist. Claiming that she had worked for the surrender of Naxalites, Prasad asked why the Siddaramaiah government had not provided her security.

“Indrajit Lankesh is on record having said publicly that his sister was working actively to ensure the surrender of Naxalites. So was she doing it with consent and approval of the state government, and if so, why was she not provided adequate security?” said Prasad.

“It had also been said Naxalites were unhappy with this. Why was there such a security failure by the Congress government in Karnataka?” he added.

Meanwhile, VHP international joint general secretary Surendra Jain told Mail Today, “Killings have so far in India been a festival for the left over which they have celebrated their politics. They jump at killings and jump at conclusions and their associates, like organised mafia, exploit it. Either Gauri’s murder or that of another scribe in Bihar, no one should be killed; it is regrettable. But playing politics over this is all the more regrettable. Gauri was working recently on cases of corruption and scams by Congress leaders in the state. She was having an ideological clash with Naxalites. In the last one year 22 scribes have been killed. Who did they raise their voice at?” Jain said.

“We want a CBI inquiry in the matter. But that needs the permission of the state government. In recent times, many of our cadre were killed in Karnataka and shamefully no one has been arrested and jailed in those respects. Law and order has broken down. Siddaramaiah is trying to play a bloody game in Karnataka politics. Therefore, all these killings seem to be sponsored by him and his Congress government. In last one year, 13 BJP workers were killed and none has been jailed. For a handful of Muslim votes Siddaramaiah can do anything,”Jain said.

Meanwhile, Prasad lashed out against so called liberals of double standards who remain silent on on the killings of RSS workers in Karnataka and Kerala. “Why is that all my liberal friends who speak so eloquently and strongly against the killing of a journalist maintain conspicuous silence when so many RSS and BJP workers were killed in Karnataka and Kerala,” he said.

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खुफिया एजेंसी का अलर्ट, खतरे में बाबा की हनीप्रीत, हो सकती है हत्या

Intelligence agency alert, Baba’s Honeypreet in danger, may be murdered
गुरमीत राम रहीम की असलियत का पता अगर किसी को है तो वो है हनीप्रीत. वही हनीप्रीत जो खुद को राम रहीम की मुंहबोली बेटी बताती है. लेकिन फिलहाल तो पुलिस के सामने चुनौती हनीप्रीत को तलाशने की है. खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि हनीप्रीत की हत्या हो सकती है, उसकी जान को खतरा है. साथ ही ये पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि कौन हनीप्रीत को मार सकता है. खतरा ये भी है कि कहीं राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार की हत्या तो नहीं हो गई? खबर ये भी है कि हनीप्रीत उत्तर प्रदेश के रास्ते नेपाल पहुंच चुकी है.

दरअसल रोहतक जेल में पिछले 14 दिन से बाबा 20 साल की सज़ा काट रहा है और हनीप्रीत के खिलाफ़ लुक आउट नोटिसजारी करके, पुलिस हिंदुस्तान के कोने कोने में हनीप्रीत को खोज रही है.

हनीप्रीत को लेकर खुफिया एजेंसी का खुलासा

जैसे ही खुफिया एजेंसियों ने ये अलर्ट जारी किया कि हनीप्रीत की हत्या हो सकती है, पुलिस और भी शिद्दत ने हनीप्रीत की तलाश में जुट गई है. हनीप्रीत तक पहुंचने के लिए पुलिस की टीम मुंबई समेत कई शहरों में सक्रिय है.

बता दें, बाबा राम रहीम कोई भी फैसला लेने से पहले सिर्फ हनीप्रीत से ही सलाह लेता था. बाबा की इस बेबी के हाथ में डेरे की सभी चाबियां रहती थीं. पैसे से लेकर हर वो फैसला जो डेरे से संबंधित होता था, वो हनीप्रीत की करती थी. हनीप्रीत ही राम रहीम के फिल्म प्रोडक्शन का काम संभालती थी. बाबा की सारी फिल्में हनीप्रीत ने ही डायरेक्ट की थीं.

कहा जाता है कि हनीप्रीत डेरे में एक दम चटक मटक रहती थी , ग्लैमरस कपड़े पहनती थी और जब बाबा हनीप्रीत के साथ नहीं होता था तो डेरे में लोग हनीप्रीत पर कमेंट करते थे, छेड़ते थे, सीटियां भी मारते थे. लेकिन बाबा अपनी हनीप्रीत पर सबकुछ लुटाने के लिए बेताब रहता था.

हनीप्रीत को लेकर एक खुलासा ये भी हुआ है कि हनीप्रीत ने अपने पूर्व पति विश्वास गुप्ता के जरिए बाबा से नज़दीकियां बढ़ाई थीं, और जब दोनों के रिश्ते बदनाम होने लगे तो बाबा ने हनीप्रीत को गोद ली हुई बेटी घोषित कर दिया. गुरमीत ने हनीप्रीत की शादी विश्वास गुप्ता से तो करवा दी, लेकिन सुहागरात नहीं मनाने दी. और विश्वास गुप्ता बाबा और हनीप्रीत के बीच की मात्र सीढ़ी बनकर रह गया.

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गुरुग्राम: स्कूल में मासूम का हत्यारा कंडक्टर गिरफ्तार, यौन उत्पीड़न की हुई थी कोशिश

Gurugram: school’s student killer conductor arrested , attempted sexual harassment
गुरुग्राम के रियान इंटरनेशनल स्कूल में बच्चे की हत्या मामले में पुलिस ने गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. गुड़गांव पुलिस ने इस मामले में बस के कंडक्टर, ड्राइवर समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया था.

अब गुड़गांव के DCP सिमरदीप सिंह ने बताया कि आरोपी कंडक्टर अशोक ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी कंडक्टर ने हत्या से पहले बच्चे के साथ कुकर्म की कोशिश की थी. जब बच्चे ने विरोध किया तो आरोपी ने उसे मार डाला. डीसीपी ने बताया कि अभियुक्त पिछले करीब 8 महीने से स्कूल में काम कर रहा था. आशंका जता रही है कि मासूम के कत्ल की साजिश पूर्व नियोजित थी.

स्कूल के बाथरूम में बच्चे की हत्या की खबर के बाद मृतक के पिता के साथ सैकड़ों अभिभावकों ने पुलिस कमिश्नर के दफ्तर का घेराव किया. उनकी मांग है कि स्कूल के खिलाफ भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए.

रियान इंटरनेशनल स्कूल में 2nd क्लास में पढ़ने वाले मासूम की मौत से गुस्साए अभिभावकों ने प्रदर्शन करते हुए गुरुग्राम पुलिस को आमरण अनशन की चेतावनी दी. प्रदर्शन कर रहे एक शख्स ने कहा कि अभिभावकों को पुलिस की कार्यशैली पर जरा भी विश्वास नहीं है.

उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि प्रबंधन मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहा है. लिहाजा केस की निष्पक्ष जांच के लिए स्कूल के खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए. अभिभावकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर स्कूल के खिलाफ केस दर्ज नहीं होगा तो वह लोग आमरण अनशन करेंगे.

क्या है मामला
शुक्रवार सुबह गुड़गांव के नामी रियान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाला 7 साल का मासूम स्कूल गया था. उसके पिता उसे स्कूल की बस तक छोड़कर आए थे. कुछ देर बाद करीब 8 बजे उन्हें स्कूल की ओर से फोन आया. उन्हें मासूम की तबीयत खराब होने के बारे में बताया गया.

गला रेतकर की गई हत्या
उनके स्कूल पहुंचने से पहले ही मासूम दम तोड़ चुका था. मिली जानकारी के अनुसार, बच्चे की लाश स्कूल के टॉयलेट में मिली थी. मासूम की गला रेतकर हत्या की गई थी. बच्चे की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और केस की जांच शुरू की.

स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों से पूछताछ
पुलिस ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों से पूछताछ की. पुलिस ने स्कूल परिसर में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. पुलिस पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि आखिर 7 साल के मासूम का कौन दुश्मन हो सकता है, जो इतनी बेरहमी से उसकी हत्या कर सकता है.

क्या पूर्व नियोजित थी हत्या की साजिश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बच्चे की हत्या पूर्व नियोजित तरीके से की गई. सूत्रों की मानें तो हत्या में नए चाकू का इस्तेमाल किया गया है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि मासूम की हत्या के मकसद से ही यह चाकू खरीदा गया था. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में स्कूल के बस ड्राइवर, कंडक्टर और एक अन्य स्टाफ को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.

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ताज़ा अपडेट : डेरे में दो नाबालिग समेत 5 लोग मिले, फोरेंसिक टीम गुफा में दाखिल

साध्वियों से बलात्कार मामले में डेरा प्रमुख राम रहीम जेल में सजा काट रहा है. कोर्ट के आदेश के बाद सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन टीम में करीब 5 हजार जवान शामिल हैं. अभी तक की जांच में डेरे से कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिस्क समेत जंगली जानवर भी बरामद किए गए हैं. डेरे में चल रहे सर्च ऑपरेशन की वीडियोग्राफी करवाई जा रही है. हाई कोर्ट के पूर्व जज एके पवार सर्च ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं|

LIVE अपडेटः

डेरे की तलाशी के दौरान सर्च टीम को पांच बच्चे मिले, जिनमें दो नाबालिग हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. वहीं तलाशी में टीम को एक वॉकी-टॉकी सेट भी मिला है. रूड़की से आई फोरेंसिक टीम रेपिस्ट बाबा राम रहीम की गुफा में दाखिल हो चुकी है. फिलहाल सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय का तलाशी अभियान सरगर्मी से जारी है.

सर्च ऑपरेशन टीम को डेरे के अंदर से एक ब्लैक कलर की लग्जरी कार मिली है. कार पर कोई नंबर प्लेट नहीं है. इसके साथ ही डेरे से काफी मात्रा में दवाइयां भी मिली हैं. इन दवाइयों पर किसी तरह का कोई लेबल नहीं लगा है. डेरे से पुरानी और नई करेंसी भी मिली है. टीम ने आश्रम से एक ओबी वैन भी बरामद की है.

सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के अंदर जेसीबी मशीनों से संदिग्ध जगहों की खुदाई करवाई जा रही है. सर्च टीम डेरे के अंदर स्थित MSG फैशन मार्ट पहुंच चुकी है. वहां तलाशी की जा रही है. इसके साथ ही एक टीम राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत की रेडीमेड गारमेंट्स फैक्ट्री की भी तलाशी ले रही है. पुलिस प्रशासन ने एहतियातन सिरसा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है|

the sunday headlinesसिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के गेट नंबर-7 से टीम ने तलाशी अभियान की शुरूआत की. सबसे पहले टीम बाबा के मीडिया मॉनिटरिंग रूम में दाखिल हुई. वहां से मिले लैपटॉप, कंप्यूटर हार्ड डिस्क और दूसरे उपकरण टीम ने सीज किए हैं. दो रूम सील कर दिए गए हैं. टीम को तलाशी के दौरान भारी मात्रा में कैश और प्लास्टिक करेंसी भी मिली है. वहीं दूसरी टीम राम रहीम के मेडिटेशन हॉल, चर्चा घर, प्रिंटिंग प्रेस और गेस्ट हाउस की तलाशी ले रही है|

पूर्व जज करेंगे निगरानी
कोर्ट की मंजूरी मिल जाने के बाद मौके पर 5000 जवानों की तैनाती की गई है. जो सर्च ऑपरेशन का हिस्सा होंगे. इस दौरान पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की जाएगी|

भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
सर्च ऑपरेशन के मद्देनजर सिरसा में पुलिस, पैरा मिलट्री फोर्स की 25 कंपनियां तैनात हैं. इसके अलावा आर्मी की 2 कंपनियां भी वहां मौजूद हैं. बम निरोधक दस्ते के 12 जवानों के अलावा 1000 जवान तैनात किए गए हैं. पुलिस ने ऑपरेशन के लिए 15 लोहारों को भी हायर किया है, जो ताले वगैरह तोड़ने के लिए तैयार रहेंगे|

डेरा इलाके में कर्फ्यू जारी
स्वात टीम भी सिरसा में मौजूदा है. डेरा सच्चा सौदा इलाके में अभी भी कर्फ्यू जारी है. बाहरी लोगों के डेरा परिसर में घुसने पर पाबंदी है. डेरा इलाके में गांव वालों को भी बिना पहचान पत्र के प्रवेश नहीं मिलेगा. डेरा में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बलों का पहरा है|

हर हालात से निपटने की पुख्ता तैयारी
उपद्रवियों से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. डेरे को पहले ही समर्थकों से खाली कराया जा चुका है. हर गेट पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर होगी. पिछली हिंसा की घटनाओं से सबक लेकर पुलिस और अर्ध सैनिक बलों ने किसी भी हालात से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी की है|

 

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डेरे से बारामत हुई भारी मात्रा में 10 और 1 के प्लास्टिक करेंसी

राम रहीम सिंह के सिरसा स्थित डेरा सच्‍चा सौदा के मुख्‍यालय में प्रशासन भारी जाब्‍ते के साथ सर्च ऑपरेशन चला रहा है. इस दौरान आश्रम से काफी सारी चीजें मिली हैं. इनमें नकदी, पैसों के लेनदेन के दस्‍तावेज, 500 और 2000 रुपये के पुराने नोट शामिल हैं|
चौंकाने वाली बात यह है कि डेरे में प्‍लास्टिक के सिक्‍के भी मिले हैं. बाबा इन सिक्‍कों को अपनी करेंसी की तरह चलाता था. बरामद किए गए सिक्‍कों में 10 और एक रुपये के प्‍लास्टिक के सिक्‍के हैं. इन सिक्‍कों पर डेरे का नाम लिखा है साथ ही डेरा सच्‍चा सौदा का निशान भी बना हुआ है|

हरियाणा सरकार के डिप्‍टी डायरेक्‍टर पीआरओ सतीश मेहरा ने बताया कि कुछ फार्मेसी-दवा मिली है जि सपर किसी तरह का कोई लेबल नहीं है. एक बिना नंबर की लग्‍जरी गाड़ी मिली है. एक ओबी वैन है कुछ करेंसी मिली है. इसमें 10 हजार रुपये की पुरानी और सात हजार रुपये की नई करेंसी है|

सूत्रों का कहना है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में पुरानी करेंसी भी शामिल है. संभावना है कि नोटबंदी के दौरान डेरा इस पुरानी करेंसी को नई करेंसी में चेंज नहीं करवा सका|

वहीं सिरसा में मोबाइल सेवा और डोंगल डाटा सेवा बंद की गई. 10 सितम्बर तक सिरसा में इंटरनेट बंद किया गया है. साथ ही केबल नेटवर्क भी काट दिया गया है. डेरे के अंदर हनीप्रीत की रेडीमेड गारमेंट्स फैक्ट्री की जांच भी की जा रही है. MSG फैशन मार्ट में भी जांच टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया|

 

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