अमरीका का राष्ट्रपति चुनाव अगर टाई हो गया तो?

_92302651_8cb38719-a878-4f71-8685-865bc56bba75अमरीकी चुनाव का मैजिकल यानी जादुई नंबर है 270. अगर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन दोनों को 538-सदस्य वाले इलेक्टोरल कॉलेज में 269-269 वोट मिले तो नतीजा बराबरी पर ख़त्म होगा यानी मुक़ाबला टाई हो जाएगा

चुनाव के नतीजे बुधवार को आने वाले हैं. डोनल्ड ट्रंप और हिलेरी क्लिंटन के बीच मुक़ाबला टक्कर का है. विशेषज्ञ कहते हैं कि चुनाव का नतीजा कुछ भी हो सकता है.

 

डर इस बात का है कि डोनल्ड ट्रम्प हारने की सूरत में कहीं नतीजे को चुनौती न दे दें. उन्होंने चुनावी मुहिम के आख़िरी दौर के लगभग हर भाषण में ये बात कही है कि अगर वो हारे तो उन्हें नतीजा स्वीकार नहीं होगा.

उन्होंने चुनावी प्रक्रिया को भ्रष्ट कहा है और उन्हें डर इस बात का है कि कहीं उनके ख़िलाफ़ साज़िश न हो. उनके समर्थकों को भी ऐसा लगता है कि अमरीकी प्रशासन, हिलेरी क्लिंटन के पक्ष में काम कर सकता है.

दिलचस्प बात ये है कि अगर वो इलेक्टोरल कॉलेज के वोट में पीछे रह गए, तो पॉपुलर वोट में आगे होने के बावजूद चुनाव हार सकते हैं, . ऐसे में वो और उनके समर्थक चुनाव के नतीजे को अस्वीकार कर सकते हैं.

आम जनता के वोट यानी पॉपुलर वोट में जीत के अलावा दोनों उम्मीदवारों की निगाहें इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों पर टिकी होंगीं. पॉपुलर वोट में बहुमत और इलेक्टोरल कॉलेज में अपने प्रतिस्पर्धी से कम वोट हासिल करने के बावजूद उम्मीदवार की हार हो सकती है.

आपको याद होगा 2000 के चुनाव में अल गोर पॉपुलर वोट में जॉर्ज बुश से पांच लाख अधिक वोट लाए, लेकिन सीनेट में थोड़ा पीछे रह गए, जिसके कारण वो चुनाव हार गए थे.

अगर मुक़ाबला टाई पर ख़त्म हुआ तो क्या होगा? अमरीकी संविधान के 12वें संशोधन के अनुसार अमरीकी कांग्रेस राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का चुनाव करेगा. कांग्रेस के हाउस ऑफ़ रेप्रज़ेंटेटिव्स की ज़िम्मेदारी राष्ट्रपति को चुनने की होगी, जबकि सीनेट उपराष्ट्रपति चुनेगा.

सीनेट की 100 सीटों में इस समय रिपब्लिकन पार्टी के पास 54 सीटें हैं, जबकि मंगलवार को 34 सीटों के लिए चुनाव होगा। हाउस ऑफ़ रेप्रेजेंटेटिव्स में इस समय 247 सीटों के साथ रिपब्लिकन पार्टी को बहुमत हासिल है, जबकि डेमोक्रेटिक पार्टी की 188 सीटें हैं.

हाउस की सदस्यता के चुनाव हर दो साल पर होते हैं. एक चुनाव राष्ट्रपति पद के चुनाव के साथ होता है और दूसरा इसके दो साल बाद.

अब मंगलवार के बाद ही ये साफ़ होगा कि दोनों सदनों में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बरक़रार रहेगा या नहीं.

लेकिन ज़रा इस स्थिति पर ग़ौर कीजिये: राष्ट्रपति पद के चुनाव में टाई की सूरत में राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति अलग-अलग पार्टियों के बन सकते हैं. अगर हाउस ऑफ़ रेप्रेजेंटेटिव्स में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत बना रहता है, तो ट्रम्प राष्ट्रपति घोषित किए जा सकते हैं. और अगर सीनेट में बहुमत डेमोक्रेटिक पार्टी को मिलता है तो उप राष्ट्रपति, हिलेरी क्लिंटन के रनिंग मेट टिम केन चुने जा सकते हैं.

ऐसा अमरीका के इतिहास में एक बार हो चुका है. साल 1796 में चुनाव बाद राष्ट्रपति जॉन एडम्स बने थे और उनके विपक्षी दल के थॉमस जेफ़रसन उप राष्ट्रपति बने थे.

अमरीकी कांग्रेस के दोनों सदन यानी हाउस ऑफ़ रेप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत के आसार हैं. इस सूरत में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ट्रम्प को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

लेकिन अमरीकी चुनाव पर नज़र रखने वाले भारतीय पत्रकार अजित साही के अनुसार असंभव भी संभव हो सकता है. वो कहते हैं, “रूस के राष्ट्रपति पुतिन और नाटो के बारे में ट्रम्प का जो रवैया रहा है या उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के जो आरोप लगे हैं, उसकी वजह से कांग्रेस में रिपब्लिकन पार्टी के मेंबर हिलेरी क्लिंटन के पक्ष में जा सकते हैं.”

वो आगे कहते हैं कि इसकी सम्भावना कम है. उन्होंने कहा, “अगर ट्रम्प हारे तो वो नतीजा स्वीकार कर लेंगे. अगर नहीं किया तो रिपब्लिकन पार्टी उन्हें अलग-अलग थलग करके नतीजा स्वीकार कर सकती है.”

लेकिन टाई होने की सूरत में हिलेरी, रिपब्लिकन पार्टी को ये यक़ीन दिलाने की कोशिश करेंगी कि अगर राष्ट्रपति चुनी गईं तो वो दोनों पार्टियों के एजेंडे को साथ लेकर चलेंगी. विशेषज्ञों के अनुसार ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं में इस समय लोकप्रिय नहीं हैं.

अमरीकी विशेषज्ञ कहते हैं कि क्लिंटन की अगर जीत हुई तो भी उन्हें कांग्रेस में रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों के साथ मिलकर काम करना होगा, वरना वो उसी तरह से परेशान होंगी, जैसे राष्ट्रपति बराक ओबामा हुए थे|

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स्मॉग पर दिल्ली समेत 5 राज्यों को एनजीटी की फटकार, पूछा- हेलिकॉप्टर से क्यों नहीं छिड़का पानी?

msid-55310584width-400resizemode-4smogनई दिल्ली
दिल्ली में स्मॉग के मुद्दे पर नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (NGT) ने मंगलवार को एक बार फिर दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाई। दिल्ली के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान सरकार को भी एनजीटी ने खूब लताड़ा। एनजीटी ने दिल्ली सरकार से पूछा कि क्या उसके पास स्मॉग कम होने से संबंधित कोई भी आंकड़ा मौजूद है? साथ ही ट्राइब्यूनल ने यह सवाल भी किया कि पानी का छिड़काव क्रेन के बजाए हेलिकॉप्टर से क्यों नहीं किया जा रहा है? ट्राइब्यूनल ने दिल्ली में 7 दिनों तक किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर भी रोक लगा दी है।
दिल्ली सरकार को फटकार
प्रदूषण से निपटने के लिए ढुलमुल रवैया अपनाने के लिए दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए एनजीटी ने कहा, ‘दिवाली और क्रॉप बर्निंग से होने वाले प्रदूषण के बारे में तो सब जानते ही हैं, पर क्या सराकर ने अगस्त और सितंबर में प्रदूषण से निपटने को लेकर कोई बैठक की थी? आपने प्रदूषण कम करने के लिए कौन से बड़े कदम उठाए हैं।’ साथ ही एनजीटी ने स्मॉग के चलते स्कूलों को बंद करने के फैसले पर भी यह कहते हुए सवाल उठाया कि क्या इसके लिए कोई वैज्ञानिक अध्ययन किया गया है? ट्राइब्यूनल ने सख्त लहजे में कहा कि यह जिंदगी और मौत का सवाल है, आपने बच्चों को अपने घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया है। एनजीटी ने कहा कि प्रदूषण से बचाव के लिए पहने जाने वाले मास्क की भी अपनी सीमाएं हैं, एक हद के बाद शायद ये भी नुकसान ही पहुंचाए।

पंजाब सरकार से सवाल

वहीं पंजाब सरकार से एनजीटी ने पूछा, ‘आपने किसानों को क्रॉप बर्निंग के लिए कितनी मशीनें उपलब्ध करवाई हैं? साथ ही क्रॉप बर्निंग को कम करने के लिए क्या अहम कदम उठाए गए हैं?’ पंजाब सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए एनजीटी ने कहा कि अगर आपने 1000 रुपये भी किसानों को दिए होते, तो वे कृषि से संबंधित कूड़ा इस तरह नहीं जलाते।’ एनजीटी ने क्रॉप बर्निंग पर नियंत्रण के लिए पहले से कदम न उठाने को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की आलोचना की।

हरियाणा सरकार को भी लिया आड़े हाथ
सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार भी एनजीटी की फटकार से बच नहीं पाई। एनजीटी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने स्मॉग और प्रदूषण से पैदा हुए हालात को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं किया है।

मंगलवार को स्मॉग से राहत
इस बीच दिल्ली में मुसीबत बन चुके स्मॉग से मंगलवार को थोड़ी राहत मिलती दिखी। हवा में बिखरा धुआं और कोहरा बेहद कम दिखाई दिया। इतनी उजली तस्वीर दिल्ली के लोगों को करीब 8 दिन बाद नसीब हुई। हालांकि प्रदूषण अब भी बरकरार है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, स्मॉग के साथ-साथ राजधानी दिल्ली के औसत प्रदूषण में थोड़ी गिरावट जरूर आई है, लेकिन खतरा टला नहीं है। सोमवार की तुलना में भले ही मंगलवार सुबह 10 बजे तक प्रदूषण कम दर्ज किया गया, लेकिन यह अब भी खतरे के निशान से ऊपर है।

दिवाली के बाद से पहली बार आनंद विहार इलाके में प्रदूषण का स्तर 500 से नीचे दर्ज किया गया है। दिल्ली में सबसे ज्यादा इसी इलाके में प्रदूषण का स्तर 1400 तक जा पहुंचा था। आनंद विहार में मंगलवार को PM-2.5 का न्यूनतम स्तर 196 और अधिकतम 757 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। यहां PM-10 का न्यूनतम स्तर 405 और अधिकतम 999 माइक्रोग्राम रहा है। आईटीओ पर PM-2.5 का न्यूनतम 157 और अधिकतम 707 माइक्रोग्राम रेकॉर्ड किया है। यहां PM-10 का न्यूनतम स्तर 81 और अधिकतम 314 माइक्रोग्राम रहा है। आरके पुरम इलाके में सुबह PM-2.5 का न्यूनतम स्तर 198 और PM-10 का न्यूनतम 148 रेकॉर्ड किया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, आनंद विहार और पंजाबी बाग के बाद आरकेपुरम तीसरा सबसे ज्यादा प्रदूषण वाला इलाका है। पंजाबी बाग इलाके में आज PM-2.5 का न्यूनतम स्तर 173 और PM-10 का न्यूनतम 132 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया है।

 

 

Source: Navbharat Times

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सपा की 25वीं सालगिरह पर छलका चाचा शिवपाल का दर्द, कहा- अपमान के बाद भी करता रहूंगा काम

shivpal_110516123942समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर शनिवार को लखनऊ में रजत जयंती समारोह शुरू हो गया है. समारोह में यादव परिवार के अलावा लालू प्रसाद यादव, शरद यादव और एचडी देवेगौड़ा मौजूद हैं. इस दौरान लालू यादव ने अखिलेश और शिवपाल यादव के हाथ पकड़कर हवा में उठाए और अखिलेश ने चाचा शिवपाल के पैर भी छुए. लेकिन इसके बाद बोलने के लिए उठे शिवपाल यादव ने जमकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा|

शिवपाल यादव ने कहा कि जिन्होंने कुर्बानी दी, उन्हें कुछ नहीं मिला. अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को विरासत में मिल जाता है और कुछ लोग जिंदगीभर मेहनत करते रह जाते हैं, कुछ नहीं मिलता. कुछ लोगों को जरा सी चापलूसी करने पर सत्ता का मजा मिल जाता है. कुछ लोग जीवनभर संघर्ष करते रहते हैं कुछ नहीं मिलता|

शिवपाल ने निकाला दर्द
शिवपाल ने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का स्वागत करता हूं. अखिलेश यादव ने अच्छा काम किया है. उनकी सरकार ने अच्छा काम किया है. लेकिन 4 सालों में मैंने भी बहुत सहयोग किया है. मेरे से जितना कहो त्याग करने को तैयार हूं. कहो तो खून देने को तैयार हूं. मेरा चाहे जितना अपमान कर लो जितनी बार चाहे मुझे बर्खास्त कर लो. मैं बार-बार कह देना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता हूं. हमारे बीच कुछ घुसपैठिए घुस आए हैं, उनसे सावधान रहने की जरुरत है. मेरा अपमान मैं बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश के लोग नेता जी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि मैं बिना किसी पद के रहकर नेताजी के आदेशों का पालन करने के लिए उनके कहे को पूरा करने के लिए तैयार हूं. अनुशासन में रहकर पार्टी का काम करूंगा. कोई आदमी पद से बड़ा नहीं होता है. गांधीजी के पास कोई पद नहीं था|

 

 

 

Source: Aaj Tak

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घाटी में अब तक 32 स्कूल जले, बच्चे ने कहा – स्कूल मसजिद के समान

2016_11largeimg05_nov_2016_125133457श्रीनगर: कश्मीर घाटी में चल रही अशांति के दौरान जलाये गये स्कूलों की संख्या बढकर 32 हो गयी है. इस बीच घाटी में स्कूल जाने वाले छात्रों ने  प्रदर्शन के दौरान स्कूलों को निशाना बनाने वाली घटना पर रोष जताया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत के दौरान एक छात्र ने कहा कि हमें स्कूलों में ज्यादा सुरक्षा की जरूरत है. हमारे लिए स्कूल किसी मसजिद से कम नहीं है.

घाटी में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद भड़की हिंसा के बाद स्कूलों को क्षतिग्रस्त करने की घटना बदस्तूर जारी है. पुलिस के एक अधिकारी ने आज बताया कि कल रात बांदीपोरा जिले के सैदनगर के  एक गवर्नमेंट हाई स्कूल की पुरानी इमारत (जिसमें प्राथमिक स्कूल है) में आग लग गई. उन्होंने कहा कि दमकल के वाहन मौके पर पहुंचे लेकिन इमारत को नष्ट होने से नहीं बचाया जा सका.

पुलिस ने बताया कि आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गयी है. बीती आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी को सुरक्षा बलों द्वारा एक मुठभेड में मार गिराने के बाद से कश्मीर में हुई अशांति में 32 स्कूलों को निशाना बनाया गया है. जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय ने पिछले हफ्ते घटना का स्वत: संज्ञान लिया था और राज्य सरकार को स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था|

 

 

Source: प्रभात खबर

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भ‍िवानी: सुसाइड करने वाले पूर्व सैनिक का अंतिम संस्कार हुआ, केजरीवाल ने किया 1 करोड़ देने का ऐलान

bhiwani-rahul-s_650_110316111713दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन (OROP) के मामले पर प्रदर्शन कर रहे पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह उनके परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे. इसके अलावा एक परिजन को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी|

उधर, पोस्टमार्टम के बाद पूर्व फौजी का शव बुधवार देर रात उनके पैतृक गांव बामला लाया गया. गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए. राहुल और केजरीवाल के अलावा भी अंतिम संस्कार में नेताओं का जमघट लगा.

उधर, देर रात दिल्ली पुलिस की हिरासत से रिहा हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि वन रैंक वन पर पीएम मोदी ने झूठ बोला है और उन्हें सैनिकों से माफी मांगनी चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी के फर्जी राष्ट्रवाद की पोल खुल गई.

पूर्व सैनिक के घर पहुंचे नेता
देर रात जब पूर्व सैनिक का शव उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो रोहतक (हरियाणा) के सांसद और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान उनके घर पहुंचे और पूर्व सैनिक के परिवार को सांत्वना दी. गुरुवार को टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी पूर्व सैनिक के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की है. रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या पर सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने भी शोक जाहिर किया है|
बुधवार को दिनभर हुआ सियासी हंगामा
पूर्व सैनिक की आत्महत्या के बाद बुधवार को दिनभर सियासी संग्राम चला. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता इस मामले में कूद पड़े और दिनभर दिल्ली में सियासत हावी रही. पूर्व फौजी के परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को मिलने नहीं दिया गया. इन तीनों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया. बाद में राहुल गांधी और मनीष सिसोदिया को पुलिस ने छोड़ दिया. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आरके पुरम थाने में रखे गए थे. रात 11:30 के बाद पुलिस ने केजरीवाल को भी रिहा कर दिया|
राहुल को दो बार लिया हिरासत में
राहुल गांधी को दो बार हिरासत में लिया गया और आखिरकार देर शाम जब पुलिस ने राहुल गांधी को छोड़ा, तो उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने ओआरओपी पर सैनिकों से वादा पूरा नहीं किया. राहुल ने कहा कि शहीद के परिवार वाले उनके मिलना चाहते थे, लेकिन केंद्र सरकार के इशारे पर उन्हें मिलने नहीं दिया गया. कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी को हिरासत में लेने को इमरजेंसी करार दिया. राहुल गांधी ने कहा कि वे बस सरकार से पूछना चाह रहे थे कि शहीद के परिवारवालों को क्यों हिरासत में लिया गया है?

जहर खाकर की खुदकुशी
गौरतलब है कि बुधवार सुबह राजधानी दिल्ली में वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे एक पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. रामकिशन हरियाणा के रहने वाले थे. पुलिस के मुताबिक, वह वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से असहमत थे. जिसकी वजह से वह अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे|

बेटे का आरोप- पुलिस ने मारा
पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल के बेटे जसवंत ने आरोप लगाया कि जब वे राहुल गांधी से मिलकर अपनी समस्याएं रखने जा रहे थे, तो पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उसके और उसके परिवार को प्रताड़ित किया गया|

सुसाइड नोट में वन रैंक वन पेंशन का जिक्र
रामकिशन ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था. रामकिशन ग्रेवाल ने नोट में लिखा कि, ‘मैं अपने देश, मातृभूमि और जवानों के लिए अपने प्राण न्योछावर कर रहा हूँ.’ वहीं रामकिशन के छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना उसे फोन पर दी थी.

पर्रिकर से मिलने वाले थे रामकिशन
परिजनों की माने तो मंगलवार दोपहर रामकिशन अपने साथियों के साथ अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही रामकिशन ने जहर खा लिया. आनन-फानन में रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई|

 

Source: Aaj Tak

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पाकिस्तानी हाईकमीशन के निष्कासित कर्मचारी का दावा, उच्चायोग के 16 अन्य भी जासूसी गिरोह में शामिल

130717-543212-akhtarनई दिल्ली: भारत द्वारा जासूसी के लिए हाल में निष्कासित पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारी ने 16 अन्य ‘कर्मचारियों’ के नाम लिये हैं जो कथित तौर पर जासूसी गिरोह में शामिल थे। जांच से अवगत पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस और गुप्तचर एजेंसियों की ओर से उससे की गई संयुक्त पूछताछ में निष्कासित पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारी महमूद अख्तर ने दावा किया कि उच्चायोग के 16 अन्य कर्मचारी सेना और बीएसएफ की तैनाती संबंधी संवेदनशील सूचना एवं दस्तावेज निकलवाने के लिए जासूसों के सम्पर्क में हैं।

अधिकारी ने कहा कि उसके दावों की अभी जांच की जा रही है और यदि सही पाया गया तो पुलिस मामले को आगे बढ़ाने के लिए विदेश मंत्रालय को पत्र लिख सकती है। अपराध शाखा की टीमें राजस्थान में छापेमारी कर रही हैं ताकि उन स्थानीय व्यक्तियों को पकड़ा जा सके जो अख्तर को गोपनीय दस्तावेज और सूचना मुहैया करा रहे थे। अख्तर कथित तौर पर जासूसी गिरोह चला रहा था।

अख्तर को अवांछित व्यक्ति करार दिए जाने के बाद भारत से निष्कासित कर दिया गया था। भारतीय पुलिस की ओर से आईएसआई-संचालित जासूसी तंत्र का भंडाफोड़ करने के बाद अख्तर के खिलाफ नयी दिल्ली की कार्रवाई पर जवाबी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के अधिकारी को अवांछित व्यक्ति करार दे दिया था। अख्तर पाकिस्तान उच्चायोग के वीजा सेक्शन में काम करता था और उसे राजनयिक छूट प्राप्त थी। उसे दो अन्य सहअपराधियों से भारत-पाक सीमा पर बीएसएफ की तैनाती समेत कई अहम जानकारियां मिली थीं। इन दो अन्य सहअपराधियों को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया था।

अख्तर और दो अन्य- सुभाष जांगीड़ और मौलाना रमजान को पिछले सप्ताह दिल्ली के चिड़ियाघर से पकड़ा गया था। अख्तर को तीन घंटे की पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था क्योंकि उसके पास राजनयिक छूट थी। शोएब नामक एक चौथे व्यक्ति को राजस्थान पुलिस ने बाद में हिरासत में लिया था। वह जोधपुर का रहने वाला है और पासपोर्ट एवं वीजा का एजेंट है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

 

Source: Z News

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इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान, चोट के चलते रोहित-शिखर बाहर, पांड्या को मिली जगह

hardik-pandya-s_147808004363_650x425_110216031827इंग्लैंड के खिलाफ 9 नवंबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है. केएल राहुल, शिखर धवन और रोहित शर्मा चोट के कारण टीम में जगह नहीं बना पाए हैं, जबकि भुवनेश्वर कुमार भी अभी चोट से नहीं उभरे हैं. गौतम गंभीर की टीम में जगह बरकरार है और ईशांत शर्मा की टीम में वापसी हुई है. न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से में लंबे समय के बाद वापसी करने वाले गंभीर ने इंदौर में हुए आखिरी टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाया|

टीम में हार्दिक पांड्या, करुण नायर और जयंत यादव को शामिल किया गया है. ये टीम पहले दो टेस्ट के लिए चुनी गई है.

टेस्ट सीरीज का पूरा कार्यक्रम
इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में 9-13 नवंबर के बीच होने वाले टेस्ट से सीरीज का आगाज होगा और भारतीय टीम 5 नवंबर से राजकोट में अभ्यास शुरू करेगी. इसके बाद 17-12 नवंबर के बीच विशाखापट्टनम में दूसरा, 26-30 नवंबर के बीच मोहाली में तीसरा, 8-12 दिसंबर के बीच मुंबई में चौथा और 16-20 दिसंबर के बीच चेन्नई में पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच खेला जाना है|

इंग्लैंड से पिछली तीनों टेस्ट सीरीज हारा है भारत
आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर मौजूद भारतीय टीम के लिए यह श्रृंखला किसी परीक्षा के समान होगी, क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ पिछली तीन टेस्ट श्रृंखलाओं में भारत को हार मिली है|

टीम इस प्रकार है: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, अजिंक्य रहाणे, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, गौतम गंभीर, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, जयंत यादव, हार्दिक पंड्या, उमेश यादव, करुण नायर, अमित मिश्रा, रिद्धिमान साहा और चेतेश्वर पुजारा|

 

 

Source: Aaj Tak

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LIVE: पूर्व सैनिक के सुसाइड पर सियासत, हिरासत में लिए गए राहुल, थाने में पुलिस अफसरों से हुई बहस

rahul_110216020527राजधानी में वन रैंक-वन पेंशन की मांग को लेकर एक पूर्व सैनिक के जहर खाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक पूर्व सैनिक वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से संतुष्ट नहीं था. जिसके चलते मृतक और उनके कुछ साथी सोमवार से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे. इस बीच मृतक के परिवार से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. सिसोदिया के साथ कमांडो सुरेंद्र भी हैं. राहुल गांधी भी आरएमएल अस्पताल पहुंच लेकिन उन्हें भी अंदर जाने से रोका गया और बाद में उन्हें भी हिरासत में ले लिया गया है. राहुल गांधी को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया. केजरीवाल को भी अस्पताल में नहीं जाने दिया गया. हिरासत में लिए जाने के बाद थाने में पुलिस अफसर के साथ राहुल गांधी की बहस हुई.

मनीष सिसोदिया को हिरासत में लिए जाने पर केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अगर अपने राज्य में किसी की मौत पर उप मुख्यमंत्री परिवार को सांत्वना देने जाए तो क्या उसे गिरफ्तार किया जाएगा? गुंडागर्दी की हद है मोदी जी. पुलिस ने मृतक पूर्व सैनिक के बेटे को भी हिरासत में ले लिया है. सभी को संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में ले जाया गया है.

राहुल गांधी ने कहा कि मुझे सैनिक के परिवार से नहीं मिलने दिया गया. ये कैसा हिंदुस्तान बन रहा है? ये कैसा लोकतंत्र है. वहीं सिसोदिया ने ट्वीट किए कि दिल्ली का उप मुख्यमंत्री अगर शोकग्रस्त सैनिक परिवार से मिले तो आपकी कानून व्यवस्था खतरे में पड़ जाती है? ये कौन सी व्यवस्था हैं मोदी जी? मुझे बताया गया है कि धारा 65 के तहत पुलिस बिना कोई कागज बनाए 23 घंटे तक हिरासत में रख सकती है. मैं अस्पताल आत्महत्या करने वाले पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने गया था, धरना देने नहीं. इसमें कौन सा अपराध है?

मृतक पूर्व सैनिक का नाम रामकिशन ग्रेवाल था. रामकिशन हरियाणा के रहने वाले थे. पुलिस के मुताबिक, रामकिशन वन रैंक-वन पेंशन मुद्दे पर सरकार के फैसले से असहमत थे. जिसकी वजह से वह अपने कुछ साथियों के साथ सोमवार से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे थे|

परिजनों की माने तो मंगलवार दोपहर रामकिशन अपने साथियों के साथ अपनी मांगों को लेकर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही रामकिशन ने जहर खा लिया. आनन-फानन में रामकिशन को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रामकिशन की मौत हो गई|
बता दें कि रामकिशन ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था. रामकिशन ग्रेवाल ने नोट में लिखा कि,’मैं अपने देश, मातृभूमि और जवानों के लिए अपने प्राण न्योछावर कर रहा हूँ.’ वहीं रामकिशन के छोटे बेटे ने बताया कि उसके पिता ने खुद इस बात की सूचना उसे फोन पर दी थी. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मृतक सैनिक के परिवार से मिलेंगे|

 

 

Source: AAJ TAK

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जिसकी लेखनी बतायी गई कमजोर, वह बना बुकर जीतने वाला पहला अमेरिकी…

paul_650_102616123730साल 2016 के बहुप्रतिष्ठित व बहुप्रतिक्षित मैन बुकर पुरस्कार घोषित किए जा चुके हैं. ऐसा मैन बुकर पुरस्कार के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी अमेरिकी ने इस पुरस्कार को जीता है. इस वर्ष पॉल बीटी ने यह पुरस्कार जीता है. उन्हें उनकी उपन्यास ‘द सेलआउट’ के लिए इस वर्ष मैन बुकर पुरस्कार से नवाजा गया है. पॉल की उम्र 54 साल है और वे लॉस एंजिलिस में पैदा हुए थे. साथ ही वे अमेरिका के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में अध्यापन का कार्य भी करते हैं|

‘द सेलआउट’ को माना जा रहा है कटाक्ष…
मैन बुकर पुरस्कार के जजिंग पैनल में शामिल जानकारों का मानना है कि पॉल का नॉवेल अमेरिका की समकालीन नस्लीय राजनीति पर करारा कटाक्ष है. वे बहुत ही सधे अंदाज में सबकी खबर लेते हैं और पता तक चलने नहीं देते. उनकी लेखनी में पाठकों को शुरुआत से अंत तक बांधे रहने की अद्भुत क्षमता है|

आसान नहीं था सफर…
आज भले ही पॉल की लिखावट पर पूरी दुनिया लट्टू हो रही हो लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था. अमेरिका जैसे देश में जहां नस्ल और वर्ग की राजनीति हावी रहती हो वहां अपनी कल्पनाओं को कागज पर उतारना आसान नहीं था. अलगाव और गुलामी से लड़ने के लिए कलम का सहारा लेना और अपनी अफ्रीकी-अमेरिकी पहचान को लेकर हमेशा सतर्क रहना तलवार की धार पर चलने जैसा रहा|

गुदगुदी और दर्द साथ-साथ…
पॉल की लेखनी से वाकिफ जानकार कहते हैं कि वे अपना सबकुछ शब्दों के सहारे छोड़ देते हैं. उनकी लेखनी जहां लोगों को किसी वक्त चेहरे पर मुस्कान लाती है तो वहीं दूसरे पल मायूस कर जाती है. इसके बावजूद कि उनकी किताब को पूरी दुनिया में व्यंग्य के तौर पर प्रतिष्ठा मिल रही है. वे उसे व्यंग्य के बजाय हकीकत का दस्तावेज मानते हैं|

उनके शिक्षकों ने जताई थी निराशा…
आज भले ही पॉल को पूरी दुनिया उनके द्वारा लिखी गई किताब के लिए जानने लगी हो, लेकिन कभी उनके कॉलेज के प्रोफेसरों ने उन्हें लिखने से मना किया था. उनके कॉलेज के एक प्रोफेसर ने कहा था कि वे अच्छा नहीं लिखते. वे लेख के तौर पर कभी सफल नहीं होंगे. इसके अलावा वे अपनी निजी जिंदगी में भी परफेक्शनिस्ट हैं. वे किसी भी चीज या काम से जल्द ही बोर हो जाते हैं|

वे इस पुरस्कार के मिलने पर कहते हैं, ‘मैं नाटकीय नहीं होना चाहता, जैसे कि लिखने ने मेरी जिंदगी बचाई हो… लेकिन लिखने ने मुझे एक जिंदगी जरूर दी है’. वे लिखने को एक कठिन कार्य मानते हैं और वे लिखना नापसंद भी करते हैं|

 

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काफी शानदार है रितिक रोशन की ‘काबिल’ का ट्रेलर, देखिए

msid-55063446width-400resizemode-4nbt-imageऐक्टर रितिक रोशन की फिल्म ‘काबिल’ एक ऐसी फिल्म है, जिसका उनके फैन्स को बेसब्री से इंतज़ार है। और हो भी क्यों नहीं? यह फिल्म रितिक को उनके ऐक्शन अवतार में वापस जो ला रही है। ‘काबिल’ का ऑफिशल ट्रेलर रिलीज़ हो चुका है और यह बिल्कुल उम्मीद पर खरा है। ट्रेलर देख आप यह मान सकते हैं कि फिल्म एंटरटेनमेंट का फुल पैकेज है, जिसमें थ्रिल है, ऐक्शन है और रोमांस भी है।

इस फिल्म में रितिक एक अंधे व्यक्ति रोहन भटनागर के किरदार में नज़र आ रहे हैं, जो लाइफ के प्रति एक पॉज़िटिव सोच रखने वाला इंसान है। रितिक की मुलाकात यामी गौतम से होती है, जिनका जिंदगी के प्रति ठीक वैसी हो सोच है, जैसा रितिक सोचते हैं। यामी भी इस फिल्म में एक अंधी लड़की के किरदार में हैं, लेकिन जब दोनों एक-दूसरे से मिलते हैं तो उनकी जिंदगी और भी ज्यादा खूबसूरत हो जाती है। लेकिन, ज्यादा वक्त नहीं गुजरता है कि उनकी जिंदगी तब अचानक एक दिन तहस-नहस हो जाती है, जब यामी के किरदार को किडनैप कर लिया जाता है। पुलिस कुछ नहीं कर पाती, जिसके बाद रोहन खुद ही इससे लड़ने का फैसला लेता है। रोहन सिस्टम के बारे में कहता है कि अंधों की दुनिया से ज्यादा अंधेरी आपकी दुनिया है।

कुल मिलाकर, ट्रेलर काफी शानदार है और फिल्म में रितिक के साथ यामी की काफी प्यारी केमिस्ट्री नज़र आ रही है। संजय गुप्ता द्वारा निर्देशित यह फिल्म 26 जनवरी 2017 को शाहरुख की ‘रईस’ के साथ ही रिलीज़ हो रही है|

 

 

Source: नवभारत टाइम्स

काफी शानदार है रितिक रोशन की ‘काबिल’ का ट्रेलर, देखिए Read More