US ने तस्करी कर ले जाई गईं 10 करोड़ डॉलर की 200 दुर्लभ मूर्तियां भारत को लौटाईं, PM मोदी बोले- ‘शुक्रिया’

stolen-idols_650x400_41465274447वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने छह दिवसीय विदेश दौरे के सबसे अहम पड़ाव अमेरिका पहुंचे। पीएम मोदी देर रात वॉशिंगटन पहुंचे। पीएम मोदी को यहां अनोखा और बेशकीमती तोहफा मिला। दरअसल, भारत से तस्करी कर ले जाई गईं दुर्लभ सांस्कृतिक कलाकृतियों को अमेरिका ने लौटा दिया। इन कलाकृतियों की कीमत लगभग 10 करोड़ डॉलर है।

पीएम ने जताया आभार
ब्लेयर हाउस में आयोजित एक समारोह के दौरान पीएम मोदी ने महान संपदा वापस करने के लिए अमेरिका सरकार और राष्ट्रपति बराक ओबामा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, कुछ लोगों के लिए इन कलाकृतियों की कीमत मुद्रा के रूप में हो सकती है लेकिन हमारे लिए यह इससे कहीं ज्यादा है। यह हमारी संस्कृति और विरासत का हिस्सा है। अमेरिका की ओर से लौटाई गई चीजों में धार्मिक मूर्तियां, कांसे और टैराकोटा की कलाकृतियां शामिल हैं। इनमें से कई कलाकृतियां तो 2000 साल पुरानी हैं। इन्हें भारत के सबसे संपन्न धार्मिक स्थलों से लूटा गया था।

इनमें एक मूर्ति संत माणिककविचावकर की है, जो चोल काल (850 ईसा पश्चात से 1250 ईसा पश्चात) के तमिल कवि थे। इस मूर्ति को चेन्नई के सिवान मंदिर से चुराया गया था। इसकी कीमत 15 लाख डॉलर है। इसके अलावा लौटाई गई चीजों में भगवान गणेश की एक कांसे की मूर्ति भी है, जो 1000 साल पुरानी मालूम होती है।

विकास स्वरूप की ट्वीट के मुताबिक, अमेरिका की अटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच ने कहा, “हमने आज चोरी हुई 200 से ज्यादा सांस्कृति चीजें भारत को लौटाने की प्रक्रिया शुरू की।”

अमेरिकी अटॉर्नी जनरल लोरेटा ई मिंच ने कहा कि भारत के शानदार इतिहास और खूबसूरत संस्कृति को बयां करने वाली ये कलाकृतियां अपने घर वापस जाने के सफर की शुरुआत कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी और अमेरिकी लोगों की उम्मीद है कि इस सामान को स्वदेश लौटाया जाना भारत की संस्कृति के प्रति हमारे बेहद सम्मान का, इसकी जनता के प्रति हमारी गहरी सराहना और दोनों देशों के बीच के संबंधों के प्रति हमारी प्रशंसा का प्रतीक बनेगा।’’

वैश्विक समुदाय की सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा करना अहम काम
गृह सुरक्षा मंत्री जेह जॉनसन ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे वैश्विक समुदाय की सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा करना अहम काम है और हम इस कीमती सामान के मूल देशों और असल मालिकों की पहचान करने और इन्हें लौटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ इनमें से अधिकतर सामान ऑपरेशन हिडन आइडल के दौरान बरामद किए गए थे। यह जांच वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इस मामले में आर्ट ऑफ द पास्ट गैलरी का मालिक सुभाष कपूर हिरासत में लिया गया था। उसपर भारत में मुकदमा चल रहा है।

एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत
2 साल में पीएम मोदी की यह चौथी अमेरिकी यात्रा है। अमेरिका पहुंचते ही एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट पर जमकर मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगे। एयरबेस पर मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से पीएम ने मुलाकात भी की।

कल्पना चावला सहित कोलंबिया स्पेस शटल हादसे में मृत अंतरिक्ष यात्रियों को दी श्रद्धांजलि
पीएम ने ऑर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री गए और वहां Tomb of the Unknown Soldier और कोलंबिया स्पेस शटल हादसे में मृत अंतरिक्ष यात्रियों को श्रद्धांजलि दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘बलिदान को सम्मान, वीरता को सलाम। पवित्र समारोह के बाद औपचारिक कार्यों का आरंभ हुआ।’

विकास स्वरूप ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘वीरता और अदम्य साहस को श्रद्धांजलि।’ पीएम ने स्पेस शटल कोलंबिया मेमोरियल में चावला के पति एवं परिजन, नासा के वरिष्ठ अधिकारियों, भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके पिता से भी मुलाकात की।


थिंक टैंक के प्रमुखों के साथ बैठक हुई, ओबामा के साथ डिनर आज

पीएम US थिंक टैंक के प्रमुखों के साथ एक बैठक में भी शामिल हुए। पीएम मोदी आज राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ डिनर करेंगे। साथ ही अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे। न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने की संभावनाओं पर भी उनका जोर रहेगा। अमेरिका आने से पहले पीएम मोदी अफगानिस्तान, कतर और स्विट्जरलैंड का दौरा कर चुके हैं।

 Source :- NDTV
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सीबीआई जांच की मांग : मथुरा हिंसा मामले में बीजेपी नेता की याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

mathura-clashes_650x400_51465024680नई दिल्ली: मथुरा में हुई ही हिंसा के मामले में सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सुनने से इनकार किया। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कहा कि वो इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या आपकी याचिका में ये कहा गया है कि राज्य सरकार का कोई भी ऐसा एक्शन है जिसमें कहा गया है कि उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।

सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय से कहा कि ये मामला राज्य का विषय है, केंद्र सरकार अपनी ओर से सीबीआई जांच के आदेश नहीं दे सकती। कोर्ट ने पूछा कि क्या राज्य का कोई ऐसा काम है जिससे लोगों का भरोसा उठा हो ? साथ ही कहा कि क्या राज्य सरकार की जांच में कोई कमी हुई है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई जांच की मांग कोई रुटीन मामला नहीं है और ना ही किसी भी याचिका पर सीबीआई जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।

अब हाईकोर्ट जाएंगे याचिकाकर्ता
दरअसल बीजेपी नेता अश्विनी उपाध्याय ने अपनी याचिका में कहा था कि रामवृक्ष यादव 2014 से पार्क में एक समानांतर सरकार चला रहा था। जिसमें उसकी खुद की सरकार और सेना थी। बिना सरकार के समर्थन के ऐसा संभव ही नहीं है। याचिका में मीडिया रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कहा गया है कि रामवृक्ष यादव कई नेताओं और मंत्रियों के क़रीबी रहा है। हालांकि याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका वापस ले ली। उनका कहना है कि वो सीधे इलाहाबाद हाईकोर्ट जा रहे हैं और बुधवार को इसकी अर्जी दाखिल करेंगे।

इधर राज्य सरकार ने मथुरा के जिलाधिकारी राजेश कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राकेश सिंह को हटा दिया है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में कहा है कि मथुरा के नए डीएम निखिल शुक्ला और नए एसएसपी बबलू कुमार होंगे। मथुरा हिंसा के बाबत राज्य सरकार ने कहा है कि पुलिस जवाहर बाग में अवैध कब्जा जमाए लोगों को हटाने की कार्रवाई में खतरों का सही अंदाजा नहीं लगा पाई थी।

केंद्र सरकार लगा रही राज्य सरकार पर आरोप….
वैसे जवाहर बाग में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ पिछले हफ्ते की पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई हिंसा को केंद्र सरकार सीधे राज्य सरकार की नाकामी बता रही है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इस मामले में सीधे शिवपाल सिंह यादव से इस्तीफा मांग चुके हैं। जवाहर बाग की घटना को लेकर कई सवाल उठाए रहे हैं, जैसे क्या यह बस स्थानीय पुलिस के अंदाजे की चूक है या फिर उसे तैयारी से पहले ही कार्रवाई के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा इन अतिक्रमणकारियों के पास इतनी भारी मात्रा में असलाह-बारूद की मौजूदगी को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। कुछ मीडिया रिपोर्टों में इस समूह का नक्सिलयों के साथ संबंध की ओर इशारा किया गया है, तो विपक्षी दल इसमें राजनीतिक संरक्षण का आरोप लगा रहे हैं।

क्या है पूरा मामला…
गौरतलब है कि मथुरा के जवाहरबाग में गुरुवार को हुई हिंसा में 24 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। इसमें दो पुलिस अधिकारी भी शहीद हो गए थे। इस कांड का मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव भी पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में मारा गया था। डीजीपी ने रविवार को ट्वीट कर उसकी मौत की पुष्टि की थी। इसके बाद अब उसके गांव वालों ने उसका शव लेने से इनकार  कर दिया है। इसके बाद मथुरा पुलिस ने रामवृक्ष यादव के साथ मारे गए 11 अन्य लोगों का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया।

Source :- NDTV

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चीन ने पहली बार माना- मुंबई हमले में था PAK का हाथ, लश्कर पर बनाई डॉक्युमेंट्री

auto-mumbai_14652952मुंबई. चीन ने पहली बार माना है कि मुंबई हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ था। लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के रोल को हाईलाइट करते हुए पिछले दिनों यहां के सरकारी चैनल CCTV9 पर बाकायदा एक डॉक्युमेंट्री में इसका जिक्र किया गया। बता दें कि 2008 में 26/11 हमलों के आरोपी लखवी और हाफिज सईद को पाकिस्तान के साथ चीन का भी सपोर्ट मिलता रहा है।

लखवी के खिलाफ यूएन में प्रपोजल का चीन ने किया था विरोध…
 – मुंबई हमले के मास्‍टरमाइंड लखवी की रिहाई के विरोध में पिछले साल भारत ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में पाकिस्तान के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया था।
– पाकिस्तान के साथ इसका चीन ने भी विरोध किया था।
– चीन ने कहा था, ”लखवी के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं।”
– लखवी के मुद्दे पर भारत की ओर से चर्चा की पेशकश पर पिछले साल चीन ने कहा था, ”भारत और चीन, दोनों आतंकवाद से पीड़ित देश हैं। इस मुद्दे पर दोनों देशों की राय एक जैसी है।”
– ”हम सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करते हैं। लेकिन अगर किसी खास मुद्दे की बात हो तो हमें चर्चा करनी होगी।”
– हालांकि, लखवी के बाद पठानकोट पर हमले के आरोपी अजहर मसूद मामले में भी चीन भारत के प्रस्ताव पर अड़ंगा लगा चुका है।

चीन ने क्यों पलटा रुख?
– चीन के इस फैसले को पॉलिसी चेंज के तौर पर देखा जा रहा है।
– हाल ही में भारत ने जब यूएन में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को आतंकियों की सूची में डालने की मांग की थी तो चीन ने अड़ंगा लगाया था।
– चीन ने इस प्रस्ताव पर रोक लगाई थी, जिसके बाद इंटरनेशनल कम्युनिटी में उसे जमकर लताड़ लगी थी।
– वहीं, जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों की यूएन में अल कायदा सेक्शन कमेटी द्वारा लिस्टिंग में चीन ने पिछले साल सितंबर में आपत्ति जताई थी।
– इस आपत्ति की मियाद 9 जून को खत्म होने वाली है।
– इस लिहाज से CCTV9 की डॉक्युमेंट्री को अहम माना जा सकता है। ये तीन आतंकी हैं – हाफिज अब्दुल रहमान मक्की, तलहा सईद और हाफिद अब्दुल रऊफ।
source :- Dainik Bhaskar
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एनएसजी में सदस्यता के लिए भारत को मिला स्विट्जरलैंड का साथ

pm-modi-with-swiss-president-johann-schneider-ammann_1465203715अर्से से न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (एनएसजी) में शामिल होने के लिए प्रयासरत भारत को स्विट्जरलैंड का समर्थन मिला है। स्विस राष्ट्रपति जोहन स्निडर अम्मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में सहयोग देने की हामी भर दी है। स्विट्जरलैंड भी एनएसजी के 48 देशों में अहम सदस्य के तौर पर शामिल है इसलिए उसकी राय भी मायने रखती है। जोहन स्निडर का पीएम मोदी को समर्थन करना भारत के लिए शुभ संकेत कहा जा सकता है।

स्विस राष्ट्रपति ने मुलाकात के बाद घोषणा कर कहा कि स्विट्जरलैंड एनएसजी में भारत की सदस्यता को समर्थन करेगा।

पीएम मोदी और जोहन स्निडर के बीच दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और व्यावसायिक प्रशिक्षण जैसे मसलों संबंध घनिष्ट करने को लेकर वार्ता हुई और इसी बीच स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा ‘कालाधन’ भी वार्ता का विषय रहा, जिसकी समस्या सुलझाने के लिए दोनों नेता सहमत दिखे।

मीडिया से साझा साक्षात्कार में जोहन स्निडर अम्मान ने कहा कि उन्होंने भारत को एनएसजी में शामिल होने के लिए समर्थन देने का वादा किया है।

भारत लगभग एक दशक से एनएसजी का सदस्य बनने की कोशिश कर रहा है, जिसके चलते बीती 12 मई को भारत आवेदन भी कर चुका है। अब सभी को 9 जून को वियना में होने वाली प्लेनरी मीटिंग का इंतजार है जहां पर भारत के आवेदन पर विचार किया जाएगा, इसके बाद 24 जून को सिओल में मीटिंग होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें समझने और एनएसजी के लिए समर्थन देने पर स्विस राष्ट्रपति के प्रति आभार वयक्त किया और धन्यवाद दिया।

वहीं कुछ एनएसजी देशों में इस बात को लेकर चिंता है कि सदस्यता मिलने पर भारत अपने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ाएगा। खासकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान हमेशा से एनएसजी को लेकर भारत का विरोध करता रहा। पाक ने भी एनएसजी के लिए आवेदन किया है। भारत के सामने असली समस्या के रूप में चीन खड़ा है। चीन, पाकिस्तान का समर्थन करता है। वहीं भारत के साथ उसके संबंध तल्ख हैं।

फिलहाल एनएसजी में शामिल होने को लेकर पीएम मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा में पूरी जोर आजमाइश के साथ लगे हैं।

Source: AMAR UJALA

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रुड़कीः लंढौरा जाते भाजपा सांसद भग‌त सिंह कोश्यारी और कई विधायक गिरफ्तार

bhagat-singh-koshiyari-arrestedरुड़की के लंढौरा में हुई घटना का जायजा लेने जा रहे बीजेपी सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्रवार की दोपहर भाजपा सांसद भगत सिंह कोश्यारी पिछली एक जून को लंढौरा में हुई आगजनी और तोड़फोड़ का जायजा लेने जा रहे थे, लेकिन मामले की संवेदनशीलता देखते हुए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
भगत सिंह कोश्यारी के साथ चार अन्य भाजपा विधायकों सहित कई कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इन सबको गिरफ्तार कर के पुलिस लाइन ले गई है।
हरिद्वार के लंढौरा में बागी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के आवास में हुई आगजनी और तोड़फोड़ की घटना के बाद बागी विधायकों में असुरक्षा की भावना घर कर गई है।
कई विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उनकी सुरक्षा में किसी भी प्रकार की कटौती न की जाए। सुरक्षाकर्मियों को यथावत रहने दिया जाए।
ज्ञात हो कि कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई थी। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत समेत कई विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि उनकी वाई श्रेणी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया जाए।
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फरीदाबाद की नहर में डूब रहा था युवक, 2 पुलिस कर्मियों ने कूद कर बचा ली जान

police-2फरीदाबाद पुलिस कर्मियों के जांबाजी के किस्से आये दिन सुर्ख़ियों में रहते हैं, खेड़ी पुलिस चौकी के दो पुलिस जवानों ने नहर में डूब रहे युवक की जान बचा उसे नई जिंदगी दी जिससे आस पास के लोग दोनों पुलिस कर्मियों के जांबाजी के किस्से बताते हुए नहीं थक रहे हैं । खेड़ी चौकी के कॉन्टेबल बिजेंद्र सिंह और धारा सिंह को परसों शाम सूचना मिली कि एक युवक पैर फिसलने से आगरा नहर में गिर गया है । दोनों पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और काफी देर तक नहर में उसकी तलाश करते रहे । नहर में गिरने के बाद युवक काफी दूर बहता चला गया लेकिन अचानक दोनों पुलिस कर्मियों ने युवक को डूबता देखा तो नहर में छलांग लगा दी और युवक को बाहर ले आये । बाहर आते ही युवक बेहोशी की हालत में था लेकिन पुलिस कर्मियों ने काफी मशक्कत कर उसे होश में लाया ।

युवक तीस वर्ष का था और झांसी का रहने वाला था जो फरीदाबाद मजदूरी करने आया था । होश में आने के बाद युवक ने बताया कि उसका नाम अरविन्द है और  नहर के किनारे शौंच के लिए गया था लेकिन अचानक उसका पैर फिसल गया । फिलहाल युवक भारत कालोनी में रह रहा है । भारत कालोनी में रहने वाले सतीश कुमार प्रजापति ने बताया कि इन पुलिस कर्मियों ने वाकई बहादुरी का काम किया है और ऐसे पुलिस कर्मियों पर हमें गर्व है ।

Source:haryanaabtak.com

 

 

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ISIS के खिलाफ बॉलीवुड गाने नया हथियार, आतंकियों को खदेड़ने के आ रहे हैं काम

isis4_1464796926लंदन. लीबिया में आईएसआईएस के खिलाफ बॉलीवुड म्यूजिक एक नया साइकोलॉजिकल वेपन बन गया है। ब्रिटिश स्पेशल फोर्स बॉलीवुड के गाने बजाकर आतंकियों को खदेड़ने में लगी है। बता दें कि लीबिया के सिर्ते आैर कोस्टल इलाकों में अभी भी आतंकी अपना गढ़ बनाए हुए हैं। इस कारण से दी ऐसा करने की सलाह…
– बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में जन्मे एक इंटेलिजेंस अफसर ने ब्रिटिश फोर्स को ऐसा करने की सलाह दी है।
– ब्रिटिश आर्मी को बताया गया कि आईएसआईएस के आतंकी बॉलीवुड गाने से परेशान होंगे क्योंकि वे उसे गैर-इस्लामिक मानते हैं।
– डेली मिरर की खबर के मुताबिक, ”एक अफसर ने कहा कि हमें किसी भी हाल में आतंकियों को दबाना है और इलाके में उनके खिलाफ लगातार अपने कैम्पेन को मजबूत करना है, ताकि उनकी स्ट्रेंथ कमजोर हो।”
कैसे बॉलीवुड गानों को इस्तेमाल कर रही है आर्मी?
– ज्वाॅइंट स्पेशल ऑपरेशन कमांड (JSOC), ब्रिटिश फोर्स लीबियन ट्रूप को ट्रेनिंग दे रही है कि सिर्ते और 185 किमी लंबे कोस्टल एरिया से आईएसआईएस के आतंकियों को कैसे खदेड़ा जाए।
– साइकोलॉजिकल ऑपरेशंस के तहत ज्वाॅइंट फोर्स आईएसआईएस के कम्युनिकेशन सिस्टम को इंटरसेप्ट कर ले रही है और उसमें बॉलीवुड के गाने भर दे रही है।
– माना जा रहा है कि इससे परेशान होकर आतंकी इसे शरिया कानून की बेइज्जती के तौर पर देखेंगे।
ठिकानों का भी चल रहा है पता?
– ब्रिटिश आर्मी इस तरीके को यूज कर आतंकियों के छिपने का ठिकाना भी पता कर रही है।
– जब आईएसआईएस के मेंबर अपने रेडियो पर म्यूजिक को लेकर शिकायत करते हैं तो उनके लोकेशन का भी पता चल जाता है।
– लीबिया में ब्रिटिश फोर्स डायरेक्ट फाइट नहीं कर रही है। वहां लीबियन ट्रूप को लड़ने की ट्रेनिंग दे रही है।
Source: DainikBhaskar.com
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उस दिन से लेकर अब तक वीरान है गुलबर्ग सोसायटी, जानिये कब क्‍या हुआ

gulberg_02_06_2016अहमदाबाद।  राज्‍य में दंगों से प्रभावित कई इलाके फिर से आबाद हुए लेकिन गुलबर्ग सोसायटी की तरफ फिर गुजरात में 2002 में भड़के दंगों के पहले हमेशा आबाद रहने वाली गुलबर्ग सोसायटी दंगों के बाद से अब तक वीरान है। इस सोसायटी को लोगों ने भूत बंगले का नाम दे दिया है।किसी ने पलट कर नहीं देखा और अब यह उस भयावहता का जीता-जागता स्‍मारक बन गई है।

27 फरवरी को ट्रेन में आग की घटना के बाद भड़के दंगों ने अगले ही दिन इस सोसयटी को अपनी चपेट में ले लिया। आइये जानते हैं तब से लेकर अब तक क्‍या क्‍या हुआ।

  • 27 फरवरी 2002, सुबह के 9 बजे थे की तभी एक डरा देने वाली खबर आई कि साबरमति एक्‍सप्रेस के जिस कोच में कारसेवक सफर कर रहे थे उसे आग लगा दी गई है। इसके बाद राज्‍य में दंगे भड़क गए।
  • 28 फरवरी, 2002- गोधराकांड के एक दिन बाद, यानी 28 फरवरी को 29 बंगलों और 10 फ्लैट वाली गुलबर्ग सोसायटी जहां पर अधिकांश मुस्लिम परिवार रहते थे, वहां पर उत्तेजित भीड़ ने हमला किया गया। शाम होते- होते यहां कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। ज्यादातर लोगों को जिंदा जला दिया। 39 लोगों के शव बरामद हुए जबकि कई गायब भी हुए जिन्हें बाद में मृत मान लिया गया। कुल मौतों का आंकडा 69 था और मृतकों में कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी भी शामिल थे।
  • 8 जून, 2006- एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज की जिसमें इस हत्याकांड के लिए मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई मंत्रियों और 62 अन्य लोंगो को ज़िम्मेदार ठहराया गया लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया।
  • अक्टूबर, 2007- तहलका पत्रिका ने एक एक स्टिंग ऑपरेशन किया जिसमें विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल के 14 लोगों सहित तत्कालीन भाजपा विधायक हर्ष भट्ट, जो उस समय बजरंग दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे वो हत्याओं को अंजाम देने की बात कर रहे थे।
  • 3 नवंबर, 2007- जकिया जाफरी ने इस मामले को लेकर गुजरात हाईकोर्ट से संपर्क किया लेकिन हाईकोर्ट ने शिकायत लेने से मना कर दिया और कहा कि कि पहले वो मजिस्ट्रेट कोर्ट में मामले को ले जाए।
  • 26 मार्च, 2008- सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगों के 10 बड़े मामलों की जांच के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को आदेश दिया जिनमें गुलबर्ग का मामला भी था। कोर्ट ने पूर्व सीबीआई निदेशक आर के राघवन की अध्यक्षता में जांच के लिए एक एसआईटी बनाई।
  • सितंबर 2009- ट्रायल कोर्ट में गुलबर्ग हत्याकांड की सुनवाई (ट्रायल) शुरू हुई।
  • 27 मार्च 2010- नरेंद्र मोदी को एसआईटी ने ज़किया की फरियाद के संदर्भ में समन किया और गुलबर्ग सोसायटी सहित एहसान जाफरी की हत्या के मामले में उन पर लगे आरोपों के मामले में पूछताछ की।
  • मार्च 2010- विशेष लोक अभियोजक आर के शाह निचली अदालत के न्यायाधीश तथा एसआईटी पर यह आरोप लगाते हुए ईस्तीफा दे दिया कि वे आरोपी पर नरमी बरत रहे हैं जिसके बाद इस केस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा थी।
  • दिसंबर 2010- जकिया जाफरी सहित अन्य पीड़ित लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक अर्जी दाखिल करते हुए कोर्ट से आग्रह किया कि एसआईटी 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करे।
  • मार्च 2011- सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी को न्यायविद् राजू रामचंद्रन द्वारा व्यक्त की गई शंकाओं पर ध्यान देने को कहा।
  • 18 जून, 2011- रामचंद्रन ने अहमदाबाद का दौरा किया और गवाहों तथा उन अन्य लोगों से मुलाकात की जिसके आधार पर एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की।
  • जुलाई 2011- न्यायविद् राजू रामचन्द्रन ने इस रिपोर्ट पर अपना नोट सुप्रीम कोर्ट में रखा। सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय लिया कि रिपोर्ट को गोपनीय रखा जाएगा और कोर्ट ने गुजरात सरकार व एसआईटी को रिपोर्ट देने से इनकार कर दिया।
  • सितंबर 2011- सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला ट्रायल कोर्ट पर छोड़ा कि क्या मोदी या अन्य से पूछताछ की जा सकती है।
  • 8 फरवरी 2012 – एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश की।
  • 10 अप्रैल 2012- मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष रखी गई एसआईटी रिपोर्ट में माना गया कि तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी की इस नरसंहार में कोई भूमिका नहीं है।
  • इस मामले में अभी तक ट्रायल के दौरान चार लोगों की मौत हो चुकी है। इस नरसंहार मामले में अभी तक 338 से ज्यादा लोगों की गवाही हो चुकी है। सितंबर 2015 में ही इस मामले का ट्रायल खत्म हो गया जिसमें अब फैसला आना बाकि है।

 

 

Source: नई दुनिया

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म्यूजिक डायरेक्टर अनु मलिक अस्पताल में भर्ती

anu-malik_sm_650_053016114307मशहूर संगीत निर्देशक अनु मलिक अभी इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में हैं. उनकी इस हफ्ते की शुरुआत में लीलावती हॉस्पिटल में सर्जरी हुई थी.

उनकी बेटी अनमोल मलिक का कहना है कि उन्हें गुरुवार तक छुट्टी मिल सकती है. अनमोल ने बताया, ‘मेरे डैड को मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शुक्रवार को उनकी पैन्क्रीअटाइटिस (अग्नाशयकोप) की सर्जरी हुई. वह बहुत दर्द में थे और आईसीयू में हैं. फिलहाल उन्हें गहन निगरानी में रखा गया है. चिंता की कोई बात नहीं है. उनकी सेहत में सुधार हो रहा है. उम्मीद है कि उन्हें गुरुवार तक छुट्टी मिल जाएगी|

उन्होंने कहा कि वह और उनकी मां फिल्म जगत के उनके करीबी दोस्तों की शुक्रगुजार हैं, जो उनके पिता के साथ खड़े रहे और उनके स्वस्थ होने की दुआएं की|

अनमोल ने कहा, ‘मैं उन लोगों की बहुत एहसानमंद हूं, जिन्हें उनकी सेहत की फिक्र है. आशा भोसले, महेश भट्ट और फिल्मजगत से कई लोग उनसे मिलने आए और उनके जल्द भले-चंगे होने की प्रार्थनाएं कर रहे हैं|

 

Source: आज तक

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उत्तराखंड में अगले 36 घंटे तक भारी बारिश का अनुमान

gangotri-kedarnath_road_closed_30_05_2016नैनीताल। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर मौसम का असर पड़ रहा है। बीते दिनों से जारी बारिश से जहां कई सड़कें बंद हो चुकी हैं, वहीं मौसम विभाग ने अगले 36 घंटों में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है।

नैनीताल, अल्मोड़ा और देहरादून में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। साथ ही बद्रीनाथ और केदारनाथ में भी भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है। केदारनाथ में चार धाम की यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को सेफ जोन में रोका गया है।

इसे पहले शनिवार को उत्तराखंड में तीन जगहों पर बादल फटने से इस प्रसिद्ध तीर्थयात्रा पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। टिहरी और उत्तरकाशी जिलों में बादल फटने से अब तक छह व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।

रविवार रात तेज बारिश से नैनीताल से कालाढूंगी को जोड़ने वाली सड़क पर भूस्खलन हो गया। दोनों और करीब एक किमी का जाम लग गया है। सड़क बंद होने से पर्यटकों के साथ ही दूधिये और स्कूल कॉलेज के छात्र छात्राएं फंस गए हैं।

खुरपाताल के प्रधान मनमोहन कनवाल ने बताया की जिला मुख्यालय से 13 किमी दूर चार स्थानों पर सड़क पर मलबा आया है। विशालकाय पेड़ गिरे हैं। लोनिवि की ओर से मलबा हटाने के दो जेसीबी लगाई गई हैं।

उधर, आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार नैनीताल-हल्द्वानी और नैनीताल-भवाली मार्ग पर जगह-जगह मलबा और पत्थर गिरे हैं, अलबत्ता-कालाढूंगी रोड छोड़कर अन्य सड़कों पर यातायात सुचारू है।

Source: नई दुनिया
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